रीना का हनीमून या...?

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The Romantic
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Re: रीना का हनीमून या...?

Unread post by The Romantic » 16 Dec 2014 22:37

मैने धीरे से कहा सुबह. उसने कहा की रात भर रुक रहे हो तो एक बात बता ही देता हूं. रात में 9 बजे के आसपास अजय आयेगा तो हम लोग फिर से एक बार रीना के साथ आन्नद लेगे. तुम बीच में मत पड़ना नही तो मुसीबत में आ जाओगे. हम बाथरूम के बजाए बिस्तर पर ही उसके साथ सब कुछ करेंगे. अगर तुम्हे अच्छा न लगे तो बाहर चले जाना. सुबह पुरे सत्कार के साथ तुम्हे विदा करेंगे. मुझे उसके बातो के विश्वास पर बहुत अचरज हो रहा था.

वो एक पति के सामने ही ये कह रहा था कि वो और उसका रिश्तेदार आज रात में उसकी पत्नी को उसी के सामने भोगेंगे और या तो वो खडे़ होकर देखे या मुंह छुपा कर बाहर भाग जाये. पर मेरी स्थिति मे उसका पलडा़ भारी था, मैने कुछ जवाब नही दिया. वो मुस्कुराया और खाने के बारे में पुछने लगा तो मैने कह दिया कि मुझे खाने का मन नही है. उसने कहा कि वो समझ सकता है तो उसने रीना के लिए कुछ बंधवाया और हम वापस चले आये. रीना को खाने के लिये दिया तो उसने भी बेमन से थोडा़ ही खाया और बाथरूम जा कर मैक्सी पहन कर आ गई. आर्यन ने लुंगी पहन ली और मैने भी कपडे़ बदल लिये. रीना निचे ही लेट गई और सोने कि कोशिश करने लगी.

कुछ ही देर मे अजय आ गया और उसने आर्यन से पंजाबी मे थोडी़ बात की. उसके बाद उसने रीना को आवाज लगा और उठने को कहा. रीना उठ कर बैठ गई. उसने रीना को खडे़ होकर पास आने को कहा. रीना मुझे देखने लगी पर मैं कोई प्रतिक्रिया नही कर सका. उसने रीना की तरफ देखा और पास आ कर उसे हाथ से खींच कर उठाया और अपने पास खडा़ कर लिया. रीना बार बार मुझे ही देख रही थी, अजय ने पुच्कारते हुए कहा, "रीना, बाथरूम जाओ और सारे कपडे़ उतार कर आ जाओ."

उसने एक झटके से अजय को देखा फिर मुझे देखा. अजय ने आगे कहा, "उसे क्या देख रही हो, हमारे आश्रम का नियम है कि चीजो को मिल बांट कर भोगते है, तुम्हारे पति भी आश्रम के सदस्य है तो तुम्हे भी मिल बांट कर भोगेंगे. अब जल्दी जाओ." रीना ने फिर मुझे देखा तो मैने सर झुका लिया. वो चुपचाप बाथरूम में घुस गई, २ मिनट मे बाहर आई तो बिलकुल निर्वस्त्र थी. मैं चोर नजरो से उसे देख रहा था. अजय ने मुस्कुरा कर उस से बिस्तर पर चित लेटने को कहा. वो थोडा़ झिझकी फिर बिस्तर पर जाकर लेट गई. अजय और आर्यन से पंजाबी मे थोडी़ बात की और दोनो उसके अगल बगल जा कर लेट गये. दोनो ने उसके एक एक स्तनो को थाम लिया और निप्पल को चुसने लगे.

एक एक हाथ रीना के जांघो के बीच रख कर बारी बारी से रीना के योनि मे ऊंगली घुसाते रहे. कुछ ही देर मे उन्होने रीना के दोनो स्तन थाम लिये और उसके निप्पल को चुसते हुए उसके स्तनो को मसलने लगे. रीना दर्द से कसमसाने लगी. कुछ देर मे पश्चात दोनो संतुष्ट हुए तो उठ कर दोनो ने कपडे़ उतार दिये. पहला नम्बर आर्यन का था. वो रीना के टांगो को फैला कर उस पर चढ़ गया और कुछ देर तक उसके होंठो को गाल को, गले को चुमता रहा. फिर उसने अपना लॅंड उसके योनि पर रख कर एक जोर के झटके से उसे अंदर डाल दिया.

वेग इतना था की रीना की चीख निकल गई. आर्यन धीरे धीरे धक्के लगाने लगा, धीरे धीरे धक्को का वेग बढ़ने लगा और साथ ही रीना की कराहे भी और एक चरम पर पहुंचने के बाद आर्यन ने अपना बीज अंदर छोड़ दिया. आर्यन के उठते ही अजय रीना के टांगो के बीच आ गया और अपना लॅंड उसके योनि पर रख कर एक जोर के झटके से उसे अंदर डाल दिया. वेग तो बहुत था पर रीना सह गई. अजय धीरे धीरे धक्के लगाने लगा. लगभग 15 मिनट के बाद अजय ने अपना बीज अंदर छोड़ दिया और खडा़ हो गया.

इस बीच आर्यन अपने लॅंड को सहला रहा था, अजय ने भी अपना लॅंड सहलाना शुरू किया, कुछ ही देर मे लॅंड फिर से तन गया था. मुझे समझ आ रहा था कि उनका एक और राऊंड का विचार था, उन्होने दराज से क्रीम निकाली और अपने अपने लॅंड पर लगाने लगे. जब पुरी तरह से क्रीम से अपना लॅंड भींगा चुके तो अजय ने रीना को टांगो से पकड़ कर बिस्तर के नीचे की तरफ खींचा, रीना कमर तक बिस्तर पर थी और रीना को उलटा लिटा दिया. उसकी टांगे निचे को झुल रही थी. इस से पहले कि मैं या रीना कुछ समझ पाते अजय ने अपना लॅंड रीना की गाँड पर लगाया और रीना के स्तनो को अपने दोनो हाथ में कस कर भींच लिया.

उसने एक झटके से अपना पूरा लॅंड रीना की गाँड में अंदर तक घुसा दिया. रीना के मुंह से चीख निकल गई. चीख इतनी तेज थी कि मुझे खुद सिहरन होने लगी. अजय कुछ देर रूका रहा जब तक रीना पुरी तरह से शांत नही हो गई. फिर उसने धीरे धीरे धक्के लगाना शुरी किया. हर एक धक्को पर रीना की सिसकी निकल रही थी. अजय बीच बीच में रूक कर रीना के स्तनो को मसलता और उसके पीठ और कंधो को चुमता.

लगभग 20 मिनट के बाद उसने अपना बीज अंदर छोड़ दिया और खडा़ हो गया. उसके हटते ही आर्यन ने वो जगह ले ली. उसने भी धीरे धीरे धक्के लगाना शुरी किया. अजय की तरह ही आर्यन भी बीच बीच में रूक कर रीना के स्तनो को मसलता और उसके पीठ और कंधो को चुमता रहा. लगभग 15 मिनट के बाद उसने अपना बीज अंदर छोड़ दिया और खडा़ हो गया. दोनो ने रीना के दोनो छेदो को गीले कपडे़ से पोछा और चित बिस्तर पर लिटा दिया.

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Re: रीना का हनीमून या...?

Unread post by The Romantic » 16 Dec 2014 22:38



दोनो उसके अगल बगल लेट गये और अपना अपना चेहरा रीना के गले के पास रख लिया. अजय ने अपना एक हाथ रीना के पेट कर और आर्यन ने छाती पर रख लिया. दोनो ने अपनी एक एक टांगे रीना की टांगो पर चढा़ दी और बारी बारी से रीना के गाल, गले, और होंठो को चुमते रहे. बारी बारी से रीना के स्तनो को सहलाते और हलके हाथो से मसलते रहे. आर्यन ने मुझसे कहा, "सैम, तुम नीचे ही सो जाओ, हम भी सो रहे है." मैने रीना की तरफ देखा तो अजय ने कहा, "इसे हमारे बीच ही सोने दो, बहुत थक गई है, बिस्तर पर अच्छी नींद आयेगी." मैं बहस नही करना चाहता था इसलिए नीचे ही लेट गया.

रात मे आंख लग गई तो सुबह ही खुली, रीना और अजय बिस्तर पर नही थे सिर्फ आर्यन ही बिस्तर पर लेटा हुआ था. मुझे देख कर बोला, "अजय और रीना बाथरूम में नहा रहे है, इसके बाद मैं नहाऊंगा, उसके बाद तुम नहा लेना, अभी ट्रेन के लिए 2 घंटे है. अजय तो नही जा पाऐगा पर मैं तुम दोनो को स्टेशन तक छोड़ दुंगा." मैंने कहा कुछ नही बस सर हीला दिया. आर्यन ने आंखे बंद कर ली तो मैं टहलते टहलते बाथरूम के गेट तक पहुंच गया. बाथरूम का गेट आधा खुला हुआ था तो मैने अंदर झांका. अंदर रीना और अजय बिना कपडो़ के खडे़ थे. दोनो के बदन भीगे हुए थे और रीना के बदन पर अजय साबुन लगा रहा था.

जिस समय मैने अंदर झांका था वो रीना के स्तनो पर साबुन लगा रहा था. साबुन के बहाने वो रीना के स्तनो को कस के मसल रहा था. जब वो पुरी तरह से साबुन लगा चुका तो उसने खुद साबुन लगाया और फिर दोनो नहा लिये. अजय बाहर आने को हुआ फिर रुका और उसने रीना को ज़मीन पर लिटा दिया. वो खुद रीना पर लेट गया और उसकी योनि मे लॅंड घुसा दिया और थोडी़ तेजी से धक्के लगाने लगा.

15 मिनट मे संतुष्ट होने के बाद खुद भी उठा और रीना को भी उठाया और एक बार फिर दोनो नहाये. नहाने के बाद अजय ने रीना के और खुद के बदन को पोछा और अपने कमर पर टावेल लपेट लिया. फिर रीना को गोद में उठा कर बाहर आ गया. मुझे बाथरूम के गेट पर खडा़ देख कर गुर्राते हुए बोला, "खा नही जाऊंगा तुम्हारी पत्नी को जो हर वक्त नजर रखे रहते हो!"

आर्यन ने उसे डपटते हुए कहा, "क्या अजय? सैम ने तो अपने भाईचारे का सबूत दिया है, अपनी नई नवेली दुल्हन की नथ उतारने दिया है, और रात भर उसे भोगने भी दिया है. तुम फिर भी उस पर नाराज हुए जा रहे हो."

अजय ने आर्यन से कहा, "चाचा भाईचारे में नही डर में, और मै क्या कम भाईचारे का सबूत दे रहा हूं, इसकी पत्नी मुझे इसके साथ जाने दे रहा हूं. वरना इसकी पत्नी तो मुझे इतनी पसन्द है कि मै इसे अपनी रखेल बना कर रख लेता, खुद भी इसकी जवानी का रस चुसता और अपने दोस्तो को भी इसकी जवानी चखाता." न आर्यन ने कुछ कहा न मैने कुछ कहा.

अजय रीना को गोद मे लेकर बैठ गया और आर्यन बाथरुम में घुस गया. नहा कर बाहर आया तो मुझे अंदर भेज दिया. मैं जल्दी जल्दी नहा कर बाहर आया दो देखा कि अजय तैयार होकर जा चुका था और रीना घुटनो के बल बैठी आर्यन के लॅंड को चुस रही थी. साफ पता चल रहा था कि ये करने का रीना का बिल्कुल मन नही था और आर्यन उससे जबरदस्ती ये करवा रहा था. 10 मिनट के बाद आर्यन रीना के मुंस में ही संखलित हो गया. रीना ने उसका वीर्य बाहर थूक दिया. उसके बाद आर्यन तैयार हो गया.

मै भी तैयार हो गया पर आर्यन ने रीना को कपडे़ नही पहनने दिये. उसके बाद सबने बैठ कर नाश्ता किया. रीना बिना कपडो़ के ही बैठ कर नाश्ता की. फिर तैयार होने लगी.


उसके बाद हम तीनो स्टेशन पहुंचे. मैंने सामान ट्रेन में रखा और रीना को अंदर बैठा दिया. आर्यन ने मुझे प्लेटफार्म पर बुला लिया और बाते करने लगा. उसने कहा, "सैम, हम जानते है कि ये सब तुम्हारे लिए अच्छा अनुभव नहीं था, पर अजय तुम्हरी पत्नी को देख कर सैयम नही रख सका और न ही मैं. अब जो हुआ उसे भूल जाओ और अपनी जिंदगी जियो."

मैने कोई जवाब नही दिया तो उसने आगे कहा, "अच्छा पहलु देखोगे तो रीना को यौन कला में निपुर्ण कर दिये है और उसका हर एक छेद खोल दिये है, तुम्हे किसी भी क्रिया में परेशानी नही होगी, अब रीना को सम्भोग का स्वाद लग गया है, उसे उपेक्षित मत कर देना, वरना अपने ही घर मे नौकरो के साथ रीना को बाथरूम में पाओगे."

ट्रेन ने सिग्नल दिया तो मैं बिना कुछ बोले ही ट्रेन में चढ़ गया. हनीमून पर जाने के बजाय हम घर वापस आ गये. 2 हफ्ते लगे इस झटके से उबरने में और उसके बाद ही मैने रीना के साथ पहली बार सम्भोग किया. फिर धीरे धीरे आश्रम की यादे धुंधली होती गई और हम अपनी जिंदगी में बस गये.

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समाप्त

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