मेरा बेटा ऐसा नही है compleet

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The Romantic
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Re: मेरा बेटा ऐसा नही है

Unread post by The Romantic » 11 Dec 2014 15:02

अली को उदास देख के सादिया ने उसे अपने पास बुला लिया अब अली और सादिया एक ही ब्लैंकेट मैं थे सादिया ने अपने बेटे अली को हग किया हुआ था लकिन वो साइड पे बैठा था और सादिया का लेफ्ट मम्मे अली के शोल्डर पे टच हो रहा था.

अली को अच्छा लग रहा था उस ने हिम्मत कर के अपना लेफ्ट हाथ अपनी अम्मी की टाँगों पे रख दिया क्यों के उस का राईट हाथ नीचे था उसकी अम्मी की साइड पे.

अली थोडा नीचे हुआ अब अली का फेस उसकी अम्मी के लेफ्ट मम्मे के बिल्कुल क़रीब था और इस तरह दोबारा अली की गरम सांस उसकी अम्मी के लेफ्ट मम्मे पे जाने लगी और कुछ ही मिनिट्स मैं सादिया का मम्मे हॉट निपल हार्ड और चूत गीली हो शुरू हो गये.

सादिया ने अली को अपने से अलग कर के अपना दुपट्टा उतार के साइड पे रख दिया और दोबारा अली को उसी पोज़िशन मैं कर लिया.

अली की गरम सांस अब पहले से ज़ियादा तेज़ और ज़ियादा गरम फील कर के सादिया भी ज़ियादा हॉट हॉर्नी ऐंड गीली होने लगी जिस की वज़ह से सादिया ने अपने बेटे को कस के पकड़ रखा था.

सादिया के अली को कस के पकड़ने से अली का फेस उसकी अम्मी के लेफ्ट मम्मे के और पास आ गया अब अली का मुंह उसकी अम्मी के लेफ्ट निपल पे था जो अब तक फुल हार्ड हो चुका था जो अब अली को क्लियर दिखाए दे रहा था.

अली से कंट्रोल ना हुआ तो उस ने अपनी आँखें क्लोज़ कर लीं और ना चाहते हुए भी अपनी ज़ुबान बाहर निकल के अपनी अम्मी के लेफ्ट निपल पेर टच कर दी.

अली के ऐसा करने से उसकी अम्मी सादिया को अचानक झटका लगा और उस ने फ़ौरन अली की तरफ देखा अली की आँखें क्लोज़ थीं तो सादिया समझी के उसका वहम है क्यों के अली तो सो गया है.

खैर जो भी था मुझे बहुत अच्छा लगा सादिया को.

सादिया ने अली को अपने से अलग किया और कहा उठो अली बेटा रूम मैं चलो तुम्हें नींद आ रही है और अली भी ड्रामा कर के आराम से उठा और अपनी अम्मी के बेड रूम मैं चला गया और सो गया.

कुछ देर बाद अली की अम्मी भी रूम मैं आ गयी तब तक अली गहरी नींद मैं था क्यों के लास्ट नाइट अली सारी रात जागता रहा था इस लिए उसे जल्दी और मज़े की नींद आ गयी.

सादिया बेड पे अपने बेटे के पास आ के लेट गयी और बहुत कोशिश की सोने की लकिन नींद का नाम ही नही था उसकी आँखों मैं.

नेक्स्ट दिन ऐसे ही नॉर्मल गुज़र गया लकिन रात को सादिया जल्दी सो गयी क्यों के लास्ट नाइट वो सारी रात नही सो सकी थी. सादिया ने खुद पे बहुत कंट्रोल किया हुआ था और सोचा जब हज़्बेंड आए गा तब ही उन्ही के साथ सेक्स करूँ गी इस लिए वो अपने आप पे कंट्रोल करने लगी थी बर्दाश्त कर रही थी.

अली अपनी अम्मी के रूम मैं आया तो देखा के उसकी अम्मी सो गयी थी वो लाईट ऑफ कर के बेड पेर आया और अपनी अम्मी के साथ लेट गया.

कुछ देर बाद जब अली ने अपनी अम्मी की तरफ देखा तो वो बेहोशी की हालत मैं सो रही थी. पहले कभी भी सादिया सोते वक़्त अपना दुपट्टा नही उतरती लकिन आज उस ने खुद या नींद मैं उस का दुपट्टा उतरा हुआ था.

अली उठा रूम की लाईट ऑन की और टीवी भी ऑन कर दिया फिर अपनी जगह पेर आ के लेट गया और अपनी अम्मी को देखने लगा. काफ़ी देर देखने के बाद अली डरते डरते अपनी अम्मी के गले मैं झाँकने लगा लकिन उसे कुछ नज़र नही आ रहा था तो अली ने पहली बार थोड़ी हिम्मत कर के अपनी अम्मी की कमीज़ के गले को अपनी फिंगर से थोडा ओपन किया और अंदर झाँकने लगा.

सादिया की कमीज़ का गला स्माल था लकिन किसी तरह अली को उसकी अम्मी के हाफ मिल्की वाइट मम्मों नज़र आ रहे थे.

अली हाफ अवर तक अपनी अम्मी के मम्मों को देखता रहा सादिया ने ब्लॅक ब्रा पहन रखी थी फिर अचानक सादिया ने करवट की और अपनी बैक अली की तरफ कर दी.

अली पहले तो डर गया लकिन जब उसने देखा के उसकी अम्मी गहरी नींद मैं है तो उसकी जान मैं जान आ गयी और अली भी लाईट ऐंड टीवी ऑफ कर के अपनी अम्मी के साथ उसके पीछे लेट गया कुछ देर बाद अली ने भी करवट ली और सोने लगा.

अली को नींद नही आ रही थी काफ़ी देर उसने कोशिश की लकिन उस का हार्ड लंड उसे सोने नही दे रहा था फिर अली ने सोचा क्यों ना अम्मी की गांड़ का मज़ा करूँ और उस ने दोबारा हिम्मत की और अपना राईट हाथ अपनी अम्मी की गांड़ पे रखा कुछ देर अली अपनी अम्मी की गांड़ को सहलाता रहा फिर अपने हाथ वहाँ से मूव कर के अपनी अम्मी की गांड़ की दरार मे ले आया.

सादिया की गांड़ बहुत गरम थी अली को मज़ा आने लगा और वो अपनी अम्मी की गांड़ से खेलता रहा अपना हाथ अपनी अम्मी की गांड़ की दरार मैं रगड़ता रहा लकिन वेरी सॉफ्ट्ली ऐंड स्लो स्लो.

अली ने अपना हाथ जब अपनी सेक्सी अम्मी की शलवार मैं ले जाना चाहा तो नाकाम हो गया क्यों के सादिया एलास्टिक यूज़ नही करती थी तो अली दोबारा कपड़ों के ऊपर से ही अपनी अम्मी की गांड़ को सहलाता रहा वो अपना हाथ कमर से मूव करता हुआ बिल्कुल अपनी अम्मी की चूत तक ले जाता.

अली ने अपनी फिंगर अब अपनी अम्मी की चूत पे रखी जहाँ जगह गीली थी और फिंगर को चूत के लिप्स मैं स्लो स्लो मूव करने लगा कुछ ही सेकेंड्स मैं वो जगह ज़ियादा गीली हो गयी अली को बहुत मज़ा आने लगा और वो अपनी अम्मी की चूत के साथ खेलता रहा मज़ा करता रहा.

अली की पता नही किस वक़्त आँख लग गयी सुबह जब सादिया की आँख खुली तो उसे फील हुआ के उस की चूत दोबारा गीली थी और फिर अचानक उसे अपनी चूत के लिप्स मैं कुछ फील हुआ और जब उस ने अपना हाथ अपनी चूत पे ले जा के देखा तो वहाँ उस के बेटे अली का हाथ था और उस की फिंगर सादिया की चूत के लिप्स मैं थी.

सादिया ने अली का हाथ वहाँ से हटाने के लिए अपना हाथ अपनी लेग्स के दरमियाँ ले गयी और ऐसा करने से उस की टांगें ओपन हुई जिस से अली की फिंगर उसकी चूत मैं बिल्कुल उसके सुराख पी आ गयी और सादिया को अचानक मज़े का झटका लगा तो उस ने अली के हाथ वहाँ से नही हटाया बलके अपनी टांगें और ज़ियादा खोल दी.

सादिया ये तुम्हें किया हो गया है वो तुम्हारा बेटा है और तुम्हें अपने बेटे की फिंगर अपनी चूत पे फील कर के मज़ा आ रहा है???

सादिया ये बहुत गलत है वो तुम्हारा बेटा है और अगर नींद मैं उस का हाथ तुम्हारी चूत पे आ गया तो किया तुम उसे वहीं रहने दो गी और अगर तुम्हारा बेटा जाग गया तो किया सोचे गा के उसकी अम्मी उस की फिंगर को अपनी चूत पे रखे मज़े कर रही है पागल हो गयी हो तुम?

ये ख़याल सादिया के माइंड मैं थे फिर सादिया को भी गिल्ट फील हुआ और वो दोबारा अपने बेटे के हाथ को वहाँ से हटाने लगी तो फिर सोचने लगी.

सादिया वैसे मज़ा तो आ रहा है और अभी तो अली सो रहा है इतनी जल्दी नही उठे गा थोडा मज़ा करने से कुछ नही हो जाए गा.

सादिया शरम से पानी पानी होने लगी फिर हिम्मत कर के वो अली के हाथ को पकड़ के अपनी गीली चूत से हटाने लगी लकिन अली का हाथ अपनी चूत से हटाने से पहले सादिया ने उस की फिंगर जो उसकी चूत के लिप्स मैं थी को ज़ोर से दबा के रगड़ा और वहीं फारिघ हो गयी अब सादिया की सांस तेज़ चल रही थी उसकी चूत तेज़ी से पानी छोड़ रही थी उसे बहुत मज़ा आ रहा था उस ने अली की फिंगर को अपनी चूत के लिप्स मैं चूत के सुराख पे ज़ोर दिया हुआ था और जब वो रिलॅक्स हुई तो उस ने अली का हाथ हटा के वहाँ से उठी और वॉशरूम चली गयी वहाँ उस ने खुद को बहुत बुरा भला कहा वो बहुत शर्मिंदा थी सेम टाइम शर्मा भी रही थी अंदर से खुश भी थी और पहले से काफ़ी रिलॅक्स भी थी.




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Re: मेरा बेटा ऐसा नही है

Unread post by The Romantic » 11 Dec 2014 15:03

सादिया ने सोचा चलो जो होना था हो गया लकिन अब ऐसा कभी नही करूँ गी फिर सोचती कभी कभी इतना करने से कुछ नही होता खैर कुछ देर बार सादिया उठी और वॉशरूम चली गयी फ्रेश हो के रूम मैं आ के अली को उठाया और ब्रेकफास्ट बनाने चली गयी.

सादिया के हज़्बेंड घर वापस आ गये जब अली डाइनिंग टेबल पे बैठा ब्रेकफास्ट का इंतज़ार कर रहा था वो अली से मिले फिर सादिया से सलाम दुआ की हाल पूछा और रूम मैं चले गये फ्रेश होने.

अली उठा और किचन मैं गया जब उस के फादर रूम मैं जा चुके थे वहाँ किचन मैं सादिया डिशस वॉश कर रही थी के अली उस के पीछे खड़ा हो गया.

अली डाइनिंग टेबल पे बैठा किचन मैं अपनी अम्मी की गांड़ को देख रहा था तो उस से रहा नही गया और वो करीब से देखने के लिए किचन मैं चला गया था.

सादिया डिशस भी वॉश कर रही थी और रोटी भी बना रही थी जब अली अपनी अम्मी के पीछे जा के खड़ा हो गया तो उसी वक़्त उस की अम्मी घूम के चूल्हे के पास आ गयी रोटी को देखने वो धीमी आग पे रोटी पका रही थी.

अली बहुत भूक लगी है किया सादिया ने अपने बेटे से पूछा.

नही अम्मी बस ऐसे ही आ गया सोचा आप की हेल्प कर दूँ अगर ज़रूरत है तो?

नो बेटा बस थोडा सा काम रह गया है मैं कर लूँ गी ये कह के सादिया सिंक की तरफ गयी और डिशस वॉश करने लगी के अचानक अली आगे हुआ और अपनी अम्मी सादिया के बहुत क़रीब हो गया लकिन टच नही हुआ अपनी अम्मी की सेक्सी बॉडी से.

अली ने अजीब हरकत की जिस से उसकी अम्मी सादिया बहुत हैरान हुई.

अली ने अपनी अम्मी के सिर से दुपट्टा उतार दिया और उस के हेयर मैं अपनी फिंगर्स घूमने लगा और साथ से अपना फेस पास कर के हेयर की खुशबू को सूंघने लगा जो बहुत मीठी और फ्रेश थी सादिया के सुबह सुबह नहाने की वज़ह से.

सादिया के जिस्म मैं करेंट दौरने लगा उसे समझ नही आया के उस का बेटा ऐसा क्यों कर रहा है लकिन उसे अच्छी लग रहा था.

मा आप के हेयर बहुत अच्छे हैं इन की खुशबू भी बहुत मीठी है फ्रेश है मुझे आप के लंबे हेयर बहुत अच्छे लगते हैं. बातें करने के साथ साथ अली आगे मूव करने लगा अब अली का फ्रंट उसकी अम्मी की बैक को टच हो रहा था.

सादिया प्लेट हाथ मैं लिए वहीं खड़ी रही बिना कुछ कहे और किए जिस से अली की हिम्मत बढ़ गयी और उस ने अपनी अम्मी सादिया के शोल्डर ऐंड बैक नेक पे अपने लिप्स लगा दिए.

अली किस नही कर रहा था बस अपने लिप्स आराम आराम से टच कर रहा था और उसकी गरम सांस फील कर के सादिया को मदहोशी छाने लगी सादिया की चूत दोबारा गीली होना शुरू हो गयी उसकी सांस भी गरम हो गयी उसका जिस्म कांप रहा था टांगें कांप रही थी.

सादिया को तभी होश आया और उस ने अली को पीछे कर दिया और कहा बेटा तुम्हारा अबू आ रहा है जब उस ने अपने रूम के डोर के खुलने की आवाज़ सुनी.

अली भी साइड पे हो के फ्रिज खोल के उस मैं देखने लगा. उस वक़्त ना तो अली का दिल कर रहा था अपनी अम्मी से अलग होने का ना ही सादिया का दिल कर रहा था के अली उस से अलग हो.

अली ने फ्रिज का डोर क्लोज़ किया और बाहर आ गया लकिन उस का फादर दोबारा रूम मैं चला गया था तो अली भी जल्दी से वापस किचन मैं चला गया और जाते ही अपनी अम्मी को पीछे से चिपक गया.

अली: अबू वापस रूम मैं चले गये हैं.

सादिया: अली छोड़ो मुझे ये ठीक नही है बेटा मैं तुम्हारी अम्मी हूँ और अम्मी बेटा इस तरह नही चिपकते तुम चलो मैं ब्रेकफास्ट ला रही हूँ और सादिया ने ज़बरदस्ती खुद को अली से छुड़ा लिया.

अली किचन से बाहर आ गया फिर उस के फादर भी आ गये और सब ने एक साथ ब्रेकफास्ट किया और अली कॉलेज रवाना हो गया.

दोपहर को अली घर वापस आया और अपने रूम मैं जा के फ्रेश हो के स्टडी करने लगा फिर शाम को सब ने एक साथ डिन्नर किया और अली दोबारा अपने रूम मैं आ गया और कंप्यूटर पे ग़मे खेलने लगा. रात को 10 बजे सादिया अली के रूम मैं आई और कहा बेटा ग़मे खेल के मेरे रूम मैं आ जाना सोने.

अली: अबू दोबारा चले गये किया?

सादिया: हाँ वो इस्लामाबाद गये हैं कोई ज़रूरी काम था कंपनी से कॉल आ गयी इस लिए उन्हें जाना परा उन्हें देर हो रही थी इस लिए वो तुम से मिले बगैर चले गये.

रात को 11 बजे अली ने कंप्यूटर ऑफ किया और अपनी अम्मी के रूम मैं गया रूम मैं उसकी अम्मी बेड पे लेटी टीवी देख रही थी अली भी पास जा के लेट गया. दोनो अम्मी बेटे का दिमाग एक दूसेरे पे था लकिन नज़रें टीवी पे थी.

अली: अम्मी एक बात करनी थी आप से?

सादिया: किया बात है?

अली: अम्मी आप मुझे बहुत प्यारी लगती हैं इस लिए मेरा बहुत दिल करता है आप के करीब रहने का लकिन आप माना करती हैं किया अम्मी बेटा एक दूसेरे के करीब नही रह सकते?

सादिया: बेटा वो बात नही है अम्मी बेटा करीब रह सकते हैं लकिन वैसे नही जैसे सुबह तुम मेरे करीब आ गये थे ये गलत है बेटा इस से गुनाह मिलता है अम्मी बेटा ऐसे नही करते.

अली: लकिन अम्मी ज़ियादा करीब आने से गुनाह क्यों होता है? मेरे बहुत फ्रेंड्स हैं जो अपनी अम्मी को हग करते हैं किस करते हैं उनकी अम्मी तो उन्हें नही रोकती हैं फिर आप ऐसा क्यों नही करने देती हैं?

सादिया: बेटा अम्मी बेटे को किस भी करती है हग भी और बेटा भी करता है लकिन इस तरह नही जैसे तुम करते हो वो अलग होता है.

अली: अच्छा जैसे नॉर्मल अम्मी बेटा हग करते हैं और किस करते हैं आप वो करें मेरे साथ मेरा बहुत दिल करता है मा.

सादिया ने अली की तरफ देखा और उस वक़्त उस के चेहरे पे मासूमियत देखी तो उस से रहा नही गया और उस ने अली को अपनी तरफ करवट कर के आराम से अपने गले से लगा लिया और अली के फोर्हेड पे किस भी किया.

अली ने भी अपनी अम्मी को हग किया और गाल पे किस भी किया फिर अपना सिर अपनी अम्मी की चेस्ट मैं रख लिया जिस से सादिया को अपने बेटे की गरम सांस अपनी चेस्ट पी ची लगने लगी और उस ने अली को अपने से अलग नही किया.

काफ़ी देर वो उसी पोज़िशन मैं रहे फिर सादिया ने अपने बेटे का सिर उठा के अपना दुपट्टा उतार के साइड पे रख दिया और दोबारा अली का सिर अपनी चेस्ट मैं कर दिया.

अब अली की गरम सांस डाइरेक्ट उसकी अम्मी की चेस्ट पे मम्मों पे जाने लगी और सादिया मज़े से गरम होने लगी उसकी चूत गीली होना शुरू हो गयी.

कुछ मिनिट्स बाद अली ने अपनी ज़ुबान बाहर निकल के अपनी अम्मी की नेक से थोडा नीचे फेरने लगा अली के ऐसा करने से उसकी अम्मी को पहले से ज़ियादा अच्छा फील होने लगा तो सादिया ने अपने बेटे को दबा लिया और अपनी लेफ्ट लेग अपने बेटे की राईट लेग पे रख दी.

सादिया की चूत बहुत गीली हो चुकी थी एक तो उसे बहुत मज़ा आ रहा था आज वो अपने हज़्बेंड से चुदवाने के लिए तरस रही थी जो अचानक दोबारा आउट ऑफ सिटी जाने की वज़ह से नही हो सका.

अब अली अपनी अम्मी की कमर पे अपना हाथ रब कर रहा था लेकिन शलवार और ब्रा के बीच मैं उसे बहुत मज़ा आ रहा था फिर अली अपना हाथ ज़रा ऊपर ले गया और अब वो अपनी अम्मी की ब्रा को फील कर रहा था.

अली: अम्मी ये किया है आप की कमीज़ के नीचे?

सादिया: कुछ नही तुम आराम से लेटे रहो वरना मैं हग नही करूँ गी.

सादिया की आवाज़ मैं थर थराहत थी उसकी सांस गरम और तेज़ थी उस के दिल की धड़कन बहुत तेज़ चल रही थी वो मज़ा भी कर रही थी और सोच भी रही थी के अब किया करूँ यहीं रोक दूँ या जो होना है होने दूँ? सादिया बहुत शर्मा भी रही थी लकिन अपने हवस पे काबू भी नही कर पा रही थी.

तभी अली थोडा और आगे हुआ जिस से अब अली का फुल हार्ड लंड उसकी अम्मी को अपनी लेग्स पे चूत से ऊपर टच हुआ.

लंड को फील करते ही सादिया भी थोडा आगे हुई और अपनी लेग उठा के पहले से ज़ियादा आगे कर दी और उसकी इस मूव्मेंट से अब अली का हार्ड लंड उसकी अम्मी की चूत के लिप्स पे आ गया.

सादिया अब अपने बेटे का हार्ड ऐंड लोंग लंड अपनी चूत के लिप्स मैं फील कर के मज़ा कर रही थी वो स्लो स्लो आगे पीछे मूव भी कर रही थी जिस से उस के बेटे का लंड उसकी चूत के लिप्स मैं रगड़ ख़ाता और उसे मज़ा आने लगता.

अली को भी मज़ा आ रहा था क्यों के उसकी शलवार उसकी अम्मी की चूत के गरम पानी से गीली हो गयी थी और उसे अपनी अम्मी की चूत को अपने लंड से मसलने से अच्छा फील हो रहा था अब उसका लंड स्लिप हो रहा था और चूत वाली जगह बहुत गरम थी अली को अपने लंड पे हीट महसूस हो रही थी.

अली भी मज़े मैं अपनी अम्मी का साथ दे रहा था वो भी अपने लंड को ज़ोर देने लगा. सादिया मज़े से अपनी लेग को और आगे करने लगी कुछ देर ऐसे ही चलता रहा फिर अचानक अली का लंड उसकी अम्मी की चूत के सुराख पी आ गया.

क्यों के दोनो स्लो स्लो मूव कर रहे थे जिस से अली का लंड अब उसकी अम्मी की चूत के सुराख मैं जाने की कोशिश करने लगा.

अगर दोनो अम्मी बेटा नंगे होते तो अब तक अली का पूरा लंड आराम से स्लिप हो के सादिया की चूत मैं जा चुका होता लकिन दोनों ने कपडे पहन रखे थे फिर भी अली के लंड की कॅप उसकी अम्मी की चूत मैं जा रही थी रगड़ रही थी दोनो फुल हॉट हो चुके थे बहुत मज़ा कर रहे थे.

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Re: मेरा बेटा ऐसा नही है

Unread post by The Romantic » 11 Dec 2014 15:03

काफ़ी देर ऐसे करने से सादिया रिलीस हो गयी उसकी चूत आज पहली बार इतना पानी निकल रही थी उसे झटके लग रहे थे वो आज तक इतनी ज़ियादा रिलीस नही हुई थी उसे बहुत मज़ा आ रहा था उसकी सांस तेज़ चल रही थी और कुछ देर बाद जब सादिया होश मैं आए तो उस ने अपने बेटे को अपने से अलग कर दिया और उठ के वॉशरूम चली गयी वो शरम से पानी पानी हो रही थी.

अली वहीं बेड पे अपने हार्ड लंड के साथ लेता रहा और सादिया वॉशरूम मैं खुद को बुरा भला भी कह रही थी और अपनी चूत को भी वॉश कर रही थी साथ साथ गुस्से मैं अपनी चूत को मार भी रही थी.

सादिया वॉशरूम से बाहर आ के लेट और टीवी ऑफ कर के बेड पे अली तरफ तरफ अपनी बैक कर के लाते गयी वो अपने बेटे से नज़रें नही मिला सकती थी वो बहुत शर्मिंदा थी उधर अली अभी तक हार्ड था और सोच रहा था के अचानक अम्मी को किया हुआ के ऐसे उठ के चली गयी और वापस आ के कोई बात भी नही की.

कुछ देर मैं सादिया की आँख लग गयी और अली भी इंतज़ार करते करते सो गया और सुबह सादिया उठी तब अली सो रहा थॉ ओ वॉशरूम गयी फ्रेश हो के अली को जगा के रूम से बाहर आ गयी.

अली अपने रूम मैं गया फिर फ्रेश हो के बाहर आ के डाइनिंग टेबल पे बैठ गया वो किचन मैं अपनी अम्मी को देख रहा था.

सादिया बहुत सेक्सी लग रही थी उस के कपडे भी चेंज थे आज सादिया ने दुपट्टा भी नही लिया हुआ था. अली से बर्दाश्त नही हुआ और वो किचन मैं चला गया.

अली: अम्मी रात आप को किया हो गया था के आप अचानक बिना कुछ कहे वॉशरूम चली गईं और वापस आ के भी कोई बात नही की?

सादिया: अली मैं उस टॉपिक पे कोई बात नही करना चाहती तुम जाओ मैं अभी ब्रेकफास्ट ले कर आ रही हूँ.

अली अपनी अम्मी को चिपकने ही वाला था के डोर रिंग बजी तो वो बाहर चला गया उस के डैड वापस आ गये थे वो सलाम दुआ कर के रूम मैं चले गये और अली ब्रेकफास्ट कर के कॉलेज चला गया.

रात को जब अली की अम्मी और डैड टीवी देख रहे थे तो अली अपनी अम्मी के पास आ के बैठा और ब्लैंकेट भी शेयर की. कुछ देर इंतज़ार करने के बाद अली ने अपना हाथ अपनी अम्मी की लेग्स पे रखा तो उसकी अम्मी ने फ़ौरन अपने हज़्बेंड की तरफ देखा जो टीवी देख रहे थे फिर सादिया ने अली की तरफ देख लकिन गुस्से मैं.

अली रुका नही वो स्लो स्लो अपनी अम्मी की लेग को सहलाने लगा और अपना हाथ ऊपर करता आया अब अली का हाथ उसकी अम्मी की चूत के बहुत करीब था सादिया भी हज़्बेंड के वहाँ होने से चुप थी और टीवी देखने लगी.

अली की हिम्मत बढ़ गयी और उस ने अपनी अम्मी की दोनो लेग्स के दरमियाँ अपना हाथ पुश किया तो सादिया ने वेरी स्लोली अपने टांगें खोल दी लकिन थोड़ी सी जिस से अली की हिम्मत और बढ़ गयी अब अली ने स्लो मूव कर के अपना हाथ लेग्स मैं डाला और अपनी फिंगर्स से अपनी अम्मी की चूत को जो अब तक गीली होना शुरू हो चुकी थी टच किया.

अली के टच करते ही सादिया ने अपनी टांगें थोड़ी और ओपन कर दी अब अली का हाथ और अंदर आ गया और फिंगर्स डाइरेक्ट चूत पे थीं और वो अपनी अम्मी की चूत के साथ खेलने लगा उसकी फिंगर्स सादिया की चूत के लिप्स मैं थीं.

सादिया को मज़ा आ रहा था के तभी अली ने अपने हाथ वहाँ से रिमूव कर लिया और सादिया सोचने लगी के वो क्यों रुक गया...

अली ने अपना हाथ वहाँ से सीधा ऊपर ले जा के अपनी अम्मी की शलवार मैं डाल के उसका नाला पकरा और स्लोली वो अपनी अम्मी की शलवार का नाल खोलने लगा जब सादिया को एहसास हुआ के अली किया कर रहा है उस ने अपना हाथ वहीं ले जा के अली को रोकना चाहा.

सादिया ने अली का हाथ मज़बूती से पकड़ रखा था और वहाँ से हटाने लगी लकिन अली ने फोर्स किया और कुछ सेकेंड मैं अपनी अम्मी का नाला खोल दिया. नाला खोलते ही अली ने अपनी अम्मी की अब खुली शलवार को ढीला कर के अपना हाथ अंदर डाल दिया जो सीधा सादिया की चूत पी आ गया सादिया ने अपना हाथ साइड पे कर के टांगें और खोल दीं और अब अली सकूँ से अपनी अम्मी की चूत को उस के लिप्स को फील कर रहा था.
सादिया की चूत उस वक़्त बहुत गीली थी उसकी चूत से गरम पानी बाहर निकल रहा था फिर अपने बेटे का हाथ अपनी चूत पे फील कर के सादिया को बहुत मज़ा आने लगा उसकी आँखें मज़े से बंद हो गईं और टांगें थोड़ी और खुल गईं.



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