marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

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sexy
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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

Unread post by sexy » 21 Feb 2017 20:13

तो उसने कहा के हा आंटी ठीक है. मैं पिक्निक के लिए निकली थी पर बारिश की वजह से घर वापस नही जा सकी और यही फार्महाउस मे रुकी हुई हू. हमारी काम वाली गंगू बाई बीमार है वो आपके पास आ रही है प्लीज़ उसको अड्मिट कर लीजिए और 2 – 3 दिन तक अपने नर्सिंग होमे मे ही रखिए मैं आपको पेमेंट भिजवा दूँगी तो उसने हंसते हुए कहा के अरे पेमेंट की ऐसी क्या जल्दी पड़ी है मैं जब तुम्हारे घर आउन्गि तो तुम्हारी मोम से ले लूँगी तुम पेमेंट की फिकर ना करो और अड्मिट की ज़रूरत होगी तो ही करूँगी तो पिंकी बोली के नही आंटी मुझे पता है वो बोहोत कमज़ोर हो गयी है और ऐसे बारिश मे उसकी तबीयत और खराब हो जाएगी आप प्लीज़ उसको 2 – 3 दिन के लिए अड्मिट कर ही लीजिए ताकि उसको कुछ रेस्ट मिल जाए तो डॉक्टर कविता बोली के ठीक है बाबा तुम कहती हो तो मैं उसको अड्मिट कर लेती हू और उसने गंगू बाई से कहा के तुम लोग कविता नर्सिंग होम चली जाओ मेरी बात हो गयी है और वो तुमको 2- 3 दिन एक लिए अड्मिट कर लेंगी तो उसने कहा के बीबी घर मे लक्ष्मी अकेली है हम शाम तक लौट आएँगे तो पिंकी बोली के लक्ष्मी की फिकर करने की ज़रूरत नही मैं हू मैं यहा रह जाउन्गि तुम्हारे आने तक तुम फिकर ना करो और अपना ध्यान रखो. गंगू बाई बोली ठीक है बीबी आपका उपकार है हम पे और वो चले गये. यहा से सड़क खराब हो गयी थी इसी लिए बाइक मैं चलाने लगा और 10 मिनिट के अंदर ही हम फार्महाउस के गेट पे पहुँच गये वाहा देखा तो लक्ष्मी नज़र नही आई हम ने सोचा के शाएद बाथरूम मे होगी और हम आगे चल पड़े. सर्वेंट क्वॉर्टर से से घर तकरीबन आधा किलोमेटेर होगा हम बाइक पार्क करके अंदर घर मे चले गये.
घर के अंदर आते ही हम ने अपने ओवरकोट्स और हेल्मेट उतार दी और फ्री हो गये एक दम से पिंकी मुझ से लिपट गयी और बोली के मेरे राजा मुझे उठा के अंदर ले चलो मैं नीचे झुका और पिंकी को किसी गुड़िया की तरह उठा लिया और बेडरूम
मे आ गया और उसको वाहा रखे एक टेबल पे बिठा दिया और इधर उधर देखने लगा. कमरा बोहोत दीनो से बंद था तो विंडो को कुछ देर के लिए खोल दिया जिस से ठंडी हवा अंदर आ गयी और कमरा जो अछा ख़ासा गरम था एक ही मिनिट के अंदर फिर से ठंडा हो गया. हम ने कुछ देर के लिए खिड़की खुली रखी ताकि फ्रेश एर अंदर आ जाए.
मेरा पॅंट और उसकी सलवार भीग चुके थे. मैं ने तो अपनी पॅंट उतार दी अंदर बर्म्यूडा था तो वोही पहेने रहा लैकिन पिंकी की सलवार तो पूरी तरह से भीग चुकी थी उसने अलमारी से उसकी मम्मी का नाइट गाउन निकाला और अपनी सलवार उतार के वो नाइट गाउन पहेन लिया. पिंकी ने ब्रस्सिएर और पॅंटी नही पहनी थी और यह वाइट और हल्के सा ट्रॅन्स्परेंट गाउन मे से उसका मक्खन मलाई जैसा दूधिया बदन छलकने लगा उसके छोटे छोटे बूब्स और चिकनी चूत नज़र आने लगी लैकिन इस गाउन मे उसको ठंडी लग रही थी इसी लिए खिड़की को बंद कर दिया अब कमरा फिर से गरम हो गया था.
पिंकी ट्रॅन्स्परेंट गाउन पहने बाल बिखराए मेरी तरफ नशेली आँखों से देखती बेड पे लेटी बे इंतेहा खूबसूरत लग रही थी. उसने मुझे अपने पास बैठने को कहा तो मैं बेड के किनारे पे बैठ गया उसने डाइरेक्ट मेरे बर्म्यूडा मे हाथ डाल के मेरे अकड़ते हुए लंड को पकड़ लिया और बोली कि मेरे राजा आज यह मुझे चाहिए तो मैं ने कहा के पागल ना बनो पिंकी अभी तुम छोटी हो और कही कुछ हो गया तो मुसीबत ही आ जाएगी तो उसने मुझे गुस्से से देखते हुए कहा के क्या कहा मैं छोटी हू तो मैं ने कहा के हा यार अभी तुम चुदाई के लिए तुम्हारी चूत छोटी है और यह देखो मेरा मूसल तुम्हारी चूत तो फॅट ही जाएगी तो उसने कहा के मुझे कुछ नही मालूम फॅट जाए या कुछ भी हो जाए मुझे तुम्हारा लंड आज और अभी मेरी चूत के अंदर लेना है. अब हम दोनो लंड और चूत जैसे शब्दो का इस्तेमाल बिंदास करने लगे थे एक दूसरे के साथ. मैं ने कहा सोच लो पिंकी तुम्हारी छोटी सी कुँवारी चूत मे मेरा इतना बड़ा मोटा और लोहे जैसा सख़्त लंड घुसे गा तो तुम्है बोहोत दरद होगा तो उसने कहा कोई बात नही एक ही टाइम तो होगा ना मुझे आज अपनी सील तुम्हारे शानदार लंड से ही तुड़वानी है तो मैं ने कहा के ओके जैसी तुम्हारी मर्ज़ी और अब मैं पिंकी की चूत फाड़ने की तय्यारी मे लग गया और झुक के पिंकी के सेक्सी लिप्स को चूमने लगा. वो तो बोहोत ही गरम हो चुकी थी और मुझे अपने ऊपेर खेच लिया मुझे टाइट पकड़ लिया तो मैं ने कहा के अरे बाबा डोर तो बंद कर देता हू तो उसने बोला के कोई ज़रूरत नही यहा कोई नही है डॉन’ट वरी कम ऑन.
पिंकी का गाउन तो ऑलमोस्ट खुला हुआ ही था जिसे उसने अपने बदन से अलग कर दिया और उसने मेरी टी शर्ट निकाल दी और बर्म्यूडा को
भी खेच के निकाल दिया. अब हम दोनो नंगे थे. मेरा मूसल जैसा और लोहे जैसा सख़्त लंड तो अकड़ के मेरे पेट से चिपक गया था जैसे मेरे पेट मे कोई मॅगनेट हो. मेरे लंड को उसने पकड़ा और दबाने लगी और मुझे खींच के अपने साथ लिटा लिया और हम एक दूसरे की तरफ मूह करके लेते थे और टंग सकिंग किस करने लगे साथ मैं उसके बिना निपल वाली चुचिओ को भी मसल रहा था उसने मेरी टांग पे अपनी टांग डाली और मेरे लंड के डंडे को पकड़ के लंड का सूपड़ा अपनी चूत पर घिसने लगी. लंड मे से निकलते प्री कम से उसकी चूत चिकनी हो गयी थी. पिंकी की चूत मे जैसे चीटिया रेंग रही थी और उसका बॅस नही चल रहा था के किसी तरह से मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर घुसा ले बोहोत ही सेक्सी हो गयी थी और वासना की आग मे जलने लगी थी. मैं ने उसको अपने ऊपेर खेच लिया और उसके चुचिओ को चूसने लगा. उसका बूब पूरे का पूरा मेरे मूह मे आ गया था और मैं उसके बूब्को किसी रस्स गुल्ले की तरह से चूस रहा था और ऐसी पोज़िशन मे मेरा लंड उसकी गंद से लग रहा था. थोड़ी देर मे वो नीचे स्लिप हो गयी और मेरे दोनो पैरो के बीच लेट के मेरे लंड के डंडे को पकड़ के दबाने लगी जिस से मेरे लंड के हेल्मेट जैसे सूपदे पे एक बड़ा सा प्री कम का क्रिस्टल क्लियर ड्रॉप आ गया जिसे उसने अपनी ज़ुबान से चाट लिया और बोली वाह क्या मीठा पानी है राजा तुम्हारे लंड का और मेरे लंड पे अपना मूह लगा दिया और लंड को चूसने लगी आहह मेरा लंड उसके मूह मे बोहोत मज़ा दे रहा था वो लॉली पोप की तरह बड़े जोश मे लंड चूस रही थी. लंड का सूपड़ा उसके हलक को लग रहा था वो आग्घह गग्ग्घह कर रही थी पर लंड को कंटिन्यू चूसे जा रही थी. मैं ने उसके सर को पकड़ा हुआ था और उसके मूह को चोद रहा था इतने मे मैं ने उसको पकड़ के अपने ऊपेर खेच लिया और पलटा दिया जिस से हम 69 की पोज़िशन मे आ गये थे. उसकी मक्खन मलाई जैसी चूत अंदर से पिंक कलर की थी जिस्मै से बड़ी मस्त कुँवारी चूत की सुगंध आ रही थी. मैं ने उसकी चूत को किस किया. उसके दोनो पैर मेरे बदन के दोनो तरफ मुड़े हुए थे जिस से उसकी चूत थोड़ी सी खुल गयी थी पिंक कलर की छोटी सी क्लाइटॉरिस मस्ती मे खुल बंद हो रही थी और वो मेरे लंड को चूस रही थी और मैं उसकी चूत को. उसकी चूत पे मेरी ज़ुबान लगते ही उसकी चूत मे से मीठा मीठा जूस निकलने लगा जिसे मैं मज़े से पीने लगा. उसकी चूत को अपने दांतो से चबाया तो वो पागलो की तरह मचलने लगी और अपनी गंद उठा उठा के अपनी चूत से मेरे मूह को ज़ोर ज़ोर से चोदने लगी और एक ही मिनिट के अंदर उसका बदन अकड़ने लगा और वो मेरे मूह मे झड़ने लगी. उसका ऑर्गॅज़म 2 मिनिट तक चलता रहा और फिर मेरे बदन पे ढेर हो गयी.
अब मैं उसको फिर से पलटा के अपने बदन पे लिटा लिया और एक बार फिर से उसके छोटे बूब्स को पूरे का पूरा अपने मूह मे ले के चूसने लगा जिस से वो थोड़ी ही देर मे फिर से गरम हो गयी और मेरा लंड को मेरे पेट पे पड़ा हुआ था उसके डंडे के ऊपेर बैठ गयी ऑरा आगे पीछे होने लगी. उसकी चूत मेरे थूक से और उसके जूस से बोहोत ही गीली हो चुकी थी. अब मैं भी बोहोत ही जोश मैं आ गया था और अब मैं पिंकी की चूत फाड़ने के लिए एक दम से रेडी हो गया था. पिंकी से पूछा के काइया तुम रेडी हो तो उसने कहा के हा मई रेडी हू तो मई ने उसको नीचे लिटा दिया और उसके पैरो के बीच मे अपने दोनो पैर पीछे लंबे करके उसके ऊपेर लेट गया. मेरे लंड का सूपड़ा उसकी चूत के पंखाड़ियो के बीचे मे टीका हुआ था. लंड मे से कंटिन्यू प्री कम निकल रहा था जिसकी वजह से पिंकी की गीली चूत और स्लिपरी हो गई थी. मैं ने अपनी गंद उठा के लंड को उसकी चूत मैं घुसा दिया तो चूत गीली होने की वजह से और प्री कम की चिकनाई की वजह से मेरा लोहे जैसा सख़्त लंड उसकी क्लाइटॉरिस से रगड़ ख़ाता हुआ उसकी छोटी चूत से बाहर निकल गया और ऐसे ही दो तीन ठीक से ट्राइ किया तब जा के सूपड़ा उसकी चूत के सुराख मे अटक गया और उसने मुझे कस के पकड़ लिया और उसके मूह से ऊऊऊऊऊऊईईईईईईई की आवाज़ निकली. थोडा और प्रेशर डाला तो लंड का चिकना सूपड़ा उसकी चूत के सुराख मैं जा के फँस गया और पिंकी ने फॉरन ही मेरे बदन को बड़ी ज़ोर से पकड़ लिया और अपनी टाँगें मेरी बॅक पे लपेट ली उसकी सांस तेज़ी से चल रही थी चेहरे पे पसीने की बूँदें छलकने लगी और उसका चेहरा लाल हो गया था तो मैं रुक गया तो उसने बोला के राजा और ना तड़पाव अब फाड़ डालो मेरी चूत को. मेरी चूत को तुम्हारे लंड ने दीवाना बना दिया है. मैं अपने लंड के चिकने सूपदे को अंदर बाहर करने लगा जिस से उसका बदन कुछ रिलॅक्स हुआ और उसने अपनी गंद उठा के लंड को चूत के अंदर लेने की कोशिश शुरू कर दी तो मैं ने पूरा लंड बाहर खेच लिया और ज़ोर से झटका मारा तो लंड थोड़ा और उसकी टाइट चूत के अंदर घुस गया और वो चिल्लाई आआआऐईईईईईईईइ म्*म्म्ममममममाआआआआआआअ. मेरा लंड उसकी चूत मैं फँसा हुआ था और उसके चूत के मसल्स ने मेरे लंड को टाइट पकड़ा हुआ था वो मुझ से एक बार फिर से लिपट गयी उसकी साँसें बोहोत ही तेज़ चल रही थी अब मैं सिर्फ़ आधा ही लंड अंदर बाहर करने लगा. मेरे लंड के साथ ही उसकी चूत की अन्द्रूनि चाँदी लंड के डंडे से चिपक के बाहर आती और लंड के साथ ही अंदर वापस चली जाती. मैं उसके बूब्स को चूसने लगा जिस से वो और जोश मैं आ गयी. मैं चाहता था के एक ही झटके मे उसकी चूत को फाड़ डालु. ऐसे ही आधे लंड के अंदर बाहर करने से वो फिर से मूड मे आ गयी थी और उसकी चूत गीली होना शुरू हो गयी थी. मैं अपने हाथ उसकी बगल के अंदर से डाल के उसके
शोल्डर्स को टाइट पकड़ लिया और अपनी गंद उठा उठा के चोद रहा था और वो मज़े से अपनी गंद उचका उचका के आधे लंड ही से चुदाई के मज़े ले रही थी और मैं ने उसको कोई इंडिकेशन नही दिया के मैं क्या करने वाला हू और इसी बीच लंड को पूरा बाहर खेच के एक बड़ी ज़ोर से पूरी ताक़त के साथ झटका मारा तो एक खच की आवाज़ आई और मेरा लंड उसकी छोटी सी नयी चूत की सील को तोड़ता हुआ उसकी बच्चे दानी से जा टकराया वो उछल पड़ी और उसके मूह से हहाआआआआऐययईईईईईईई म्*म्म्माआआअरर्र्र्र्र्र्ररर द्द्द्द्द्द्द्द्दददााआाालल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लाआआआआअ ज़्ज़ाआआाअलल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्लीइीईईईईईईईइइम्म्म्ममममम ऊऊऊऊऊओफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ हहाआआआआईईई और मुझ से बोहोत ही ज़ोर से लिपट गयी और उसके आँख से आँसू निकल के उसके प्यारे प्यारे गालो पे बहने लगे और नीचे बेड पे गिरने लगे और उसने अपने हाथो से और टाँगो से मेरे बदन को टाइट कस के पकड़ लिया उसकी आँखें बंद हो गयी थी तकलीफ़ से उसका चेहरा टमाटर की तरह लाल हो गया था उसके पूरे चेहरे पे पसीने की बूँदें किसी मोती की तरह चमक रही थी. मेरा लंड उसकी चूत की सील को तोड़ने का जशन मना रहा था और उसकी चूत के अंदर ही अंदर अपनी कामयाबी पे खुशी से फूल गया था. मैं उसके ऊपेर ऐसे ही बिना चोदे लेटा रहा लंड उसकी फटी हुई चूत के सुराख मे ऐसे फँसा हुआ था जैसे बॉटल पे ढक्कन लगा होता है और फिर जब थोड़ी देर के बाद उसके होश ठिकाने आए तो वो थोड़ा सा रिलॅक्स हो गयी और मेरी तरफ अजीब नज़रो से देखते हुए उखड़ी उखड़ी हुई ज़ुबान से बोली राजा तुम्हारा लंड तो बोहोत ही बड़ा और मोटा है मेरी चूत दरद कर रही है तो मैं ने कहा के फिकर ना करो अभी सब ठीक हो जाएगा यह दर्द तो बॅस एक ही टाइम का है अब कभी भी चुदवाने मे तुम्है दरद नही होगा और बॅस मज़ा ही मज़ा आएगा. वो धीरे से मुस्कुरा के आहिस्ता से मेरे गाल पे मार के बोली “चल झूठे” मुस्कुराई तो ज़रूर पर अभी भी उसके चेहरे से तकलीफ़ की झलक दिखाई दे रही थी.

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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

Unread post by sexy » 21 Feb 2017 20:13

अब मैं फिर उसके बूब्स को मूह मे ले के चूसने लगा जिस से उसके बदन मे चुदाई की गर्मी चढ़ने लगी और अपनी गंद उठा उठा के चुदाई मे साथ देने लगी. उसके टाँगें मेरी बॅक पे थी और मेरे पैर पीछे सीधे और मैं उसको अपनी गंद उठा उठा के लंड को आधा बाहर निकाल निकाल के चोद रहा था प्प्पाआककचह प्पाआककचह की आवाज़ कमरे मे गूँज रही थी उसकी चूत से निकला हुआ खून अभी तक चूत के बाहर नही निकल पाया था ऐसा लग रहा था के मेरा मोटा लंड उसकी चूत के सुराख का ढक्कन बना हो हाई जो खून को बाहर निकलने नही दे रहा है मैं 3 -4 झटके आधा लंड बाहर निकाल के धीरे से मारता तो 2 झटके लंड को सूपदे तक बाहर निकाल के
ज़ोर से मारता और हर धक्के के साथ उसके मूह से हप्प्प्प हप्प्प्प जैसी आवाज़ें निकल रही थी. चुदाई ज़ोरो पे थी दोनो के बदन पसीने से भीग चुके थे पता नही वो कितने टाइम अंदर ही अंदर झाड़ चुकी थी पर मेरे बॉल्स मैं हलचल मचना शुरू हो गयी थी और अब मैं उसकी चूत मे धना धन लंड पेल रहा था और अब मुझे लगा जैसे मेरा लंड फॅट जाएगा और मैं ने एक और इतनी ज़ोर से झटका मारा के वो फिर से चिल्लाई ऊऊऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई आआआअम्म्म्मममममममममममाआआआआआआआआआआअ और मेरे लंड मे से गरम गरम गाढ़ी गाढ़ी मलाई की मोटी मोटी पिचकारियाँ निकल निकल के उसकी चूत को भरने लगी मेरा जोश इतना ज़ियादा था कि मैं झड़ने के बावजूद उसे दीवानो की तरह चोदे जा रहा था और फिर धीरे धीरे मेरे धक्के रुक गये और मैं उसके बदन पे ढेर हो गया हमारी साँसें तेज़ चल रही थी मेरा लंड उसकी गीली चूत के अंदर ही अंदर फूल रहा था. थोड़ी देर के बाद मैं ने अपना लंड उसकी फटी चूत से बाहर निकाला तो एक प्लॉप की आवाज़ के साथ बाहर आ गया और उसकी चूत का सुराख इंग्लीश के अक्षर ( ओ ) की तारह से खुला हुआ था और उसकी चूत से ढेर सारा खून निकल के बेडशीट पे गिरने लगा और इतने मे ही पीछे से आवाज़ आई आआएयूऊ ददडिययद्ड्द्डिईईईईई कककखूऊऊन्न्*णणन् देखा तो लक्ष्मी अपने भीगे कपड़ो मे खड़ी थी उसका मूह खुला हुआ था और वो हैरत से टक टॅकी बाँधे हमे देख रही थी उसका बदन बारिश मे भीगने से पूरा गीला हो चुका था उसके कपड़े उसके बदन से चिपके हुए थे उसने हाफ स्कर्ट टाइप का लहनगा पहा था और क्रीम कलर का ब्लाउस टाइप शर्ट ( टिपिकल गाओ वालो की तरह ). उसके ब्लाउस मे से उसके बूब्स दिखाई दे रहे थे. पिंकी उसकी आवाज़ से चोंक के उठ गयी और उसे देख के एक दम से घबरा गयी और अपनी टांगो के बीच देखा तो ढेर सारा खून निकल चुका था और कुछ उसकी चूत मे से निकल रहा था खून देख के उसके होटो पे एक अजीब सी मुस्कुराहट और आँखों मे चमक आ गयी क्यॉंके अब पिंकी छोटी बच्ची नही रही थी अब वो चुदवा के अपनी सील तुड़वा के जवान हो चुकी थी. पिंकी बे इंतेहा खुश दिखाई दे रही थी और उसने मुझे थॅंक्स कहा तो मैं भी मुस्कुरा दिया और बोला के सच मैं पिंकी तुम्हारी चूत तो बोहोत ही टाइट थी मुझे भी चोदने मे मज़ा आया हमारी बातें लक्ष्मी गौर से सुन रही थी और वो हैरत मे खड़ी हमे देख रही थी.

पिंकी ने मुझ से इंग्लीश मे कहा के लक्ष्मी ने देख लिया है अब वो ज़रूर बता देगी इसी लिए अब तुम उसको भी चोद डालो और उसकी कच्ची चूत की सील को तोड़ डालो तो मैं ने कहा के पागल हो गयी
हो क्या ऐसे मोटे लंड से उसको चोदुन्गा तो वो तो मर ही जाएगी तो उसने कहा के नही ऐसा नही होगा तुम आहिस्ता आहिस्ता से घुसाना कुछ नही होगा मैं हू ना हम दोनो मिलके ट्राइ करते है तो मैं ने कहा देख लो कही मुसीबत ना खड़ी हो जाए तो उसने कहा के फिकर ना करो अब लक्ष्मी उतनी छोटी नही है वो तुम्हारे लंड को संभाल ही लेगी तुम चोदो तो सही फिर देखते है क्या होता है तो मैं ने कहा के ठीक है अगर तुम ऐसा ही चाहती हो तो ट्राइ कर लेते है और मैं बाथरूम मे अपना लंड धोने के लिए चला गया.
पिंकी ने लक्ष्मी को अपने करीब बुलाया वो हमारे नंगे बदन को देख रही थी और एस्पेशली उसकी नज़र मेरे लंड पे से तो हट ही नही रही थी हर थोड़ी देर मे लंड को देख लेती थी. लक्ष्मी डरते डरते पिंकी के करीब आई तो पिंकी ने उसको अपनी बाँहो मे ले लिया और बोला के लक्ष्मी तुम तो पूरी भीग चुकी हो चलो तुम्हारे कपड़े उतार देते है तो वो शर्मा के बोली ना नही दीदी रहने दो मैं बाद मे बदल लूँगी तो पिंकी बोली के अरे ठंड लग जाएगी तो बीमार हो जाओगी और साथ मे उसके ब्लाउस के बटन खोलने लगी. लक्ष्मी मना ही करती रह गयी और पिंकी उसके बटन खोलती ही रही और सारे बटन खुल जाने के बाद उसने ब्लाउस भी निकाल दिया तो लक्ष्मी ने अपने दोनो हाथ अपने उभरते हुए चुचिओ पे रख लिए और ऐसा मोका देख के पिंकी ने उसके स्कर्ट का हुक खोल दिया तो वो भी नीचे गिर पड़ा और लक्ष्मी एक दम से नंगी खड़ी रह गई और एक हाथ से अपनी चूत छुपाने लगी तो पिंकी बोली के अरे रहने दे ना चल अंदर बाथरूम मे चल हम दोनो साथ साथ स्नान करते है और वो दोनो हमाम मे घुस गये. और शवर से पानी गिरने की आवाज़ आने लगी. पिंकी ने लक्ष्मी से कहा के मेरा खून सॉफ कर दे तो उसने शरमाते हुए अपना हाथ उसके थाइस पे रखा और फिर शरमाते शरमाते उसकी चूत को भी पानी से धो दिया तो पिंकी ने कहा के साबुन भी तो लगा दे और फिर दोनो एक दूसरे को साबुन लगाने लगे और दोनो नहा के बाहर निकल आए. पिंकी और लक्ष्मी दोनो नंगे ही बाहर निकल आए पर लक्ष्मी अभी तक शरम से दोहरी हुई जा रही थी एक हाथ से दोनो चुचिओ को और दूसरे हाथ से अपनी चूत को ढक रखा था.
दोनो के बहेर आने तक मैं ने खून से भरी बेडशीट को उठा के वॉशिंग बास्केट मैं डाल दिया और अलमारी से एक दूसरी बेडशीट निकाल के बेड पे बिछा दिया था. मैं नंगा ही बेड पे लेटा था. लक्ष्मी ने बोला के दीदी मेरे कपड़े !!! तो पिंकी बोली के रहने दे लक्ष्मी अब यहा मैं और राजा भी तो नंगे ही है तू कपड़े पहेन के क्या करेगी तो उसने कहा के दीदी मुझे शरम आती है तो पिंकी बोली के अछा ठीक है और पिंकी ने खिड़की के
मोटे वाले पर्दे गिरा दिए और कमरा अंदर से ऑलमोस्ट अंधेरा ही हो गया था . पिंकी और मैं अब इंग्लीश मे ही बाते कर रहे थे और जब लक्ष्मी से बात करना होता तो हिन्दी मैं ही करते. पिंकी ने बोला के कैसे स्टार्ट करे तो मैं ने कहा के मुझे नींद आ रही है मैं थोड़ी देर के लिए सो जाता हू और तुम उसके बूब्स को चूसो और उसकी चूत पे मसाज करो और पासिबल हुआ तो उसकी चूत को भी किस करो और उसको इतना सिड्यूस करो और इतना गरम करो के वो खुद ही चुदने के लिए तैयार हो जाए तो उसने कहा ठीक है.

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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

Unread post by sexy » 21 Feb 2017 20:14

लक्ष्मी होगी तकरीबन 4’ 4” या शाएद 4’ 6” के करीब छोटे हाइट की थी उसका रंग सलोना था शाएद 19 साल की ही होगी, मीडियम बिल्ट था बड़ी बड़ी काली आँखें और बड़े बड़े बाल. मेहनत करते करते उसका बदन घाटीला था. लक्ष्मी के बूब्स गोल थे और गोल्फ बॉल जितने साइज़ के थे और चूत पे अभी तक झातें भी नही आई थी बॅस हल्का हल्का सा रुवा दिख रहा था चूत का पेडू थोडा ऊपेर को उठा हुआ था और उसकी चूत के पंखाड़िया थोड़े से मोटे थे उसकी थोड़ी सी फूली हुई चूत बोहोत ही मस्त लग रही थी एक दम से चिकनी. पिंकी और लक्ष्मी दोनो खड़े हुए थे. पिंकी उसके बूब्स को सहलाने लगी और फिर मसल्ने लगी और उसको सिड्यूस करने लगी. लक्ष्मी की समझ मे नही आ रहा था के करे तो वो क्या करे. थोड़ी देर मसल नेके बाद पिंकी उसके बूब्स को अपने मूह मे ले के चूसने लगी जिस से उसके मूह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली और उसने एक दम से पिंकी का सर पकड़ लिया और अपने सीने मे घुसा लिया. मैं लेटा रहा और थोड़ी ही देर मे सो गया. उधर पिंकी लक्ष्मी के बूब्स को चूस रही थी और उसके नंगे बदन पे हाथ फेर रही थी कभी उसके चूतदो तो कभी उसकी चिकनी चूत को सहला रही थी. लक्ष्मी की साँसें तेज़ चल रही थी वो एक दम से खामोश थी और फिर पिंकी बेड के किनारे पे बैठ गयी और लक्ष्मी का हाथ पकड़ के अपने सामने खड़ा कर लिया और बैठ ते बैठ ते उसके पेट पे किस किया.
अब पोज़िशन ऐसी थी के पिंकी बेड के किनारे पे बैठी थी और लक्ष्मी उसके सामने खड़ी थी ऐसी पोज़िशन मे उसकी मस्त साँवली सी छोटी सी चिकनी चूत पिंकी के मूह के सामने थी. पिंकी ने उसकी चिकनी चूत पे हाथ फेरा तो उसके मूह से सस्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकल गयी और फिर पिंकी ने उसकी चूत पे किस किया तो लचमी की टाँगें ऑटोमॅटिकली खुल गयी तो पिंकी ने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया ज़ुबान नीचे से ऊपेर और उसकी क्लाइटॉरिस को दन्तो से काट डाला तो लक्ष्मी बोली के हहाअययईए ददडिईयययद्द्द्दडिईईईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊ कककचीईई यययययईएहह ककक़क्कीईईईयाअ कककाअरर्ररर र्रर्राआहहिईीई हूऊऊ आआअहह ददडिययड्ड्डिईईई ययययएहह क्क्क्क्कीईईआआअ ह्ह्हूऊओआआआ म्*म्मईएरररीए कककुउउउ.
लक्ष्मी अब फुल मूड मे आ गयी थी पिंकी उसकी चिकनी कुँवारी चूत को किसी आइस क्रीम की तरह चाट रही थी और उसने पिंकी का सर पकड़ लिया उसकी आँखें बंद हो चुकी थी और अपनी चूत पिंकी के मूह मे रगड़ने लगी उसके चूत का दाना पिंकी के दांतो से रगड़ रहा था और एक ही मिनिट के अंदर उसकी आँखें बंद हो गयी और उसका बदन बोहोत ज़ोर से अकड़ गया और वो काँपने लगी और काँपते काँपते आआआआहह द्द्द्द्ददडिईईईईईईयययद्द्द्द्द्द्द्द्ददडिईईईईईईई मम्मूउज़्ज्ज्झहीई कककुउऊउक्ककचह हहूऊ रर्राआहहाा हहाआऐययईईईईई द्ददडिईईईयययद्द्द्दडिईईईई और पिंकी के मूह मे अपनी ऊट रगड़ते रगर्ते बोली ददडिईईयययद्ड्द्डिईईईईई म्*म्मीईररर्राआा प्प्प्प्प्पीईस्स्स्सीस्स्साआअब्ब्ब्ब्ब न्न्नीईक्क्क्काअल्ल्ल र्रर्राआहह ह्ह्ह्ह्ह्हाआअ ह्ह्हाआईईई आआहह द्द्द्द्दीईईद्द्द्दीईइ और वो पिंकी के मूह मे झड़ने लगी और पिंकी ने लक्ष्मी की कुँवारी चूत से निकला हुआ पहला पहला कुँवारा मीठा मीठा रस्स बड़े मज़े से पी लिया. पिंकी को उसका पहला कुँवारा जूस इतना पसंद आया के लक्ष्मी के झड़ने के बाद भी वो उसकी चूत को अपनी आँखें बंद किए हुए बड़े मज़े ले ले के चाट ती ही रही. लक्ष्मी गहरी गहरी साँसें ले रही थी और उसके बदन मे जैसे जान ही नही रही थी और वो धीरे से नीचे फ़राश पे ही बैठ गयी.

थोड़ी देर के बाद जब उसकी साँसें ठीक हुई तो पिंकी ने कहा के लक्ष्मी जा ज़रा राजा बाबा के पैर दबा दे वो थक गये है सुबह से पैर मोड़ के बाइक पे बैठे है तो लक्ष्मी पिंकी को गौर से देखने लगी तो उसने कहा के अरे जा कोई बात नही यहा हम तीनो के सिवा और कोई नही है तेरे माता और पिता भी हॉस्पिटल गये है अब 3 दिन के बाद ही आएँगे क्यॉंके मैं ने डॉक्टर से उनको अड्मिट करने के लिए कह दिया है तो लक्ष्मी की एक ठंडी इतमीनान वाली साँस निकल गयी. पिंकी ने लक्ष्मी को बोला के चल तू पैर दबा मैं किचन मे कुछ खाने का बंदोबस्त करती हू तो उसने कहा के नही दीदी आप रहने दो मैं कर देती हू और वो बाहर जाने के लिए उठी तो पिंकी ने उसका हाथ पकड़ के रोका और कहा के कोई बात नही मैं खाना बना देती हू तू पैर दबा दे मैं अभी आती हू और पिंकी कुछ खाना पकाने की तय्यरी के लिए कमरे से बाहर किचन की तरफ निकल गयी और लक्ष्मी धीरे से ऊपेर चढ़ के बेड पे आ गयी और मेरे पैरो को दबाने लगी. मैं पीठ के बल सीधा लेटा था और मेरा लंड सॉफ्ट हो चुका था और मेरे थाइ पे पड़ा सो रहा था. उसका हाथ मेरे थाइ पे लगते ही मेरा मूसल लंड ऐसे लहरा के खड़ा हो गया जैसे कोई डॅन्सर डॅन्स फ्लोर पे बैठे बैठे ऊपेर लहरा के उठ जाती है और एक ही झटके मे अकड़ गया और लोहे जैसा सख़्त हो गया. लंड के इस तरीके से उठ ने से लक्ष्मी एक दम से घबरा गयी और अपना हाथ मेरे थाइ पे
से वापस खेच लिया और मेरी आँख लग चुकी थी मैं सो चुका था.
अब कमरे मैं सिर्फ़ हम दोनो ही थे बाहर बारिश बोहोत भी तेज़ी से हो रही थी और कमरा मे और भी अंधेरा हो गया था. कमरा अंधेरा था इसी लिए शाएद लक्ष्मी को अब शरम भी नही आ रही थी. यह ह्यूमन नेचर है के आदमी अंधेरे मैं बिल्कुल भी नही शरमाता और वो काम भी कर लेता है जो दिन के उजाले मैं नही कर पता इसी लिए शाएद लक्ष्मी का शरमाना भी अब ख़तम हो गया था और वो नंगी ही बैठी मेरे नंगे पैरो को दबा रही थी. मैं सीधा पीठ के बल लेटा था और सो रहा था. वो साइड मैं बैठी मेरे पैर नीचे से ऊपेर तक दबा रही थी और मैं तो सो रहा था पर मेरा मूसल जैसा लंड जाग रहा था. मुझे उसके हाथ का स्पर्श महसूस हुआ तो मेरी आँख खुल गयी पर मैं ने ऐसा ही पोज़ किया जैसे मैं सो रहा हू. मैं देखना चाहता था के वो क्या करती है और सोने का नाटक करने लगा और गहरी साँसे ले रहा था जिस से वो समझी कि मैं थक्क गया हू और गहरी नींद सो रहा हू. मैं ने नींद मे ही अपने दोनो पैर थोड़े चौड़े कर लए. अब ऐसी पोज़िशन मे वो दोनो पैर एक साथ नही दबा सकती थी तो वो मेरे दोनो पैरो के बीच मे आ के बैठ गयी और दोनो हाथो से दोनो पैरो को एक साथ दबाने लगी. मेरा लंड किसी रॉकेट की तरह सीधा खड़ा हुआ था. उसके छोटे छोटे हाथ मेरे थाइस पे बोहोत आछे लग रहे थे. पैर दबा ते दबा ते उसका हाथ मेरे बॉल्स से टच किया तो मेरा लंड एक दम से किसी शराबी की तरह से झूम गया शाएद यह उसको अजीब लगा इसी लिए उसने अपनी उंगली से मेरे लंड के डंडे को टच किया मैं अपनी बोहोत थोड़ी सी खुली हुई आँख से सब देख रहा था पर उसको मेरी खुली आँख नज़र नही आ रही थी और वो यही समझ रही थी के मैं गहरी नींद सो रहा हू.

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