बदले की आग compleet

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rajaarkey
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Re: बदले की आग

Unread post by rajaarkey » 12 Dec 2014 22:18

बदले की आग (भाग - (13)

मुन्ना अब भी रूचि की चूत चाट रहा था. कौशल बिचारा अपनी मा और बहनों को देख रहा था. मैं चाची को धुंवा धार तरीके से चोद रहा था. कुच्छ 5 मिनिट बाद ही वह झऱ'ने लगी क्योंकि यह सामूहिक काम क्रीड देख के मैं भी बहुत गरम हो चुका था. मैं भी झऱ'ने के करीब था. 5 या 6 झट्कोन के बाद मैने चाची से कहा की,

आअहह चाची, मेरी रन्डी रागिनी जानू मैं झऱ रहा हून. ले मेरा माल अपनी चूत से पी जेया. और हम दोनों वहीं गिर गये. मेरा लंड अब भी चाची की चूत में था. मैं उस'के ऊपर लेट था. फिर मैने लंड उस'की चूत से निकाला और सोफे पे बैठ गया. चाची को भी उठा के सोफे पे लिट दिया. उस'का सिर अपनी गोद मैं रख दिया. हम दोनों चारों को देख'ने लगे. मुन्ना'ने अब रूचि की चूत छोऱ दी और अपना लंड रूचि के हाथ मैं दिया.

चल साली चूस इस को रूचि जितना मूँ'ह कोल सक'ती थी खोला और मुन्ना के लौऱे को मूँ'ह में लिया.. पर सिर्फ़ मुन्ना का सुपारा ही ले सकी क्योंकि मुन्ना के लौऱे का आकार बहुत बऱ था. वह उस'की टोपी को चूस'ने लगी. मुन्ना अब सिसक रहा था. गजजू'ने भी अब मधु की चूत को मूँ'ह से निकाला और उस'की टाँगों मैं आ गया. उस'ने मधु की टाँगों को आप'ने कंधों पर रखा और मधु क्योंकि पूरा गरम थी. उस'ने गजजू के लौऱे को हाथ मैं ले कर अपनी गीली चूत के होठों पर रखा और गजजू'ने एक ही झट्के मैं अपना पूरा लंड उस'की चूत में उतार दिया. मधु'ने एक कामुक सिस'कारी दी.. गजजू'ने अब उसे धीमे झट्कोन से चॉड्ना चालू कर दिया. वह सिस'कारी ले रही थी.

गजजू मधु को कौशल के कद'मों के पास ही 2 या 3 फुट की दूरी पर चोद रहा था. मधु अब अपनी गान्ड को उठा उठा के छुड़वा रही थी और गजजू को ज़ोर ज़ोर के झट्के देने को कह रही थी. गजजू ने अपनी गति बढ डियी और मधु अब बिना रुके सिसक रही थी. मैने मुन्ना को देखा उस'ने रूचि का सर हाथों मैं पाक'रा हुआ था. आप'ने लौऱे को उस'के मूँ'ह में और ज़्यादा घुसेऱ'ने की कोशिश कर रहा था. जब'की रूचि के मूँ'ह से उः.. उः... की आवाज़ें निकल रही थी. कुच्छ वक़्त के बाद उस'ने अपना लंड रूचि के मूँ'ह से निकाला और उसे नीचे लेट'ने को कहा.

रूचि नीचे लेटी तो वह उस'की टाँगों मैं आया और आप'ने लौऱे का सुपारा से उस'की चूत को रगऱ्न चालू किया. फिर रूचि'ने अपनी चूत के होठों को आप'ने हाथों से खोला. अब मुन्ने का लंड उस'के भगोष्ट को मसल रहा था. मैं और चाची देख रहे थे सब, जब'की गजजू मधु की चूत धुंवा धार तरीके से चोद रहा था. वह सिसक रही थी. कम'रा सिसकारियों से भरा हुआ था. हर तरफ से सिस'कारियाँ सुनाई दे रही थी.

उधर रूचि और मुन्ना की इधर मधु और गजजू की जब'की कौशल तमाशाई बना बैठ था. मैने देखा की रूचि की चूत से पानी निकलना चालू हो गया था. वह मुन्ने से कह रही थी.

शाबास ! मुन्ना मुझे कस कस के चोदो आप'ने ताक़त'वॉर लंड से. मुझे चोदो. अपना लंड मेरी चूत में डाल दो शाबास ! अब सबर नहीं होता हा'य ! चोदो मुझे अब मुन्ना'ने आप'ने लौऱे को असिस्ता आहिस्ता उस'की चूत में देना चालू किया चाची मेरी गोद से अब उठ गयी थी.. वह मेरा ख़याल है की यह देखना चाह'ती थी की रूचि इतना बऱ लंड कैसे अपनी चूत में ले सकेगी. जैसे ही मुन्ना'ने लॉरा उस'की चूत में धकेलना चालू किया, रूचि की आँखें बाहर को आ गयी और उस'के मूँ'ह से चीख निकल गयी.. ...

में मार गयी. मुन्ना'ने उस'की चीखों की परवाह नहीं की और उस पे लेट गया. अब रूचि का बदन मुन्ना के नीचे था. वह अब हिल नहीं सक'ती थी. मुन्ना'ने आप'ने लौऱे पर दबाव डालना शुरू किया. रूचि की चीखों से कम'रा भर गया. वह चिल्ला रही थी. मुन्ना से कह रही थी की,

बस करो मेरी चूत फॅट गयी है. हा'य ! बहुत दर्द हो रहा है. मैं बर्दाश्त नहीं कर पवँगी.. . मुन्ना'ने आप'ने लौऱे पर दबाव और ज़्यादा कर दिया. अब मुन्ना के लौऱे का सुपारा उस'की चूत में जा चुका था. चाची'ने कहा की.

मुन्ना बस करो मेरी बेटी मार जाएगी. गजजू और मधु भी अब अपनी चुदाई भूल के रूचि की चुदाई देख रहे थे. कौशल भी बहन की चूत फट्ति देख रहा था.. रूचि अब रो'ने लगी थी. उस'की आँखों मैं आँसू थे. जब'की मुन्ना को रहम करना तो लगता है आता ही नहीं था. वह अपना आधा लंड रूचि की चूत में अंदर तेल चुका था. अब मुझे भी रूचि पर रहम आ रहा था. मैने मुन्ना से कहा की,

यार बस कर लऱ'की को मार देगा क्या, अभी इतना ही काफ़ी है. मत डालो एक ही बार में सारा, उस'ने मेरी बात मान ली. उस'ने अपना लंड रूचि की चूत में ऐसे ही रहा'ने दिया. मैने रूचि की चूत को देखा ऐसे लगता था की किसी सुई मैं से धागे की जगह रासी घुसेऱ'ने की कोशिश कर रहा हो, उस'की चूत फूल चुकी थी. मुन्ना के लौऱे को कस के पाक'री हुई थी. .

कुच्छ 5 मिनिट बाद ही उसे आराम मिल गया था. अब उसे दर्द बहुत कम हो गया था. या ना के बराबर रह गया था. मुन्ना'ने अपना लंड धीरे से ज़रा बाहर निकाला रूचि के मूँ'ह से दर्द भारी कामुक सिस'कारी निकली और फिर मुन्ना'ने उसे वापिस रूचि की चूत में धकेल दिया. रूचि'ने फिर एक दर्द मैं डूबी कामुक सिस'कारी दी. आ उः.. मुन्ना'ने कई बार ऐसे किया. जिस'से अब उस'का लंड रूचि की चूत में आ जेया रहा था. उसे दर्द भी बहुत कम हो रहा था. उस'की चूत'ने मुन्ना के लौऱे को आप'ने भीतर समा लिया था.

गजजू फिर अब आप'ने काम मैं चालू हो गया. उस'ने मधु को कुतिया की तरह होने को बोला और फिर वह मधु की गान्ड की तरफ घुमा. मधु की गान्ड गजजू के लंड की तरफ थी. गजजू लगता है. मधु की गान्ड देख कर अब चूत नहीं उस'की गान्ड मार'ना चाह'ता था क्योंकि मुझे पता था की गजजू को गान्ड मार'ने का बहुत शौक़ है, इसी लिए उस'की कई लऱ'कों से भी जान पहंचान थी. वह उन'की गान्ड बहुत शौक़ से मार'ता था. अब जब'की उस'ने मधु की फूली हुई गान्ड देखी तो उस'ने देर नहीं लगाई क्योंकि उस'का लंड मधु की चूत के राज से अच्च्ची तरह से चीक'ना था.

उस'ने मधु की गान्ड के च्छेद पर लंड रखा और एक झट्क दिया. लंड मधु की गान्ड मैं आधा घुस गया. उस'ने एक सिस'कारी ली, उत्तेजना और दर्द से, क्योंकि मैं उस'की गान्ड बहुत बार मार चुका था. गजजू'ने मेरी तरफ देखा,

विशाल यार लगता है. तू साली की गान्ड खोल चुका है. इसे तो मज़ा आ रहा है. चलो कोई बात नहीं काम चल जाएगा . मैं गजजू से बोला,

यार फिकर मत करो तुम्हें आज एक कुँवारी गान्ड भी मिलेगी. ओह उस'ने एक और झटके से अपना पूरा लंड मधु की गान्ड मैं उतार दिया. उसे धुंवा धार तरीके से चोद'ना शुरू कर दिया. मधु मज़े मैं कामुक सिस'कारी दे रही थी. गजजू को और तेज चोद'ने को बोल रही थी. दूसरी तरफ रूचि अब सिसक रही थी. उस'की चूत'ने अब मुन्ना के लौऱे का स्वागत कर दिया था.. मुन्ना अब भी उसे धीरे से चोद रहा था. अब उस'का लंड आधा से ज़्यादा उस'की चूत में जा चुका था. मुन्ना आप'ने लौऱे को आहिस्ता आहिस्ता उस'की चूत में धकेल रहा था. जिस'से रूचि को दर्द नहीं हो रहा था.

चाची अपनी दोनों बेटियों को चुड़वाता देख कर फिर से गरम हो गयी थी. उस'ने मेरे लौऱे को मूँ'ह में ले कर छूसा की सुरुआत कर दी. कौशल हम सब को बेबसी से देख रहा था. बेचारा हिल भी नहीं सक'ता था. लगता है. गजजू और मुन्ना'ने कस के बाँधा है उसे सोफे पर. चाची सोफे पे लेटी थी. मेरा लंड उस'के मूँ'ह में और मैने अपनी अंगुल उस'की चूत में दे दी. उसे अंगुल कर'ने लगा, वह जोश मैं आ के मेरे लौऱे को पूरा ऊपर से नीचे तक अपनी जीभ से चाट रही थी. साथ ही कामुक सिस'कारी भी कर रही थी.

ह म्‍मह में तो रूचि की चुदाई देख'ने मैं मसरूफ़ था. मुन्ना'ने अब अपनी तेज गति को थोरा बढ दिया था. रूचि को फिर से दर्द हो रहा था. उस'ने आप'ने नाख़ून मुन्ना की कमर मैं गऱ दिए जिस'से मुन्ना की कमर में खरोनछें पऱ गयी लेकिन उसे कोई परवाह नहीं थी. वह तो बस मज़ा ले रहा था. रूचि अब दर्द से सिसक रही थी..

ओईईई मा मैं मार गयी.. आह मुन्ना आहिस्ता करो ना हा'य !. आह मेरी चूत फॅट जाएगी. इसी दौरान गजजू और मधु झऱ'ने वाले थे. मधु बोली.

ऊह.. गजजू. मैं झऱ रही हून.. एक पल बाद ही गजजू भी झऱ'ने लगा.

मधु मैं झऱ रहा हून, तेरी गान्ड मैं. ले मेरा वीरया. उ.... ओह और उस'ने मधु की गान्ड आप'ने माल से भर दी. उस पे गिर गया.. जब'की मुन्ना रूचि की अब धुंवा धार तरीके से चुदाई कर रहा था. रूचि भी पूरा चुदाई का मज़ा ले रही थी..

ऊह.. मुन्ना मुझे कस कस के चोदो. ज़ोर से चोदो. बहुत मज़ा आ रहा है. अब मुन्ना का लंड पूरा उस'की चूत में आ जेया रहा था. उसे अब दर्द नहीं हो रहा था. वह सिसक रही थी. मधु और गजजू अब भी एक दूसरे से चिपके हुए लेते थे. ज़मीन पर कुच्छ 5 मिनिट के बाद ही रूचि झऱ'ने वाली थी. मुन्ना'ने अपनी गति और बढ डियी.

छोड़ डाल रे ! मुन्ना. ऊह.. मेरी चूत फाऱ दो. क्या लंड है और वह झऱ गयी और कुच्छ झट्कोन के बाद मुन्ना'ने उस'की चूत आप'ने माल से भर दी. उस पे गिर गया. रूचि'ने मुन्ना को अपनी बाँहों मैं कस लिया और वह उस'पर चुंबन की बार'सात कर रही थी..

मुन्ना क्या मस्त चुदाई की है. तुम'ने मज़ा आ गया.. आह क्या मज़ा मिला है. ऐसा मेरे पति'ने मुझे पहअल्ली रात भी नहीं दिया जितना तुम'ने मुझे आज दिया है. मुन्ना अब मुझे तुम ऐसा मज़ा दिया कर'ना. मैं तुम से हर साप्ताह चुद'ववुँगी . कौशल अपनी बहन को देख रहा था. जब मैने गौर किया तो कौशल का लंड पूरा ताना हुआ था. साला अपनी बहन और मा की चुदाई देख के गरम हो गया था. मैने चाची को सर से पकऱ के उसे उस'के बेटे का लंड दिखाया.

चाची तेरा बेटा तो गरम हो गया है. इस का क्या करना है. चल तू ही उस'का कुच्छ कर दे जा, जाके उस'की गरमी निकाल. चाची तो अब रन्डी बन चुकी थी. साली'ने फॉरन जाके आप'ने बेटे का लंड हाथ मैं लिया और उसे हिला'ने लगी. कौशल के मूँ'ह से एक सिसकी निकली.

नहीं मा ऐसा ना कर मैं तेरा बेटा हून. चाची बोली,

चुप बे भऱ्वे ना तू वह सब कुच्छ करता ना तेरे को यह दिन देखना पऱ'ता. साला आप'ने बाप की तरह है. वह चूतिया साला कभी मुझे असली मज़ा नहीं दे सका . देख आज हमें विशाल'ने कितना मज़ा दिया. साले अब ज़्यादा नाटक नहीं कर, देख तेरा लंड ताना हुआ है, सेयेल अपनी बहनों की और मा की चुदाई देख के. आज मैं तुम्हें मज़ा दूँगी. साथ ही चाची'ने कौशल का लंड मूँ'ह में ले के छूसा शुरू कर दी. कौशल'ने कामुक सिस'कारी दी..

चाची'ने उस'का लंड जो की 8`` का था, मूँ'ह में पूरा ले लिया और किसी रन्डी की तरह उसे चूस'ने लगी. कुच्छ 5 मिनिट के बाद चाची अपनी जगह से उठि और कौशल के लौऱे पर बैठ्न चालू किया. साली बहुत गरम हो गयी थी. अब उस'ने आप'ने बेटे के लौऱे से अपनी गरमी डोर करनी थी. जब'की कौशल सोफे पर बँधा हुआ था. चाची'ने उस'का लंड आप'ने हाथ मैं लिया और उसे चूत के होठों मैं फँसाया और फिर अपनी गान्ड को लौऱे पे आहिस्ता आहिस्ता नीचे को धकेलना चालू किया. कौशल का लंड चाची की चूत को चीरता हुआ घुसता चला जा रहा था. जब पूरा लंड चाची की चूत में चला गया तो चाची'ने ऊपर नीचे होना चालू कर दिया. आप'ने बेटे के लौऱे से मज़े लेना चालू कर दिया..

वह सिसक रही थी. कौशल भी अपनी मा की चूत का मज़ा ले रहा था. वह भी सिसक रहा था. हम सब देख रहे थे. चाची और कौशल पूरा गरम हो चूक्के थे. मधु अपनी जगह से उठि और कौशल के हाथ खोल दिया. कौशल के हाथ जैसे ही खुले उस'ने फॉरन मा को पाक'रा. हम सब समझे के वह अभी मा को आप'ने ऊपर से नीचे फेंकेगा और हम लोगों को मार'ने की कोशिश करेगा लेकिन हम सब यह देख के डांग रह गये की उस'ने अपनी मा को पकऱ लिया और उस'पर चुंबन की बार'सात करना शुरू कर दिया. साथ ही उस'की चूचियों को मसलना चालू कर दिया. फिर उस'ने चाची के स्तन की छूसा करना चालू किया जिस'से चाची'ने एक सिस'कारी ली.

कौशल पी जा अपनी मा का दूध जैसे तुम बचपन मैं पिता था.. ऊह.. खूब चूसो. आह और दबाओ मेरे स्तन को अब चाची जोश मैं थी. चाची'ने और ज़ोर ज़ोर से कौशल के लौऱे पे उच्छालना चालू कर दिया. कुच्छ 2 या 3 मिनिट के बाद कौशल'ने चाची को उठा के ज़मीन पर डाला और फिर उस'के ऊपर आया और आप'नी मा की ताबऱ तोऱ चुदाई कर'ने लगा. चाची सिसक रही थी. साथ साथ कौशल को और ज़ोर ज़ोर से चोद'ने को बोल रही थी..

कौशल बेटा मार अपनी मा की चूत. Pहाऱ डाल, ले मेरे स्तन को खूब चूसो. उ.... ओह और कौशल अब चाची को जोरदार धक्कों से चोद रहा था. हम सब मा बेटे की चुद'आई देख रहे थे. जब'की मधु गजजू के नीचे लेटी थी और रूचि मुन्ना के. फिर चाची'ने ज़ोर ज़ोर से कामुक सिस'कारी लेना चालू कर दिया था..

ऊह.. कौशल मैं झऱ रही हून. और तेज और तेज मार अपनी मा की चूत. ऱन्डी की तरह चोद मुझे.

आहा मा तू रन्डी ही तो है. पता नहीं किस किस से चुड़वति फिरती है. साली मैं तेरी चूत फाऱ दूँ गा. उ.... ओह और चाची झऱ'ने वाली थी..

बेटा मैं झऱ रही हून.. ऊह.. छोड़ मुझे. चोद मुझे. मैं तेरी रन्डी हून.. मैं तेरी कुतिया हून.. Pहाऱ दे मेरी चूत और इस'के साथ ही चाची झऱ गयी. जब'की कौशल'ने आप'ने धक्के जारी रखे और वह चाची को धुंवा धार तरीके से जोरदार धक्कों से चोद रहा था. दो या 3 मिनिट के बाद ही वह झऱ'ने वाला था..

मया मैं तेरी चूत में अपना माल डाल दूँ. ऱन्डी मेरा माल अपनी चूत से पी जा. उ.... ओह और उस'ने एक ज़ोर दार गहरा धक्का दिया. अपना लंड चाची की चूत में गहराई तक ले जाके अपना सारा माल अपनी मा के अकाउंट मैं जमा करा दिया.. साथ ही वह अपनी मा के ऊपर गिर गया. चाची'ने उसे आप'ने साथ चिपका लिया और उस'के आन्डो मैं हाथ फेर'ने लगी..

जब'की हम सब उन्हें देख रहे थे. गजजू पास ही लेट था. उस'ने अपना लंड मधु की चूत से निकाला. साले का लंड फिर से टन गया था. मैने गौर से गजजू को देखा वह कौशल की गान्ड को देख रहा था. मैं समझ गया की उस'का लंड कौशल की गान्ड देख के टन गया था. मैं गजजू से बोला,

गजजू क्या बात है? साले . वह बोला,

यार कुच्छ नहीं बस गान्ड मार'ने को दिल कर रहा है. मैने कहा की,

गजजू मैने तेरे को वादा किया था ना आज तुझे एक कुँवारी गान्ड मिलेगी, चुदाई के लिए.

हन यार लेकिन तुम'ने तो मा बेटियों की गान्ड मार दी है. अब वह कुँवारी तो नहीं रही.

rajaarkey
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Re: बदले की आग

Unread post by rajaarkey » 12 Dec 2014 22:18

बदले की आग (भाग - (14) लास्ट

आबे सेयेल तू गड़हा है. मैं तुम्हें तेरी पसंद का तो'फा दूँगा सेयेल मुझे पता है. तुम्हें लौन्डोन की गान्ड मार'ने मैं ज़्यादा मज़ा मिलता है. आज तुम्हें कुँवारी गान्ड मिलेगी.

यार किस की? सब हम दोनों की बातें सुन रहे थे. मधु बोली,

विशाल हम सब की गान्ड तुम'ने मार दी है. अब कौन है जो कुँवारी गान्ड का मालिक है तो मैने कौशल की तरफ देखा.

यार गजजू वह तेरे पास ही लेट है. कौशल उच्छल गया.

क्या बोले मेरी गान्ड नहीं. मैं गान्ड नहीं दूँ गा. अब गजजू के मूँ'ह में पानी आ गया था. वह मुझ से बोला,

यार तू तो दिलों के हाल जानता है. मैं सेयेल की गान्ड देख'ते ही उस मैं लंड घुसेऱ'ने को बेताब था. अब मज़ा आएगा जब'की कौशल अब नहीं नहीं कर रहा था तो मैं कौशल से कहा,

सेयेल नाटक नहीं चलेगा. मरवा ले गजजू से वरना तेरी गान्ड तो ज़बेरदास्ती भी मार लेगा वह और अगर तू'ने आनाकानी की तो मुन्ना भी तेरी गान्ड फाऱ देगा अब सोच ले गजजू से मरवाएगा के मुन्ना से. अब कौशल के पास कोई रास्ता नहीं था. उसे पता था की गांद तो अब देनी है. मुन्ना से तो अच्च्छा है गजजू को दे दूँ तो वह बोला,

ठीक है. गजजू'ने मधु को छोऱ दिया. कौशल के पास गया. उसे कुतिया की तरह होने को बोला कौशल कुतिया की तरह हो गया. गजजू उस'के पीच्चे आ गया. अब उस'ने चाची से कहा,

साली रन्डी तेल ले के आ वरना तेरे बेटे की गान्ड ऐसे ही मार दूँगा, चल जल्दी कर तेरे बेटे की गान्ड देख के मुझ से रहा नहीं जाता. चाची फॉरन स्नान घर से तेल की बॉटल ले आई और गजजू को दे दी.. गजजू'ने कौशल की गान्ड पर तेल लगाया और कुच्छ आप'ने लौऱे पर फिर उस'ने लौऱे का सुपारा कौशल की गान्ड पर रखा और उस'की कमर को पकऱ के धक्का दिया. लंड फिसल गया. उस'ने दोबारा ट्राइ की और फिर लंड फिसल गया. उस'ने चाची से कहा,

मेरा लंड तेरे बेटे की गान्ड के च्छेद पे रख चाची'ने गजजू के लौऱे को कौशल की गान्ड के च्छेद पर पाक'रे रखा और गजजू'ने एक ज़ोर का धक्का दिया. ळौऱे का सुपारा कौशल की गान्ड मैं चला गया. साथ ही कौशल की चीख सुनाई दी..

मार डाला मेरे को हााआ मेरी गान्ड फॅट गयी. निकाल बे गांडू. गजजू'ने उस'की चीख की परवाह नहीं की और साथ ही दो टीन धक्का लगा दिया जिस'से गजजू का लंड पूरा उस'की गान्ड मैं चला गया था. अब तो कौशल दर्द से तऱप रहा था. साथ ही गालियाँ दे रहा था..

आह हरांज़ाड़े निकाल आप'ने लौऱे को मेरी गान्ड से. ऊह.. बहुत दर्द हो रहा है. गजजू बिना रुके कौशल की गान्ड मार रहा था और कौशल दर्द के मारे चिल्ला रहा था. चाची से आप'ने बेटे की यह हालत देखी नहीं गयी. उस'की आँखों मैं आँसू आ गये. मैने मधु से कहा,

जाके आप'ने भाई के नीचे लेट जा और उस'के लौऱे को खूब चूसो इस से कौशल का दर्द ख़तम हो जाएगा. वह जाके कौशल के नीचे लेट गयी. कौशल के लौऱे को चूस'ने लगी. कुच्छ वक़्त मैं ही कौशल का दर्द ख़तम हो गया. उस'का लंड मधु के मूँ'ह में टन गया. गजजू अब कौशल को कुतिया की तरह धुंवा धार तरीके से चोद रहा था. मधु को गजजू का लंड कौशल की गान्ड मैं आता जाता नज़र आ रहा था. जबकि उस'के मूँ'ह में कौशल का लंड था..

मुन्ना अपनी जगह से उठा और उस'ने चाची को पकऱ के लिट दिया. पास पऱी बॉटल से तेल लिया और चाची की चूत में लगा दिया और कुच्छ आप'ने लौऱे पर. चाची मुन्ने के लौऱे पे तेल लगता देख रही थी. उसे डर भी लग रहा था. उत्तेजित भी थी, उस'का लंड देख के. मुन्ना'ने उस'की टाँगों को वी शेप मैं फेला दिया. आप'ने लौऱे को चाची की चूत के होठों मैं फँसा के एक ज़ोर का धक्का दिया.. चाची के मूँ'ह से कौशल से भी ज़्यादा ज़ोर की चीख निकली.

मार डाला री. हौऊइ मा. मैं मार गयी. मेरी चूत फाऱ दी इस हरामी'ने. कोई मुझे बचाओ हम सब चाची और मुन्ना का तमाशा देख'ने लगे मधु'ने भी एक पल के लिए कौशल का लंड आप'ने मूँ'ह से बाहर निकाल के अपनी मा की चुद'आई देख'ने लगी. चाची दर्द के मारे चिल्ला रही थी. मुन्ने को गाली दे रही थी की हरामी'ने मेरी चूत फाऱ डाली. मुन्ना आप'ने काम मैं मस्त रहा. वह आप'ने लौऱे को चाची की चूत में पूरा डाल चक्का था.

मधु'ने फिर से कौशल का लंड पे छूसा चालू कर दी जब'की मुन्ना चाची की चुदाई कर रहा था. मैं और रूचि देख रहे थे. मैने रूचि को आप'ने पास बुलाया और उसे छूसा के लिए बोला उस'ने वक़्त बर्बाद नहीं किया. मेरे लौऱे को आप'ने मूँ'ह में ले कर छूसा चालू कर दी. कम'रे मैं वास'ना मैं डूबी सिस'कारियाँ गूँज रही थी. हर कोई मज़ा ले रहा था. मैने गजजू को देखा वह अब झऱ'ने वाला था. उस'ने एक ज़ोर दार झट्क दिया. साथ ही अपना सारा माल कौशल की गान्ड मैं छोऱ दिया. कौशल'ने अपना सारा माल मधु के मूँ'ह में छोऱ दिया.

मधु आप'ने भाई कॅया सारा माल पी लेने के बाद उस'के नीचे घूम के लेट गयी.. अब उस'की चूत कौशल के लौऱे के नीचे थी. उस'ने कौशल से कहा,

भाई लंड मेरी चूत में डाल दो कौशल'ने वैसे ही किया. अब मधु नीचे थी जबकि कौशल उस'के ऊपर और कौशल के ऊपर गजजू था. वह ऐसे ही लेट गया. कोई भी हिल नहीं रहा था.. मैने रूचि से कहा की,

चल अब मैं तेरी चूत मारूँगा वह अपनी जगह से उठि और आ के मेरे लौऱे पे बैठ गयी. मेरा लंड उस'की चूत में ऐसे चला गया जैसे किसी बऱे सुराख मैं. उस'की चूत मुन्ना की चुद'आई से खुल गयी थी. मुझे उस'की चूत चोद'ने मैं मज़ा नहीं मिल रहा था. मैने उसे कहा की,

तेरी चूत तो भोस'रा बन गयी है. मज़ा नहीं आ रहा, चल तेरी गान्ड मार लेता हून. वह मेरे लौऱे से उठि. अपनी गान्ड मेरी साइड पे कर के मेरे लौऱे पे बैठ गयी. घान्ड चूत से कुच्छ सन्कऱी थी. वह मेरे लौऱे पे उच्छल रही थी. जब'की मुन्ना चाची को धुंवा धार तरीके से चोद रहा था. चाची अब पूरा मुन्ने के लौऱे का मज़ा ले रही थी. उसे जोरदार धक्के लगा'ने को बोल रही थी..

उ.... ओह और तेज चोद मुन्ना. मैं तेरी दीवानी हो गयी हून.. आह मेरी चूत को फाऱ डाल. आह कुट्टिया की तरह चोद मेरे को. आह बहुत मज़ा है रे तेरे लौऱे मैं

हन चाची मैं तेरी चूत फाऱ दूँगा, तुझे चल'ने के काबिल भी नहीं छोऱून्ग, तू तो रन्डी है. साली बेटे से छुड़वा, मेरे से चुद'वा रही हो और पता नहीं किस किस का लंड लिया है. तू साली च्चिनाल है और चाची और मुन्ना दोनों साथ ही झऱ गये..

मुन्ना मेरी चूत भर दे आप'ने माल से. मुझे आप'ने बच्चे की मा बना डाल रे. आह मेरे चूत भर दे. और साथ ही मुन्ना भी झऱ रहा था. मुन्ने का माल चाची की चूत से निकल रहा था. चाची की गान्ड से होता हुआ कार्पेट पे गिर रहा था. . मैने रूचि पे ध्यान दिया. वह मेरे लौऱे पे उच्छल रही थी. मैं झऱ'ने वाला था. मैने रूचि से कहा,

रूचि मैं झऱ'ने वाला हून.. उ.... ओह और वह और तेज़ी से उच्छल'ने लगी.

अभी नहीं विशाल मैं भी झऱून्गी. साथ ही झऱेन'गे और वह अपनी गान्ड पूरा स्पीड से मेरे लौऱे पे उच्छाल'ने लगी जिस'से वह भी झऱ'ने वाली थी..

ऊह.. विशाल अब भर दो मेरी गान्ड, मैं भी झऱ'ने वाली हून.. ऊह और मैने उसे आप'ने साथ लगा लिया और उस'की चूचियों को कस के पकऱ लिया और अपना सारा माल उस'की गान्ड मैं गिरा दिया. वह भी झऱ गयी. वह मेरे ऊपर वैसे ही बैठी रही. हम सब तक गये थे. मैं तो वैसे ही सो गया. मेरा लंड रूचि की गान्ड मैं ही रह गया. वह भी सो गयी. दूसरों का मुझे पता नहीं जब मेरी आँख खुली तो वहाँ फिर से चुदाई हो रही थी..

मुन्ना मधु को चोद रहा था. गजजू चाची को और कौशल रूचि की कुतिया की तरह चुदाई कर रहा था. मैं वहाँ से उठ गया. स्नान घर चला गया. मैने शवर लिया और मैं सेफ मैं से सब कॅसेट्स ले आया जब मैं बैठक मैं वापिस आया तो सब झऱ चुके थे. मैने वह कॅसेट्स चाची को दिए. उन सब को जेया'ने के लिए बोला. सब के सब अभी मज़ा करना चाह'ते थे. पर मैं अब उन्हें बर्दास्त नहीं कर सक'ता था. मैने सब को चलता किया. जब'की मुन्ना'ने उन्हें सुझाव दिया की,

अब सब मेरे घर चलो. वहाँ मज़ा करेंगे. सब'ने उस'के सुझाव को पसंद किया. वह सब उस'के घर चले गये जिस'में मुझे अब कोई दिलचस्पी नहीं थी. मेरा बदला पूरा हो चुका था. मैं भी कुच्छ खा पी लेने को रेस्टोरेंट चला गया.

मैं कामिनी के वीसा तक वहीं रहा और कामिनी को कुच्छ भी नहीं बताया. इस दौरान मैने किसी को भी नहीं देखा, वह सब अब मुन्ना और गजजू से मज़ा ले रही थी. यह मेरे लिए अच्च्छा था. हम लोग जल्द ही इंग्लेंड वापिस आ गये. मैने कामिनी से कभी भी इस बात का ज़िकार नहीं किया. हम अब खुश'हाल ज़िंद'गी गुज़ार रहे हैं लेकिन एक ही खाना खा'ने से इंसान बोर हो जाता है. इश्स लिए मैं कभी कभी बाहर भी मूँ'ह मार लेता हून. .

हमारे इंग्लेंड में आए दो महीने ही हुए थे की कामिनी मुझ से बोली की,

चाची मा बना'ने वाली है, इस 45 साल की उमर में. मैं सोच रहा था की बच्चा किस का है. चलो जिस का भी हो चाची के तो मज़े हो गये हैं. फिर साथ ही एक और खबर आई के गजजू'ने मधु से शादी कर ली. वह भी मा बना'ने वाली है. जब'की रूचि'ने आप'ने पति से तलाक़ ले लिया और मुन्ना से शादी कर ली. मुझे पता था. सब मा बेटी मज़ा कर'ना चाह'ती थी. जब'की कौशल अब भी कुँवारा था. .

====== समाप्त ==============

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