प्यास बुझती ही नही compleet

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007
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प्यास बुझती ही नही compleet

Unread post by 007 » 07 Dec 2014 15:33

प्यास बुझती ही नही-1

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और नई कहानी लेकर हाजिर हू अब ये तो आप ही बताएँगे कि मेरी कोशिस

कैसी रही . तो दोस्तो कहानी का मज़ा लो और अपनी प्रतिक्रिया ज़रूर दे

छोड़ो मुझे....सुबह के 4 बज चुके है...और तुम फिर सुरू हो गये......पता है रात से तुम मुझे 3 बार चोद चुके हो...और क्या मेरी जान लेने का इरादा है....याद है डॉक्टर ने क्या कहा था.....सेक्स करना परंतु 1 बार से ज़्यादा...नही..... रश्मि ने ये कहते हुए बेड से उठना चाहा.....परंतु उसका पति राजेश कुमार उसे जाने ही नही दे रहा था.......

राजेश: अरे यार सुबह सुबह मेरा लंड काफ़ी खड़ा रहता है...मैं क्या करू...और उसपर से तुम्हारी ये भारी भारी और मोटी गांद........मैं बेकाबू हो जाता हू....

रश्मि: छीई....कैसी बाते करते है....छोड़ो मुझे...मुझे टाय्लेट जाना है..और वो भाग कर टाय्लेट रूम मैं चली गयी...उसे जाते हुए राजेश देखता रहा.............

राजेश कुमार (28 यर्स) एक सॉफ्टवेर इंजिनियर है, यू पी का रहने वाला है....देल्ही मे अपने भैया और भाभी के साथ रहने आया था.......पढ़ाई और नौकरी यही से की और अब शादी भी उसकी यही हुई.....रश्मि (25 यर्स) एम बी ए स्टूडेंट्स है अभी उसकी एम बी ए ख़तम नही हुई है...और वैसे रश्मि बॅंक मैं काम करना चाहती है....परिवार मैं कुल 4 मेंबर्ज़ है.....ये परिवार देल्ही के एक 2 बी एच के फ्लॅट मे रहता है.....मिड्ल क्लास फॅमिली है...पर सेक्स मे ओपन है.........

राजेश के बड़े भाई राज शर्मा एक डिसपॅन्सी चलाते है सो उनका घर पर ही बिज़्नेस है....उनका कही आना जाना नही होता है..और उसकी वाइफ म्र्स. कमला एक हाउसवाइफ है..........राज और कमला की सेक्सी लाइफ अच्छी चल रही है पर अभी तक कोई बच्चा नही हुआ है...सो अपने छ्होटे भाई को ही बेटा बनाकर पाल पोश रहा था....रश्मि को भी उसी अंदाज से देखता था.....उसने कह रखा था कि बहू को कोई ज़रूरत नही है घूँघट करने की.....जैसे वो अपनी मा के पास रहती थी वैसे ही हमारे पास भी रहेगी.......रश्मि सुरू मे घूँघट करती थी पर वो भी घूँघट करना छोड़ देती है.....कभी कभी वो नाइटी मे ही कई बार राज के सामने आ जाती थी...जिसका किसी ने विरोध नही किया.............बल्कि दो कदम आगे बढ़ कर जब कभी भी राज अपनी वाइफ के लिए इन्नर-वेअर लाता था तो रश्मि के लिए भी ले आता था.....रश्मि ये देख कर शर्मा जाती थी...पर आश्चर्य करती थी कि मेरा फिगर इन्हे कैसे पता....??? ब्रा और पॅंटी एक दम फिट बैठता था....पर वो मुस्कुरा देती...बोलती कुच्छ नही..........

कई दफ़ा घर मे ऐसा भी होता था कि रश्मि के सामने ही मज़ाक मज़ाक मे राज कमला को बाँहो मे ले लेता था और किस कर देता था...रश्मि ठहाका मार कर हस देती थी या शर्मा कर अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लेती थी...पर उसे बुरा नही लगता था.....कमला भी ओपन माइंडेड लेडी थी.....सिचुयेशन को इस तरह हॅंडल करती थी की कही से फुहार्ता ना आई..........

एक रात, डिन्निंग टेबल पर राजेश ने राज से कहा:

राजेश: भैया...कल से रश्मि का एम बी ए का एग्ज़ॅम सुरू होने वाला है...मेरे पास टाइम नही है कि इसे कॉलेज छोड़ आऊ और वापस घर ले आऊ....क्या आप समय निकालकर छोड़ कर नही आ सकते.

रश्मि: तुम क्यो नही जा सकते.....मेरे लिए टाइम नही है और उस रंभा की बच्ची के लिए पूरा का पूरा टाइम है....है ना?????

राजेश: रश्मि ...समझने की कोशिश करो....मेरे ऑफीस मैं इनस्पेक्षन है.....और काम पूरा नही हुआ है......नौकरी भी जा सकती है.....

रश्मि: रहने दो...मैं अकेली चली जाऊंगी...ऑटो करके...

राज: अरे भाई.....लड़ाई मत करो...मैं चला जाऊँगा......रश्मि बताओ.....पेपर का टाइमिंग क्या है.

रशमी: जो....वो 2.00 पीयेम से है

राज: भाई वाह....दोपहर मे हमे भी खाना खाने के बाद मंडी से दवाई लाना पड़ता है.......तुम्हे छोड़ते हुए चला जाउन्गा और आते वक़्त लेता आउन्गा...पर उसके लिए तुम्हे टिप्स देनी होगी

रश्मि: शरमाते हुए...हा बोलिए आपको क्या चाहिए.

राज: बस एक छ्होटी सी चाय...और वो भी तुम्हारे हाथो की.

कमला: अरे अब कितनी बार चाय पियोगे...और फिर डिन्नर के बाद नही पीते....कोई ज़रूरत नही

राज: तुमसे किसने कहा परामर्श लेने के लिए...ये तो मेरे और बहू के बीच की बात है

रश्मि: मैं अभी लाई.....तुम लोगे???

राजेश: नही...मैं जा रहा हू.....स्टडी रूम मे....और वो चला गया

रश्मि भी किचन मे चली गयी....

कमला: तुम ना.................???

राज: अरे भाई .....सेवा करूँगा तो मेवा मिलनी चाहिए या नही???

कमला..: मुस्कुरा दी....देखा...मैं कैसी देवरानी लाई हू.....तुम्हे तो पसंद ही नही था

राज: क्या करू??? जब से मा-पापा गुज़रे है....घर की ज़िम्मेदारी संभाली है तो मैं भूल ही गया कि सही क्या है और ग़लत क्या है?

कमलल: मेरा कहने का ये मतलब नही था... आप भी अपनी जगह पर सही थे

राज: लो भाई चाय आ गयी...........बेटे अब तुम जाओ....कल का एग्ज़ॅम का रेविजन कर लो....वाइ दा वे कौन सा सब्जेक्ट है....:

रश्मि: जी.....एच आर (इंडस्ट्रियल एंवोल्वेमेंट)

राज: अब मुझे तो इस बारे मे पता नही.... पर ये पता है कि एच आर का काम इंडस्ट्री को कैसे रन कराया जाता है....एच आर मॅनेजर बनते है

रश्मि: आप सही कह रहे है....मुझे एच आर मॅनेजर ही बनना है......देखिए पेपर कैसा जाता है

राज: अच्छा ही जाएगा.....बस धैर्य की ज़रूरत है....कॉन्सेप्ट क्लियर रखो ...सब ठीक हो जाएगा

जाओ.....गुड नाइट....और वो चाय पीने लगा...................................रश्मि भी अपने बेड रूम मे चली गयी.....

रश्मि को राज से बात करने मे मज़ा आता था......उसे किसी आंगल से भी फुहार्ता नही दिखती थी......राज का सावला चेहरा, परसोनालिटी, स्वाभाव और समझाने का तरीका उसे प्रभावित करता था..........वैसे राजेश भी कुच्छ कम नही था...ही ईज़ गुड हज़्बेंड......कभी किसी चीज़ की कमी नही होने देता था......रश्मि को कभी भी उँची आवाज़ मे नही बोलता था....बस अपनी विवस्ता बता देता था...........उसकी एक आदत थी कि ऑफीस मे कुच्छ भी घटना घटी हो अपनी वाइफ को ज़रूर बताता था...चाहे वो घटना अफीशियल हो या पार्सनल हो.....अगर किसी लड़की से फ्लर्ट भी करता था तो भी बता देता था......वो कहता था कि "वाइफ बिकम्स ए गुड फ्रेंड" अगर समय पर बुरी से बुरी भी बात बता दी जाए तो ग़लत नही होगी.....

कमला वही पर उन्घ्ने लगी......कमला भी अपने बेडरूम मैं चली गयी......चाय पी कर राज पहले बाथरूम गया...और पेशाब करके वो भी अपने बेडरूम मे चला गया................................... राज की आदत थी कि जब तक वो एक बार चोद ना ले उसे नींद नही आती थी...और अगर उसकी वाइफ मना करे तो बाथरूम मैं जा कर मूठ मार लेता था...तब उसे नींद आती थी.......पर वो सेक्स मे काफ़ी ओपन था. कमला भी कोई कम नही थी....उसके सिमिलर भी कमला जैसे थे...वो तो शादी से पहले से ही चुदाइ कराया करती थी....2 बार ओबॉर्षन करवा चुकी थी..जिसका राज को भी पता था......पर कभी उसने ऑब्जेक्षन नही किया....परंतु और भी प्यार से कमला को रखने लगा था.....ये था हमारा राज.......

रात मे कमला को चोद्ने के बाद राज सो गया .......सुबह जल्दी ही उठ गया और वो लॉबी मे टहलने लगा...कि वो झुका तो देखा कि रश्मि सो रही है बिल्कुल नंगी...उसके माथे पर पसीना और करंट सा लगा. वो चाह रहा था कि यहा से चला जाए...पर दिमाग़ कुच्छ और चाह रहा था...उसने पर्दे को हटा कर गौर से देखा....राजेश करवट बदल कर सो रहा और और रश्मि उसके ऑपोसिट............दोनो बिल्कुल नंगे....एक सफेद चादर थी जो रश्मि की आधी गांद को धक रखी थी....चुचिया बिल्कुल नंगी.....राज की आँखो के सामने दिख रहा था......वो गौर से देख रहा था.........आज पता नही राज को क्या हो गया था.....

इससे पहले भी कई दफ़ा रश्मि को अर्ध-नग्न देखा था पर आज तो बिल्कुल नंगी देख लिया....तभी किसी के आने की आहट हुई वो पर्दे से दूर हट गया और दातुन करने लगा. शायद कमला भी उठ गयी थी........वो भी कुच्छ काम ले कर लॉबी मे आ गयी......

कमला: तुम मुँह हाथ धो लो...मैं चाय बना देती हू

राज: मैं जा रहा हू नहाने......तुम चाय और नाश्ता बना दो....दुकान खोलनी है

कमला: अभी तो 6 ही बजे है...दुकान तो 9 बजे खोलते हो

राज: अरे एक ग्राहक आने वाला है...फोन आया था...उसकी जोरू को बच्चा हुआ है...सो दवाई लेनी है...

कमला: तो ठीक है तुम नहा लो....अभी चाय और नाश्ता बना देती हू

राज सिर झुकाए वन्हा से चला गया........उसे एग्ज़ाइट्मेंट हो रही थी...लंड ने काफ़ी बिकाराल रूप धारण कर रखा था....वैसे उसने रात मे चुदाई की थी...पर ना जाने रस्मी देखकर वो क्यो एरॅक्ट हो गया...................ये तो वो ही जाने

बाथरूम मे आने के बाद अपने सारे कपड़े खोल कर सबसे पहले मूठ मारी.....आज पहली बार मूठ मारते समय रश्मि का चेहरा याद करके मूठ मारी.....करीब 5 मिनट के बाद उसका गरम और गाढ़ा वीर्य पिचकारी की तरह बाथरूम की दीवार पर गिरा...........वो आँखे मुन्दे हुए उस पल का मज़ा लेने लगा.....जब आँखे खुली...और तूफान शांत हुआ तो उसने दीवार को देखा....तो दंग रह गया.....वो डर गया...कही कमला देख लिया तो तिल का ताड़ बना देगी....उसने पास ही पड़ी एक पॅंटी से उस जगह की सफाई की फिर नहा धो कर बाहर आ गया.....

नाश्ता तैयार था.....वो अकेले ही जैसे तैसे नाश्ता किया और फिर निकल गया.....वो कमला को बोल दिया.....खाना मत लाना मैं 12.30 पर आउन्गा...घर पर ही खाउन्गा उसके बाद बहू को कॉलेज पहुँचा दूँगा....उसे कहना तैयार रहे.............................

कमला: ठीक है.....................और हां आते वक़्त आम ले आना 2 किलो.

राज: मुस्कुराते हुए...ठीक है...अब तो आम से ही संख फुंकना पड़ेगा

कमला: मुस्कुरा दी........................बाइ

महेश: बाइ डार्लिंग....................

करीब 3 घंटे, के बाद राज घर आया....अपनी बाइक घर के बाहर लगा कर घर आया...

राज: कमला....खाना लगाओ.....मुझे दवाई लाने जाना है...रश्मि तैयार हुई क्या

रश्मि: जी......भैया..... (रश्मि राज को भैया ही कहा करती थी) ठीक है आओ खाना खाते है... थोड़ी देर मे ही खाना लग गया.......तीनो साथ साथ खाना खाए......राज चोरी छिपे रश्मि को . देख रहा था...वो एक वाइट सूट पहने हुए थी....गोरी तो थी ही......देखने मे अप्सरा लग रही थी....वो बीच बीच मे स्माइलिंग दे देती थी ...जिससे उसके मोतियो जैसे दाँत दिख जाते थे....कमर वाह 36 साइज़ था.............दोस्तो उसे देखने से जूही चावला आक्ट्रेस का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.......................दो रोटी खाने के बाद रश्मि ने कहा....चलिए भैया.........लेट हो जाएँगे....राज भी अपना हाथ धोने नाल पर चला गया...

बाइक पर बैठते ही राज स्टार्ट करके चल दिया.......कमला ने रश्मि को बेस्ट विशस किया और कहा...पेपर अच्छी तरह देना...

रश्मि ने मुस्कुरा कर अभिवादन स्वीकार किया.

थोड़ी देर मैं ही उसके कॉलोनी का अंत हो गया और मैंन रोड पर आ गये....रश्मि अब कंफर्टबल फील करने लगी...क्योकि यहा कोई उसे पहचान नही सकता....वैसे राज के सामने कभी परदा तो किया नही पर....कॉलोनी वालों के डर से करना पड़ता था....क्योकि ये घर राज के मा-पापा का था.....यानी पुस्तैनि..काफ़ी दिन से रहने पर बहुत पुराने जान पहचान हो गये थे.

राज भी कंफर्टबल होते हुए पुछा....अड्मिट कार्ड और पेन पेन्सिल ले ली हो ना

रश्मि: जी भैया.

राज: कब पेपर ख़तम होगा

रश्मि: जी 5 पीयेम

राज: तो ठीक है मैं 5 बजे आजाउन्गा...तुम इस पेड़ के पास मिलना...बाइ बेस्ट ऑफ लक

रश्मि: मुस्कुराते हुए थेक्स.... और चली गयी

राज दूर तक उसे जाते हुए देखता रहा....उसका पिच्छवाड़ा ग़ज़ब का दिख रहा था.....ये सोचते हुए उसका लंड खड़ा हो गया....तभी पिछे एक हॉर्न सुनाई दिया....वो चौंक गया और अपनी बाइक स्टार्ट कर चला गया

आज पहली बार उसके मन मे रश्मि के लिए प्यार जगा था.. पहली बार उसके फिगर को गौर से देखा. अपने छ्होटे भाई की बीबी को यूँ देखने से वो भी चौक गया और शर्मा कर वन्हा से चल पड़ा…..अपनी घड़ी की तरफ देखते ही कहा….ओह…माइ गॉड…..9.30 हो गये….जल्दी से शॉप खोलना होगा…..और वो बाइक स्टार्ट कर के चला गया…………

करीब 20 मिनट मे वो शॉप पर आ गया……स्टाफ पहले से ही दुकान खोल चुक्का था…….

राज: अरे यार डॉक्टर. नेहा शर्मा आ गयी क्या???

भोला: जी सर…वो तो कब से बैठी है….आप को 2 बार पुच्छ रही थी……

राज: क्या करता…..रश्मि को कॉलेज छोड़ना था…एग्ज़ॅम है उसका

भोला: भाभी का एग्ज़ॅम है??? किस चीज़ का?

राज: एम बी ए कर रही है……मैं 4.30 पर चला जाऊँगा…उसे रिसीव करने… ठीक है सर आप डॉक्टर. नेहा से मिल ले...तब तक मैं ग्राहको को देखता हू

राज डॉक्टर. नेहा के काबिने मैं चला गया….

डॉक्टर. नेहा एक गाइनकॉलजिस्ट है और राज की शॉप की बगल मे ही उनकी डिसपेनसरी है…और राज की रिस्ते मे साली है……………………..ये 28 य्र्स ओल्ड अनमॅरीड है और वही पर उसका घर भी है…..राज की वाइफ और डॉक्टर. नेहा सग़ी बहन है……डॉक्टर. नेहा की शादी के लिए लड़का देखा जा रहा है….कई लड़के वाले डॉक्टर. नेहा को देखने आए…..कुच्छ तो नेहा को पसंद नही और कुच्छ लड़के वालो की माँगे……. इसी वजह से नेहा की शादी 2 साल से टाली जा रही है…पर अब लगता है डॉक्टर. नेहा का सब्र का बाँध टूट रहा है….उसकी ईगरनेस्ष शादी के प्रति ज़्यादा तेज हो चुकी है…और हो भी क्यो नही…..उम्र का तक़ाज़ा है….पहले तो पढ़ाई, फिर राहुल से प्यार, फिर तकरार….अब लड़के की सर्चिंग…………………………परंतु उसे राज बहुत अच्छा लगता था…..काश अगर वो कमला का हज़्बेंड ना होता तो उसी से ही शादी करती …पर क्या करे….वैसे भी हसी और मज़ाक तो चलता ही रहता है….कई दफ़ा दोनो सिनिमा भी गये है…घूमने भी गये है….पर शारीरिक सम्बन्ध अभी तक नही हुए है…..

राज: गुड मॉर्निंग मेडम

डॉक्टर. नेहा: गुड……म…………. गुड आफ्टरनून कहो……क्या है ये…कहाँ थे….कब से ट्राइ कर रही हू…फोन भी स्विच-ऑफ किए हुए हो…..

राज:मेडम… रश्मि को कॉलेज छोड़ने गया था…आज से म ब आ का एग्ज़ॅम है

डॉक्टर. नेहा: रश्मि का बड़ा ख्याल है आपको….कही कुच्छ????

राज: क्या कह रही है….वो मेरी बहू है….

डॉक्टर. नेहा: अरे बहू है तो क्या हुआ…औरत तो है

राज: क्या मेडम…..??? तुम भी…..छोड़िए ये बताइए क्या चल रहा है…

डॉक्टर. नेहा: कुच्छ नही…अभी एक ऑपेरेशन है….तुम्हारा साथ चाहिए

राज: ठीक है…मैं तैयार हू पर 4 बजे तक ही आपको सेवा दे पाऊँगा……4.30 पर निकल जाउन्गा….रश्मि को लाना जो है.

डॉक्टर. नेहा: ठीक है बाबा…..चलो…ऑपेरेशन थियेटर.और वो डिसपेनसरी के पीछे ऑपेरेशन थियेटर मैं घुस गये……..

राज को आनेस्तीसिया देना आता है…पेशेंट को ऑपेरेशन से पहले आनएथेसिया (बेहोस किया जाता है) वो काम राज अच्छी तरह कर सकता है……वैसे राज बी.फ़ार्मा की पढ़ाई कर चुक्का है…..नौकरी करना उसे पसंद नही था…सो वो डॉक्टर. नेहा के कहने पर ही मेडिकल शॉप खोला था.

ऑपेरेशन थियेटर मे मात्र 4 स्टाफ थे और ये दोनो…..जीजा –साली

ऑपेरेशन के लिए एक 40 य्र्स ओल्ड लेडी को लाया गया जिसका यूटरस को निकालना था…..

उसे देखते ही राज ने डॉक्टर. नेहा को बोला

राज: डॉक्टर. शहाब….उनका किस चीज़ का ऑपेरेशन है?

डॉक्टर. नेहा: यूटरस का???

राज: यूटरस मे क्या हो गया

डॉक्टर. नेहा उसे देखते हुए….सड़ गया है…..निकालना है

राज: कैसे?

डॉक्टर. नेहा: हमे क्या मालूम?

राज: तुम तो जानती हो…डॉक्टर. जो हो

डॉक्टर. नेहा: अरे भाई….सीधी सी बात है…..धुआ-धार बॅटिंग करोगे तो पिच ऑफ उखरेगी ही…इस मेडम को 4 बच्चे है और 2 अबॉर्षन करवाया है….यूटरस सड़ गया…निकालना ज़रूरी है….समझे?

राज: हाअ…. और तुम्हारा यूटरस? ठीक है ना

डॉक्टर. नेहा: व्हाट???? क्या कहा….?? तब तक एक नर्स कॅबिन मे आ गयी और बोली…मेडम ऑपेरेशन थियेटर तैयार है….प्लीज़ कम

डॉक्टर. नेहा राज को आँखे तरेरते हुए वन्हा से चली गयी…पीछे पिछे राज भी ऑपेरेशन थियेटर मे घुस गया ……

पेशेंट्स को प्राइमरी चेक-अप करने के बाद अनेस्तेटिक मोस्ट पहना दिया गया उर उस पेशेंट पर आनएस्तेसिया चढ़ना सुरू हो गया…..पेशेंट नींद की आगोस मे सो गयी……..

राज: ये लो मेडम करो ऑपेरेशन …अब ये 5 घंटे तक बेहोस रह सकती है….सो हरी अप…..मेरा काम हो गया मैं चलता हू….बाइ

डॉक्टर. नेहा मुस्कुराते हुए उसे देखती रही….फिर वो अपने काम मे लग गयी…..

क्रमशः................................


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Re: प्यास बुझती ही नही

Unread post by 007 » 07 Dec 2014 15:36



Chodo mujhe....subah ke 4 baj chuke hai...aur tum phir suru ho gaye......pata hai raat se tum mujhe 3 bar chod chuke ho...aur kya meri jaan lene ka iraada hai....yaad hai doctor ne kya kaha tha.....sex karna parantu 1 bar se jyada...nahi..... rashmi ne ye kahte hue bed se uthna chaha.....parantu uska pati rajesh kumar use jaane hi nahi de raha thaa.......

rajesh: are yaar subah subah mera lund kaafi khada rahta hai...main kiya karu...aur uspar se tumhari ye bhari bhari aur moti gaand........main bekabu ho jata hu....

rashmi: chhiiii....kaisi baate karte hai....chodo mujhe...mujhe toilet jana hai..aur wo bhag kar toilet rum main chali gayee...use jaate hue rajesh dekhta raha.............

rajesh kumar (28 yrs) ek software engineer hai, u p ka rahne wala hai....delhi main apne bhaiya aur bhabhi ke saath rahne aya tha.......padhai aur naukri yahi se ki aur ab shaadi bhi uski yahi hue.....rashmi (25 yrs) M B A students hai abhi uski m b a khatam nahi huee hai...aur waise rashmi bank main kaam karna chahti hai....pariwar main kul 4 members hai.....ye pariwar delhi ke ek 2 b h k flat main rahta hai.....middle class family hai...par sex main open hai.........

Rajesh ke bade bhai Raj sharma ek dispansary chalate hai so unka ghar par hi business hai....unka kahi aana jana nahi hota hai..aur uski wife Mrs. Kamla ek housewife hai..........Raj aur kamala ki sexy life achchi chal rahi hai par abhi tak koi bachcha nahi hua hai...so apne chhote bhai ko hi beta banakar pal posh raha tha....rashmi ko bhi usi andaj se dekhta tha.....wo kah rakha tha ki bahu ko koi jarurat nahi hai ghunghat karne ki.....jaise wo apni maa ke pas rahti thee waise hi hamare pas bhi rahegi.......rashmi suru main ghunghat karti thee par wo bhi ghunghat karna chod deti hai.....kabhi kabhi wo nighty main hi kai baar Raj ke samne aa jati thee...jiska kisi ne virodh nahi kiya.............balki do kadam aage badh kar jab kabhi bhi Raj apni wife ke liye inner-wear lata thaa to rashmi ke liye bhi le aata tha.....rashmi ye dekh kar sharma jati thee...par aashchary karti thee ki mera figure inhe kaise pata....??? bra aur panti ek dam fit baithta thaa....par wo muskura deti...bolti kuchh nahi..........

Kai dafa ghar main aisa bhi hota thaa ki rashmi ke samne hi majak majak main Raj kamla ko banho main le leta thaa aur kiss kar deta thaa...rashmi thahaka mar kar has deti thee yaa sharma kar apna chehra dusri taraf kar leti thee...par use bura nahi lagta thaa.....kamla bhi open minded lady thee.....situation ko is tarah handle karti thee ki kahi se fuharta na ayee..........

Ek raat, dinning table par rajesh ne Raj se kaha:

rajesh: bhaiya...kal se rashmi ka M B A ka exam suru hone wala hai...mere pas time nahi hai ki ise college chod aaoo aur wapas ghar le aaoo....kya aap samay nikalkar chod kar nahi aa sakte.

rashmi: tum kyo nahi jaa sakte.....mere liye time nahi hai aur us rambha ki bachchi ke liye pura ka pura time hai....hai naa?????

rajesh: rashmi ...samjhne ki koshish karo....mere office main inspection hai.....aur kaam pura nahi hua hai......naukri bhi jaa sakti hai.....

rashmi: rahne do...main akeli chali jaaoongi...auto karke...

Raj: are bhai.....ladai mat karo...main chala jaaoonga......rashmi bataao.....papar ka timing kya hai.

rshmi: jo....wo 2.00 pm se hai

Raj: bhai wah....dopahar main hame bhi khana khane ke baad mandi se dawai lana padta hai.......tumhe chodte hue chala jaunga aur aate waqt leta aaungaa...par uske liye tumhe tips deni hogi

rashmi: sharmate hue...haa boliye aapko kya chahiye.

Raj: bas ek chhoti si chaay...aur wo bhi tumhare haatho ki.

kamla: are ab kitni baar chay piyoge...aur phir dinner ke baad nahi pite....koi jaurat nahi

Raj: tumse kisne kaha paramarsh lene ke liye...ye to mere aur bahu ke bich ki baat hai

rashmi: main abhi layee.....tum loge???

rajesh: nahi...main ja raha hu.....study room main....aur wo chala gaya

rashmi bhi kitchen main chli gayee....

kamla: tum naa.................???

Raj: are bhai .....sewa karunga to mewa milni chahiye yaa nahi???

Kamla..: muskura di....dekha...main kaisi dewrani layee hu.....tumhe to pasand hi nahi tha

Raj: kya karu??? jab se maa-papa gujre hai....ghar ki jimmedari sambhali hai to main bhul hi gaya ki sahi kya hai aur galat kya hai?

kamlal: mera kahne ka ye matlab nahi tha... aap bhi apni jagah par sahi the

Raj: lo bhai chay aa gayee...........bete ab tum jaao....kal ka exam ka revision kar lo....wi the way kaun sa subject hai....:

rashmi: ji.....H R (Industrial envolvement)

Raj: ab mujhe to is bare main pata nahi.... par ye pata hai ki H R ka kam industry ko kaise run karaya jata hai....H R Manager bante hai

rashmi: aap sahi kah rahe hai....mujhe H R Manager hi banna hai......dekhiye papar kaisa jata hai

Raj: achha hi jayega.....bas dhairya ki jarurat hai....concept clear rakho ...sab theek ho jayega

jaao.....good night....aur wo chay pine laga...................................rashmi bhi apne bed room main chali gayee.....

rashmi ko Raj se baat karne main maja aata thaa......use kisi angle se bhi phuharta nahi dikhta thaa......Raj ka sawla chehra, parsonality, swabhaw aur samjhane ka tarika use prabhawit karta thaa..........waise rajesh bhi kuchh kam nahi thaa...hi is good husband......kabhi kisi cheej ki kami nahi hone deta thaa......rashmi ko kabhi bhi unchee awaz main nahi bolta....bas apni viwasta bata deta thaa...........uski ek adat thi ki office main kuchh bhi ghatna ghati thee apni wife ko jarur batata thaa...chahe wo ghatna official ho ya parsonal ho.....agar kisi ladki se flirt bhi karta thaa to bhi bata deta thaa......wo kahta thaa ki "wife becomes a good friend" agar samay par buri se buri bhi baat bata di jaye to galat nahi hogi.....

Kamla wahi par unghne lagi......kamala bhi apne beDoctoroom main chalee gayee......chay pee kar Raj pahle bathroom gaya...aur peshab karke wo bhi apne beDoctoroom main chala gaya................................... Raj ko adat thi ki jab tak wo ek bar chod na le use neend nahi aati thee...aur agar uski wife mana kare to bathroom main ja kar muth mar leta thaa...tab use neend aati thee.......par wo sex main kaafi open tha. Kamla bhi koi kam nahi thee....uske similar bhi kamla jaise the...wo to shaadi se pahle se hi chudaai karaya karti thee....2 bar obortion karwa chuki thee..jiska Raj ko bhi pata thaa......par kabhi usne objection nahi kiya....parantu aur bhi pyar se kamla ko rakhne laga thaa.....ye thaa hamara Raj.......

raat main kamla ko chodne ke baad Raj so gaya .......subah jaldi hi uth gaya aur wo lobby main tahalne laga...ki wo jhaka to dekha ki rashmi so rahi hai bilkul nangi...uske maathe par pasina aur currnet sa laga. wo chah raha tha ki yaha se chala jaye...par dimag kuchh aur chah raha tha...wo parde ko hata kar gaur se dekha....rajesh karwat badal kar so raha aur aur rashmi uske opposite............dono bilkul nange....ek safed chadar tha jo rashmi ke aadhi gaand ko dhak rakha tha....chuchiya bilkul nangi.....Raj ke aankho ke saamne dikh raha tha......wo gaur se dekh raha tha.........aaj pata nahi Raj ko kya ho gaya hta.....

isse pahle bhi kai dafa rashmi ko ardh-nagn dekha thaa par aaj to bilkul nangi dekh li....tabhi kisi ke aane ki ahat hue wo parde se dur hat gaya aur datun karne laga. shayad kamla bhi uth gayee thee........wo bhi kuchh kaam le kar lobby main aa gayee......

kamla: tum munh haath dho lo...main chay bana deti hu

Raj: main jaa raha hu nahane......tum chay aur nasta bana do....dukan kholni hai

kamla: abhi to 6 hi baje hai...dukan to 9 baje kholte ho

Raj: are ek grahak aane wala hai...phone aya tha...uske joru ko bachcha hua hai...so dawai leni hai...

kamla: to theek hai tum naha lo....abhi chay aur nasta bana deti hu

Raj sir jhukaye wanhaa se chala gaya........use excitement ho rahi thee...lund kafi bikral rup dharan kar rakha thaa....waise wo raat main chudai ki thee...par naa jane rasmi dekhkar wo kyo eract ho gaya...................ye to wo hi jane

bathroom main aane ke baad apna sara kapra khol kar sabse pahle muth mara.....aaj pahli baar muth marte samay rashmi ka chehra yaad karke muth mara.....karib 5 min ke baad uska garam aur gadha veerya pichkari ki tarah bathroom ki diwar par giri...........wo ankhe munde hue us pal ka maja lene lag.a....jab aankhe khuli...aur tufan sant hua to usne deewar ko dekha....to dang rah gaya.....wo dar gaya...kahi kamla dekh liya to teer ke taad bana degi....wo pas hi padi ek panti se us jagah ki safai ki phir naha dho kar bahar aa gaya.....

nasta taiyaar thaa.....wo akele hi jaise taise nasta kiya aur phir nikal gaya.....wo kamla ko bol diya.....khana mat lana main 12.30 par aaungaa...ghar par hi khaunga uske baad bahu ko college pahuncha dunga....use kahna taiyaar rahe.............................

kamla: theek hai.....................aur haa aate waqt aam le aana 2 kg.

Raj: muskurate hue...theek hai...ab to aam se hi sankh phunkna padega

kamla: muskura di........................bye

mehesh: bye darling....................

karib 3 hrs, ke baad Raj ghar ayaa....apni bike ghar ke bahar laga kar ghar aya...

Raj: kamala....khana lagao.....mujhe dawai lane jana hai...rashmi taiyaar hue kya

rashmi: ji......bhaiya..... (rashmi Raj ko bhaiya hi kaha karti thee) theek hai ayoo khana khate hai... thodi der main hi khana lag gaya.......theeno saath saath khana khaye......Raj chori chhipe rashmi ko watch kar raha thaa...wo ek white suit pahne hue thee....gori to thee hi......dekhne main apsara lag rahi thee....wo bhich bich main smiling de deti thee ...jisse uske motiyo jaisi taant dikh jate the....kamar wah 36 size thaa.............dosto use dekhne se JUHI CHAWLA actress ka andaza lagaya ja sakta hai.......................do roti khane ke baad rashmi ne kaha....chaliye bhaiya.........der ho jayenge....Raj bhi apna haath dhone nal par chala gaya...

Bike par baithte hi Raj start karke chal diya.......kamla ne rashmi ko best wishes kiya aur kaha...papar achchi tarah dena...

rashmi ne muskuar kar abhiwadan sweekar kiya.

thodi der main hi uske colony ka ant ho gaya aur mainn road par aa gaye....rashmi ab comfortable feel karne lagi...kyoki yaha koi use pahchan nahi sakta....waise Raj ke saamne kabhi parda to kiya nahi par....colony walon ke dar se karna padta thaa....kyoki ye ghar Raj ke maa-papa ka thaa.....yaani pustaini..kaafi din se rahne par bahut purane jaan pahchan ho gaye the.

Raj bhi comfortable hote hue puchha....admit card aur pen pencil le li ho na

rashmi: ji bhaiya.

Raj: kab papar khatam hoga

rashmi: ji 5 pm

Raj: to theek hai main 5 baje aajaaungaa...tum ye ped ke pas milna...bye best of luck

rashmi: muskurate hue thnx.... aur chali gayee

Raj dur tak use jate hue dekhta raha....uska pichhwada gazab ka dikh raha thaa.....ye sochte hue uska lund khada ho gaya....tabhi pichhe ek horn sunayee dia....wo chaunk gaya aur apni bike start kar chala gaya

Aaj pahli baar uske man main rashmi ke liye pyar jaga tha.. pahli baar uske figure ko gaur se dekha. Apne chhote bhai ki bibi ko yun dekhne se wo bhi chauk gaya aur Sharma kar wanhaa se chal pada…..apni ghadi ki taraf dekhte hi kaha….oh…my god…..9.30 ho gaye….jaldi se shop kholna hoga…..aur wo bike start kar ke chala gaya…………

Karib 20 min main wo shop par aa gaya……staff pahle se hi dukan khol chukka thaa…….

Raj: are yaar Doctor. Neha Sharma aa gayee kya???

Bhola: jee sir…wo to kab se baithi hai….aap ko 2 bar puchh rahi thee……

Raj: kya karta…..rashmi ko college chodna tha…exam hai uska

Bhola: bhabhi ka exam hai??? Kis chij ka?

Raj: M B A kar rahi hai……main 4.30 par chala jaaoonga…use receive karne… theek hai sir aap Doctor. neha se mil le...tab tak main grahako ko dekhta hu

Raj Doctor. neha ke cabine main chala gaya….

Doctor. neha ek gynaecologist hai aur Raj kee shop ke bagal main hi unki dispensary hai…aur Raj kee riste main saali hai……………………..ye 28 yrs old unmarried hai aur wahi par uska ghar bhi hai…..Raj ki wife aur Doctor. neha sagi bahan hai……Doctor. neha ke shadi ke liye ladka dekha ja raha hai….kai ladke wale Doctor. neha ko dekhne aaye…..kuchh to neha ko pasand nahi aur kuchh ladke walo ki mange……. Isi wajah se neha ki shaadi 2 saal se taali jaa rahi hai…par ab lagta hai Doctor. neha ka sabr ka bandh tut raha hai….uski eagernessh shaadi ke prati jyada tej ho chuki hai…aur ho bhi kyo nahi…..umr ka takaja hai….pahle to padhaai, phir rahul se pyar, phir takrar….ab ladke ki searching…………………………parantu use Raj bahut achha lagta thaa…..kaash agar wo kamla ka husband na hota to usi se hi shaadi karti …par kya kare….waise bhi hasi aur majak to chalta hi rahta hai….kai dapha dono cinema bhi gaye hai…ghumne bhi gaye hai….par sharirik sambndh abhi tak nahi hue hai…..

Raj: good morning madam

Doctor. Neha: good……m…………. good afternoon kaho……kya hai ye…kahan the….kab se try kar rahi hu…phone bhi switch-off kiye hue ho…..

Raj:madam… rashmi ko college chodne gaya thaa…aaj se M B A ka exam hai

Doctor. Neha: rashmi ka bada khyal hai aapko….kahi kuchh????

Raj: kya kah rahi hai….wo meri bahu hai….

Doctor. neha: are bahu hai to kya hua…aurat to hai

Raj: kya madam…..??? tum bhi…..chodiye ye bataaiye kya chal raha hai…

Doctor. neha: kuchh nahi…abhi ek oparation hai….tumhara saath chahiye

Raj: theek hai…main taiyaar hu par 4 baje tak hi aapko sewa de paaoonga……4.30 par nikal jaaungaa….rashmi ko lana jo hai.

Doctor. Neha: theek hai baba…..chalo…oparation theatre.aur wo dispensary ke peechhe oparation theatre main ghus gaye……..

Raj ko annaesthesia dena aata hai…patient ko oparation se pahle anaethesia (behos kiya jata hai) wo kaam Raj achchi tarah kar sakta hai……waise Raj B.Pharma ki padhai kar chukka hai…..naukri karna use pasand nahi thaa…so wo Doctor. Neha ke kahne par hi Medical Shop khola tha.

Oparation theatre main matr 4 staff the aur ye dono…..jija –shaali

Oparation ke liye ek 40 yrs old lady ko laya gaya jiska uterus ko nikalna thaa…..

Use dekhte hi Raj na Doctor. neha ko bola

Raj: Doctor. shahab….unka kis chij ka oparation hai?

Doctor. Neha: Uterus ka???

Raj: uterus main kya ho gaya

Doctor. Neha use dekhte hue….sad gaya hai…..nikalna hai

Raj: kaise?

Doctor. neha: hame kya malum?

Raj: tum to jaanti ho…Doctor. jo ho

Doctor. Neha: are bhai….shidhi si baat hai…..dhua-dhaar batting karoge to pitch of ukhregi hi…is madam ko 4 bachche hai aur 2 abortion karwaya hai….uterus sad gaya…nikalna jaruri hai….samjhe?

Raj: haaa…. Aur tumhara uterus? Theek hai na

Doctor. Neha: what???? Kya kaha….?? Tab take k nurse cabine main aa gayee aur boli…madam oparation theatre taiyaar hai….please come

Doctor. Neha Raj ko aankhe tarerte hue wanhaa se chali gayee…pichhhe pichhe Raj bhi oparation theatre main gus gaya ……

Patients ko primary chek-up karne ke baad anaesthetic most pahna diya gaya ur us patient par anaesthesia chadhna suru ho gayee…..patient neend ki aagos main so gayee……..

Raj: ye lo madam karo oparation …ab ye 5 hrs tak behos rah sakti hai….so hurry up…..mera kaam ho gaya main chalta hu….bye

Doctor. Neha muskurate hue use dekhti rahi….phir wo apne kaam main lag gayee…..


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Re: प्यास बुझती ही नही

Unread post by 007 » 07 Dec 2014 15:38

प्यास बुझती ही नही-2

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा दूसरा पार्ट लेकर हाजिर हूँ अब आगे की कहानी.............................

थोड़ी देर कस्टमर डील करने के बाद वो बाइक से चला गया…….रास्ते मे काफ़ी ट्रॅफिक रहने के वजह से वो 15 मिनट. लेट कॉलेज पहुँचा……जब कॉलेज पहुँचा तो कोई उसे दिखाई नही दे रहा था……कही छुट्टी तो नही हो गयी…रश्मि कहाँ है…..वह सोच रहा था…..तभी उसने मेन गेट पर गार्ड से पूछा

राज: भैया…..ये पेपर ख़तम हो गया?

गुआर्द: हा….20 मिनट. हो गये…सारे बच्चे चले गये.

राज: अरे…ये कहाँ रह गयी…….मे भी कितना स्टुपिड हू…मुझे और पहले निकलना चाहिए था….उसने मोबाइल निकालकर रश्मि को फोन लगाया पर वो स्विच-ऑफ था…..वो मायूष हो कर घर की तरफ चलने लगा…जैसे ही यू टर्म किया कि उसे रश्मि दिखाई दी…………………………..अरे कहाँ थी….कहाँ हो भाई….??? मे तो मायूस होकर घर जाने वाला था….

रश्मि: जी वो बाथरूम लगा हुआ था……

राज: तो कॉलेज मे कर लेती…यू सड़क पर झाड़ियो मे?

रश्मि: कॉलेज का बाथरूम काफ़ी गंदा था…सूऊओ

राज: कोई बात नाही आओ बैठो.

रश्मि: आप लेट कैसे हो गये

राज: अरे यार वो डॉक्टर. नेहा है..ना उसका ऑपेरेशन था

रश्मि: डॉक्टर. नेहा का ऑपेरेशन ??? उसे क्या हुआ?

राज: अरे डॉक्टर. नेहा का ऑपेरेशन नही…..एक लेडी का ऑपेरेशन कर रही थी…वो मुझे अनेस्तीसिया देने के लिए रोक लिया था……उसपर ये देल्ही का ट्रॅफिक? तभी लेट हो गया…..तुम्हे ज़्यादा वेट तो नही करना पड़ा?

रश्मि: नही…और वैसे भी मे चाह रही थी कि आप लेट हो जाओ

राज: क्यो?

रश्मि: बाथरूम जो लगा हुआ था?

राज:वूऊओ तो क्या हुआ…..किसी सुलभ-सौचालय मे करवा देता……..वैसे कोई दिक्कत तो नही हुई …उन झाड़ियो मे?

रश्मि: दिक्कत …कैसी दिक्कत

राज: वही …कहीं झाड़ियो के बीच कीड़े-मकोडे रहते है ना…कई सीटियों के बीच घुस ना जाए.

ये सुनते ही रश्मि शर्मा गयी……..भाई शहाब आप भी ना….क्या करती मजबूरी जो थी….पेशाब को रोक भी तो नही सकते ना?

राज: हां पर पब्लिक प्लेस पर यू बाथरूम करना…और वो भी एक लेडी के लिए सेव नही है

रश्मि: जानती हू…पर क्या करू…..और वैसे भी वन्हा कोई नही था………

राज: अच्छा छोड़ो…ये बताओ क़ी पेपर कैसा गया….

रश्मि: ठीक था…एक क्वेस्चन का आन्सर नही हुआ.

राज: हम्म पास तो हो जाओगी ना?

रश्मि: सिर्फ़ पास होने के लिए नही पढ़ा जाता

राज: तो फिर?

रश्मि: ग्यान हासिल करने के लिए

राज: ह्म्‍म्म्म चलो…कहाँ चलना है

रश्मि: घर

राज: नही….पहले एक रेस्टोरेंट मे कुच्छ खाते है…पहली बार मेरी बाइक पर बैठी हो……चाँट खाते है….

रश्मि: कुच्छ नही बोली…सिर्फ़ हां मे हां मिला दी

राज ने एक रेस्टोरेंट मे बाइक रोक दी…..रेस्टोरेंट मे स्पेशल कॅबिन था उसमे रश्मि को लेके चला गया…और दो प्लेट समोसा चाट बनाना को बोल दिया और साथ मे कोल्ड-ड्रिंक भी

राज और रश्मि एक कॅबिन मे बैठ गये…..और इधर-उधर की बाते करने लगे……मौका देख कर राज ने रश्मि को कहा

राज: जानती हो….आज तुम बहुत सुंदर लग रही थी…इस सूट मे

रश्मि शर्मा गयी…बोली कुच्छ नही सिर्फ़ मुस्कुरा दी

रश्मि: ये ही लाए थे मुंबई से…….सोचा आज से एग्ज़ॅम सुरू है पह्न लू

राज: अच्छा किया……और वैसे भी वाइट सूट तुमपे जाँचता है…..

रश्मि: आप भी हॅंडसम लग रहे है….इन कपड़ो मे…..राज उस समय एक जीन्स और एक टी-शर्ट पहने हुए था…..उसे देख कर लग रहा था कि कोई खिलाड़ी हो.

राज: थॅंक्स…….

तभी वेटर दो प्लेट मे चाट ले कर आ गया और टेबल पर रख दिया…..दूसरे वेटर ने दो-ग्लास मे कोल्ड-ड्रिंक रख दिया….और बोला….और कुच्छ शहाब?

राज: नही…तुम जाओ….और दोनो धीरे धीरे खाने लगे

राज को कुच्छ शरत सूझी…उसने एक चम्मच मे थोड़ा सा समोसे का टुकरा काट कर रश्मि की तरफ बढ़ाया……..

रश्मि कुच्छ सोच रही थी…जब राज को देखा तो शरमाते हुए उसके आग्रह को मानते हुए उस टुकड़े को खाने के लिए जैसे ही मुँह खोला….राज ने अपना हाथ खींच लिया…और दोनो ठहाका मार कर हस्ने लगे. इसी तरह 2-3 बार किए……इसी बीच चाट का रस रश्मि के सूट पर गिर गया…..एक तो समोसा गरम और उसपे उसका दाग लगने का डर….रश्मि जल्दी से उठ खड़ी हो गयी…

रश्मि: ओह माइ गॉड…मेरा सूट खराब हो जाएगा….

राज ने जल्दी से अपने हाथ से उसके ब्रेस्ट से समोसे का टुकरा हटा दिया और उसे रगड़ने लगा……ये सिर्फ़ 1 मिनट तक चला…ये सब इतनी जल्दी हो गया कि रश्मि को पता ही नही चला…ना ही राज को…लेकिन जब रश्मि को ध्यान गया तो वो शर्मा गयी…और अपनी नज़रे नीचे करते हुए बाथरूम की ओर चल दी…..

थोड़ी देर बाद वो नॉर्मल हो कर आ गयी…पर सूट पर मसल्ने का दाग लग गया था…

राज: आइ एम सॉरी……

रशमी: सॉरी? किस चीज़ के लिए?

राज: वो….मेने तुम्हारे ब्रेस्ट?

रश्मि: कोई बात नही…आपने अच्छा ही किया…अगर ना करते तो मेरा सीना जल जाता.

अब चले…???

राज: अरे कोल्ड ड्रिंक तो पी लो…

रश्मि: अरे हाँ…और दोनो कोल्ड-ड्रिंक पीने के बाद अपने घर आ गये…रास्ते मे कोई बात नही हुई……….

आज का दिन रश्मि और राज के लिए याद-गार था….जहाँ राज को रश्मि की समीपता मिली….वही रश्मि को भी उनका साथ आच्छा लगा…..ये सिलसिला रोज चलता रहा……..दोनो मे प्यार बढ़ता गया……हसी मज़ाक, बाते, और सेक्स की भी बाते होती रही….जैसे कितुम सॅटिस्फाइड हो राजेश से, तो रश्मि भी बोल देती थी कि क्या आप दीदी से खुस है…वग़ैरह वग़ैरह……

अब राज की रोज की ड्यूटी बन गया…रश्मि को कॉलेज छोड़ना और फिर लाना…..फिर अपने कारोबार मे लग जाता.

________________________________________

राज और रश्मि के बीच काफ़ी केमिस्ट्री बन चुकी थी. अब दोनो काफ़ी खुल चुके थे……एक दूसरे को पकड़ना, यहाँ तक कि किस भी कर लेते थे. एक रोज राज ने मन बना लिया कि वो रश्मि को अपना लंड ज़रूर दिखाएगा…क्योकि उसे ऐसा लगने लगा था कि रश्मि राजेश से सेक्स-सॅटिस्फाइड नही है……वो रश्मि के मन को जानना चाहता था…वो जानना चाहता था कि अगर वो रश्मि को हाथ लगाए तो हाथ को छिटक तो नही देगी? दूसरी तरफ रश्मि भी ऐसा ही कुच्छ सोच रही थी…..वैसे रश्मि की रोज रात मे चुदाई होती थी…पर उसे ना जाने राज मे क्या नज़र आता था…कि वो उससे बात करने के बाद फ्रेश हो जाती थी……ऐसा कमला और राजेश ने भी नोटीस किया था…पर कोई कुच्छ बोला नही……घर का वातावरण ठीक ठाक था.

चुदाई सेशन दोनो जोड़ो मे जबरदस्त होती थी….दोनो के कमरे अगल-बगल रहने के वजह से आवाज़े और सिसकारिया राज भी सुन लेता था और उधेर रश्मि भी………………..कमला और राजेश की केमिस्ट्री भी ऐसी ही थी…पर सेक्स मे कवर नही हुई थी…पर गंदे मज़ाक होते थे.

राज एक सुबह अपनी वाइफ को बोला कि आज मे घर नही आऊंगा…क्योकि रात मे ऑपेरेशन है एक डॉक्टर. नेहा के साथ…..कमलाने सिर्फ़ इतना ही कहा…अपना ख्याल रखना

डॉक्टर. नेहा शर्मा शाम 7 पीयेम पर डिसपेनसरी आ गयी थी राज पहले से ही अपनी शॉप मे था..डिसपॅन्सी मे आते ही डॉक्टर. नेहा ने राज को बुलाया…

डॉक्टर. नेहा: जीजू…आज लड़के वाले आए थी मुझे देखने

राज: क्या? ग्रेट….मुर्गा कैसा है

डॉक्टर. नेहा: हस्ते हुए….कोई खास नही….मुझे ऐसा लगता है कि सारी जिंदगी ऐसे ही रहने होंगे…..दुनिया मे अच्छे लड़को की कमी हो गयी है

राज: ऐसा नही है मेडम, अब मुझे ही देखो…क्या कमी है मुझमे. एक दम फिट हू….तभी तो तुम्हारी बहन के साथ शादी की है…..पर हम एक दो बोझ और ढो सकते है.

डॉक्टर. नेहा: क्या??? क्या कहा.? यानी कि कोई और भी है?

राज: बिल्कुल?

डॉक्टर. नेहा: लगता है दीदी को बोलना होगा

राज: बोल दो…क्या करे….जब रोज रोज एक ही दाल खाने को मिले तो मज़ा कहाँ से आएगा…कभी कभी तो कवाब मिलना चाहिए

________________________________________

डॉक्टर.नेहा: ज़्यादा नॉन-वेज खाओगे तो काँटा गले मे अटक जाएगा

राज: काँटे के डर से कोई नॉन-वेज खाना थोड़े ही भूलता है

डॉक्टर.नेहा: तो आपका क्या इरादा है…अब तक कितने किलो नॉन-वेज खा लिए हो

राज: अभी तक काउंट नही किए है….पर अगर फ्रेश माल हो तो कोई परवाह नही

डॉक्टर. नेहा: दीदी को पता है?

राज: हां वो मेरा टेस्ट जानती है……कोई रुकावट नही..मेने तो उसे बोल दिया है कि मेरी तरफ से तुम भी आज़ाद हो……जब कभी भी नॉन-वेज खाने का मन करे तो खा लो और मुझे भी खाने दो.

डॉक्टर. नेहा: थ्ट्स ग्रेट....तो फिर क्या इरादा है?? आज नॉन-वेज चलेगी.....?

राज: उसी का इंतेज़ार है...देखो क्या इशारा होता है..

तभी ओटी स्टाफ ने कहा ...मेडम ओटी इस रेडी फॉर ऑपेरेशन ....दोनो उठ कर खड़े हो गये और चले गये अपने अपने काम मे.

दूसरे दिन सुबह सुबह रश्मि ब्रश कर रही थी.....राजेश सुबह सुबह कही चला गया था...और राज नहाने जा रहा था...कि तभी उसने रश्मि को टूथ-ब्रश करते हुए देखा...उसे सरारत सूझी...वो उसके पास जाते हुए कहा:

राज: आज तुम्हारा पेपर है या नही

रश्मि: जी कल है......असाइनमेंट बनाना है.....

राज: ठीक है मे नहाने जा रहा हू...क्या तुम्हारा बाथ-रूम इस्तेमाल कर लू?

रश्मि: क्यो नही...पर टॅक्स लगेगा

राज: टॅक्स??? कैसा टॅक्स

रश्मि: पहले सर्वीसज़ ले लो फिर बताऊँगी और मुस्कुराते हुए ज़ोर ज़ोर से टूथ ब्रश करने लगी.

राज मुस्कुराते हुए बाथरूम मे चला गया...पर दरवाजा खुला छोड़ दिया जानभुजकर.....शायद उसे लग रहा होगा कि रश्मि ज़रूर झाँकेगी.

राज सिर्फ़ एक ब्रीफ मे था .जो कि पूरा टाइट था....लंड का उभार काफ़ी दिख रहा था......राज ने शावेर ऑन कर दिया और नहाने लगा....पूरा शरीर पानी से भींग चुका था...उसका ब्रीफ भी भींग चुका था....लंड का आकार और सॉफ दिख रहा था.........थोड़ी देर बाद रश्मि चुप-चाप अंदर आ गयी.....वो बोली

रश्मि: सॉरी...बाहर का बेसिन नल नही चल रहा था...तो मे अंदर का बेसिन इस्तेमाल कर लू?

राज: कर लो परंतु मेरी तरफ मत देखना?

रश्मि: मुस्कुराते हुए...आपकी तरफ देखने के लिए क्या है?

राज ने चुटकी लेते हुए कहा: जो भी है मेरे ब्रीफ मे है...ये बाद वो धीमे से कहा......इशारा था कि रश्मि सुने भी और ना भी सुने....परंतु रश्मि सुन ली थी...वो सिर्फ़ मुस्कुराइ वो सिर झुकाए वही पर खड़ी थी.

राज ने कहा कि अब खड़ी क्यो हो.....मेरी पीठ पर साबुन तो लगा दो....अगर तुम्हारे पास समय हो तो?

रश्मि उसके करीब आ गयी और साबुन ले कर उसके पीठ पर साबुन लगाने लगी...रश्मि के कोमल हाथ का स्पर्श पाते ही उसका लंड और फुफ्कारने लगा....और दूसरी तरफ रश्मि भी मज़े लेने लगी....आज जीवन मे पहली बार किसी मर्द की देह च्छू रही थी......मन जब ज़्यादा मजबूर हो जाता है तभी इंसान ऐसे कदम उठाते है......यही हाल रश्मि का था....उसे ऐसे क्यो हो रहा था वो उसे भी नही मालूम. पर वो करे तो क्या करे.......साबुन का फ़ैन पूरे सरीर मे लगाने के बाद उसने कहा अब आप सॉवॅर ऑन कर लो....फ़ैन सॉफ हो जाएगी.

राज अचानक टर्न हो गया.....अब रश्मि के सामने आ गया और उसके होंठो को अपने होंठो मे ले लिया और ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा....इस अचानक हमले के लिए रश्मि बिल्कुल तैयार नही थी...पर उसका मन इसके लिए ज़रूर तैयार था...तभी तो बाथरूम मे आई थी.....

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