में अम्मी और मेरी बहिन-4
में और अम्मी फिर कपडे पहिन कर निचे आ गए ,
मेरी बहिन नजमा के बारे में बतादू आपको ,
वो बिलकुल स्लिम और फिट है,और उसको हिंदी फिल्मे का चस्का है,
उसके रूम में टीवी और डीवीडी प्लेयर भी है,
और वो सलीम की बहिनो शीबा और गुल की खास दोस्त भी है,
सलीम की बहिने हमारे घर आती जाती रहती है,
सलीम का परिवार हमसे थोडा ज्यादा पैसेवाला भी है और आजाद ख्याल भी,
नजमा बातचीत में बहुत ही स्मार्ट है.
और फेसन में तो गजब ही है.
पर वो थोड़ी सी सांवली है पता नहीं किस पर गई है ...
मुझसे उसकी अच्छी पटती है.
में और अम्मी निचे आ गए और हम दोनों हॉल में बेथ कर बाते करने लगे..
मैंने अम्मी से भाई से सेटिंग के बारे में पूछा की पहली बार भाई से चुदाई केसे करवाई,
तो अम्मी मुझे बताने लगी. अम्मी की कहानी अम्मी की जुबानी.
बेटा साहिल बात तिन साल पहले की है,
तेरे अब्बू का लंड छोटा सा ही है करीब 4 इंच का और उनको चुदाई में ज्यादा इंटरेस्ट भी नहीं है
उनको सिर्फ चाटने और चूसने में ही मज़ा आ जाता है और उनको एक अजीब शोक भी है,
वो शौक है हिन्जडो के साथ सेक्स करने का उनकी गांड मारने और उनसे गांड मरवाने का बहुत ही शौक है उनको,
मुझे हमेशा से ही सेक्स का चस्का है लेकिन तेरे अब्बू मेरी चूत बराबर नहीं मार पाते है
और इसकी वजह से में किसी दुसरे से चुदवाने की फ़िराक में थी,
लेकिन किसी बाहर वाले से चुदवाने में इज्जत का खतरा था और एक दिन रात में तेरे भाईजान पीकर आये.
उन्होंने ज्यादा ही पी रखी थी,
तुम और नजमा सो चुके थे और तेरे अब्बू भी घर पर नहीं थे,
तेरे भाईजान को में उनके कमरे में लेकर गयी और उसे बोली की कपडे चेंज कर ले,
रहमान नशे में था और वो मेरे सामने अपने कपडे उतरने लगा,
जब उसने अपनी पेंट उतारी तो साथ में उसका अंडरवियर भी उतर गया और वो मेरे सामने नंगा हो गया,
उसका लंड खड़ा था और उकसी लाल लाल टोपी चमक रही थी,
में पिछले तिन दिन से नहीं चूदी थी तेरे भाई जान का लंड मेरी आँखों के सामने था,
फिर उसने अपनी कमीज भी उतार दी,
उसका कसरती बदन मेरी चूत में खुजली दे रहा था,
में हवस में अंधी हो गयी थी,
में ने रहमान से कहा = बेटा तुम नंगे हो गए हो,
रहमान अपने होश में नहीं था , और उसका लंड भी तान में था, मुझे कई दिन बाद लंड दिखा था और में पहले से गर्म ही थी
और मेरी चूत में खुजली चल ही रही थी,
तो मैंने रहमान का लंड को धीरे से पकड़ा और बोली = रहमान बेटा चलो सो जाओ ना,
रहमान ने मेरी तरफ देखा और बोला = अम्मी में होश में नहीं हूँ ना ,
मेंने कहा = सब ठीक है रहमान,
और मैंने रहमान को निचे से खाना लाकर दिया,
tab तक रहमान ने अपनी तहमद पहन ली थी पर निचे अंडरवियर नहीं पहना था,
उसका लंड अब भी तान में था ...
फिर रहमान ने मेरी तरफ देखा और बोला = अम्मी आज तो आप गजब की लग रही हो,
सलवार सूट में बिलकुल ही विधा बालन लग रही हो,
में पहले से ही अपनी चूत खुजा रही थी,
इस बात नै मुझे और भी गरम कर दिया,
तभी रहमान ने tv चला दी tv पर एक sexi फिल्म चल रही थी,
जिसमे एक लड़की दो आदमी से चुद रही थी,
में अब चूत के हाथो मजबूर हो गयी थी,
साहिल बेटा और मेरी चूत लंड लेने को बेताब थी,
तभी रहमान ने मुझे कहा = अम्मी आप मेरा थोडा काम करोगी क्या ...?
मैंने कहा = क्या बेटा .
रहमान = अम्मी मेरा पेट दुःख रहा है थोडा दबा दो ना .
में रहमान का पेट दबाने लगी.
रहमान मेरी चुन्चियो को गोर से देख रहा था,
और
में रहमान का लंड निहार रही थी आग दोनों ही तरफ थी,
तभी रहमान ने tv की आवाज तेज़ की लड़की के अब दोनों तरफ ही लंड लगा हुआ था और वो सिसकिय भर रही थी,
रहमान ने अपनी तहमद खोल दी,
और मुझसे बोला = अम्मी देखो न इसको कितना बड़ा हो गया है,
आपको देख कर अम्म्की इसका इलाज करो ना,
मैंने कहा की केसे मगर,
रहमान = उस लड़की की तरह तुम भी मेरे लंड को अपनी चूत और गांड में लो ना अम्मी और रहमान ने मुझे अपनी तरफ खिंच लिया,
और मुझे किस करने लगा और मेरे बूब दबाने लगा,
में भी यही चाहती थी पर में उसे और तड़ फाना चाहती थी,
मैंने उससे कहा = रहमान में तेरी अम्मी हूँ और ये हमारे मजहब के खिलाफ ,है ,बेटाकी अम्मी अपने बेटे से ही चुद्वाए,
पर रहमान अब मुझे छोड़ने की फ़िराक में नहीं था,
और उसने मेरी सलवार में हाथ डालकर कहा की = अम्मी मजहब सिर्फ चूत और लंड का ही होता है,
आओ ना अपने बेटे के लंड को अपनी चूत में ले लो ना,,,,
और रहमान ने मेरी चुन्चिया पकड़ कर दबने लगा ....में उससे छुड़ कर दरवाजे की तरफ गयी पर
रहमान नंगा ही मेरी तरफ आया और मुझे पीछे से अपनी बांहों में खिंच लिया में तो यही चाहती थी,
तेरे भाईजान का लंड मेरी गांड पर लग गया और मेरी चुन्चिया तेरे भाईजान ने कास कर थाम ली.
रहमान ने मुझे फिर मुझे अपनी बांहों में भर लिया और अपने बेड पर ले गया ,
अब मेरा खुद पर काबू नहीं था साहिल मेरी चूत में बहुत ही खुजली हो रही थी ,
और तभी रहमान ने मेरी सलवार उतारी और सीधा ही मेरी चूत पर अपना मुंह लगा लिया और मेरी चूत को चाटने लगा ,
मेरी हालत खराब हो गयी अब में सिर्फ लंड लेना चाहती थी,
तभी रहमान ने मेरे मुंह पर अपना लंड रखा और चूसने को कहा साहिल में चुपचाप तेरे बड़े भाई का लंड चूसने लगी,
और थोड़ी देर चूसने के बाद रहमान ने मेरी जैम कर चुदाई की,फिर रहमान ने मुझे अपनी रंडी बना लिया और चोद ने लगा,
इस तरह तेरे भाईजान ने मेरी चुदाई की मेरे बेटे,
और इस तरह से तेरे भाईजान तीन सालो से मेरी चूत और गांड का मज़ा ले रहे है बेटे,
अब तुम भी मेरी चूत और गांड का मज़ा लो न साहिल बेटा ,,,,,
=
फिर अम्मी ने मेरा लंड पकड़ लिया और मेरे बरमुडे से बाहर निकल लिया,
पर तभी निचे से दरवाजे की घंटी की आवाज आई,
अम्मी - साहिल लगता है की नजमा आ गयी है,
मेरे खड़े लंड का klpd हो गया,
सही में ही नजमा आई थी, नजमा ने एक फिट और tite t-sirt पहन राखी थी और निचे एक जींस पहन रखी थी
मैंने आज पहली बार नजमा को किसी और नजरो से देखा था,
नजमा की चुन्चिया बहुत ही मस्त थी लगभग 30 साइज़ की थी,
और हाँ नजमा का मुखड़ा बहुत ही मासूम था,
और सबसे मस्त नजमा की गांड थी,
एकदम गोल मटोल मेरा लंड खड़ा तो था ही अब वो मेरी पेंट फाड़ने को उतारू था,
अम्मी ये सब देख रही थी,
पर मैंने अम्मी की कोई परवाह नहीं की,,
मैंने नजमा से पूछा= क्या बात है नाजो (हम सब नजमा को प्यार से नाजो ही कहते थे)
आज बहुत ही सुन्दर लग रही हो तुम तो कोई खास बात है क्या...
नजमा ने मेरी और देखा और बोली= भाई में तो रोज ही लगभग एसी ही लगती हूँ ,
पर आज तुम जरुर कुछ खास लग रहे हो बिलकुल गोरे गोरे लग रहे हो लगता है पार्लर से आ रहे हो तुम,
(नजमा क्या जाने की ये कमाँल किसी पार्लर का नहीं चाची और अम्मी की जुबान का था जो मेरे चेहरे पर से हट ही नहीं रही थी
अम्मी और चाची ने मुझे इतना कस कस कर चूमा था की में वाकई में गोरा लगने लगा था )
फिर नजमा मेरे बाजु में आकर बेठ गई,
और मुझसे लेपटोप के बारे में पूछने लगी,
उसे नेट का बहुत ही शोक था और वो हर वक्त ही लेपटोप से चिपकी रहती थी,
उसने मुझसे अपने लेपटोप में एक सॉफ्टवेयर डालने को कहा,
मेरा शेतानी दिमाग में एक आईडिया आया और में उसके लेपटोप पर pc conect भी डाल दिया,
इससे में उसकी हर हरकत का पता पपने फोन से लगा सकता था की उसने नेट पर क्या क्या किया,
तभी अम्मी फोन लेकर आई और बोली साहिल तेरी बुआ का फोन है ले वो तेरे से बात करना चाहती है
बुआ यानी सलीम की चाची जिसने मुझे पहली बार चूत का रास्ता दिखाया था,
मैंने फोन लिया और हेल्लो बोला तो सामने से आवाज आई= क्या हाल है तेरे लंड का बेटा ,
में = ठीक है बुआ आप सुनाओ अपनी ,
बुआ = मेरी चूत तेरे लंड से चुदना चाहती है बेटा,
में = मेरा भी यही मन है,
बुआ = तो आजाओ ना मेरे घर तेरे फूफा अभी शहर से बहार है,और तेरी बहिन रानी
(बुआ की बेटी जो करीब 17 साल की है और थोड़ी सांवली है पर लगती जोरदार है) अपने चाचा के घर गयी है
में = ठीक है बुआ में आता हूँ,
तभी अम्मी बोल पड़ी = कहाँ जा रहा है साहिल बेटा,
में = बुआ के घर उनका कोई काम है.
अम्मी = में भी चलती हूँ बेटा मुझे भी कई दिन हो गए है उससे मिले हुए,
में ने कहा ठीक है अम्मी और हम दोनों घर से निकल गए.
हमारी गाड़ी को हमारा ड्राइवर चला रहा था (उसका नाम मनोज है और वो up का है)
अम्मी और में पीछे बेठे थे,
20 मिनिट में हम दोनों बुआ के पास पहुंचे ...
में अम्मी और मेरी बहिन
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Re: में अम्मी और मेरी बहिन
में अम्मी और मेरी बहिन-5
बुआ हमें अंदर ले गयी.
बुआ का मकान ठीक था, वो हमने अपने बेडरूम में ले गयी और बेड पर बैठाया.
वो मुझसे और अम्मी से गले लग कर मिली. मेरा लंड उनके गले मिलते ही खड़ा हो गया,
मैंने सलवार कमीज पहन राखी थी, लंड खड़ा होकर सीधा हो गया,
मेरे लंड को अम्मी ने देख लिया,
तभी बुआ पानी लेन बहार गयी तो,
अम्मी बोली= क्या रे साहिल बुआ के उपर भी नियत खराब है क्या,
बोलो तो चुदवा दूँ बुआ को भी बोल ...
में अवाक् रह गया ये सुन कर..
तभी बुआ आ गयी, अम्मी ने पानी पिया और बोली= तेरा नोकर कहाँ गया सारा (बुआ का नाम सारा था)
बुआ = अरे वो छुट्टी पर गया है, रूबी भाभी और सुनाओ क्या हाल है,
और भाभी क्या रहमान की शादी नहीं करनी है क्या, फिर इसका भी नंबर है, और बुआ ने मेरे गाल पर चुटकी कट ली,
अम्मी = हाँ सारा पर कोई अच्छी लड़की बता न रहमान के लिए थोड़ी गरीब घर की हो और खुबसूरत हो,
बुआ= क्यों नहीं भाभी मेरे शोहर की बहिन के एक लड़की है जो खुबसूरत तो है ही साथ में ही बहुत ही सलीके वाली भी है,
कहो तो बात चलाऊ.
अम्मी = हाँ रे बात भी चला और फोटो भी मन्गा ले.
बुआ = पर रहमान ज्यादा नही पीता है क्या भाभी तुम कुछ बोलती क्यों नहीं हो उसको.
अम्मी = अब उसने कम कर दिया है सारा,
बुआ = ठीक है फिर तो साहिल के लिए भी साथ में ही लड़की ढूढ लो.
इसकी भी उम्र हो गयी है भाभीशादी की,
और जल्दी शादी करने से ये इधर उधर भी नहीं जायेगा भाभी,
अम्मी = तुम सही कह रही हो सारा आज कल लडको का कोई भरोसा नहीं है,
और तो और फिर हमारे घर के मर्द भी बहार घूमते रहते है, तेरे शोहर कब आयेंगे सारा.
बुआ = वो तो 10-12 दिन के बाद ही आयेंगे.
अम्मी = ओह तो तुम क्या करोगी इतने दिन,
बुआ = है ना अपना हथियार रबड़ का,
(ये सुन कार में सकपका गया क्या बोल दिया बुआ ने अम्मी के सामने ही )
अम्मी = ओह तुम अभी तक उसे काम में लेती है सारा.
बुआ = और क्या करू भाभी मेरे तो कोई बेटा भी नहीं है वरना उससे काम चला लेती,
अम्मी = क्या बक रही है सारा तुम अपने बेटे से ये सब कर न चाहती है,
बुआ = तो क्या करू किसी बहार वाले से अच्छ अपना बेटा है भाभी ,
और आजकल तो ये आम हो गया है कल ही tv पर आ रहा था की, फोरेन में अम्मी बेटा और अब्बू बेटी में सेक्स आम हो गया है..
अम्मी = हाँ मैंने भी देखा था वो ..
(यह सब सुन कर में समझ गया की आज दो दो चूत चोदने को मिलने वाली है,
मेरा लंड अब काबू में नहीं था मेरी अम्मी और बुआ की बाते उसे उकसा रही थी )
बुआ = आजकल के बच्चे बहुत ही आगे है भाभी,देखो ना मेरे भतीजे ने क्या गुल खिलाया,
अम्मी = क्या किया रे ,
बुआ = 17 साल का ही है पर रंडियों के पास जाता है,कल दोपहर को उसके घर पर कोई नहीं था ,
तो वो दो रंडिय ले आया वो भी 30-35 साल की उसकी अम्मी की उम्र की,
और दिन में ही उनके साथ मुंह काला करने लगा मुआ, में गलती से ही उनके घर गई,
उनके घर की चाबिय मेरे ही पास थी, मैंने जब दरवाजा खोला तो अंदर हाई अल्लाह क्या चल रहा था,,
अम्मी = खुल के बता ना क्या चल रहा था,सारा.
बुआ ने मेरी तरफ इशारा किया.
अम्मी बोली = सारा साहिल अब जवान हो गया है और ये सब बाते उसे जाननी चाहिए ना,
क्यूंकि कल उसकी भी शादी होनी है और उसे सब काम अपनी बीबी से करने है तुम खुल कर बोलो ना,
बुआ खुश हो गयी और बताने लगी= मैंने दरवाजा खोला तो अंदर तीनो ही जन्मजात नंगे थे,और सोफे पर बेठे हुए थे,
एक रंडी घोड़ी बनी हुई थी और जाकिब(बुआ का भतीजा) उसकी गांड मर रहा था और दूसरी रंडी जाकिब की गांड चाट रही थी,
अम्मी = ओह फिर क्या हुआ सारा,
बुआ = मुझे देख कर जाकिब थोडा सा डर गया और उसने रंडी को छोड़ कर अपने उपर चादर डाली और मेरे पैर पकड़ लिए,
और माफ़ी मांगने लगा और अपने अब्बू अम्मी से ये सब ना बताने को कहने लगा..
अम्मी = फिर तुमने क्या किया सारा ...
बुआ मेरी रानो पर हाथ रखकर (में बिच में बेठा था और बुआ और अम्मी मेरे दोनों तरफ थी)बोली = क्या करती भाभी घर की
बात थी अब लड़के जवानी में ये सब तो करेंगे ही,तेरा रहमान को लडको को भी नहीं छोड़ता है,मैंने जाकिब से कहा की रंडियों को कितने पेसे
दिए है तो उसने बताया की दोनों रंडियों को 10000/= दिए है एक एक बार चोदने के चाची आप बोलो तो पेसे वसूल करलू,
अब में अपने घर का पैसा केसे जाया जाने देती भाभी मैंने जाकिब से कहा बेटा वसूली करले, तो जाकिब बोला आप भी देखो ना चाची,
में क्या क्या करता हूँ, में वन्ही बेठ गयी भाभी और वो फिर से चादर उतर कर दूसरी रंडी को अपना बेठा हुआ लंड चूसाने लगा
थोड़ी ही देर में उसका लंड फिर से खड़ा हो गया.
अम्मी = कितना बड़ा था वो उसका,
बुआ = करीब 9'' का काला लंड था भाभी बिलकुल किसी कालिए हब्सी के लंड की तरह..
(ये सुनकर अम्मी ने अपनी जुबान अपने होंठो पर फेरी और सिसकारी सी भरी)
और भाभी वो बुरी तरह से उस रंडी की गांड मरने लगा करीब 20-22 मिनिट बाद उसका पानी छुट गया,
और जब पानी छूता तो उसका लंड मेरी तरफ था और उसके पानी के छींटे मेरे मुंह पर भी आ पड़े,
भाभी तभी दूसरी रंडी मेरे पास आ गयी और मेरे मुंह पर पड़े छींटे अपनी जुबान से साफ़ करने लगी.
कभी कभी वो मुझे चूम भी रही थी,उधर जावेद का लंड दूसरी रंडी चूसने लगी,
इधर में भी गरम हो गयी थी भाभी और तभी वो रंडी मेरे बूब दबाने लगी और बोलने लगी = जाकिब तेरी चाची तो बड़ी कड़क है रे ,
इसको रंडी बनाओ ना और उसने एक हाथ मेरी सलवार में दाल दिया और मेरी चूत सहलाने लगी ,
और ये सब देख कर जाकिब भी आ गया और तीनो ने मिल कर मुझे भी नंगा कर दिया भाभी,
(मेरा हाथ अपने लंड पर जा पहुंचा और में उसे सलवार के उपर से ही हिलाने लगा,
ये करते हुए मुझे बुआ ने देख लिया और वो मुस्कराई और अपना हाथ उसने मेरे लंड पर रख दिया)
अम्मी ने ये देख लिया और बोली = लगता है ये कहानी सुन कर सारा तेरा दिल भी खराब हो गया है जो मेरे लड़के के हथियार
को पकड़ रही हो .
बुआ= तेरा लड़का मेरा भी तो लड़का है चल भाभी आज इसके हथियार की सफाई करते है दोनों मिल कर,
अम्मी = पर ये बच्चा है और मेरा सगा बेटा भी सारा..और तुम पहले पूरी कहानी तो सुना ना ...
बुआ= भाभी मुझे पता है की तेरी चूत में खुजली हो रही है, और इलाज तेरे सामने है,कहानी फिर बता दूंगी किसी दिन,
आजा आज असली मज़ा लेते है तेरे बेटे के 8'' के लंड से , अब शर्म छोड़ मस्ती कर ना..
और बूआ ने अम्मी का दुपट्टा खिंच लिया और बोली = तेरा बेटा कितना मादरचोद है परसों ही मुझे चोद चूका है ,
और क्या कमाल का लंड है इसका मेरी भाभी ,,,
अम्मी हेरान होकर = परसों कहाँ कब सारा तुमने बताया नहीं मुझे ...
बुआ अम्मी पर टूट पड़ी और आमी की कमीज उतर दी अम्मी सिर्फ ब्रा और सलवार में थी बुआ आमी के पीछे गयी और अम्मी की ब्रा खोल दी,
अम्मी की छातिया खुलकर उछल सी गयी..
बुआ = ओये साहिल क्या लंड सलवार के अंदर ही रखेगा या अपनी अम्मी और बुआ की चूत की आग को बुझाएगा.
और में अब खड़ा हो गया और अपने कपडे खोल दिए और जाकर अम्मी की सलवार खोलने लगा,
बुआ भी नंगी हो गयी थी, आज बुआ की झांट एकदम साफ़ थी,
अम्मी की सलवार और पेंटी मैंने उटार दी, आमी अपनी चूत पर इत्र लगा कर रखती है ...
पेंटी उतारते ही कमरे में अम्मी की चूत की खुसबू फेल गयी ....
बुआ निचे बेथ कर कभी अम्मी की चूत चाट रही थी और कभी मेरा लंड ....
बुआ मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जेसे मेरी बहिन नजमा लोलीपॉप चुस्ती है,
और अम्मी भी मस्ती में आ चुकी थी,
वो भी बार बार मेरा लंड पकड रही थी .
अब मेरा हाथ बुआ की नंगी और चिकनी चूत पे था मैं अपना हाथ उनकी पूरी चूत पे फेरने लगा,
उनकी नंगी चूत को अपने हाथ से सहलाने लगा,
उनकी चूत बहुत ही ज्यादा गीली थी धीरे धीरे बुआ अपनी टांगें खोलने लगी,
अब मेरा हाथ उनकी पूरी चूत में ऊपर नीचे हो रहा था बुआ पूरी तरह गरम हो चुकी थी ,
वो मेरे होंठो को छोड़ ही नहीं रही थी और मैं भी उनके होंठो को चूसते हुए उनकी चूत को सहला रहा था,
फिर बुआ ने मुझे किस करते हुए मेरे लंड पर अपना हाथ डाल दिया ,
और मेरे नंगे लंड को सहलाने लगी उसे ऊपर नीचे करने लगी .
फिर मैंने अपना एक हाथ उनके मोटे चूतड़ों से ज़रा ऊपर रख दिया और उन्हे बेड तक ले आया.
मेरी उंगलियों को उनके तवाना चूतड़ों की आगे पीछे हरकत महसूस हो रही थी.
मेरे सबर का पैमाना लब्राइज़ हो रहा था.
मैंने अचानक अपना हाथ उनके मोटे और उभरे हुए चूतड़ के दरमियाँ में रख कर उससे आहिस्ता से टटोला.
उन्होने कुछ नही कहा. इस पर मैंने उनके एक भारी चूतड़ को थोड़ा सा दबाया. बड़ी मज़बूत और ताक़तवर गांड़ थी बुआ की.
उन्होने अपने चूतड़ पर मेरे हाथ का दबाव महसूस किया तो मेरे हाथ को जो उनके चूतड़ के ऊपर था,
पकड़ कर अपनी कमर की तरफ ले आईं लेकिन कहा कुछ नही.
ये मेरी ज़िंदगी का सब से हसीन लम्हा था.
मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था.
बुआ के मम्मे बे-पनाह मोटे, गोल और बाहर निकले हुए थे.
उनके दोनो मम्मों के ऊपर और साइड में ब्रा की वजह से हल्की लकीरें पड़ी हुई थीं .
सुर्खी मा'आइल गुलाबी रंग के खूबसूरत निप्पल बड़े बड़े और बाहर निकले हुए थे.
निपल्स के साथ वाला हिस्सा काफ़ी बड़ा और बिल्कुल गोल था जिस पर छोटे छोटे दाने उभरे हुए थे.
मैंने उनका एक मम्मा हाथ में ले कर दबाया तो उस का निप्पल मेरी हतैली में धँस कर दब गया.
में उनका मुँह चूमते हुए उनके मोटे मम्मों को मसलने लगा.
अम्मी भी मेरा साथ दे रही थी ...और मुझे उकसा रही थी बुआ की चूत से पानी टपक रहा था ...
बुआ हमें अंदर ले गयी.
बुआ का मकान ठीक था, वो हमने अपने बेडरूम में ले गयी और बेड पर बैठाया.
वो मुझसे और अम्मी से गले लग कर मिली. मेरा लंड उनके गले मिलते ही खड़ा हो गया,
मैंने सलवार कमीज पहन राखी थी, लंड खड़ा होकर सीधा हो गया,
मेरे लंड को अम्मी ने देख लिया,
तभी बुआ पानी लेन बहार गयी तो,
अम्मी बोली= क्या रे साहिल बुआ के उपर भी नियत खराब है क्या,
बोलो तो चुदवा दूँ बुआ को भी बोल ...
में अवाक् रह गया ये सुन कर..
तभी बुआ आ गयी, अम्मी ने पानी पिया और बोली= तेरा नोकर कहाँ गया सारा (बुआ का नाम सारा था)
बुआ = अरे वो छुट्टी पर गया है, रूबी भाभी और सुनाओ क्या हाल है,
और भाभी क्या रहमान की शादी नहीं करनी है क्या, फिर इसका भी नंबर है, और बुआ ने मेरे गाल पर चुटकी कट ली,
अम्मी = हाँ सारा पर कोई अच्छी लड़की बता न रहमान के लिए थोड़ी गरीब घर की हो और खुबसूरत हो,
बुआ= क्यों नहीं भाभी मेरे शोहर की बहिन के एक लड़की है जो खुबसूरत तो है ही साथ में ही बहुत ही सलीके वाली भी है,
कहो तो बात चलाऊ.
अम्मी = हाँ रे बात भी चला और फोटो भी मन्गा ले.
बुआ = पर रहमान ज्यादा नही पीता है क्या भाभी तुम कुछ बोलती क्यों नहीं हो उसको.
अम्मी = अब उसने कम कर दिया है सारा,
बुआ = ठीक है फिर तो साहिल के लिए भी साथ में ही लड़की ढूढ लो.
इसकी भी उम्र हो गयी है भाभीशादी की,
और जल्दी शादी करने से ये इधर उधर भी नहीं जायेगा भाभी,
अम्मी = तुम सही कह रही हो सारा आज कल लडको का कोई भरोसा नहीं है,
और तो और फिर हमारे घर के मर्द भी बहार घूमते रहते है, तेरे शोहर कब आयेंगे सारा.
बुआ = वो तो 10-12 दिन के बाद ही आयेंगे.
अम्मी = ओह तो तुम क्या करोगी इतने दिन,
बुआ = है ना अपना हथियार रबड़ का,
(ये सुन कार में सकपका गया क्या बोल दिया बुआ ने अम्मी के सामने ही )
अम्मी = ओह तुम अभी तक उसे काम में लेती है सारा.
बुआ = और क्या करू भाभी मेरे तो कोई बेटा भी नहीं है वरना उससे काम चला लेती,
अम्मी = क्या बक रही है सारा तुम अपने बेटे से ये सब कर न चाहती है,
बुआ = तो क्या करू किसी बहार वाले से अच्छ अपना बेटा है भाभी ,
और आजकल तो ये आम हो गया है कल ही tv पर आ रहा था की, फोरेन में अम्मी बेटा और अब्बू बेटी में सेक्स आम हो गया है..
अम्मी = हाँ मैंने भी देखा था वो ..
(यह सब सुन कर में समझ गया की आज दो दो चूत चोदने को मिलने वाली है,
मेरा लंड अब काबू में नहीं था मेरी अम्मी और बुआ की बाते उसे उकसा रही थी )
बुआ = आजकल के बच्चे बहुत ही आगे है भाभी,देखो ना मेरे भतीजे ने क्या गुल खिलाया,
अम्मी = क्या किया रे ,
बुआ = 17 साल का ही है पर रंडियों के पास जाता है,कल दोपहर को उसके घर पर कोई नहीं था ,
तो वो दो रंडिय ले आया वो भी 30-35 साल की उसकी अम्मी की उम्र की,
और दिन में ही उनके साथ मुंह काला करने लगा मुआ, में गलती से ही उनके घर गई,
उनके घर की चाबिय मेरे ही पास थी, मैंने जब दरवाजा खोला तो अंदर हाई अल्लाह क्या चल रहा था,,
अम्मी = खुल के बता ना क्या चल रहा था,सारा.
बुआ ने मेरी तरफ इशारा किया.
अम्मी बोली = सारा साहिल अब जवान हो गया है और ये सब बाते उसे जाननी चाहिए ना,
क्यूंकि कल उसकी भी शादी होनी है और उसे सब काम अपनी बीबी से करने है तुम खुल कर बोलो ना,
बुआ खुश हो गयी और बताने लगी= मैंने दरवाजा खोला तो अंदर तीनो ही जन्मजात नंगे थे,और सोफे पर बेठे हुए थे,
एक रंडी घोड़ी बनी हुई थी और जाकिब(बुआ का भतीजा) उसकी गांड मर रहा था और दूसरी रंडी जाकिब की गांड चाट रही थी,
अम्मी = ओह फिर क्या हुआ सारा,
बुआ = मुझे देख कर जाकिब थोडा सा डर गया और उसने रंडी को छोड़ कर अपने उपर चादर डाली और मेरे पैर पकड़ लिए,
और माफ़ी मांगने लगा और अपने अब्बू अम्मी से ये सब ना बताने को कहने लगा..
अम्मी = फिर तुमने क्या किया सारा ...
बुआ मेरी रानो पर हाथ रखकर (में बिच में बेठा था और बुआ और अम्मी मेरे दोनों तरफ थी)बोली = क्या करती भाभी घर की
बात थी अब लड़के जवानी में ये सब तो करेंगे ही,तेरा रहमान को लडको को भी नहीं छोड़ता है,मैंने जाकिब से कहा की रंडियों को कितने पेसे
दिए है तो उसने बताया की दोनों रंडियों को 10000/= दिए है एक एक बार चोदने के चाची आप बोलो तो पेसे वसूल करलू,
अब में अपने घर का पैसा केसे जाया जाने देती भाभी मैंने जाकिब से कहा बेटा वसूली करले, तो जाकिब बोला आप भी देखो ना चाची,
में क्या क्या करता हूँ, में वन्ही बेठ गयी भाभी और वो फिर से चादर उतर कर दूसरी रंडी को अपना बेठा हुआ लंड चूसाने लगा
थोड़ी ही देर में उसका लंड फिर से खड़ा हो गया.
अम्मी = कितना बड़ा था वो उसका,
बुआ = करीब 9'' का काला लंड था भाभी बिलकुल किसी कालिए हब्सी के लंड की तरह..
(ये सुनकर अम्मी ने अपनी जुबान अपने होंठो पर फेरी और सिसकारी सी भरी)
और भाभी वो बुरी तरह से उस रंडी की गांड मरने लगा करीब 20-22 मिनिट बाद उसका पानी छुट गया,
और जब पानी छूता तो उसका लंड मेरी तरफ था और उसके पानी के छींटे मेरे मुंह पर भी आ पड़े,
भाभी तभी दूसरी रंडी मेरे पास आ गयी और मेरे मुंह पर पड़े छींटे अपनी जुबान से साफ़ करने लगी.
कभी कभी वो मुझे चूम भी रही थी,उधर जावेद का लंड दूसरी रंडी चूसने लगी,
इधर में भी गरम हो गयी थी भाभी और तभी वो रंडी मेरे बूब दबाने लगी और बोलने लगी = जाकिब तेरी चाची तो बड़ी कड़क है रे ,
इसको रंडी बनाओ ना और उसने एक हाथ मेरी सलवार में दाल दिया और मेरी चूत सहलाने लगी ,
और ये सब देख कर जाकिब भी आ गया और तीनो ने मिल कर मुझे भी नंगा कर दिया भाभी,
(मेरा हाथ अपने लंड पर जा पहुंचा और में उसे सलवार के उपर से ही हिलाने लगा,
ये करते हुए मुझे बुआ ने देख लिया और वो मुस्कराई और अपना हाथ उसने मेरे लंड पर रख दिया)
अम्मी ने ये देख लिया और बोली = लगता है ये कहानी सुन कर सारा तेरा दिल भी खराब हो गया है जो मेरे लड़के के हथियार
को पकड़ रही हो .
बुआ= तेरा लड़का मेरा भी तो लड़का है चल भाभी आज इसके हथियार की सफाई करते है दोनों मिल कर,
अम्मी = पर ये बच्चा है और मेरा सगा बेटा भी सारा..और तुम पहले पूरी कहानी तो सुना ना ...
बुआ= भाभी मुझे पता है की तेरी चूत में खुजली हो रही है, और इलाज तेरे सामने है,कहानी फिर बता दूंगी किसी दिन,
आजा आज असली मज़ा लेते है तेरे बेटे के 8'' के लंड से , अब शर्म छोड़ मस्ती कर ना..
और बूआ ने अम्मी का दुपट्टा खिंच लिया और बोली = तेरा बेटा कितना मादरचोद है परसों ही मुझे चोद चूका है ,
और क्या कमाल का लंड है इसका मेरी भाभी ,,,
अम्मी हेरान होकर = परसों कहाँ कब सारा तुमने बताया नहीं मुझे ...
बुआ अम्मी पर टूट पड़ी और आमी की कमीज उतर दी अम्मी सिर्फ ब्रा और सलवार में थी बुआ आमी के पीछे गयी और अम्मी की ब्रा खोल दी,
अम्मी की छातिया खुलकर उछल सी गयी..
बुआ = ओये साहिल क्या लंड सलवार के अंदर ही रखेगा या अपनी अम्मी और बुआ की चूत की आग को बुझाएगा.
और में अब खड़ा हो गया और अपने कपडे खोल दिए और जाकर अम्मी की सलवार खोलने लगा,
बुआ भी नंगी हो गयी थी, आज बुआ की झांट एकदम साफ़ थी,
अम्मी की सलवार और पेंटी मैंने उटार दी, आमी अपनी चूत पर इत्र लगा कर रखती है ...
पेंटी उतारते ही कमरे में अम्मी की चूत की खुसबू फेल गयी ....
बुआ निचे बेथ कर कभी अम्मी की चूत चाट रही थी और कभी मेरा लंड ....
बुआ मेरे लंड को ऐसे चूस रही थी जेसे मेरी बहिन नजमा लोलीपॉप चुस्ती है,
और अम्मी भी मस्ती में आ चुकी थी,
वो भी बार बार मेरा लंड पकड रही थी .
अब मेरा हाथ बुआ की नंगी और चिकनी चूत पे था मैं अपना हाथ उनकी पूरी चूत पे फेरने लगा,
उनकी नंगी चूत को अपने हाथ से सहलाने लगा,
उनकी चूत बहुत ही ज्यादा गीली थी धीरे धीरे बुआ अपनी टांगें खोलने लगी,
अब मेरा हाथ उनकी पूरी चूत में ऊपर नीचे हो रहा था बुआ पूरी तरह गरम हो चुकी थी ,
वो मेरे होंठो को छोड़ ही नहीं रही थी और मैं भी उनके होंठो को चूसते हुए उनकी चूत को सहला रहा था,
फिर बुआ ने मुझे किस करते हुए मेरे लंड पर अपना हाथ डाल दिया ,
और मेरे नंगे लंड को सहलाने लगी उसे ऊपर नीचे करने लगी .
फिर मैंने अपना एक हाथ उनके मोटे चूतड़ों से ज़रा ऊपर रख दिया और उन्हे बेड तक ले आया.
मेरी उंगलियों को उनके तवाना चूतड़ों की आगे पीछे हरकत महसूस हो रही थी.
मेरे सबर का पैमाना लब्राइज़ हो रहा था.
मैंने अचानक अपना हाथ उनके मोटे और उभरे हुए चूतड़ के दरमियाँ में रख कर उससे आहिस्ता से टटोला.
उन्होने कुछ नही कहा. इस पर मैंने उनके एक भारी चूतड़ को थोड़ा सा दबाया. बड़ी मज़बूत और ताक़तवर गांड़ थी बुआ की.
उन्होने अपने चूतड़ पर मेरे हाथ का दबाव महसूस किया तो मेरे हाथ को जो उनके चूतड़ के ऊपर था,
पकड़ कर अपनी कमर की तरफ ले आईं लेकिन कहा कुछ नही.
ये मेरी ज़िंदगी का सब से हसीन लम्हा था.
मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़क रहा था.
बुआ के मम्मे बे-पनाह मोटे, गोल और बाहर निकले हुए थे.
उनके दोनो मम्मों के ऊपर और साइड में ब्रा की वजह से हल्की लकीरें पड़ी हुई थीं .
सुर्खी मा'आइल गुलाबी रंग के खूबसूरत निप्पल बड़े बड़े और बाहर निकले हुए थे.
निपल्स के साथ वाला हिस्सा काफ़ी बड़ा और बिल्कुल गोल था जिस पर छोटे छोटे दाने उभरे हुए थे.
मैंने उनका एक मम्मा हाथ में ले कर दबाया तो उस का निप्पल मेरी हतैली में धँस कर दब गया.
में उनका मुँह चूमते हुए उनके मोटे मम्मों को मसलने लगा.
अम्मी भी मेरा साथ दे रही थी ...और मुझे उकसा रही थी बुआ की चूत से पानी टपक रहा था ...
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Re: में अम्मी और मेरी बहिन
में अम्मी और मेरी बहिन-6
फिर में और अम्मी निकल गए घर की तरफ और में अपने रूम में जाकर सो गया,
आज की चुदाई से मेरा लंड दर्द कर रहा था,
बिस्तर पर जाते ही मेरी आँख लग गयी.
=
सुबह करीब 9 बजे आँख खुली आज सन्डे था,
अब्बू अब भी नहीं आये थे, मैंने नास्ता किया नजमा भी मेरे सामने ही बेठी थी,
अम्मी उपर ही थी,
भाईजान कहीं गए हुए थे, नजमा ने मुझसे अपने लेपटोप के बारे में पूछताछ करने लगी,
मैंने उसको अपने रूम में आने को कहा तो वो लेपटोप लेकर मेरे रूम में आ गयी.
फिर वो और में लेपटोप लेकर मेरे बेड पर बेठ गए,
नजमा ने आज एक फ्रोक पहन रखी थी, जो उस पर खूब जंच रही थी,
वो आज किसी गुडिया की तरह लग रही थी.
उसका पतला बदन और तीखी चुन्चिया गजब ढा रही थी और उसके बूब भी v कट से दिख रहे थे.
उसने इतर भी लगा रखा था जिसकी भीनी भीनी खुसबू मुझे मस्त कर रही थी,
मेरा लंड टाईट होने लगा था,
नजमा की नंगी टाँगे मेरे पेरो से टच हो रही थी,और मेरे होश अब काबू में नहीं थे......
तभी नजमा बोली = भाईजान मुझे थोडा नेट चलाना सिखाओ ना..
में = हाँ क्यों नहीं नजमा और मैंने लेपटोप ओंन किया,
और मैंने गूगल खोला और नजमा को बताने लगा की नेट का यूज केसे किया जाता है,
तभी अम्मी अंदर आई और बोली क्या हो रहा है आज भाई बहिन एक साथ क्या कर रहे है,
नजमा अम्मी को बताने लगी की वो नेट चलाना सिख रही है,,
अम्मी भी हमारे पास बेठ गई,
तभी नजमा बोली की वो बाथरूम जाकर आती है,और वो मेरे बाथरूम में चली गयी..
तभी मुझे याद आया की मेरे बाथरूम में एक sexi कहानी की किताब पड़ी हुई है,
पर में अब कुछ नहीं कर सकता था ....
तभी अम्मी ने मेरा लंड पकड़ा और धीरे से बोली = बेटे लगता है अम्मी के बाद बहिन की बारी है
में = नहीं अम्मी बस उसके नेट सिखा रहा था और मेरा लंड छोडो न नजमा आ जाएगी ...
करीब 5 मिनिट में नजमा बाहर आई,
tab तक मैंने उसके लेपटोप पर एक होमपेज सेट कर दिया
वो होमपेज एक sexi साईट का था उसमे sexi कहानिया और फिल्मे आती थी,
मतलब जब भी नजमा नेट चलती वोही पेज पहले खुलता ये सब करके मैंने लेपटोप बंद कर दिया था,
नजमा बहार आई और बोली = अम्मी में मेरा फोन लेकर आती हूँ और ये बोल कर वो अपने रूम में चली गई.
अम्मी में मेरा लंड फिर से पकड़ा और बोली = राजा बेटा मेरी चूत चाट ना प्लीज ,
में = अम्मी पागल हो क्या नजमा आ जाएगी ,
अम्मी = यार कुछ कर ना ...मेरे बेटे ..
तभी नजमा आ गयी और अम्मी चुप हो गयी.
फिर हम तीनो इधर उधर की बातें करने लगे ....
तभी नजमा का फोन बजा और नजमा फोन पर बात करने लगी ...
फोन सलीम की बहिन का था ..
फोन से निपट कर नजमा अम्मी के पास आई और अम्मी से बोली की गुल का फोन था और वो फिल्म देखने जाना चाहती थी,
नजमा ने अम्मी से कहा की क्या वो भी गुल और शीबा के साथ चली जाये,
अम्मी ने हामी भर दी (अम्मी को मुझसे चुदना जो था)
नजमा खुश हो गई और अम्मी को चूम लिया और ड्रेस चेंज करने अपने रूम में गई ....
अम्मी खुश थी की आज वो अपने बेटे से आराम से चुद्वायेगी
में सलीम की बहिनों के बारे में सोच रहा था
शीबा बहुत ही जोरदार आइटम थी बिलकुल ही मस्त लगती थी
काश में उसको चोद पाता ..
तभी नजमा आ गई उसने जींस टॉप पहना हुआ था
,
बिलकुल ही माल लग रही थी मेरी बहिन ,
नजमा की गांड जींस में बाहर से निकली हुई दिख रही थी ..
मेरा लंड अब बिलकुल ही खड़ा हो गया था .
नजमा का फोन फिर बजा ,
उसने फोन उठाया और बात की और बोली अम्मी में जाती हूँ सलीम गाड़ी लेकर बहार खड़ा है.
मेरी गांड ही जल गई मेरी बहिन सलीम के साथ फिल्म देखेगी जिसकी मैंने गांड माँरी थी..
पर क्या बोलू फिर नजमा मेरे सामने ही चली गई..
=
अम्मी चुदने के लिए तेयार ही थी, अम्मी ने नजमा के जाते ही मुझसे कहा =चल उपर चलते है बेटा और में और अम्मी उपर चले गए.
फिर अम्मी ने अपने रूम की टीवी में एक sexi फिल्म लगाई जिसमे एक ओरत एक लड़की के साथ लेस्बो सेक्स करती है
फिर बाद में वो ओरत उस लड़की को अपने पति से चुद्वाती है ,,
मेरा लंड अब अम्मी की चूत फाड़ने के लिए तेयार हो चूका था.
अम्मी ने रूम अंदर से लॉक किया और मुझ पर टूट पड़ी.
अम्मी आज कुछ ज्यादा ही भूखी लग रही थी,
में भी तेयार ही था में देर ना करते हुए अम्मी को नंगा किया
अम्मी ने मुझे निचे लेटाया और खुद मेरे उपर आ गयी.
फिर उसने अपनी चूत पर मेरा लंड सेट किया और मुझे चोद ने लगी,
हाँ भाइयो और बहिनों मेरी अम्मी मुझे चोद रही थी,
आज पहली बार में किसी ओरत से चुद रहा था,,
अम्मी मेरा गाल चूम रही थी और धक्के पर धक्का लगा रही थी
उह उह उह उह आआआअह् सी सी इस तरह की आवाजे रूम में गूंज रही थी ,
पुरे कमरे में चुदाई का म्यूजिक बज रहा था ,
में भी इस चुदाई का पूरा मज़ा ले रहा था ,
20 मिनिट के बाद हम अम्मी बेटा झड गए मैंने अपना पानी अम्मी की चूत में छोड़ दिया था,
अम्मी नें मुझे अपनी चूत चाटने को कहा अम्मी की चूत में हम दोनों का पानी था
में अम्मी की चूत चाटने लगा और पुरी चूत का पानी पी गया ..
फिर में अम्मी के साथ ही लेट गया...
और सलीम ने बुआ के बूब चूसने लगा,
और बुआ मेरा लंड हिलाने लगी,
सलीम ने बुआ को कहा:- चाची ऐसे नहीं मेरा लंड अपने मुंह में लो ना,
बुआ मेरी तरफ देखा और बोली = पागल हो गए हहो क्या साहिल क्या सोचेगा .
सलीम = क्या सोचेगा ये भी अब चुदाई करना चाहता है ,
समझी क्या अब मेरा लंड चुसो ना प्लीज़,और सलीम ने बुआ के मुंह में अपना लंड डाल दिया .
और बुआ साहिल का लंड चूसने लगी साहिल का लंड काला सा था और पतला भी था ,
जबकि मेरा लंड मोटा था और गोरा गोरा था ,
मेरा लंड करीब 7'' का था जबकि सलीम का 5'' का था मेरा लंड अब पेंट के अंदर ही खड़ा हो गया था.
और तभी सलीम ने बुआ के बिस्टर पर लेटाया और बुआ की सलवार भी उतर दी चाची अब एकदम नंगी थी.
उनकी चूत पर बाल थे पर उनकी चूत गुलाबी गुलाबी थी,
तभी सलीम ने बुआ के चूत के मुंह में अपनी जीभ डाल दी.
बुआ मस्ती से उछल पड़ी.
और फिर सलीम अपनी जीभ चूत के अंदर घुमाने लगा बुआ मज़ा ले रही थी और सिसकिय ले रही थी ,
और सलीम ने फिर अपना लंड बुआ के मुंह में डाल दिया.
बुआ लंड चूस रही थी तभी सलीम चिल्लाया = आऊओ….आअहह……..आऊ…..आआहह…….आऊ…..आआहह..
सलीम का काम ख़त्म हो गया और साहिल का पानी बुआ के मुंह में ही निकल गया.
सलीम ने सोरी बोला पर,,,, बुआबोली = साहिल सोरी से काम नहीं चलेगा मेरी चूत लंड चाहती है आज तो चोदना ही पड़ेगा.
वरना बाहर किसी से भी चुदवा लुंगी और तेरी फेमिली का नाम बदनाम कर दूंगी ( बुआ साहिल के चाचा की बीबी यानी चाची थी)
भोसड़ी के तेरी अम्मा की चूत में कुते का लंड भडवे अपना काम कर लिया अब मेरा क्या , और बुआ अनाप शनाप चिल्लाने लगी.
मैंने गलती की तुमको अपनी चूत देकर हरामी कहीं का ...
मैंने बुआ को कहा = छोडो ना बुआ मज़ा लो ना और मैंने भी अपना लुंड बुआ के मुंह के पास ले गया.
तभी सलीम बोला = चाची हो गया ना आप एक काम करो ना साहिल का लंड ले लो अपनी चूत में प्लीज़ ,
में खुश हो गया था आज मेरे लुंड की सिल खुलने वाली थी,
बुआ ने मेरी और देक्खा और बोली =क्या रे तेरा लंड बहार तो निकल ना.
फिर बुआ ने मुझ से पूछा के किया मैंने पहले कभी किसी औरत को चोदा है. मैंने कहा नही
फिर बुआ ने मेरा लंड अपने मुंह में भर लिया वह क्या अहसास था दोस्तों और बहनों में जेसे जन्नत में पहुँच गया,
आज मेरा लंड पहली बार किसी के मुंह में जा रहा था ,
बुआ ने फिर मेरे लंड को अपने मेंह में चलाया तो मेरा लंड ख़ुशी से फुल कर दुगुना हो गया.
सालीम हमारी और ही देख रहा था.
बुआ मेरे लंड को देख कर हैरान रह गईं,
बुआ अब मेरे लंड को अपने मुंह में चलाने लगी बिलकुल ब्लू फिल्म की तरह ,,,,
मैं अपने चूतड़ हिला कर लण्ड आगे पीछे करने लगा और उसकी मुंह को पकड़ कर भी हिलाने लगा.
वो भी अपना सर हिला हिला के मेरा साथ दे रही थी, मेरे लंड उत्तेजना से फूल कर मोटा हो गया था.
मेरे होश तो गायब ही हो गए थे में शबाब के नशे में सब भूल गया था और अपने लंड को आगे पीछे करने लगा.
तभी बुआ ने मेरा लंड अपने मुंह से बहार निकला और सालीम से बोली= भडवे इधर आ और मेरी गांड चाट ना अपना लंड क्या फ्री में ही चुस्वयेगा
सलीम बेचारा चाची की गांड का छेद चाह्ने लगा, और चाची ने मेरा लंड फिर मुंह में भर लिया.
मेरा लंड फुल कर दुगुना हो गया था,
तभी बुआ ने कहा = सलीम ले इसका लंड भी चूस ना ,
सलीम बोला नहीं चाची में नहीं चुसुंगा,
बुआ खड़ी हो गयी और सलीम की एक चांटा मारा और बोली साले बहिन चोद चूस नहीं तो तेरे,
अब्बू और अम्मी को सब बता दूंगी की तू साले अपनी ही बहिन की चूत को चोद चूका है,
मादरचोद चल चूस इसका लंड ....और सलीम चुपचाप मेरे लुंड को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगा,
में ये सुन कर अवाक् था की सलीम अपनी ही बहिन को चोद चूका है, पर में कुछ बोला नहीं और अपना लुंड चुस्वाने लगा.
बुआमेरे पीछे आ गयी और मेरी गांड के छेद पर अपनी अंगुली से सहलाने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था,
मेरी गांड भी फडफडा रही थी और मेरा लंड अब पानी छोड़ना चाहता था,
मैंने बुआ से कहा = बुआ मेरा पानी निकलेगा , बुआ ने सलीम को हटाया और खुद मेरा लंड चूसने लगी.
2 मिनिट में ही मेरा लंड पानी छोड़ने लगा और बुआ ने लंड से पानी अपने चेहरे और बूब पर गिरा लिया और मेरा लुंड चूसने लगी.
फिर बुआ ने सलीम से कहा की उसके चहरे से मेरा पानी चाट कर साफ़ कर सलीम बेचारा सर्मिन्दा होकर ये सब करने लगा ,
तभी बुआ ने कहा = साहिल आज यहाँ 3 घंटे कोई नहीं आएगा बेटा आज तेरे लंड को गांड और चूत दोनों का स्वाद मिलेगा तुम ऐश करोगे ना बेटा .
फिर में और अम्मी निकल गए घर की तरफ और में अपने रूम में जाकर सो गया,
आज की चुदाई से मेरा लंड दर्द कर रहा था,
बिस्तर पर जाते ही मेरी आँख लग गयी.
=
सुबह करीब 9 बजे आँख खुली आज सन्डे था,
अब्बू अब भी नहीं आये थे, मैंने नास्ता किया नजमा भी मेरे सामने ही बेठी थी,
अम्मी उपर ही थी,
भाईजान कहीं गए हुए थे, नजमा ने मुझसे अपने लेपटोप के बारे में पूछताछ करने लगी,
मैंने उसको अपने रूम में आने को कहा तो वो लेपटोप लेकर मेरे रूम में आ गयी.
फिर वो और में लेपटोप लेकर मेरे बेड पर बेठ गए,
नजमा ने आज एक फ्रोक पहन रखी थी, जो उस पर खूब जंच रही थी,
वो आज किसी गुडिया की तरह लग रही थी.
उसका पतला बदन और तीखी चुन्चिया गजब ढा रही थी और उसके बूब भी v कट से दिख रहे थे.
उसने इतर भी लगा रखा था जिसकी भीनी भीनी खुसबू मुझे मस्त कर रही थी,
मेरा लंड टाईट होने लगा था,
नजमा की नंगी टाँगे मेरे पेरो से टच हो रही थी,और मेरे होश अब काबू में नहीं थे......
तभी नजमा बोली = भाईजान मुझे थोडा नेट चलाना सिखाओ ना..
में = हाँ क्यों नहीं नजमा और मैंने लेपटोप ओंन किया,
और मैंने गूगल खोला और नजमा को बताने लगा की नेट का यूज केसे किया जाता है,
तभी अम्मी अंदर आई और बोली क्या हो रहा है आज भाई बहिन एक साथ क्या कर रहे है,
नजमा अम्मी को बताने लगी की वो नेट चलाना सिख रही है,,
अम्मी भी हमारे पास बेठ गई,
तभी नजमा बोली की वो बाथरूम जाकर आती है,और वो मेरे बाथरूम में चली गयी..
तभी मुझे याद आया की मेरे बाथरूम में एक sexi कहानी की किताब पड़ी हुई है,
पर में अब कुछ नहीं कर सकता था ....
तभी अम्मी ने मेरा लंड पकड़ा और धीरे से बोली = बेटे लगता है अम्मी के बाद बहिन की बारी है
में = नहीं अम्मी बस उसके नेट सिखा रहा था और मेरा लंड छोडो न नजमा आ जाएगी ...
करीब 5 मिनिट में नजमा बाहर आई,
tab तक मैंने उसके लेपटोप पर एक होमपेज सेट कर दिया
वो होमपेज एक sexi साईट का था उसमे sexi कहानिया और फिल्मे आती थी,
मतलब जब भी नजमा नेट चलती वोही पेज पहले खुलता ये सब करके मैंने लेपटोप बंद कर दिया था,
नजमा बहार आई और बोली = अम्मी में मेरा फोन लेकर आती हूँ और ये बोल कर वो अपने रूम में चली गई.
अम्मी में मेरा लंड फिर से पकड़ा और बोली = राजा बेटा मेरी चूत चाट ना प्लीज ,
में = अम्मी पागल हो क्या नजमा आ जाएगी ,
अम्मी = यार कुछ कर ना ...मेरे बेटे ..
तभी नजमा आ गयी और अम्मी चुप हो गयी.
फिर हम तीनो इधर उधर की बातें करने लगे ....
तभी नजमा का फोन बजा और नजमा फोन पर बात करने लगी ...
फोन सलीम की बहिन का था ..
फोन से निपट कर नजमा अम्मी के पास आई और अम्मी से बोली की गुल का फोन था और वो फिल्म देखने जाना चाहती थी,
नजमा ने अम्मी से कहा की क्या वो भी गुल और शीबा के साथ चली जाये,
अम्मी ने हामी भर दी (अम्मी को मुझसे चुदना जो था)
नजमा खुश हो गई और अम्मी को चूम लिया और ड्रेस चेंज करने अपने रूम में गई ....
अम्मी खुश थी की आज वो अपने बेटे से आराम से चुद्वायेगी
में सलीम की बहिनों के बारे में सोच रहा था
शीबा बहुत ही जोरदार आइटम थी बिलकुल ही मस्त लगती थी
काश में उसको चोद पाता ..
तभी नजमा आ गई उसने जींस टॉप पहना हुआ था
,
बिलकुल ही माल लग रही थी मेरी बहिन ,
नजमा की गांड जींस में बाहर से निकली हुई दिख रही थी ..
मेरा लंड अब बिलकुल ही खड़ा हो गया था .
नजमा का फोन फिर बजा ,
उसने फोन उठाया और बात की और बोली अम्मी में जाती हूँ सलीम गाड़ी लेकर बहार खड़ा है.
मेरी गांड ही जल गई मेरी बहिन सलीम के साथ फिल्म देखेगी जिसकी मैंने गांड माँरी थी..
पर क्या बोलू फिर नजमा मेरे सामने ही चली गई..
=
अम्मी चुदने के लिए तेयार ही थी, अम्मी ने नजमा के जाते ही मुझसे कहा =चल उपर चलते है बेटा और में और अम्मी उपर चले गए.
फिर अम्मी ने अपने रूम की टीवी में एक sexi फिल्म लगाई जिसमे एक ओरत एक लड़की के साथ लेस्बो सेक्स करती है
फिर बाद में वो ओरत उस लड़की को अपने पति से चुद्वाती है ,,
मेरा लंड अब अम्मी की चूत फाड़ने के लिए तेयार हो चूका था.
अम्मी ने रूम अंदर से लॉक किया और मुझ पर टूट पड़ी.
अम्मी आज कुछ ज्यादा ही भूखी लग रही थी,
में भी तेयार ही था में देर ना करते हुए अम्मी को नंगा किया
अम्मी ने मुझे निचे लेटाया और खुद मेरे उपर आ गयी.
फिर उसने अपनी चूत पर मेरा लंड सेट किया और मुझे चोद ने लगी,
हाँ भाइयो और बहिनों मेरी अम्मी मुझे चोद रही थी,
आज पहली बार में किसी ओरत से चुद रहा था,,
अम्मी मेरा गाल चूम रही थी और धक्के पर धक्का लगा रही थी
उह उह उह उह आआआअह् सी सी इस तरह की आवाजे रूम में गूंज रही थी ,
पुरे कमरे में चुदाई का म्यूजिक बज रहा था ,
में भी इस चुदाई का पूरा मज़ा ले रहा था ,
20 मिनिट के बाद हम अम्मी बेटा झड गए मैंने अपना पानी अम्मी की चूत में छोड़ दिया था,
अम्मी नें मुझे अपनी चूत चाटने को कहा अम्मी की चूत में हम दोनों का पानी था
में अम्मी की चूत चाटने लगा और पुरी चूत का पानी पी गया ..
फिर में अम्मी के साथ ही लेट गया...
और सलीम ने बुआ के बूब चूसने लगा,
और बुआ मेरा लंड हिलाने लगी,
सलीम ने बुआ को कहा:- चाची ऐसे नहीं मेरा लंड अपने मुंह में लो ना,
बुआ मेरी तरफ देखा और बोली = पागल हो गए हहो क्या साहिल क्या सोचेगा .
सलीम = क्या सोचेगा ये भी अब चुदाई करना चाहता है ,
समझी क्या अब मेरा लंड चुसो ना प्लीज़,और सलीम ने बुआ के मुंह में अपना लंड डाल दिया .
और बुआ साहिल का लंड चूसने लगी साहिल का लंड काला सा था और पतला भी था ,
जबकि मेरा लंड मोटा था और गोरा गोरा था ,
मेरा लंड करीब 7'' का था जबकि सलीम का 5'' का था मेरा लंड अब पेंट के अंदर ही खड़ा हो गया था.
और तभी सलीम ने बुआ के बिस्टर पर लेटाया और बुआ की सलवार भी उतर दी चाची अब एकदम नंगी थी.
उनकी चूत पर बाल थे पर उनकी चूत गुलाबी गुलाबी थी,
तभी सलीम ने बुआ के चूत के मुंह में अपनी जीभ डाल दी.
बुआ मस्ती से उछल पड़ी.
और फिर सलीम अपनी जीभ चूत के अंदर घुमाने लगा बुआ मज़ा ले रही थी और सिसकिय ले रही थी ,
और सलीम ने फिर अपना लंड बुआ के मुंह में डाल दिया.
बुआ लंड चूस रही थी तभी सलीम चिल्लाया = आऊओ….आअहह……..आऊ…..आआहह…….आऊ…..आआहह..
सलीम का काम ख़त्म हो गया और साहिल का पानी बुआ के मुंह में ही निकल गया.
सलीम ने सोरी बोला पर,,,, बुआबोली = साहिल सोरी से काम नहीं चलेगा मेरी चूत लंड चाहती है आज तो चोदना ही पड़ेगा.
वरना बाहर किसी से भी चुदवा लुंगी और तेरी फेमिली का नाम बदनाम कर दूंगी ( बुआ साहिल के चाचा की बीबी यानी चाची थी)
भोसड़ी के तेरी अम्मा की चूत में कुते का लंड भडवे अपना काम कर लिया अब मेरा क्या , और बुआ अनाप शनाप चिल्लाने लगी.
मैंने गलती की तुमको अपनी चूत देकर हरामी कहीं का ...
मैंने बुआ को कहा = छोडो ना बुआ मज़ा लो ना और मैंने भी अपना लुंड बुआ के मुंह के पास ले गया.
तभी सलीम बोला = चाची हो गया ना आप एक काम करो ना साहिल का लंड ले लो अपनी चूत में प्लीज़ ,
में खुश हो गया था आज मेरे लुंड की सिल खुलने वाली थी,
बुआ ने मेरी और देक्खा और बोली =क्या रे तेरा लंड बहार तो निकल ना.
फिर बुआ ने मुझ से पूछा के किया मैंने पहले कभी किसी औरत को चोदा है. मैंने कहा नही
फिर बुआ ने मेरा लंड अपने मुंह में भर लिया वह क्या अहसास था दोस्तों और बहनों में जेसे जन्नत में पहुँच गया,
आज मेरा लंड पहली बार किसी के मुंह में जा रहा था ,
बुआ ने फिर मेरे लंड को अपने मेंह में चलाया तो मेरा लंड ख़ुशी से फुल कर दुगुना हो गया.
सालीम हमारी और ही देख रहा था.
बुआ मेरे लंड को देख कर हैरान रह गईं,
बुआ अब मेरे लंड को अपने मुंह में चलाने लगी बिलकुल ब्लू फिल्म की तरह ,,,,
मैं अपने चूतड़ हिला कर लण्ड आगे पीछे करने लगा और उसकी मुंह को पकड़ कर भी हिलाने लगा.
वो भी अपना सर हिला हिला के मेरा साथ दे रही थी, मेरे लंड उत्तेजना से फूल कर मोटा हो गया था.
मेरे होश तो गायब ही हो गए थे में शबाब के नशे में सब भूल गया था और अपने लंड को आगे पीछे करने लगा.
तभी बुआ ने मेरा लंड अपने मुंह से बहार निकला और सालीम से बोली= भडवे इधर आ और मेरी गांड चाट ना अपना लंड क्या फ्री में ही चुस्वयेगा
सलीम बेचारा चाची की गांड का छेद चाह्ने लगा, और चाची ने मेरा लंड फिर मुंह में भर लिया.
मेरा लंड फुल कर दुगुना हो गया था,
तभी बुआ ने कहा = सलीम ले इसका लंड भी चूस ना ,
सलीम बोला नहीं चाची में नहीं चुसुंगा,
बुआ खड़ी हो गयी और सलीम की एक चांटा मारा और बोली साले बहिन चोद चूस नहीं तो तेरे,
अब्बू और अम्मी को सब बता दूंगी की तू साले अपनी ही बहिन की चूत को चोद चूका है,
मादरचोद चल चूस इसका लंड ....और सलीम चुपचाप मेरे लुंड को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगा,
में ये सुन कर अवाक् था की सलीम अपनी ही बहिन को चोद चूका है, पर में कुछ बोला नहीं और अपना लुंड चुस्वाने लगा.
बुआमेरे पीछे आ गयी और मेरी गांड के छेद पर अपनी अंगुली से सहलाने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था,
मेरी गांड भी फडफडा रही थी और मेरा लंड अब पानी छोड़ना चाहता था,
मैंने बुआ से कहा = बुआ मेरा पानी निकलेगा , बुआ ने सलीम को हटाया और खुद मेरा लंड चूसने लगी.
2 मिनिट में ही मेरा लंड पानी छोड़ने लगा और बुआ ने लंड से पानी अपने चेहरे और बूब पर गिरा लिया और मेरा लुंड चूसने लगी.
फिर बुआ ने सलीम से कहा की उसके चहरे से मेरा पानी चाट कर साफ़ कर सलीम बेचारा सर्मिन्दा होकर ये सब करने लगा ,
तभी बुआ ने कहा = साहिल आज यहाँ 3 घंटे कोई नहीं आएगा बेटा आज तेरे लंड को गांड और चूत दोनों का स्वाद मिलेगा तुम ऐश करोगे ना बेटा .