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सुबह जब मेरी आँख खुली तो मैं बेड पे नंगा ही सो रहा था और 10 का टाइम हो रहा था
मैं उठा और नहा धो के मामू के घर गया देखा कि वहाँ अपी हड़िया और मामी ही थी मैं भी जा के बैठ गया तो अपी उठी और मुझे नाश्ता ला के दिया
मैने नाश्ता किया और वहाँ से बाहर जाने लगा तो मामी ने कहा नसीर हड़िया को अपने साथ ले जाओ ये तुम्हे ज़मीन दिखा लाए गी
मैं और हड़िया जाने लगे तो अपी भी तैयार हो गई हमारे साथ जाने को
हम लोग जब घर से निकले तो हड़िया ने कहा अपी को क्या मैं तुम्हारे भाई को खा जाती वहाँ
अपी ने कहा तू जितनी बड़ी रंडी है तेरा क्या भरोसा कि तो सच मे ही मेरे मासूम भाई को खा जाती
हादी ने कहा मैं जानती हू इस बेहन चोद को ये जितना मासूम है जिस ने अपनी मा और बेहन को नही बख्शा वो अभी मासूम है
मैने कहा यार हादी अपनी लड़ाई मे मुझे क्यो घसीट रही हो
अपी ने कहा अभी चुप चाप चलो डेरे जो ज़मीन मे 2 रूम और जानवरो के बाँधने की जगह है उस को हम लोग डेरा कहते हैं
हादी ने कहा क्यो हम तो सिर्फ़ बात ही कर रहे हैं कोई चुदाई तो नही कर रहे जो तुझे इतनी परेशानी हो रही है
अपी ने कहा कुछ तो शरम कर लोग क्या सोचेगे हमारी के डेरे पे जा के जो मर्ज़ी मा चुदा लेना अपनी
मैं अपी को जो इतना शरीफ समझता था उस के मुँह से इस तरहा की बाते सुन के हका बका सा उन के साथ चल रहा था
डेरे पे मामू भेंसों को नहर पे ले के जा चुके थे और वहाँ कोई भी नही था डेरे पर चारों तरफ पेड लगे थे वहाँ से बाहर तो देखा जा सकता था क्योकि वहाँ छाँव रहती थी लेकिन बाहर से अंदर कोई खास नज़र नही आता था
मैं अभी चारपाई पे बैठा ही था कि हड़िया ने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और उस को देख के अपी ने भी अपने कपड़े उतार दिए
मैं समझ गया कि आज मेरी खैर नही है 2 रॅंडियो से मेरा पाला पड़ने वाला है
हादी ने मुझे पकड़ा और मुझे किस करने लगी और अपी नीचे बैठ गई और मेरा नाडा खोल के मेरी शील्वर को उतार दिया और मेरे लंड को अपने मुँह मे ले लिया और चूसने लगी
मैं भी मज़े मे आ गया और हादी को पीछे कर के अपनी कमीज़ भी उतार दी और हादी को फिर से किस करने लगा और साथ मे उस के बूब्स को भी मसल्ने लगा
फिर अपी उठी और हादी को पीछे कर के मुझे किस करने लगी हड़िया ने कहा साली गश्ती भाई के लंड को काँटे लगे हैं जो उसे छोड़ दिया है और मेरे लंड को चूसने लगी
मैं अब अपनी अपी को किस कर रहा था और उन के बूब्स को भी दबा रहा था
अपी तो जैसे पागल हो रही थी फिर अपी पीछे हुई और बोलीं नसीर अब बर्दाश्त नही हो रहा प्लज़्ज़्ज़्ज़ कुछ करो ना मेरा
मैने हादी को पीछे किया और उसे सीधा लेटने को कहा और अपी को डोगी स्टाइल मे हादी की फुददी चूसने के लिए कहा
अपी डोगी स्टाइल मे हड़िया की फुद्दि चूसने लगी तो मैने भी अपने घुटनों को फोल्ड किया और अपी की गांद को पकड़ के अपने लंड को अपी की फुद्दि मे जड़ तक घुसा दिया एक ही झटके मे
मेरी इस हरकत पे अपी के मुँह से आईईईईईईईईई की आवाज़ निकली और वो हादी की फुद्दि से उठ गई
फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
Re: फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
लेकिन हादी ने अपी का मुँह पकड़ के फिर अपनी फुद्दि पे रखा और कहा साली तू क्या समझती है कि तू 4 5 बार छुड़ा कर बोहत बड़ी गश्ती बन गई है
सामने हड़िया अपी का मुँह अपनी चूत पे दबा के चुस्वा रही थी और पीछे से मैं अपी की फुद्दि मे ज़ोर दार झटके लगा रहा था
जिस की वजह से अपी की हालत बुरी हो रही थी और उन की आवाज़ भी नही निकल रही थी
कुछ देर के बाद मैने अपी को सीधा लिटा दिया और और उन की टाँगे उठा के उन की फुद्दि का बाजा बजाने लगा तभी हादी जो कि मेरे पीछे थी उस ने अपनी उंगली पे थूक लिगाया और मेरी गांद मे घुसा दिया मुझे बोहत तकलीफ़ हुई
मैने हादी को गाली दी और कहा साली अपने गंदू बाप की गंद मे जा के दे उंगली मैं गान्डू नही हूँ समझी कुतिया
हड़िया ने मेरी गांद से उंगली निकालते हुए कहा अच्छा मेरे भैया जी जो आप का हुकम हम तो आप की रखैल हैं जो कहो गे मानेंगे
इतनी देर मे अपी भी फारिघ् हो गई मैने अपी को छोड़ा और हादी को पकड़ के उस का मुँह अपी की फुद्दि पे रख दिया
और खुद पीछे आ गया और अपने लंड पे अच्छा ख़ासा थूक लगा के हादी की गान्ड के सोराख पे रखा और एक ही झटके मे उस की गांद मे घुसा दिया
हड़िया क मुँह से आईईईईईईईईईईई कुतीईई आराम से नही कर सकते थीईई और उस की आँखों से पानी निकलने लगा मैने अपी को इशारा किया तो अपी ने हादी के मुँह को पकड़ के अपनी फुद्दि पे दबा लिया और कहा साली मुझे कह रही थी कि 4 5 बार चुदने से तो इतनी बड़ी गश्ती नही बनी और अब तुझे क्या हुआ साली रो क्यो रही है अभी हराम जादि
अब मैं हड़िया की गांद मे इन आउट करने लगा लेकिन मुझे समझ नही आ रही थी कि आख़िर बात क्या है क्योकि हादी की गांद मे मेरा लंड कुँवारी गान्ड के मुक़ाबले बड़ी आसानी से जा रहा था
मैने हादी की गान्ड मारते हुए कहा साली पहले किस से अपनी गान्ड मरवाती रही है
हादी ने कहा इसी गान्ड मारने के चक्कर मे तो मैने अपनी फुद्दि अपने ही बाप से चुदवा बैठी थी तू क्या समझा कि मैं अभी तक बची हुई हूँ
कुछ देर की ज़ोर दार चुदाई के बाद मैं फारिघ् हो गया हादी की गान्ड मे ही और फिर साइड मे हो के लेट गया क्योकि थक गया था
तभी हादी ने कहा नसीर तुम्हारे लंड से चुदने के बाद मेरा दिल कर रहा है कि मैं भी तुम लोगों के साथ ही तुम्हारे घर चलू
अपी ने कहा तू हमारे साथ चले गी तो तेरे बाप को फुद्दि कहाँ से मिले गी
हादी ने कहा 3 साल से अबू ही चोद रहे हैं मुझे अगर कुछ दिन तुम लोगों के साथ मज़ा कर लूँगी तो अबू मर नही जाएँगे
मैने कहा अच्छा बाबा पूछ लेना अपने अबू से हमे क्या
फिर हम सब ने कपड़े पहने और ज़मीनों पे घूम फिर कर घर को वापिस चल पड़े
घर वापिस आते ही मामी ने कहा क़ि नसीर तुम्हारे अबू का फोन आए था कह रहे थे कि अगर ज़मीनों का हिसाब देख लिया हो तो वापिस आ जाओ
मैने कहा ओके मामी हम लोग कल तक निकल जाएँगे अभी तो हिसाब भी देखना है
फिर रात को मामू आए तो हम ने उन से हिस्साब माँगा तो उन्हों ने कहा कि बेटा तुम लोग जाओ मैं ईद के बाद आउन्गा तो हिसाब दिखा दूँगा
मैने कहा चलो ये भी ठीक है उस रात हम दोनो बेहन भाई ही थे घर मे और हम ने रात को सेक्स भी किया फिर हम सो गये
सुबह उठे तो वापसी की तैयारी करने लगे हमारी सीट अवाम एक्सप्रेस मे शाम 4 बजे थी इस बार भी हम ने एसी स्लीपर मे सीट करवा ली
सामने हड़िया अपी का मुँह अपनी चूत पे दबा के चुस्वा रही थी और पीछे से मैं अपी की फुद्दि मे ज़ोर दार झटके लगा रहा था
जिस की वजह से अपी की हालत बुरी हो रही थी और उन की आवाज़ भी नही निकल रही थी
कुछ देर के बाद मैने अपी को सीधा लिटा दिया और और उन की टाँगे उठा के उन की फुद्दि का बाजा बजाने लगा तभी हादी जो कि मेरे पीछे थी उस ने अपनी उंगली पे थूक लिगाया और मेरी गांद मे घुसा दिया मुझे बोहत तकलीफ़ हुई
मैने हादी को गाली दी और कहा साली अपने गंदू बाप की गंद मे जा के दे उंगली मैं गान्डू नही हूँ समझी कुतिया
हड़िया ने मेरी गांद से उंगली निकालते हुए कहा अच्छा मेरे भैया जी जो आप का हुकम हम तो आप की रखैल हैं जो कहो गे मानेंगे
इतनी देर मे अपी भी फारिघ् हो गई मैने अपी को छोड़ा और हादी को पकड़ के उस का मुँह अपी की फुद्दि पे रख दिया
और खुद पीछे आ गया और अपने लंड पे अच्छा ख़ासा थूक लगा के हादी की गान्ड के सोराख पे रखा और एक ही झटके मे उस की गांद मे घुसा दिया
हड़िया क मुँह से आईईईईईईईईईईई कुतीईई आराम से नही कर सकते थीईई और उस की आँखों से पानी निकलने लगा मैने अपी को इशारा किया तो अपी ने हादी के मुँह को पकड़ के अपनी फुद्दि पे दबा लिया और कहा साली मुझे कह रही थी कि 4 5 बार चुदने से तो इतनी बड़ी गश्ती नही बनी और अब तुझे क्या हुआ साली रो क्यो रही है अभी हराम जादि
अब मैं हड़िया की गांद मे इन आउट करने लगा लेकिन मुझे समझ नही आ रही थी कि आख़िर बात क्या है क्योकि हादी की गांद मे मेरा लंड कुँवारी गान्ड के मुक़ाबले बड़ी आसानी से जा रहा था
मैने हादी की गान्ड मारते हुए कहा साली पहले किस से अपनी गान्ड मरवाती रही है
हादी ने कहा इसी गान्ड मारने के चक्कर मे तो मैने अपनी फुद्दि अपने ही बाप से चुदवा बैठी थी तू क्या समझा कि मैं अभी तक बची हुई हूँ
कुछ देर की ज़ोर दार चुदाई के बाद मैं फारिघ् हो गया हादी की गान्ड मे ही और फिर साइड मे हो के लेट गया क्योकि थक गया था
तभी हादी ने कहा नसीर तुम्हारे लंड से चुदने के बाद मेरा दिल कर रहा है कि मैं भी तुम लोगों के साथ ही तुम्हारे घर चलू
अपी ने कहा तू हमारे साथ चले गी तो तेरे बाप को फुद्दि कहाँ से मिले गी
हादी ने कहा 3 साल से अबू ही चोद रहे हैं मुझे अगर कुछ दिन तुम लोगों के साथ मज़ा कर लूँगी तो अबू मर नही जाएँगे
मैने कहा अच्छा बाबा पूछ लेना अपने अबू से हमे क्या
फिर हम सब ने कपड़े पहने और ज़मीनों पे घूम फिर कर घर को वापिस चल पड़े
घर वापिस आते ही मामी ने कहा क़ि नसीर तुम्हारे अबू का फोन आए था कह रहे थे कि अगर ज़मीनों का हिसाब देख लिया हो तो वापिस आ जाओ
मैने कहा ओके मामी हम लोग कल तक निकल जाएँगे अभी तो हिसाब भी देखना है
फिर रात को मामू आए तो हम ने उन से हिस्साब माँगा तो उन्हों ने कहा कि बेटा तुम लोग जाओ मैं ईद के बाद आउन्गा तो हिसाब दिखा दूँगा
मैने कहा चलो ये भी ठीक है उस रात हम दोनो बेहन भाई ही थे घर मे और हम ने रात को सेक्स भी किया फिर हम सो गये
सुबह उठे तो वापसी की तैयारी करने लगे हमारी सीट अवाम एक्सप्रेस मे शाम 4 बजे थी इस बार भी हम ने एसी स्लीपर मे सीट करवा ली
Re: फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है
लेकिन हम वहाँ अकेले नही थे हमारे इलावा 1 अंकल भी थे जिन की उमर कोई 45 की हो गी जब हम लोग अपनी सीट पे पहुचे तो वो अंकल उठ के बाहर चले गये
उन के बहिर जाते ही अपी ने कहा भाई ये क्या यहाँ तो ये आदमी भी है अब क्या हो गा मेरा तो दिल कर रहा था कि हम ट्रेन मे भी सेक्स करेंगे
मैने कहा अब क्या हो सकता है अपी ने कहा भाई अगर तुम नाराज़ ना हो तो हम इस आदमी को भी अपने साथ शामिल कर लेते हैं
मैने कहा अपी क्या तुम पागल तो नही हो गई पता नही कॉन है और कॉन नही और तुम कह रही हो कि हम उसे भी अपने साथ सेक्स मे शामिल कर लें
अपी ने कहा भाई यही तो बात है कि वो हमे नही जानता और हमे बदनाम भी नही कर सके गा
मैने कहा अपी सोच लो कहीं कोई गड़बड़ ना हो जाय
अपी ने कहा भाई कुछ नही होता प्लज़्ज़्ज़ मान जाओ बड़ा मज़ा आए गा भाई
मैने कहा कि अपी लेकिन ये सब हो गा किस तरहा हम उस के साथ किस तरहा बात करेंगे
अपी ने कहा भाई जो मैं करू मना मत करना बस मेरा साथ देते रहना फिर देखना कि वो किस तरह हमारे साथ शामिल होता है
सच कहूँ तो मुझे भी अपी के आइडिया को सुन के लंड मे खुजली शॉरो हो रही थी मैं दिल ही दिल मे सोच रहा था कि इन 3 4 दिनो मे ही मेरी बेहन कितनी बड़ी रंडी बन गई है
अभी हम ये प्लानिंग कर ही रहे थे कि वो आदमी भी आ गया क्योकि ट्रेन चल पड़ी थी उस ने आते ही अपनी सीट पे बैठ कर मुझ से पूछा कि आप लोग कहाँ जा रहे हो
मैने कहा कि हम लाहोर अपने घर जा रहे हैं
तो उस ने कहा कि मेरा नाम अमीन है और मैं भी लाहोर ही जा रहा हूँ
मैने कहा क्या आप लाहोर ही के रहने वाले हो
उस ने कहा नही मैं कराची से हूँ लेकिन लाहोर आता जाता रहता हूँ काम के सिलसिले मे
फिर हम इसी तरहा ही बाते कर रहे थे कि अपी ने कहा भाई मुझे चेंज करना है क्योकि वॉशरूम बाहर थे तो मैने कहा क्या मैं भी चॅलू
अपी ने कहा नही भाई आप बैठो मैं खुद ही चली जाउन्गि
फिर अपी जब चेंज कर के आई तो उस ने एक पुरानी लेकिन अच्छी हालत की शीलवार क़मीज़ पहनी हुई थी अपी जब आ के बैठी तो उस ने अपनी टाँगों को उठा के अपने छाती के साथ लगा के बैठ गई और क्योकि अपी ने अपना मुँह उस आदमी की तरफ किया था इस लिए मुझे कुछ पता नही चला कि आख़िर अपी ने ऐसा क्या किया है कि वो आदमी अपी की टाँगों मे ही घूर रहा था
लेकिन अपी ने उस की तरफ नही देखा और विंडो से बाहर की तरफ देखने लगी
लेकिन वो आदमी अपी की टाँगों मे ही घुरे जा रहा था मैने कहा अमीन साहब आप कब तक लाहोर मे रहेंगे
तो अमीन जैसे बोखला सा गया और ज ज ज्जजी क्या कहा आपने
मैने कहा अमीन साहब क्या बात आप की तबीयत तो ठीक है ना
तो उस ने कहा हां मेरी तबीयत तो ठीक है बस थोड़ा दिल घबरा रहा है बस आप क्या पूछ रहे थे मुझ से
मैने कहा मैने पूछा था कि आप लाहोर कब तक रुकोगे
अमीन ने कहा बस यार ईद तक लाहोर मे ही रहना पड़े गा क्या करे काम भी तो करना है ना
मैने कहा हां ये तो है काम भी तो करना वैसे आप के कितने बच्चे हैं
उस ने कहा कि यार मेरी शादी ही नही हुई अभी
मैने कहा क्यो आप की एज तो काफ़ी है फिर शादी क्यो नही की अभी तक
उन के बहिर जाते ही अपी ने कहा भाई ये क्या यहाँ तो ये आदमी भी है अब क्या हो गा मेरा तो दिल कर रहा था कि हम ट्रेन मे भी सेक्स करेंगे
मैने कहा अब क्या हो सकता है अपी ने कहा भाई अगर तुम नाराज़ ना हो तो हम इस आदमी को भी अपने साथ शामिल कर लेते हैं
मैने कहा अपी क्या तुम पागल तो नही हो गई पता नही कॉन है और कॉन नही और तुम कह रही हो कि हम उसे भी अपने साथ सेक्स मे शामिल कर लें
अपी ने कहा भाई यही तो बात है कि वो हमे नही जानता और हमे बदनाम भी नही कर सके गा
मैने कहा अपी सोच लो कहीं कोई गड़बड़ ना हो जाय
अपी ने कहा भाई कुछ नही होता प्लज़्ज़्ज़ मान जाओ बड़ा मज़ा आए गा भाई
मैने कहा कि अपी लेकिन ये सब हो गा किस तरहा हम उस के साथ किस तरहा बात करेंगे
अपी ने कहा भाई जो मैं करू मना मत करना बस मेरा साथ देते रहना फिर देखना कि वो किस तरह हमारे साथ शामिल होता है
सच कहूँ तो मुझे भी अपी के आइडिया को सुन के लंड मे खुजली शॉरो हो रही थी मैं दिल ही दिल मे सोच रहा था कि इन 3 4 दिनो मे ही मेरी बेहन कितनी बड़ी रंडी बन गई है
अभी हम ये प्लानिंग कर ही रहे थे कि वो आदमी भी आ गया क्योकि ट्रेन चल पड़ी थी उस ने आते ही अपनी सीट पे बैठ कर मुझ से पूछा कि आप लोग कहाँ जा रहे हो
मैने कहा कि हम लाहोर अपने घर जा रहे हैं
तो उस ने कहा कि मेरा नाम अमीन है और मैं भी लाहोर ही जा रहा हूँ
मैने कहा क्या आप लाहोर ही के रहने वाले हो
उस ने कहा नही मैं कराची से हूँ लेकिन लाहोर आता जाता रहता हूँ काम के सिलसिले मे
फिर हम इसी तरहा ही बाते कर रहे थे कि अपी ने कहा भाई मुझे चेंज करना है क्योकि वॉशरूम बाहर थे तो मैने कहा क्या मैं भी चॅलू
अपी ने कहा नही भाई आप बैठो मैं खुद ही चली जाउन्गि
फिर अपी जब चेंज कर के आई तो उस ने एक पुरानी लेकिन अच्छी हालत की शीलवार क़मीज़ पहनी हुई थी अपी जब आ के बैठी तो उस ने अपनी टाँगों को उठा के अपने छाती के साथ लगा के बैठ गई और क्योकि अपी ने अपना मुँह उस आदमी की तरफ किया था इस लिए मुझे कुछ पता नही चला कि आख़िर अपी ने ऐसा क्या किया है कि वो आदमी अपी की टाँगों मे ही घूर रहा था
लेकिन अपी ने उस की तरफ नही देखा और विंडो से बाहर की तरफ देखने लगी
लेकिन वो आदमी अपी की टाँगों मे ही घुरे जा रहा था मैने कहा अमीन साहब आप कब तक लाहोर मे रहेंगे
तो अमीन जैसे बोखला सा गया और ज ज ज्जजी क्या कहा आपने
मैने कहा अमीन साहब क्या बात आप की तबीयत तो ठीक है ना
तो उस ने कहा हां मेरी तबीयत तो ठीक है बस थोड़ा दिल घबरा रहा है बस आप क्या पूछ रहे थे मुझ से
मैने कहा मैने पूछा था कि आप लाहोर कब तक रुकोगे
अमीन ने कहा बस यार ईद तक लाहोर मे ही रहना पड़े गा क्या करे काम भी तो करना है ना
मैने कहा हां ये तो है काम भी तो करना वैसे आप के कितने बच्चे हैं
उस ने कहा कि यार मेरी शादी ही नही हुई अभी
मैने कहा क्यो आप की एज तो काफ़ी है फिर शादी क्यो नही की अभी तक