हमाम मे सब नंगे थे compleet

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rajaarkey
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हमाम मे सब नंगे थे compleet

Unread post by rajaarkey » 12 Nov 2014 15:56

raj sharma stories

हमाम मे सब नंगे थे--1

हाला रीडर्स कैसे है आप सब . सबसे पहले तो आप सबसे एक बात कह दू कि ये एक

फॅंटसी है और मेरी एक फ्रेंड के साथ चॅट करते हुए (वो एक फीमेल थी) ये

फॅंटसी मैने उसका साथ किया था. वो शायद एक कमसिन 18-20 साल की लड़की थी

और उसे मेट्यूर्ड मर्द से चुदवाने का शौक था. सो उसका साथ ये मामू जान

वाला रोल प्ले किया था. वैसे मैं भाई-बेहन या बाप बेटी के चुदाई के खिलाफ

हूँ आंड आइ हेट टू राइट इट. लेकिन इस कहानी मे ये उस कॅरक्टर की ज़रूरत

है इसलिए इसमे शामिल किया है. अगर किसी को झूठा लगे तो माफ़ कर दीजिएगा.

मैने कोशिश की है कि कहानी ज़्यादातर मामू और भांजी के इर्द गिर्द रहे.

बाकी के किस्से सिर्फ़ एक ताल्लुक़ात के हिसाब से लिखे है, डीटेल नही दिए

है.

और ये कहानी भी भांजी की ज़ुबान से ही कहेलवाई है. ताकि आपको और मज़ा आए.

बाकी कहानी कैसी है ये तो आप ही बताएँगे.

आप सब एक बार फिर से अपने.... अपने लंड और चूत संभाल ले क्यूंकी आज तब्बू

आपके लंड और चूत को पानी से सराबोर कर देगी.हां मेरा नाम तबस्सुम है और

चोदने वाले मुझे तब्बू कहते है...फिलहाल मैं आपको मेरी हुई ज़बरदस्त

चुदाई के बारे मे बताने जा रही हूँ जो कि मेरे मामुजान ने मेरे साथ की जब

मैं उनके घर गयी

हां तो दोस्तों मैं बहुत दिन बाद मामू के घर गयी जो कि दुबई से कई साल

बाद वापस आए थे और मुझे और अम्मी को देख कर वो बहुत खुश हो गये थे हालाकी

मुझे देख कर थोडा हैरान भी थे क्यूंकी जब आख़िरी बार उन्होने मुझे देखा

था तब मैं सिर्फ़ 12 साल की बच्ची थी पर अब एक खूबसूरत और पूरी तरह से

औरत बन चुकी थी(अब्बू और भाई से चुदवा...चुदवा कर) मुझे गले से लगाते हुए

बोले तब्बू तू कितनी बड़ी हो गयी मैं तो तुझे बच्ची ही समझ रहा था अभी तक

तब मैने अपनी चूत उनके लंड से सटा कर कहा मामुजान अब मैं बच्ची नही रही

बड़ी हो गयी हूँ ममुजान मेरी इस हरकत को समझ नही पाए और हम लोगों ने बहुत

सारी बाते की मुझे यहाँ 4 दिन हो चुके थे और मैने नोट किया था कि ममुजान

मुझे चुपके...चुपके घूरा करते थे मैं उनकी इन भूकि नज़रों को ताड़ गयी थी

और मन ही मन सोच लिया था कि उन्हे भी अपनी जवानी का पानी चखाउन्गि ज़रूर

और एक दिन ऐसा मौका आ ही गया.

अम्मी और मामी जान बाहर गयी हुई थी और शाम से पहले उनको आना नही था ये

बात वो मामू को बता कर गयी थी घर पर सिर्फ़ मैं और मामू थे मामू जान तहमद

(लूँगी) और कुर्ते मे थे और मैं हमेशा की तराह सलवार और कुरती मे थी मैं

मामू के कमरे मे गयी तो वो अपने बड़े से बेड पर लेटे हुए टी.वी देख रहे

थे मुझे देखते ही संभाल कर बैठते हुए बोले अर्रे तब्बू तुम आओ आओ तुम आपा

के साथ नही गयी....? मैने कहा नही मेरे सिर मे दर्द हो रहा था इसलिए मैं

नही गयी मामू बोले तो लाओ मैं दबा दूं अपनी लाडली भांजी का सिर आओ इधर

मेरे करीब बैठो मैं दबा देता हूँ पर मैने कहा नही मामू रहने दीजिए गोली

खा ली है अभी आराम हो जाएगा और वहीं बेड पर मैं भी बैठ गयी तब मामू जान

बोले तब्बू तू अपनी उमर से ज़्यादा बड़ी नही हो गयी...

मैने पूछा मतलब.....? तो मामू बोले आम तौर पे तेरी एज की लड़कियाँ मेरा

मतलब.... ये खकर वो थोडा चुप हो गये पर मैं उनका इसारा समझ गयी थी जो

मेरी बड़ी....बड़ी चूचियों और भारी चूतड़ की तरफ था तो मैने कहा मामू ऐसे

कोई बात नही ये सब तो हार्मंग्स की वजा से होता है अब आप मामी को देखिए

वो मुझसे कितनी बड़ी है पर उनको देख कर कोई नही कह सकता कि वो

शादी....शुदा है तो मामू बोले हां ये बात तो है उसके बाद हम लोग इधर..उधर

की बात करते रहे तब मैने अपनी कुरती के उपर से अपनी चूची को सहलाया वो भी

मामू को भड़काने के लिए क्योंकि इतनी देर से वो मुझे बोर कर रहे थे मामू

ने जब मुझे लंबी...लंबी अंगड़ाई लेते हुए देखा तो बोले क्या नींद आ रही

है मैने कहा नही बहुत थक गयी हूँ थोडा आराम करना चाहती हूँ तो मामू ने

मुझे अपने उपर खीच लिया और बोले मेरी गुड़िया रानी आओ मेरी गोदी मे आराम

करो.

और मैं मामू की गोद मे सर रख कर लेट गयी तब मामू मेरे सर पर हाथ फेर रहे

थे और मुझे पता था कि उनका अगला कदम क्या होगा मैं चुपचाप पड़ी रही

उन्होने अपना हाथ धीरे से मेरी चूची पे रख दिया और सहलाने लगे मैने कहा

हाअ मामू जान आप क्या कर रहे है तो वो बोले अभी तुम्हे बहुत आराम मिलेगा

और उन्होने मेरी चूची दबा...दबा कर मुझे गरम कर दिया और मैं तो शुरू की

चुड़क्कड़ तुरंत ही अपना हाथ उनकी तहमद(लूँगी) के अंदर घुसा दिया और अपने

मतलब की चीज़ यानी कि उनका हलब्बी सा लॉडा बाहर नीकाल लिया मामू मेरी इस

हरकत से सन्न रह गये और बोले तब्बू तू तो खेली खाई लग रही है....

तो मैं हंस पड़ी और बोली हाँ मामुजान आख़िर हूँ तो आपकी बहन की ही लड़की

जब मेरी अम्मी शादी से पहले खेली...खाई थी तो भला मैं कैसे साबुत रह पाती

और अम्मी तो बता रही थी कि उनको भी पहली बार आप ने ही ठीक किया था...


rajaarkey
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Re: हमाम मे सब नंगे थे

Unread post by rajaarkey » 12 Nov 2014 15:56

मेरी बात सुन कर मामू का मूह खुला ही रह गया तो मैं हस्ते हुए बोली

मामुजान घबराने की कोई बात नही है मुझे आपकी और अम्मी की सारी कहानियाँ

सुना चुकी है अम्मी और मुझे ये भी पता है कि आप कितने बड़े चुड़क्कड़ है

अम्मी ने सारी गंदी... गंदी बाते आप से ही सीखी है वो बता रही थी कि आप

जब उनको चोदते थे तो गाली भी बकते थे और कहते थे कि तुम भी गाली बका करो

जिससे अम्मी बहुत बेशरम हो गयी है अब वो अब्बू से चुदवाते वक़्त भी गाली

बकती है और गंदी बाते करती है मामू बोले वाआअह मेरी भांजी तू तो कमाल की

निकली यानी की छिनाल की बेटी भी छिनाल और चुड़क्कड़ तो मैने कहा हां मामू

और मैं तो अम्मी से भी बढ़ कर हूँ इसका अंदाज़ा आपको आज हो जाएगा जब आप

मेरी चूत चोदेन्गे

मामू बोले हां रंडी की औलाद ये तो तेरी बातों से ही पता चल रहा है कि तू

कितनी बड़ी चुड़क्कड़ है और तू मेरे सामने सीधी बनने का नाटक कर रही थी

यहाँ आते ही पहले ही दिन जब तेरी मा मुझसे चुदवाने आई थी तब उसने मुझे

बताया था कि उसने कैसे तुझको ट्रनिंग दी है और कैसे तू अपने बाप और भाई

से अपनी चूत का भोसड़ा बनवा चुकी है बहन की लौदी मुझे चोदना सिखा रही थी

की हार्मन्स की कमी के मारे मेरी बीवी की चूचियाँ बड़ी नही हुई ये क्यों

नही कहती की तेरी तराह वो हर वक़्त लंड खाने की आदि नही है..

बहन की लॉडी आज तुझे ऐसे चोदुन्गा कि तू अपने बाप और भाई को भूल जाएगी चल

कपड़े उतार और आ जा मैदान मे देखूं कितना दम है तुझमे? मैं बहुत देर से

मामू की बात बाद सुन रही थी उनका लंड ज़ोर से दबाती बोली साले बहन चोद

भद्वे मैं भी देखूँगी कि तू खाली बाते ही करना जानता है या तेरे लंड मे

कुछ दम...खम भी है.

मैं भी मामू से खुल्ल गयी और उनको इस तराह उकसाया कि वो मेरी चूत की

धज्जियाँ उड़ाने को तुरंत तैयार हो गये और फिर फटा फट उन्होने अपना

तहमद(लूँगी) और बनियान उतार कर सिर्फ़ अंडरवेर मे रह गये और मेरे कपड़ों

के उपर से ही मेरी चूची मसल कर दबाने लगे मैने उनकी उभरी हुई अंडरवेर पे

हाथ रखा और लंड को सहलाने लगी जो कि पूरी तराह फननाया हुआ था और बाहर आने

को पूरी तराह से बेताब था मैने मामू जान की निक्कर भी खीच दी उनका लंड

खड़ा होकर सलामी देने लगा उन्होने भी मेरी कुरती और सलवार उतार दी अब मैं

ब्रा और पैटी मे रह गयी तो उन्होने अपने दाँत मेरी पॅंटी पर लगाए और

पॅंटी खीच दी मैं नंगी हो गयी और वो अपने होटो से मेरी चूत को चूमने लगे

और ब्रा के उपर से चूची दबा रहे थे मैने कहा मामू जान ज़रा जोश के साथ

चुदाई कीजिए गा आज बहुत दिन के बाद किसी से चुदवाने जा रही हूँ तो वो

बोले मेरी प्यारी भांजी अभी तुम्हारे होश उड़ाता हूँ

और उन्होने मेरी ब्रा भी खीच कर उतार फेकि अब हम दोनो बिल्कुल नंगे हो

चुके थे तब मामू बोले हां तो मेरी प्यारी भांजी अब बता तुझे किस आसन से

चोदु? तो मैने कहा जिस भी आसन से चाहो चोदो पर मुझे पूरी तसल्ली मिलनी

चाहिए मामू बोले अर्रे बहन की लॉडी जब मैं तेरी मा को पूरी तसल्ली देता

हूँ तो भला तू क्या चीज़ है आख़िर पैदा तो उसी की भोसड़ी से हुई है ना ?

मैं बोली अच्छा अब ज़्यादा बद्चोदि ना करो आग लगी है चूत मे जल्दी से

ठंडी करो तो मामू बेड के नीचे उतर के बैठ गये और मुझसे बोले चलो जल्दी से

खड़ी हो जाओ जब मैं खड़ी हुई तो उन्होने मेरे 2नो पैर अपने कंधों पे रखने

को कहा मैं डर रही थी पर डरते...डरते भी मैने किसी तराह पैर उनके कंधों

पे रख ही दिए और जब मैने अपने पैर मामू के कंधों पे रखे तो मामू जान का

चेहरा मेरी चूत के पास आ गया जिसे वो चूमने लगे और कुछ देर चूमने के बाद

वो खड़े होने लगे तब मेरी गांद फटने लगी मैने कहा मामू जान क्या मुझे

गिरओगे मुझे बहुत डर लग रहा है उतारो मुझे पता नही आप मेरा वजन ले कर

खड़े भी हो पाओगे या नही...?

तो मामू बोले अर्रे भांजी ज़रा सब्र तो कर मैं तेरी अम्मी को भी इसी तराह

ले कर खड़ा हो जाता हूँ तो तू तो फूल की तराह हल्की है और फिर वो सही मे

किसी पहलवान की तराह खड़े हो गये और अब मेरे दोनो पैर उनके सर के बीच मे

थे और वो मुझे किसी गुड़िया की तराह लेकर मेरी चूत चूम रहे थे मैं उनके

सर को अपनी चूत पे दबाए ले रही थी तब ही उन्होने अपनी जीभ बाहर निकाल कर

चाटना सुरू कर दिया इस पोज़ मे चूत की चुसाई से मुझे जन्नत का मज़ा मिल

रहा था बहुत देर तक मामू जान इसी तराह से चूत को चाट ते रहे और अपनी जीभ

को मेरी चूत मे घुसेड कर अंदर बाहर करते रहे अब तो मैं पूरी तराह से

मस्तिया गयी थी उनके कंधों पर ही अपने चूतड़ उछालने लगी तब ही उन्होने एक

और हरामी पने का कारनामा करा और मुझसे बोले तब्बू तुम ऐसे ही बैठे...बैठे

घूम जाओ मैं समझ नही पाई कि वो क्या चाहते है तब वो बोले मैं काहता हूँ

तुम भी मेरा लंड चूसो तो मैने कहा इसमे क्या दिक्कत है अभी लेटो ज़मीन पर

मैं चूस्ति हूँ आपका लंड तो वो बोले अर्रे मेरी रांडो ऐसे तो कोई भी लंड

चूस लेगी तुम मज़ा तो तब है जब अपना सर नीचे ले जाकर मेरा लंड चूसो और

मैं तेरी चूत इसी तराह चूस्ता रहूं तब मैने कहा अगर गिर गयी तो गांद ही

फट जाएगी मेरी तो तो मामू बोले तू मुझ पे भरोसा कर सकती है मैं तुझे

गिरने नही दूँगा तब मैं उनके उपर बैठे ही बैठे पलट गयी अब मेरी टांगे

मामू के सर के पीछे की तरफ थी और मैं नीचे की तरफ झुकने लगी मेरा चेहरा

उनके लंड के बिल्कुल करीब आ गया तब मैने उनका लंड अपने हाथ मे लिया और

सहलाने लगी मगर मुझे इस तराह बहुत डर लग रहा था कि कहीं मामू जान मुझे

छोड़ ही ना दे और मैं धदाम से सर के बल ज़मीन पे गिरू मगर जब इस तराह

मामू मेरी चूत चूस रहे थे तब मुझे और भी मज़ा आ रहा था और फिर मैं भी कुछ

देर तक लंड सहलाने के बाद उसको अपने मूह मे भर कर चूसने लगी और इस तराह

हम लोग बहुत देर तक चूसा....चासी करते रहे कुछ देर मे ही मामू जान मेरे

मूह मे झड़ने लगे और उनकी टांगे कपकापाने लगी उनकी टांगे कपकापाते देख

मेरे होश ही उड़ गये मगर उनके लंड का रस इतना मज़ेदार था कि मैं छोड़ना

भी नही चाहती थी और एक वजह ये भी थी की मैं भी अब झड़ने ही वाली थी तो

मैं आज इस तराह से चूत चूसाने का मज़ा भी लेना चाहती थी

rajaarkey
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Re: हमाम मे सब नंगे थे

Unread post by rajaarkey » 12 Nov 2014 15:57

और कुछ ही देर मे मैं भी झार, झारा कर झड़ने लगी और मेरा रस मामू किसी

रसमलाई की तराह चूस कर पी रहे थे और फिर उन्होने मुझे बहुत इतमीनान से

बेड पर लिटाया और बोले वाआह मेरी भांजी तेरी चूत का रस तो बहुत जायकेदार

है इतना जायका तो तेरी अम्मी यानी की मेरी बहन भी नही देती तो मैं बोली

यही बात आप पर भी लागू होती है इतना मज़ेदार पानी है आपके लंड का कि मेरे

अब्बू और भाई मिल कर भी बराबरी नही कर सकते और फिर हम लोग वहीं बेड पर

लेट गये मेरी चूत अभी भी गीली थी और उनका लंड भी गीला ही था तो मैने कहा

मामू अभी भी चूत गीली है इसे सूखा तो दीजिए और उनके चेहरे के उपर अपनी

बुर रख कर बैठ गयी तो वो बोले वाआह बहन की लॉडी अपनी चूत गीली होने की

बड़ी फिकर है और यहाँ देख मेरा बम्बू भी तो गीला है इसे कौन तेरी अम्मा आ

कर सॉफ करेगी...? तब मैं हस्ते हुए उल्टी होकर लेट गयी यानी कि अपनी चूत

उनके मूह की तरफ और अपना मूह उनके लंड की तरफ और हम दोनो एक दूसरे की

जगाह को सॉफ करने लगे इस तराह मेरी चूत से थोड़ा सा पानी और निकला पर कुछ

ही देर मे मेरी चूत सीसे की तराह चमकने लगी और मामू का लंड भी सॉफ हो गया

था तब मामू ने कहा हां तो भांजी बता आज मज़ा आया चूत चुसाई का...? तो

मैने कहा हां आज तो वाक़ई बहुत मज़ा आया

तो मामू बोले इसी तराह आज तुमको चूत चुदाई का मज़ा भी आएगा बस तुम देखती

जाओ तो मैने कहा हां मामू अब तो मुझे पूरा यकीन हो गया है कि आज आप मेरी

चूत का बाजा बजा देंगे

मैने कहा मामू जान आप जो भी जिस भी तराह से मेरी चूत चोदना चाहो चोद सकते

हो आपको पूरी छूट है पर हां आप इस गुमान मे मत रहना कि आप मेरी चूत फाड़

डालेंगे आप तो जानते ही है कि अब्बू और भाई जान ने इसका कबाड़ा किया हुआ

है तब भला आपका लंड इसका क्या बिगाड़ेगा... ? तो मामू बोले साली रंडी अब

जब तेरी मा की प्यास तेरे अब्बू के लंड से नही बुझती तो भला दूल्हा भाई

तेरी टाइट चूत की प्यास कैसे बुझा पाते होंगे? मैने कहा अगर आपकी गांद मे

अब्बू का लंड कभी घुस्सा होता तो आपको पता चलता कि कितना मोटा है अब्बू

का लंड आपने कभी देखा भी है या ऐसे ही बाते चोद रहे है...?

मामू बोले मैने कभी तेरे अब्बू का लॉडा देखा तो नही है पर हां तेरी अम्मी

बताती रहती है कि अब उनमे दम नही रहा तो मैं बोली हां बात अगर अम्मी की

है तो अब भला उनको आपके और भाई जान के लंड के आगे भला अब्बू का लंड कहाँ

अच्छा लगेगा जबकि अब्बू के लंड से चुदवा...चुदवा कर चूत का बूम...भोसड़ा

बनवाया है उन्होने और फिर मामू ने मेरी चूची को मसलना सुरू कर दिया उनका

लंड अभी लटका हुआ ही था जिसे मैने अपने हाथ मे भर लिया और सहलाने लगी

जिससे उनका लंड खड़ा होने लगा और फिर मैं भी अब तक काफ़ी गरम हो चुकी थी

तब मामू ने कहा बेटी आज तुझे टाँग उपर करवा कर चोदुन्गा तो मैने कहा इसमे

नया क्या है इस तराह तो मैं कई बार लंड अपनी चूत मे घुस्वा चुकी हूँ तो

मामू बोले अर्रे मेरी प्यारी भांजी तू पूरी बात नही सुनती अभी बस तू

देखती जा मैं किस आसन की बात कर रहा हूँ कभी तेरे बाप ने भी नही चोदा

होगा तुझे चलो ज़मीन पर खड़ी हो जाओ

और मैं नीचे उतर कर खड़ी हो गयी तब मामू आए और मुझे एक टेबल की तरफ ले कर

गये और मेरी एक टाँग उन्होने टेबल पर रख दी जबकि टेबल काफ़ी हाइट की थी

मुझे पैर रखने मे काफ़ी परेसानि हो रही थी पर फिर भी मैने जैसे तैसे एक

पैर उपर रख ही दिया और मामू जान मेरे पीछे से मेरी चूची दबा रहे थे मेरा

एक पैर मेज पर और एक ज़मीन पे था इस पोज़ मे मेरी चूत पूरी तराह से फैली

हुई थी मैं मन ही मन खुस हो रही थी कि मामू तो बेवकूफ़ है भला इस तराह से

मेरी फैली हुई चूत मे उसका लंड किसी बच्चे की नूनी की तराह घुस्स जाएगा

और मुझे पता भी नही चलेगा मामू ने पहले अपने हाथ आगे लाकर मेरी चूत सहलाई

और फिर मुझे थोड़ा सा और झुका कर अपने लंड की टोपी मेरी चूत पर रख कर एक

करारा ताप मारा और उनका लॉडा मेरी चूत मे कचछक से घुस्स गया मेरी आँखें

निकल पड़ी मैने कभी सोचा भी नही था कि जब इस तराह से फैली हुई चूत मे

मामू ने अपना लंड डाला है तब तो इतना दर्द हुआ है अगर कहीं वो मेरी चूत

सिकोड कर अपना लंड अंदर घुसेड़ते तब मेरी क्या हालत होती मगर मेरी

परेसानि अभी और बढ़नी थी क्योंकि मामू ने अब धक्के लगाने सुरू कर दिए थे

और मेरी चूची टेबल से रगड़ रही थी और उनके बदन के बोझ से चूची दबी भी जा

रही थी

क्रमशः.......................


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