ख्वाबो के दामन से ...
Re: ख्वाबो के दामन से ...
इश्क
.......तुम्हारा मेल दोस्ती की हद को छु गया
दोस्ती मोहब्बत की हद तक गई !
मोहब्बत इश्क की हद तक !
और इश्क जूनून की हद तक !
.......तुम्हारा मेल दोस्ती की हद को छु गया
दोस्ती मोहब्बत की हद तक गई !
मोहब्बत इश्क की हद तक !
और इश्क जूनून की हद तक !
Re: ख्वाबो के दामन से ...
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन, ज़िंदगी, तो नहीं.....
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं,
शिकवा नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन, ज़िंदगी, तो नहीं,
ज़िंदगी नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं
(काश ऐसा हो तेरे कदमों से, चुन के मंज़िल चले
और कहीं दूर कहीं ) - २
तुम गर साथ हो, मंज़िलों की कमी तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं, शिकवा नहीं
(जी में आता है, तेरे दामन में, सर छुपा के हम
रोते रहें, रोते रहें ) - २
तेरी भी आँखों में, आँसुओं की नमी तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं,
शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन, ज़िंदगी, तो नहीं,
ज़िंदगी नहीं
तुम जो कह दो तो आजकी रात, चांद डूबेगा नहीं,
रात को रोक लो
रात कि बात है, और ज़िंदगी बाकी तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन, ज़िंदगी, तो नहीं,
ज़िंदगी नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं,
शिकवा नहीं
शिकवा नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन, ज़िंदगी, तो नहीं,
ज़िंदगी नहीं
ज़िंदगी नहीं, ज़िंदगी नहीं
(काश ऐसा हो तेरे कदमों से, चुन के मंज़िल चले
और कहीं दूर कहीं ) - २
तुम गर साथ हो, मंज़िलों की कमी तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं, शिकवा नहीं
(जी में आता है, तेरे दामन में, सर छुपा के हम
रोते रहें, रोते रहें ) - २
तेरी भी आँखों में, आँसुओं की नमी तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं,
शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन, ज़िंदगी, तो नहीं,
ज़िंदगी नहीं
तुम जो कह दो तो आजकी रात, चांद डूबेगा नहीं,
रात को रोक लो
रात कि बात है, और ज़िंदगी बाकी तो नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी से कोई, शिकवा, तो नहीं, शिकवा नहीं
तेरे बिना ज़िंदगी भी लेकिन, ज़िंदगी, तो नहीं,
ज़िंदगी नहीं
Re: ख्वाबो के दामन से ...
जब भी तुम मेहंदी लगाओंगी .. मेरा नाम लिखने के लिये जगह खोजोंगी जानां .
क्योंकि न तुमने मुझे अपने दिल में रखा और न ही अपनी हथेली पर .
क्योंकि न तुमने मुझे अपने दिल में रखा और न ही अपनी हथेली पर .