incest "खून का असर" compleet

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raj..
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Re: incest "खून का असर"

Unread post by raj.. » 13 Oct 2014 08:06

raj sharma stories

"खून का असर"--4

गतान्क से आगे........................

कमला -अरे बेटा तुम्हारी बहन के गाँव से एक आदमी आया था और वह बता रहा था कि तुम्हारी बहन तुम्हारे जीजा जी के साथ शहर मे रहने लगी है तुम्हारे जीजा जी की कोई नौकरी शाहर मे लगी है तो तुम दोनो ऐसा क्यो नही करते शहर जाकर अपनी बहन की खेर खबर ले आओ और अगर तुम्हारे जीजाजी हाँ करे तो अपनी बहन को कुछ दिन के लिए लेते भी आना काफ़ी समय हो गया है उसे अपने ससुराल गये हुए को, और वैसे भी आज मेरी तबीयत कुच्छ ठीक नही लग रही है तो मैं भी आज जंगल नही जाना चाहती हू तो तुम दोनो आज ही शहर चले जाओ और आज रात अपनी बहन के यही रुक जाना सुबह अगर तुम्हारे जीजाजी कहे तो उसे भी साथ लेते आना, बिरजू ठीक है मा तू हमारे लिए रोटिया बाँध दे हम अभी चले जाते है,

दोनो भाई शहर की ओर चल देते है, शहर पंहुच कर राजू यार बिरजू बहुत दिन से

हमने कोई पिक्चर नही देखी क्यो ना हम कोई पिक्चर देख ले उसके बाद अपनी बहन शीला के

घर चलते है, बिरजू तो ठीक है हम लोग पिक्चर चलते है, दोनो भाई टिकेट ले कर सिनिमा

देखने बैठ जाते है मूवी मे एक सीन मे विलेन हीरोइन को किडनॅप करके उसे अपने गॉडाउन

मे ले जाता है और उसे चोदना चाहता है लेकिन हेरोइन उसका विरोध करके चिल्लाति है और उस

विलेन को छोड़ने नही देती है तब विलेन उसे कहता है तू मुझे नखरा दिखा रही है, अब मैं

तेरी ऐसी हालत करूँगा कि तू खुद अपना विरोध भूल कर मुझसे बड़े प्यार से चुडवाएगी और

उस हेरोइन को एक पलंग पर सीधा लेटा कर उसके हाथ पलंग के उपर की तरफ बाँध देता है

और उस हेरोइन के दोनो पैरो को फैलाकर एक पैर को दाई और तथा दूसरे पैर को बाई और

बाँध देता है, हीरोइन काफ़ी हाथ पाँव मारने की कोशिश करती है लेकिन वह कुच्छ नही कर

पाती फिर विलेन उसके कपड़े धीरे धीरे उतारने लग जाता है और वह हीरोइन बहुत रोती और चिल्लाति

है लेकिन विलेन उसकी एक नही सुनता है और उसको पूरी नंगी कर देता है अब हीरोइन मारे शर्म

के बहुत रोती है और अपने हाथ पाँव को अपने बंधन से छुड़ाने की कोशिश करती है

लेकिन विलेन ने उसके हाथ पाँव मोटी रस्सी से बाँध दिया था, हीरोइन अपना मूह एक तरफ करके

मारे शर्म के बहुत रोती है और विलेन से उसे छ्चोड़ देने की भीख मांगती है लेकिन विलेन

उसकी एक नही सुनता है, अब विलेन जैसे ही उसके पास आता है वह और ज़ोर से चिल्ला चिल्ला कर रोती

है तब विलेन सीधे उसके दूध के निप्पल मूह को भर कर चूसने लगता है और हेरोइन

बहुत चिल्ला चिल्ला कर विरोध करती है पर विलेन उसके दूध चूस्ता रहता है और हीरोइन के

आँखो से आँसू बहते रहते है अब विलेन उसकी चूत मे अपना मूह लगा कर उसकी चूत को

चाटने लगता है

हीरोइन बहुत रोती है पर जैसे जैसे विलेन उसकी चूत चाटता जाता है वह

कसमसाने लगती है और जब विलेन 5-10 मिनिट तक उसकी चूत चाटता है तो हीरोइन रोना बंद

कर देती है और चुपचाप अपनी आँखे बंद किए पड़ी रहती है अब विलेन उसकी चूत की फांको

को अपने दोनो हाथो से फैला फैला कर खूब कस कस कर उस हीरोइन की चूत चाटने लगता

है अब हीरोइन सिसकारी मारने लगती है और तड़पने लगती है विलेन उसकी चूत को लगातार चूस्ता

रहता है हीरोइन की चूत का पानी निकलने लगता है और वह अपनी कमर को विलेन के मूह पर

मारने लग जाती है, और फिर अचानक झाड़ जाती है, और उसका बदन ढीला पड़ जाता है लेकिन

विलेन उसकी चूत को चाटना जारी रखता है लगभग दो मिनिट मे ही हीरोइन फिर से सिसकने

लगती है और फिर से अपनी गंद को हिलाने लगती है, अब विलेन धीरे धीरे उसकी चूत चाटता हुआ

अपनी शर्ट और बाकी के कपड़े उतार कर नंगा हो जाता है हीरोइन उसके लंड को देख कर अपनी

आँखे बंद कर लेती है और विलेन उसकी चूत को कस कस कर चूस्ता रहता है और हेरोइन

तड़पने लगती है अब विलेन हेरोइन का एक हाथ खोल देता है फिर दूसरा हाथ भी खोल देता है

और विलेन जैसे ही नंगा होकर उसके उपर सोता है हेरोइन उसको कस कर अपनी बाँहो मे भर

लेती है और विलेन धीरे से उसे चूमता है तो वह विलेन से कस कर चिपक जाती है और फिर विलेन

धीरे से उसके बँधे हुए पैर भी खोल देता है और हेरोइन को छ्चोड़ देता है लेकिन हेरोइन

उसे कस कर अपनी बाहो मे भर लेती है और अपनी दोनो जाँघो को फैला देती है बस विलेन

यही चाहता था कि वह खुद ही उससे चुदवाये और फिर विलेन उसकी चूत मे अपना लंड डाल

देता है और हेरोइन उसे कस कर अपने नंगे बदन से लगाती हुई उससे चुदवाने लगती है इस

तरह विलेन उसे उसकी मर्ज़ी से भरपूर चुदाई करता है.

दोनो भाई फिल्म का यह सीन देख कर उत्तेजित हो चुके थे और फिर जब फिल्म ख़तम हो गई तो

दोनो बाहर आ गये राजू

raj..
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Re: incest "खून का असर"

Unread post by raj.. » 13 Oct 2014 08:06

यार बिरजू तूने देखा फिल्म मे विलेन ने कैसे हेरोइन को चोदा बिरजू

हाँ यार कितना नखरा कर रही थी लेकिन विलेन ने क्या आइडिया लगाया और हेरोइन खुद अपनी चूत

मरवाने को तैयार हो गई, तभी राजू बोला यार बिरजू इस पिक्चर को देख कर मेरे दिमाग़ मे एक

आइडिया आया है, बिरजू वो भला क्या राजू यार अगर सुधिया काकी को हम इस तरह बंद कर उसकी

चूत चाते तो वह हमसे खुद चुदने को तैयार हो जाएगी, और यदि हम उससे ज़ोर ज़बरदस्ती

करेंगे तो वह पूरे गाँव मे हल्ला कर सकती है और हम मुसीबत मे आ सकते है, बिरजू भी

राजू की बात से सहमत हो गया और दोनो भाई अपनी योजना के लिए खुश हो गये, फिर दोनो

अपनी बहन शीला के घर की ओर चल दिए, जब वह घर पंहुचे तो एक घाघरा चोली पहने

औरत ने दरवाजा खोला तो दोनो भाई एक पल के लिए तो उसे पहचान नही पाए लेकिन तभी वह

औरत भैया कहते दोनो भाइयो से चिपक गई और उसकी कसी हुई मोटी मोटी चुचिया दोनो

भाई के सीने से दब गई, दोनो भाइयो के तो जैसे होश उड़ गये ऐसी मादक जनाना

खुश्बू की महक उन्हे पहली बार मिल रही थी और अपनी बहन के गदराए बदन से उठती

मादक गंध ने दोनो की नसो मे खून की रफ़्तार को एक दम बढ़ा दिया और उन्होने बिना

मोका गवाए अपनी बहन के चूतादो के पीछे हाथ ले जाकर दोनो भाइयो ने अपने एक एक

हाथ से उसके दोनो चूतादो को दबाते हुए अपनी और खीच कर ओह मेरी प्यारी बहना तू कितनी

बड़ी हो गई हम तो तुझे 4-5 महीने बाद ही देख रहे है लेकिन इन चार पाँच महीने मे तू

कितनी बदल गई कि तुझे देख कर एक पल के लिए तो हम पहचान ही नही पाए और उसके दोनो

और से अपना मूह लगा कर उसके गोरे गोरे गदराए गालो को दोनो भाई चूम लेते है, फिर

शीला दोनो का हाथ पकड़ एक अंदर लेकर आती है और उन्हे बैठा कर भैया आप दोनो

बैठो मैं आपके लिए पानी लेकर आती हू और अंदर की तरफ जाने लगती है दोनो भाइयो के लंड

बिल्कुल खड़े हो चुके थे लेकिन रही सही कसर शीला को अपनी मोटी गंद हिलाकर अंदर जाते

हुए देखते ही उनके लंड ने झटके मारना शुरू कर दिया

उसके अंदर जाते ही यार राजू शीला के

चूतड़ देख कितने गदरा गये है चार महीने पहले तो इतने गदराए नही थे और उसके

दूध देखे कैसे पपितो की तरह बड़े बड़े हो गये है और उसके जिस्म की गंध कितनी

मादक है जब इसके जिस्म की गंध इतनी मादक है तो इसकी चूत और मोटी गंद की गंध कितनी

मादक होगी, राजू अपना लंड मसलता हुआ अरे बिरजू मुझे लगता है ये जीजा जी का खूब कस कस

कर अपनी चूत मे लंड लेती होगी और अपनी गंद भी खूब मरवाती होगी तभी तो इतनी गदरा गई

है, हमे तो पता ही नही था क़ि हमारे घर का माल इतना तगड़ा होगा नही तो हम पहले ही इसकी

चूत और मोटी गंद मार मार के सूजा देते, बिरजू अरे तो अभी क्या बिगड़ा है अभी तो असली फूल

खिला है इसकी गदराई जवानी का रस तो अब भरा है इसके बदन मे, अब अगर हमे ये चोदने

को मिल जाए तो मज़ा आ जाएगा और दोनो भाई अपनी बहन की गदराई जवानी का रस लेने की

कल्पना करते हुए अपने मोटे काले लंड को मसल्ने लगे,

तभी उधर से शीला अपने हाथो मे पानी लेकर आई और मुस्कुराती हुई अपने दोनो भाइयो को

पानी पिलाया फिर धम से दोनो के बीच बैठ गई, अच्छा भैया मा कैसी है और गाँव मे

सब ठीक है ना, बिरजू शीला की मोटी चुचियो को देखता हुआ अरे मा ठीक है और गाँव मे भी

सब ठीक है पर हम देख रहे है तू कितनी बड़ी हो गई है, राजू भी शीला की मोटी जाँघो पर

अपना हाथ फेरता हुआ, शीला अब तो तू औरतो की तरह दिखने लगी है, शीला थोड़ा शरमाने के

बाद अरे भैया शादी के बाद लड़किया औरतो की तरह ही दिखने लगती है, राजू हाँ वही तो हम

देख रहे हैकि हमारी प्यारी बहन पूरी औरत बन चुकी है और शीला के गालो को अपने हाथो

से सहला देता है और दोनो भाई उसे अपनी बाँहो मे कस लेते है, तभी बिरजू अरे शीला जीजाजी

कहाँ है, शीला भैया वो तो काम पर गये है और रात को देर से ही आते है, चलो आप दोनो

हाथ पाँव धो लो मैं आप दोनो के लिए खाना बना देती हू, राजू अरे नही शीला हम गाँव से

खाना लाए थे तो हमने रास्ते मे खा लिया है अब हम जीजा जी के साथ रात को ही खाएगे, शीला

जैसी आप दोनो की मर्ज़ी, बिरजू अच्छा तू हमारे साथ गाँव चलेगी ना मा ने कहा था कि शीला

को भी साथ लेते आना बहुत दिन हो गये है, शीला वो तो ठीक है भैया लेकिन इनसे बोलना तो

पड़ेगा ना, बिरजू अरे शीला तू फिकर ना कर मैं जीजा जी से बात कर लूँगा और फिर दोनो भाई हाथ

पाँव धोने चले गये, जब वापस आए तो शीला बैठी बैठी सब्जिया काट रही थी और उसके

मोटे मोटे दूध बिल्कुल चोली फड़कर बाहर आने को बेताब दिख रहे थे, दोनो भाइयो की

कामुक निगाहे अपनी बहन के मोटे खरबूजो पर लगी हुई थी, लेकिन वह दोनो नही जानते थे कि

शीला अपने कमिने भाइयो की नज़रो को ताड़ चुकी थी और उसे भी कुछ कुछ मज़ा आने लगा
था, तब शीला खड़ी होकर चलो भैया मैं खाना बनाउन्गि आप दोनो रसोई मे ही मेरे पास

रहना और अपनी मोटी गंद मतकाते हुए चलने लगी दोनो भाई अपना अपना लंड मसल्ते हुए

अपनी बहन की मोटी गंद देखते हुए उसके पीछे चल दिए, किचन मे जाकर शीला खाना

बनाने लगी और दोनो भाई अपनी बहन से सॅट कर खड़े हो गये, तभी शीला ने देखा की

दोनो पागल भेड़िए की तरह उसकी मोटी मोटी चुचीयोको बिल्कुल खा जाने की नज़र से देख रहे

थे, तभी शीला ने अपनी चोली का एक बटन खोलते हुए भैया यहाँ बड़ी गर्मी लग रही है

आप चाहो तो बाहर चले जाओ मैं खाना बना कर आती हू, दोनो भाई नही नही तू आराम से

खाना बना हम यही खड़े है और अपनी बहन की चुचियो को प्यासी नज़रो से देखने लगे,

शीला ने हल्के से मुस्कुराते हुए अपनी बहन को इतने दिनो बाद देख रहो हो इसी लिए दूर जाने

का दिल नही कर रहा है आप दोनो का है ना,

raj..
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Re: incest "खून का असर"

Unread post by raj.. » 13 Oct 2014 08:08

राजू और बिरजू ने अपनी बहन के गालो को चूमते

हुए हमारी रानी बहना कितनी सयानी हो गई है, अब तो शायद तुझे हम याद ही नही आते

होंगे जीजा जी जो मिल गये है, शीला नही भैया जीजा जी तो बाद मे है पहले तो आप दोनो ही है

जिसे मैं प्यार करती हू और फिर आप की गोद मे तो दिन रात खेली हू फिर आप दोनो को कैसे भूल

जाउन्गि, बिरजू अरे शीला वो तो पहले की बात थी जब तेरी शादी नही हुई थी अब तो तू जीजा जी को पा गई है

अब तू क्या हमारी गोदी मे बैठेगी, और अपने मोटे लंड को हल्के से मसल्ने लगा, रश्मि

दोनो भाइयो की लूँगी मे उठे उनके लंड को देख कर सिहर गई और फिर अपनी चूत का पानी

अपने घाघरे से पोंछती हुई, नही भैया आज भी आप दोनो जब मुझे अपनी गोद मे आने को

कहोगे मैं अपने प्यारे भैया की गोद मे चढ़ कर बैठ जाउन्गि, फिर आप जितना चाहे अपनी

बहन से प्यार कर लेना , और मैं ये भी जानती हू कि आप अब मुझसे पहले से भी ज़्यादा प्यार

करने लगे है, और बिरजू के सीने से चिपक जाती है जिससे बिरजू का लूँगी के अंदर खड़ा लंड

शीला के घाघरे से धकि चूत पर सीधे टकराता है और शीला का उठा हुआ लहसुन का दाना

उसके लंड के टोपे से रगड़ खा जाता है, तभी राजू से सहन नही होता और वह शीला के

पीछे से उसकी गंद से सॅट जाता है जिससे उसका मोटा लंड सीधे अपनी बहन की गुदा से

टकरा जाता है और शीला अपनी चूत और गंद से सटे दो दो मोटे लंड की चुभन से सनसना

जाती है और जब दोनो भाई आगे पीछे से उसकी गंद और चूत पर ज़ोर लगा कर उसके शरीर को

अपने शरीर से चिपका लेते है ओह मेरी प्यारी बहना तू आज भी अपने भाइयो को कितना चाहती

है, और दोनो भाई अपनी बहन को भींच लेते है और शीला की चूत से पानी बहता हुआ उसकी

जाँघो पर रिसने लगता है, तभी कोई बाहर का दरवाजा खटखटाता है और तीनो अलग हो जाते

है और बाहर आ जाते है फिर शीला जाकर दरवाजा खोलती है तो उसका पति आ चुका था, दोनो

भाई अपने जीजा जी से मिलते है फिर तीनो लोग बैठ कर बाते करने लगते है और फिर बिरजू शीला

को कुछ दिनो के लिए अपने साथ गाँव ले जाने की बात कहता है तब शीला का पति रमेश कहता

है साले साहेब आज रात आप हमारे साथ ही रुकिये दारू सारू पीते है फिर सुबह सुबह हम

आप तीनो को गाँव की बस मे बैठा देंगे, तब राजू बिल्कुल ठीक जीजा जी वैसे भी आज हमारा

पहला मोका होगा आपके साथ बैठने का मज़ा आ जाएगा, और फिर रमेश शराब की बोतल

लेने चला जाता है, फिर तीनो जीजा सालो की बैठक जमती है और शराब का दोर शुरू हो जाता है

बीच बीच मे शीला नमकीन और चिप्स आदि लेकर उन्हे लाकर देती है, करीब रात को 12 बजे

तक तीनो दारू पीते है, फिर रमेश खूब नशे मे आ जाता है और वह अपनी लड़खड़ाती

आवाज़ मे अक्च्छा साले साहेब अब मैं तो सोने जा रहा हू आप लोग चलने दो, और रमेश अपने

रूम मे घुस जाता है,

क्रमशः....................

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