marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

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rajkumari
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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

Unread post by rajkumari » 24 Feb 2017 10:05

करती रहती और जैसी ही मैं अंदर आ जाता तो आंटी किसी नये लवर्स और किसी कुँवारी लड़की की तरह मुझ से लिपट जाती और फिर वोही शराब के बाद आंटी की जम्म कर चुदाई और गंद भी मारता और आंटी के मूह को भी चोद्ता और 69 भी करते और अब हम एक दम से बिंदास हो के करने लगे थे जैसे किसी का भी डर ना हो और अब तो कमरे को अंदर से बंद करने का भी होश नही रहता आंटी को चुदने की इतनी जल्दी होती थी के उनको परवाह ही नही होती के कमरा अंदर से बोल्ट किया हुआ है या नही तो मैं ने एक दिन पिंकी से टाइम सेट कर लिया और बोला के मैं तुम्है तुम्हारे मोबाइल पे कॉल करूँगा तुम आन्सर नही करना और कॉल को बंद कर के उसके 5 – 7 मिनिट के अंदर ही कमरे के अंदर चली आना.
और फिर उस दिन मैं अंदर आ गया, आंटी नंगी ही कमरे मे टेहल के मेरा वेट कर रही थी और उस दिन मैं विस्की और शॅंपेन दोनो की एक एक बॉटल ले के आया था और टेबल पे रख दिया जिसे आंटी बड़ी बे चैनि से खोल के दोनो मिला के पीने लगी. इतने दीनो से पीते पीते अब आंटी 1 ग्लास मे आउट नही होती थी बलके 2 या 3 ग्लास पीने के बाद ही आउट होती थी. उस रात को कमरे के अंदर आने के बाद मैं डोर को अंदर से बोल्ट नही किया और खुला ही छोड़ दिया था और आंटी को 3 – 4 ग्लास मिक्स कर के शराब पीला दिया और शराब पीते पीते ही आंटी के पैरो के बीच मे बैठ के उनकी चूत को चूस चूस के उनका जूस निकल दिया और फिर खड़े हो के उनके मूह के अंदर अपना लंड डाल के उनका मूह को चोदने लगा.
आंटी के हाथ मे शराब का ग्लास था और वो मेरे लंड को चूस रही थी और थोड़ी थोड़ी देर मे लंड अपने मूह से बाहर निकाल के शराब के ग्लास से चुस्की भी ले रही थी. एक टाइम आंटी ने लंड को मूह से बाहर निकाला और मेरे लंड को अपने शराब की ग्लास मे डुबो दिया और बाहर निकाल के मेरे लंड पे से शराब चाटने लगी वाह क्या मज़ा आ रहा था. अब आंटी को ऐसा करना बोहोत ही अछा लग रहा था जिसकी वजह से वो अब बार बार मेरे लंड को अपने ग्लास मे डालती और जो शराब मेरे लंड पे लगती उसको चूस्ति मुझे भी बोहोत ही मज़ा आ रहा था और कभी तो मेरे लंड को अपनी मुथि मे पकड़ के मूठ भी मार देती और इसी बीच जब मैं झड़ने को आ गया तो मैं अब उनके मूह मे ही लंड को घुसेड के चोदने लगा और दीवानो की तरह से चोद रहा था और ऐसा करने से लंड उनके हलक के अंदर तक घुस्स रहा था और फिर जब मेरी क्रीम निकलने के लिए रेडी हो गयी तो अपना लंड उनके मूह से बाहर निकाल लिया और खुद ही अपने लंड का मूठ मारने लगा और फिर एक ही मिनिट के अंदर जब क्रीम निकलने लगी तब मैं ने अपने लंड को आंटी के शराब के ग्लास की दिशा मे मोड़ दिया और उनके

शराब के ग्लास मे मेरी मलाई की मोटी मोटी गरम गरम धारियाँ गिरने लगी और आंटी मुस्कुरा के कभी अपने ग्लास की तरफ देखती तो कभी मेरे चेहरे की तरफ. मेरे लंड से निकली गाढ़ी गाढ़ी मलाई ग्लास के पेन्दे मे सेट्ल हो चुकी थी जिसे आंटी ने अपनी उंगली से हिलाया और जब मेरी मलाई और शराब अछी तरह से मिक्स हो गये तो फिर बची हुई सारी शराब एक ही घूँट मे पी गयी और होटो पे ज़ुबान फेरते हुए चटखारा लेते हुए नशीली आँखो से मुझे देखते हुए बोली के वाह राजा ऐसी शराब का तो नशा और मज़ा ही कुछ और है और फिर हम दोनो हस्ने लगे.
आंटी को अब थोडा थोड़ा नशा चढ़ने लगा था और अब आंटी को चुदाई की इच्छा हो रही थी. उनकी चूत को चूस्ते चूस्ते एक बार तो वो झाड़ ही चुकी थी और अब वो गरम भी होने लगी और सोफे से उठ ते हुए बोली के चल राजा आजा और चोद डाल अपनी आंटी की प्यासी चूत को. इतनी देर मे मेरा लंड फिर से किसी रॉकेट की तरह से खड़ा हो चुका था तो आंटी मेरे लंड को पकड़ के खीचते हुए मुझे बिस्तर की तरफ ले गयी और मैं उनके साथ चलने लगा पर साथ मे टेबल से अपना मोबाइल जिसमे पिंकी के मोबाइल के नंबर को डाइयल पे रेडी रखा था. अब आंटी काफ़ी ला परवाह हो गयी थी और धीमी लाइट जलाने लगी थी. पहले तो आंटी ने मुझे बेड पे लिटा दिया और मेरे ऊपेर उल्टा 69 की पोज़िशन मे आ गयी और मेरे लंड को चूसने लगी और अपनी चूत को मेरे मूह मे रगड़ने लगी. उनकी चूत अंदर से लाल हो गयी थी और इतने दीनो से लंड की मार झेलते झेलते उनकी चूत के पंखाड़ियान भी थोड़े से सूज कर मोटे हो चुके थे. उनकी चूत मे से जूस कंटिन्यू निकल रहा था और मेरे दाँत उनकी चूत के अंदर लगने से उनको बोहोत ही मज़ा आ रहा था जिसे से वो बोहोत ही जोश मे आ गयी थी और अपनी गंद उठा उठा के मेरे मूह पे अपनी चूत को ज़ोर ज़ोर से मार रही थी और देखते ही देखते आंटी की चूत का दबाव मेरे मूह पे बढ़ने लगा और वो काँपते हुए झड़ने लगी. जब अछी तरह से झाड़ गयी तो थोड़ी देर तक मेरे लंड को चूस्ति रही और मैने भी चाट चाट कर उनकी चूत को सॉफ कर दिया और वो फिर से गरम होने लगी. मैने अब पोज़िशन चेंज कर के आंटी को नीचे लिटा दिया और आंटी अपने घुटने मोड़ के लेटी थी. मैं उनके पैरो के बीचे मे आ गया और अपने पैर पीछे कर के लंड को एक ही झटके मे उनकी चूत के अंदर घुसेड दिया जिस से लंड डाइरेक्ट चूत मे घुसते हुए उनकी बचे दानी से टकरा गया और मस्ती मे आंटी की आँख बंद होते ही मोबाइल पे जो पिंकी का नंबर रेडी था उसका कॉल बटन दबा दिया जो पिंकी को इशारा था अंदर आने का. मैं आंटी को धना धन चोद रहा था और आंटी मुझे टाइट पकड़े हुए थी उनके पैर अब मेरी बॅक पे लपेटे हुए थे और मेरी गर्दन मे हाथ डाल के मेरे से लिपटी हुई थी. आंटी चुदाई का फुल मज़ा ले रही थी और अपनी गंद उठा उठा के मस्ती

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rajkumari
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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

Unread post by rajkumari » 24 Feb 2017 10:05

मे चुदवा रही थी और साथ मे चिल्ला भी रही थी चोद डाल राजा चोद डाल अपनी आंटी की चूत को आअहह ऊऊहह ब्ब्बाअद्द्दाआअ म्*म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआ हीईएईईईई र्र्रररीई त्त्तीईर्र्रीए सीखहूवुड्न्नेयियी म्*म्मीइ और आंटी यह कहते हुए मेरे से बड़ी ज़ोर से चिपकी हुई थी मुझे टाइट पकड़ा हुआ था और उनका बदन काँप रहा था और वो मस्ती मे चिल्ला रही थी कच्छूड्दद राअज्जजाअ आहह आऐईीइसस्सीए हहिईीईई माअरररर ज़्ज़्ज़ूओररर सस्सीई आआओउन्न्ञट्त्तिईइ क्क्कीईइ कक्चहूवततत्त ककककूऊ और उनका बदन किसी सूखे पत्ते की तरह काँपने लगा और वो मुझे बोहोत टाइट पकड़ के झड़ने लगी पिंकी अंदर आ चुकी थी और उसने वो सब कुछ देख भी लिया था और सुन भी लिया था पिंकी ने लाइट का बल्ब जला दिया और कमरे मे रोशनी फैल गयी पर आंटी की आँखें तो उनके ऑर्गॅज़म के चलते बंद ही थी इसी लिए उनको पता नही चला और फिर जैसे ही उनका ऑर्गॅज़म ख़तम हुआ और उन्हो ने आँखें खोली तो देखा कमरे मे रोशनी फैली हुई है, मेरा लंड आंटी की चूत के अंदर घुसा हुआ है और हम दोनो नंगे ही एक दूसरे से लिपटे हुए है और पिंकी बेड के साइड मे खड़ी है, उसका मूह खुला हुआ है, और वो कभी हम दोनो को और कभी टेबल पे रखी शराब की बॉटल को हैरत से आँखें फाड़ फाड़ के देख रही है, पिंकी को अपने सामने देखते ही आंटी की आँखें हैरत और डर से फैल गयी और बोली के ““अरे बहू तूमम ?? . मैं ने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाल लिया और उनके ऊपेर से उठ गया और मेरा लंड अभी भी आकड़ा हुआ था और जोश मे हिल रहा था. इतनी जल्दी चूत से बाहर निकाल ने की वजह से लंड मे से मलाई अभी भी टपक रही थी और आंटी की चूत और पेट पे गिर रही थी.
आंटी नंगी ही फॉरन बिस्तर से उठने की कोशिश करने लगी पर कुछ ऑर्गॅज़म का असर और कुछ शराब का नशा वो जल्दी उठ नही पायी और फिर जैसे ही बिस्तर से नीचे उतर गयी और नंगी ही झुक के पिंकी के पैर पकड़ लिए और बोली के बहू मेरी इज़्ज़त अब तुम्हारे हाथ मे है प्लीज़ किसी को कुछ ना बताना तो पिंकी ने आंटी को बगल से पकड़ के उठा लिया और बोली के नही मम्मी आप फिकर ना करो मैं किसी को कुछ भी नही बताउन्गि और फिर उठ ते हुए बोली के तू बड़ी अछी है तू मेरी बहू नही मेरी बेटी है तो पिंकी ने अपनी नाक बंद करली आंटी समझ गयी के पिंकी को उनके मूह से शराब की बू आ रही होगी तो वो खुद भी थोड़ा सा पीछे हट गयी और अपने कपड़े ढूँदने लगी तो पिंकी ने बोला के डॉन’ट वरी मम्मी मैं जा रही हू आप ऐसे ही सो जाओ मैं सुबह आपके पास आ जाउन्गि और आंटी को बेड पे लिटा के चदडार उधा दिया और फिर पिंकी मेरा हाथ पकड़ के नंगा ही मुझे दूसरे कमरे मे ले गयी और फॉरन ही मेरे लंड को पकड़ के दबाने लगी. वो मेरे लंड मे से टपकते क्रीम को

देख कर ही पागल हो गयी थी. पिंकी की नाइटी उतार के वही खड़े खड़े ही उसकी एक टांग उठा के उसकी गीली चूत मे अपने मूसल कोपेल दिया. लंड मेरे और आंटी की क्रीम से गीला हो कर चमक रहा था और पिंकी के गीली चूत के अंदर घुसते ही बोला के तुम्हारी सास का जूस अब तुम्हारी चूत के अंदर है तो वो मुस्कुरा के मुझे किस करने लगी. मैने पिंकी को उसकी गंद पकड़ के उठा लिया और खड़े खड़े ही उसको चोदने लगा और वो मस्ती मैं आआग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह र्र्र्राआअज्ज्ज्ज्ज आऐईएसस्स्सीई ह्ह्ह्हीईइ कक्चहूऊद्ददड़ूऊव उउउफफफफफफ्फ़ और मेरी गर्दन मे हाथ डाले मेरे लंड पे उछलती रही और थोड़ी ही देर मे उसका बदन काँपने लगा और वो झड़ने लगी और मेरी मलाई भी निकल के उसकी चूत मे गिरने लगी और जैसे ही उसको नीचे उतारा उसकी चूत से हम दोनो की क्रीम टपक टपक के फ्लोर पे गिरने लगी. उसकी आवाज़ें उसकी सास के कानो तक पहुँच रही थी. उसकी सास को पता चल गया था के मैं पिंकी को चोद रहा हू पर वो कुछ बोल ही नही सकती थी और खामोश रही. मैं थोड़ी देर के बाद अपने घर वापस आ गया.
सुबह आंटी का फोन आया तो उन्हो ने चिंता से पूछा के अब क्या होगा राजा तो मैं ने बोला के कुछ नही होगा आंटी आप फिकर ना करो पहले तो मैं ने भी कल रात पिंकी को चोद दिया और आज उसको भी हमारे साथ बुला लेते है रात मे और हम तीनो मिल कर !!!! तो मेरी बात काट ते हुए बोली के क्या ख़याल है तुम्हारा वो आ जाएगी तो मैं ने कहा के क्यों नही आएगी अब आपको भी तो पता चल गया है ना के मैं ने उसको भी चोदा है तो वो इस बात का ख़याल रखेगी और शुवर आएगी आप फिकर ना करो मैं बात करके उसको रात मे बुला लूँगा तो उनकी चिंता ख़तम हुई. मैने फॉरन ही पिंकी को फोन कर के अपनी पूरी बात बता दिया और बोला के आज हम थ्रीसम करेंगे जब मैं आंटी के कमरे से फोन करू तो तुम आ जाना तो उसने ठीक है कहा और फिर थोड़ी देर इधर उधर की बातें कर के फोन बंद कर दिया.

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rajkumari
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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

Unread post by rajkumari » 24 Feb 2017 10:05

उस रात मैं जल्दी ही उनके घर चला गया हमेशा की तरह से सारे डोर्स मेरे लिए खुले हुए थे. मैं कमरे के अंदर आया तो आंटी नाइटी पहने सोफे पे चिंतित बैठी थी मुझे विश किया तो मैं ने बोला के आंटी आप अभी तक चिंतित हो तो उन्हो ने अपना सर हा मे हिला दिया. मैं ने विस्की की बॉटल टेबल पे रखी तो आंटी ने फॉरन ही उसको उठा के सोफे के पीछे रख दिया तो मैं ने बोला के आंटी आप घबराओ नही कुछ नही होगा और आइ आम शुवर के पिंकी कोई माइंड नही करेगी क्यों के वो भी एक आज़ाद ख़याल की लड़की है और मैं बॉटल सोफे के पीछे से उठा के वापस टेबल पे रख दिया और पिंकी को फोन किया तो वो आ गयी.
मैं ने उसको अपने करीब बिठा लिया और आंटी के सामने ही उसको एक ज़बरदस्त फ्रेंच किस कर दिया. हम थोड़ी देर तक इधर उधर
की बातें करने लगे ता के आंटी जो टेन्स बैठी थी उनकी हालत ठीक हो सके और फिर मैं ने पिंकी से पूछा के पिंकी क्या आंटी थोड़ी सी विस्की पिए तो तुम माइंड तो नही करोगी तो पिंकी ने बोला के मैं क्यों माइंड करूँगी मम्मी इतमीनान से पी सकती है तो मैं ने बोला के ठीक है एक काम करो तुम ही एक ग्लास मे निकाल के मम्मी को पिलाओ तो वो मेरे पास से उठ के टेबल से बॉटल उठा के ग्लास मे विस्की डाल के मम्मी के होटो से लगा दिया और प्यार से बोली के मम्मी आप चिंतित ना हो मम्मी मुझे पता है के यह बाप बेटे कैसे रहते है इन्है तो जैसी किसी चीज़ की परवाह ही नही वो ना घर की ज़रूरतो का ख़याल करते है और ना ही घरवालो की ज़रूरतो का उनको तो बॅस अपना काम और पैसा ही चाहिए उनको परवाह ही नही के उनकी बीवी वासना की आग मे जलती है तो जले उनको तो बस अपने पैसे से ही मतलब है और मम्मी सच काहु तो आपके बेटे ने मुझे सही ढंग से एक किस तक नही किया मेरे जलते बदन की प्यास बुझाना तो दूर की बात है. वो कमरे मे आता है और इधर

उधर हाथ लगा के मुझे गरम कर देता है और खुद खर्राटे मारते हुए सो जाता है यह तो है आपके बेटे का हाल तो मैं समझ सकती हू के आपका भी ऐसा ही कुछ हाल होगा तो आंटी ने कहा के हा बेटा क्या करू और इसी के चलते मैं राजा की जवानी पे अपना दिल हार बैठी और वो सब कुछ हो गया जो तुम ने देखा तो पिंकी ने कहा के कोई बात नही मम्मी आज हम दोनो मिल के राजा को रात भर सोने नही देंगे और इतनी देर मे पिंकी ने शराब पिलाते पिलाते ग्लास खाली कर दिया था तो आंटी ने पिंकी से बोला के तू भी तो थोड़ी सी पीले बेटा सारा बदन गरमा जाएगा तो उसने कहा के गरम क्या मम्मी मेरा बदन तो किसी भाटि की तरह जल रहा है और आंटी ने विस्की का ग्लास पिंकी के हाथ से ले लिया और एक घूँट पिंकी को भी पीला दिया जिसे पिंकी ना ना करते पी गयी और इसी तरह से आंटी ने तकरीबन आधा ग्लास पिंकी को भी पीला दिया. अब पिंकी को भी मज़ा आने लगा था और थोड़ी सी ही शराब से उसको नशा चढ़ने लगा था.
पहली बार विस्की पीने की वजह से पिंकी जल्दी ही आउट भी हो गयी थी और उसका बदन शराब की और चूत की गर्मी से जलने लगा था उसने आंटी के हाथ पकड़ के उठाया और नशे मे झूमते हुए बोली के मम्मी मुझे तो बोहोत ही गर्मी लग रही है और अपनी नाइटी के बटन खोलने लगी और देखते ही देखते उतार भी दिया. उसने पॅंटी और ब्रस्सिएर नही पहनी थी और यही हम ने प्लान भी किया हुआ था पहले से. नंगी पिंकी ने आंटी से पूछा मम्मी आपको गर्मी नही लग रही है तो उन्हो ने मुस्कुराते हुए बोला के अरे बेटा मैं तो अपने बदन की आग मे जल रही हू तो पिंकी ने बोला के तो आप भी अपने कपड़े निकाल दो ना तो आंटी ने बोला के तुम ही निकाल दो तो पिंकी ने हाथ बढ़ा के आंटी की नाइटी भी उतार दी और अंदर से आंटी भी नंगी थी औरे मेरे सामने दो दो नंगे वासना की आग मे जलते बदन
खड़े थे जिन्है देख के मेरा मूसल लंड भी लोहे हैसा सख़्त हो गया और बे इंतेहा गरम भी अब वो दो दो चूतो की गर्मी को शांत करने के लिए तय्यार था.
कमरे मे धीमी लाइट जल रही थी कमरे का महॉल बोहोत ही रोमॅंटिक हो गया था. आंटी उठ ते उठ ते 1 ग्लास भर के शराब और पी गयी थी. पिंकी ने मुझे देखा और लड़खड़ाती आवाज़ मे बोली के राजा तुम्है शरम नही आती यहा मैं और ममी दोनो नंगे खड़े है और तुम अभी तक कपड़े पहने हुए हो तो मैं ने बोला के ठीक है जैसा तुम ने आंटी के कपड़े निकाले है

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