नशे की सज़ा compleet

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007
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Re: नशे की सज़ा

Unread post by 007 » 09 Nov 2014 13:59

raj sharma stories

नशे की सज़ा पार्ट--16

गतान्क से आगे......
मैने फिर से उसे समझाने की कोशिश करते हुए कहा-“देख लड़की,ऐसा है की एसीपी अमित पहले इस फ्रेश माल को खुद चखना चाहता है और वो यह नही चाहता कि उसकी आब्सेन्स मे उसका जूनियर ऑफीसर उस माल को ग़लती से भी टेस्ट कर ले. इसीलिए उसने अपने यहाँ पहुँचने तक , हम दोनो को उस लड़की का जॉइंट कस्टोडियन बना दिया है. हम लोगों को अभी पोलीस जीप लेने आ रही है-हम लोगों को जीप गेस्ट हाउस ड्रॉप कर देगी-वहाँ पर विवेक उस लौंडिया के साथ हमे उसी रूम मे मिलेगा.अमित ने विवेक को भी हिदायत दी है कि हम लोगों के पहुँचने तक वो उस पकड़ी हुई लड़की के साथ कोई हरकत नही करेगा.”

सलोनी ने अब समझते हुए कहा-“अब समझ मे आया सारा मज़रा.पोलीस वालों की प्लॅनिंग भी कमाल की होती है-उस चिकनी को एसीपी से पहले इनस्पेक्टर ना चख ले,हम दोनो को वहाँ पहुँचकर यही निश्चित करना है.”

“हां यार ! अब समझ मे आई सारी बात !!” मैने सलोनी की तरफ देखा.

सलोनी को फिर शरारत सूझी-“हम लोग यह तो निश्चित कर लेंगी कि विवेक उस लौंडिया को नही चखे, लेकिन हमारा ही दिल अगर उस चिकनी पर आ गया तो……..?”

मैने भी उसी टोने मे जबाब देते हुए कहा-“यार हम लोगों के चखने मे और विवेक के चखने मे तो ज़मीन आसमान का अंतर है-हमारे चखने से अमित को कोई फ़र्क नही पड़ने वाला है…इसीलिए उसने मुझे हिदायत दी है कि जब तक वो गेस्ट हाउस ना पहुँच जाए,हम दोनो वहीं पर उस लड़की को विवेक से “गार्ड” करती रहेंगी.”

सलोनी ने फिर सवाल किया-“ लेकिन फिर विवेक क्या करेगा गेस्ट हाउस मे ? अगर हम उसे उस लड़की के साथ विवेक को कुछ करने ही नही देंगे तो वो वहाँ क्या करेगा?”

मैने सलोनी को फिर समझाया-“यही तो हमारा काम है कि विवेक को हम इतना ज़्यादा बढ़िया शो दिखाएँ कि वो उसी के मज़े लेता रहे और उस लड़की के साथ कोई फिज़िकल शरारत ना कर सके.वैसे मैं तो विवेक को यह बता भी सकती हूँ कि उसे एक लिमिट तक उस लड़की का इनटेरगेशन करना है.”

कुछ ही देर मे पोलीस की जीप हम लोगों को लेने हॉस्टिल पहुँच गयी और हम दोनो उसमे बैठकर पोलीस गेस्ट हाउस पहुँच गयी.

पोलीस गेस्ट हाउस पर हम दोनो जैसे ही पहुँची वहाँ रिसेप्षन पर ही विवेक हम दोनो का इंतेज़ार कर रहा था. लड़की उसके साथ नज़र नही आ रही थी.मैं और सलोनी उसके हाथ गेस्ट हाउस के पहले से रिज़र्व्ड रूम मे पहुँच गयी.वहाँ पहुँचकर मैने देखा की एक खूबसूरत सी लड़की बिल्कुल छुई मूई की तरह सोफे पर बैठी हुई थी और उसके हाथ पीछे की तरफ हथकड़ी से बँधे हुए थे-जिसकी वजह से वो शायद ठीक से बैठ भी नही पा रही थी.

विवेक ने लड़की को वहीं ड्रॉयिंग एरिया मे सोफे पर ही छोड़ दिया और हम दोनो को लेकर अंदर कमरे मे आ गया-वहाँ पहुँचकर उसने सफाई देने वाले अंदाज़ मे मुझे बताया-“इस लड़की को मैं यहाँ पहले ही बंद कर गया था क्यूंकी इसे नीचे रिसेप्षन पर रखना ठीक नही था-पोलीस ने अफीशियल तौर पर कोई गिरफ्तारी नही दिखाई है.”

मैने यह समझने के लिए कि विवेक ने अभी तक उस लड़की के साथ कुछ किया है या नही, विवेक से पूछा-“विवेक सर, आपने कुछ इनटेरगेशन वग़ैरा किया कि नही ?”

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Re: नशे की सज़ा

Unread post by 007 » 09 Nov 2014 14:00



विवेक ने बिल्कुल सोचा समझा हुआ जबाब दिया-“एसी पी साहब की सख़्त हिदायत है कि इस लड़की का इनटेरगेशन आप दोनो की प्रेज़ेन्स मे ही किया जाए.”

अभी यह बातचीत चल ही रही थी कि विवेक के मोबीलेफ़ोने की घंटी बज उठी.उसने फोन पर बात करते हुए किसी से कहा-,”ठीक है उसे रोक कर रखो.मैं अभी आधे घंटे मे पोलीस स्टेशन पहुँच रहा हूँ.”

फोन रखने के बाद विवेक ने मेरी तरफ देखकर कहा-“मुझे अभी पोलीस स्टेशन निकलना होगा-वहाँ कोई किसी लड़की को एक कॉन्स्टेबल पकड़कर लाया है-वो किसी ज्वेल्लरी शॉप मे शॉप्लिफ्टिंग करती हुई पकड़ी गयी है.उस मामले से निपटकर मैं यहाँ दुबारा हाजिर होता हूँ.तब तक तुम दोनो ही इस लड़की का इनटेरगेशन कर डालो.”
यह कहकर विवेक तो वहाँ से चला गया.उसके जाने के बाद मैने उस लड़की को ड्रॉयिंग रूम से अपनी तरफ वाले कमरे मे बुला लिया –यह कमरा काफ़ी बड़ा था और यहाँ इनटेरगेशन आराम से किया जा सकता था.

मैं और सलोनी सोफे पर बैठे हुए थे और वो डरी सहमी खूबसूरत लड़की हमारे सामने खड़ी हुई थी-उसके हाथ पीछे की तरफ हथकड़ी से बँधे हुए थे.विवेक जाते समय हतकड़ी की चाबी मुझे दे गया था ताकि ज़रूरत पड़ने पर उसकी हथकड़िया खोली जा सकें.

मैने पहली बार लड़की की तरफ देखकर पूछा-“क्या नाम है तुम्हारा ?”

“जी मेरा नाम रोशनी है ……मॅम हमने कुछ नही किया…हमे छोड़ दीजिए.” वो बेहद घबराई हुई थी.

सलोनी ने उसे डाँटने वाले अंदाज़ मे कहा-“फालतू बोलने की ज़रूरत नही है……….जितना पूछा जाए सिर्फ़ उतना जबाब दो……तुमने कुछ किया है या नही..यह देखना हमारा काम है……समझी ?”

“जी मॅम.” सलोनी की डाँट से रोशनी और ज़्यादा डर गयी.

रोशनी खूबसूरत होने के साथ ही बेहद गोरी और चिकनी भी थी.वाइट कलर का टाइट टॉप और घुटनो से काफ़ी उपर उसने ब्लू डेनिम की टाइट स्कर्ट पहनी हुई थी.

सलोनी ने मुस्कराते हुए मेरी तरफ देखकर कहा-“यार,विवेक ने कुछ भी नही किया हो तो इस मक्खन मलाई को सहलाया तो खूब होगा क्यूंकी इसके हाथ तो पहले से ही बँधे हुए हैं और घुटनो के उपर भी चिकनी जंघें सबको अपनी तरफ इन्वाइट कर रही हैं.”

सलोनी के इस कॉमेंट से रोशनी के चेहरे पर शर्म और जलालत सॉफ झलक रही थी.

मैने हंसकर उसे जबाब दिया-“अभी इनटेरगेशन मे सब मालूम पड़ जाएगा.”

मैने रोशनी की तरफ देखकर सवाल किया-“हां अब बता की तू ब्लूमून नाइट क्लब मे क्या कर रही थी ?”

“मॅम…..मैं बिल्कुल निर्दोष हूँ…….” इतना कह ही पाई थी की सलोनी ने एक हंटर रोशनी को लगाते हुए कहा-“तुझे कहा था कि जो पूछा जाए सिर्फ़ उसका ही जवाब देना है.”

“सॉरी मॅम….. अब ग़लती नही होगी.प्लीज़ मुझे हंटर मत मारिए-मैं पहली बार अपने फ्रेंड अभिषेक के साथ इस क्लब मे आई थी.उसे किसी फ्रेंड ने अपनी बर्तडे पार्टी मे यहाँ इन्वाइट किया था.” रोशनी बोली.

“तुम करती क्या हो !” सलोनी ने बेबाज़ाह ही उसके एक हंटर और लगा दिया.

रोशनी हंटर लगने पर जिस तरह उछल रही थी,शायद उसी की वज़ह से सलोनी को उसे हंटर लगाने मे ज़्यादा मज़ा आ रहा था.

रोशनी फिर से उछलकर सलोनी से गिड़गिदते हुए बोली-“प्लीज़ मॅम मुझे मारो मत.मैं तो आपको पूरी तरह सहयोग का रही हूँ और आपकी हर बात भी मानने के लिए तैयार हूँ…बस मेरी पिटाई मत कीजिए..”

रोशनी की इस हालत पर मेरी हँसी निकल गयी और मैने उससे कहा-“ठीक है, तुम्हे अब और हंटर नही लगाए जाएँगे.लेकिन तुमसे जो भी पूछा जाए उसका ठीक ठीक जबाब देना और जो कुछ भी तुमसे कहा जाए उस हुक्म की बिना किसी देरी के तामील करना.”

“ओके मॅम.” रोशनी के चेहरे पर कुछ राहत दिखाई डी.

“चलो इधर आओ !” मैने उंगली के इशारे से रोशनी को अपने पास बुलाया.

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Re: नशे की सज़ा

Unread post by 007 » 09 Nov 2014 14:01



रोशनी बिना किसी देरी के मेरे पास आकर खड़ी होगयी.

“चलो पीछे घूम जाओ !” मैने फिर उसे ऑर्डर दिया और वो बिना किसी सवाल किए पीछे घूम गयी.

रोशनी जैसे ही पीछे घूमी,मैने उसकी हथकड़ी खोल डी क्यूंकी मुझे लगा कि हथकड़ी बँधे होने की वज़ह से हम लोग उसके साथ ठीक से मस्ती नही ले पा रहे हैं.

“अब सीधी होकर खड़ी हो जाओ ! “ मैने उसे हुक्म दिया और वो हम लोगों की तरफ अपना चेहरा करके खड़ी हो गयी.

मैने रोशनी से सवाल किया-“ मुझे पता लगा है कि तुम्हारे पास से ड्रग्स भी पकड़े गये हैं?”

“नही मेडम…….हमारे पास कुछ नही है………इनस्पेक्टर सर ने भी हमारी ठीक से तलाशी ले ली है…और उन्हे भी हमारे पास कुछ नही मिला.” रोशनी ने जैसे ही यह कहा,तुरंत मेरे और सलोनी के कान खड़े हो गये.

“कैसे ली तुम्हारी तलाशी इनस्पेक्टर सर ने ?” मैने रोशनी को कुरेदा.

“मॅम,इनस्पेक्टर सर ने तलाशी के बहाने बहुत ज़्यादा बदतमीज़ी भी की मेरे साथ…..” रोशनी कहते कहते रुक सी गयी.

“हां बोलो…..डरो मत……बताओ कैसी बदतमीज़ी हुई तुम्हारे साथ.?” सलोनी को भी अब मज़ा आने लगा था.

“मॅम…मुझे तो बहुत शर्म आ रही है यह बताने मे कि उन्होने कैसे हमारी तलाशी ली…” रोशनी फिर कहते कहते रुक गयी.

मैने उसकी तरफ देखा और उसे मानो तसल्ली देते हुए कहा-“शरमाओ मत रोशनी.साफ साफ बताओ कि तुम्हारे साथ क्या हुआ और इनस्पेक्टर सर ने तुम्हारी तलाशी कैसे ली.”

अब रोशनी ने हिम्मत करके बोलना शुरू किया-“इनस्पेक्टर सर ने पोलीस स्टेशन मे बाकी सभी पकड़े हुए लोगों को तो छोड़ दिया….लेकिन मेरी तरफ देखकर बोले कि तेरे पास ड्रग्स होने की खबर है और तेरी तलाशी भी ली जाएगी और ड्रग्स मिलने पर 10 साल की सज़ा भी होगी.इसके बाद उन्होने मुझे पोलीस जीप मे बिठा लिया और जीप को अंदर से बंद करते हुए ड्राइवर से गेस्ट हाउस चलने के लिए कहा.जीप का दरवाज़ा अंदर से बंद करने के बाद इनस्पेक्टर सर ने मुझसे नंगा होने के लिए कहा –मैने नंगा होने के लिए मना किया तो उन्होने मुझे सीधे ही 10 साल के लिए जैल मे डालने की बात कहकर मुझे डराया-हारकर मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए और इनस्पेक्टर सर ने अपने दोनो हाथों को मेरे बदन पर खूब फिराया………….” कहते कहते रोशनी फिर रुक गयी.

“फिर क्या हुआ……?” सलोनी ने सवाल किया. मैने देखा की सलोनी उसकी कहानी सुनकर पूरी तरह गर्म हो चुकी थी.

“इसके बाद इनस्पेक्टर सर ने हमारे साथ जो कुछ भी किया,वो हम बता नही सकते.हमे बहुत शर्म आ रही है………” रोशनी फिर कहते कहते रुक गयी.

मैने रोशनी की तरफ देखा-“ हमारा यह जानना बहुत ज़रूरी है कि इनस्पेक्टर साहब ने तुम्हारे साथ क्या कुछ किया-कुछ भी छिपाने की कोशिश मत करो नही तो मैं तुम्हारी सज़ा और ज़्यादा कर दूँगी.”

“ठीक है मॅम.आप कहती हैं तो मैं आगे की घटना भी बयान करती हूँ.इनस्पेक्टर ने मेरे हाथों को उपर करवाया और मुझे कहा की अपने नंगे बदन को गोल गोल घुमाती रहो.इस दौरान इनस्पेक्टर एक हाथ से मेरे बदन को सहलाता रहा और दूसरे हाथ से अपने लिंग को सहला रहा था……….” रोशनी बोलते बोलते फिर रुक गयी.

“आगे क्या हुआ…….रूको मत……..” मैने उसे हुक्म दिया……मैं भी उसकी इस हॉट हॉट स्टोरी को सुनकर एकदम हॉट हो चुकी थी.

रोशनी ने हिचकिचाते हुए कहा-“मॅम प्लीज़ आगे क्या हुआ…वो हम नही बता पाएँगे……प्लीज़ ! “


“बता मेरी जान…………नही तो मैं तेरी खाल खींच लूँगी.” सलोनी जो पूरी तरह हॉट हो चुक्की थी,उसने रोशनी के बदन पर हंटर लगाते हुए कहा.
क्रमशः.......

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