कामुक-कहानियाँ - मेरी चाची नंबर वन compleet

Discover endless Hindi sex story and novels. Browse hindi sex stories, adult stories ,erotic stories. Visit theadultstories.com
raj..
Platinum Member
Posts: 3402
Joined: 10 Oct 2014 07:07

Re: कामुक-कहानियाँ - मेरी चाची नंबर वन

Unread post by raj.. » 30 Oct 2014 21:39

और थोरी देर के बाद मैं फारिघ् हो गया और मेरा कम चाची की ब्रा से चिपक गया मैने चाची से कहा मैं इसे साफ कर के आता हूँ तो चाची ने कहा नही कोई बात नही मैं खुद साफ कर लूँगी और चाची ने मुझ से अपनी ब्रा ली और बाथरूम मे चली गयी अपने ब्रा को साफ करने के लिया थोरी देर बाद आई फिर बेड से अपने कपड़े उठाए और फिर बाथरूम मे चली गयी कपड़े पहेन ने के लिए लेकिन उस ने बाथरूम का डोर लॉक नही किया और थोड़ा दरवाज़ा खुला छोड़ दिया और अपने कपड़े चेंज करने लगी मैं जल्दी से दरवाज़े के करीब गया और देखा के चाची की पीठ मेरी तरफ थी फिर मैने देखा के चाची ने आहिस्ता और सेक्सी स्टाइल से अपना टवल नीचे गिरा दिया और मैं चाची की मस्त गंद देख के हैरान हो गया.

क्या मस्त गंद थी बड़ी बड़ी और गोल गोल चूतर देख कर हैरान हो गया, मेरा दिल कर रहा था के अभी अंदर घुस जाऊं और चाची की इस मस्त गंद मे अपना लंड पेल दूँ लेकिन मैने अपने आप को किस तरह काबू किया ये मुझे पता है फिर इस से पहले मैं कोई ग़लत कदम उठाता मैं सीधा अपने बेड पर जाके लेट गया. थोरी देर बाद चाची वॉशरूम से बाहर निकली और फिर मुझे कहा के जाओ तुम जाके फ्रेश हो जाओ मैं नाश्ता ले कर आती हूँ और फिर मैं वॉशरूम मे फ्रेश होने चला गया.

जब मैं फ्रेश हो कर बाहर निकला तो देखा चाची कमरे मे नही थी फिर मैं विंडो पर खड़ा हो कर बाहर बच्चो को क्रिकेट खेलता देखने लगा इतने मे चाची कमरे मे आई नाश्ता लेकर फिर हम ने साथ मे नाश्ता किया और चाय पी और कुछ देर बाते करने के बाद मेरा दोस्त फ़ैसल आगाया और चाची ने मुझे कहा के फ़हद बेटा आज रात को 8 बजे मेहेन्दि है इस लिए रात को तैयार रहना मैने कहा हां चाची मैं तैयार रहूं गा आप फिक़र मत कीजिए फिर चाची चली गयी.

और फिर फसैल ने मुझ से कहा के वो ब्लू प्रिंट लाया है मैने कहा के तो फिर चलाओ इस को और फिर सीडी चला के प्रिंट देखने लगे देखते देखते मुझे सेक्स का नशा चढ़ गया और मैने अपना हाथ फ़ैसल की टाँग पर रख दिया और फिर थोड़ी देर के बाद अपने हाथ से उसकी टाँग को सहलाने लगा लेकिन उस ने कुछ नही कहा और चुप चाप प्रिंट देखने मे मगन रहा उस की टाँग को सहलाते सहलाते मैं अपना हाथ थोड़ा पीछे ला जाकर उस की गंद को सहलाने लगा लेकिन फिर भी वो चुप रहा और फिर मैने अपना हाथ आगे लेजा कर उस के नारे को थोड़ा ढीला कर दिया ताकि मेरा हाथ उस की शलवार के अंदर जा सके फिर मैने अपना हाथ फिर पीछे लेजाकार उस की शलवार के अंदर डाल दिया.

क्रमशः………………………….


raj..
Platinum Member
Posts: 3402
Joined: 10 Oct 2014 07:07

Re: कामुक-कहानियाँ - मेरी चाची नंबर वन

Unread post by raj.. » 30 Oct 2014 21:52

दोस्तो अब तक मैं लगातार स्टोरीज पोस्ट कर रहा हूँ . माना कि ज़्यादातर मेरी कहानियाँ आप लोग पढ़ चुके हैं फिर भी मैने कुछ नई कहानियाँ पोस्ट की हैं लेकिन आप लोगो ने कोई कमेंट नही दिया . दोस्तो या तो मैं आपकी मन पसंद स्टोरी नही डाल पा रहा या फिर आप कमेंट करना ही नही चाहते . दोस्तो मैं इस वेब साइट पर इसलिए आया था कि कामुक कहानियाँ ब्लॉग पर हम आपस मे कॉन्टेक्ट नही कर पाते थे. लेकिन यहाँ तो आपको पूरी आज़ादी है . आप चाहें तो अपनी स्टोरी आप यहाँ पोस्ट कर सकते हैं. दोस्तो एक बार मैं फिर आपसे कहता हूँ कि ये साइट आपकी साइट है हमारी साइट है


आगे की कहानी आप के विचार जानने के बाद

raj..
Platinum Member
Posts: 3402
Joined: 10 Oct 2014 07:07

Re: कामुक-कहानियाँ - मेरी चाची नंबर वन

Unread post by raj.. » 04 Nov 2014 15:36

गतान्क से आगे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,

और ये देख कर हैरान रह गया कि उस की गंद पर एक भी बाल नही था सारी क्लीन शेव लगी हुई थी और फिर मैने फ़ैसल से कहा कि तुम्हारी गंद पर बाल क्यों नही क्या तुम ने खुद उतारे हैं तो उस ने कहा कि नही बचपन से मेरे सारे जिस्म पर सिर्फ़ छोटे छोटे बाल है कभी बड़े नही हुए और फिर उस ने कहा कि बस अब चुप रहो और जो काम तुम कर रहे थे वो करते रहो ये सुन कर मैं खुश हो गया और उस की गंद को सहलाने लगा सहलाते सहलाते मैने अपनी एक उंगली उस की गंद मे डाल दी तो उस ने सिसकारी भरी और फिर वो उठा और अपने सारे कपड़े उतार दिए और मुझे गले लगा कर मुझे चूमने लगा.

मुझे उस का चूमना अच्छा लगा और मैं चुप चाप खड़ा रहा चूमते चूमते उस ने मेरी पॅंट उतारी और फिर मेरी शर्ट उतारी और मुझे कहा कि बेड पेर लेट जाओ मैं बेड पेर लेट गया और वो मेरे उपर चढ़ कर मेरे लंड को चूसने लगा जब वो मेरे लंड को चूस रहा था तो उस वक़्त इतना मज़ा आ रहा था कि ऐसा लग रहा था कि मैं सातवें आसमान की सेर कर रहा हूँ. वो मेरे लंड को बड़े प्यार से चूस रहा था फिर लंड चूसने की बाद उस ने मुझे कहा कि अब जल्दी करो मेरी गंद मारो और वो घोड़े की तरह घुटनों पर खड़ा हो गया फिर मैं ने चाची की फेर न लव्ली क्रीम उठाई और थोड़ी अपने लंड पर लगाई और थोड़ी उस की गंद पर फिर मैं ने अपना लंड उस की गंद के होल पर रखा और एक ही झटके से उस की गंद मे पेल दिया.

उस के मूँह से एक सिसकारी निकली और कहा ओह आहिस्ता करो लेकिन मुझ पेर भूत सवार था मैने उस की एक ना सुनी और ज़ोर से ज़ोर से धक्के मारता रहा और उसे चोद्ता रहा तक़रीबन 14 या 15 मीं की चुदाई की बाद मैं उस की गंद के अंदर ही झाड़ गया. झड़ने के बाद वो उल्टा लेट गया और मैं भी उसके उपर लेट गया और मेरा लंड अभी भी उसकी गंद मे पड़ा रहा. 20 मीं के बाद मैं उठा और अपना मरा हुआ लंड बाहर निकाल कर खड़ा हो गया और अपने कपड़े पहने और फ़ैसल को कहा कि वो भी अपने कपड़े पहने तो उसने अपने कपड़े पहेन लिए और हम बाहर चले गये घूमने फिरने.

शाम को जब हम वापस आए तो चाची ने मुझ से तैयार होने को कहा मैं जल्दी मे नहा कर तैयार हो गया और चाची मैं और फ़ैसल अपने रिश्तेदारों की मेहेन्दि पर चले गये. वहाँ पर कुछ खास नही हुआ ऐसे ही टाइम पास हो गया रात को 12 बजे हम वहाँ से वापस आए और फ़ैसल अपने कमरे मे चला गया मैं और चाची गेस्ट रूम मे चले गये चाची वॉशरूम मे चली गयी अपने कपड़े चेंज करने केलिया मैने देखा कि चाची वॉशरूम मे है और गेस्ट रूम मे कोई नहीहै तो मैने गेस्ट रूम का डोर लॉक किया और वहीं अपने कपड़े चेंज कर्दिये जब चाची वॉशरूम से अपने कपड़े चेंज करके अपनी पिंक कलर की नाइटी पहेन कर बाहर निकली तो मुझे देख कर हैरान रह गयी और कहा कि ये तुम ने अपने कपड़े कैसे चेंज किए.

मैने चाची को बताया कि किस तरह चेंज किए तो वो हँसने लगी और कहा बड़े बदमाश हो गये हो तुम फिर कहा की चलो टीवी देखते हैं और ये कह कर चाची ने टीवी का रिमोट उठाया और जैसे ही टीवी को ऑन किया वही ब्लू प्रिंट चलने लगी और ये देख कर मेरे होश उड़ गये और चाची ने मेरी तरफ देख कर कहा हमम्म्मम तो ये हाल है साहबज़ादे के मैं थोड़ा हंस दिया तो फिर चाची ने कहा कि चलो अब हम भी यही देखेंगे मैने ने कहा चाची आप ये किसे देख सकती हो तो चाची ने कहा कि क्यों भाई जब आप लोग ये देख सकते हैं तो क्या हम नही देख सकते.


Post Reply