marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

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sexy
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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

Unread post by sexy » 02 Mar 2017 09:40

पायल उसके करीब घूँघट निकाले बैठी बे इंतेहा खूबसूरत लग रही थी. पायल का रंग तो क्या बताउ दोस्तो बॅस यूँ समझ लो के दूध मे किसी ने थोड़ी सी केसर मिला दी हो, उसके गाल किसी कश्मीरी सेब की तरह गुलाबी लग रहे थे जिस्मै मुस्कुराते समय दो जान लेवा डिंपल्स भी पड़ जाते, उसकी लाइट ब्राउन कलर की बड़ी बड़ी हिरनी जैसी आँखें थी, जब धीरे से मुस्कुराती तो उसके मोटी जैसे दाँत अपनी चमक बिखेर देते, वो लाल चमकती हुई सारी पहेने थी जिस पे मोटी और चमकदार तराशे हुए स्टोन्स लगे थे जो रोशनी मे हीरे जैसे चमक रहे थे. माँग मे गोल्ड और डाइमंड का टीका था, नाक मे हीरे की लौंग जो हर लम्हा रोशनी से चमक रही थी. हाथों मे नगो के कड़े और सोने की चूरियाँ. मेरा यकीन करे मैं ने इतनी खूबसूरत दुल्हन आज से पहले कभी नही देखी. इन शॉर्ट वो आसमान से उतरी कोई अप्सरा लग रही थी. मंडप मे बैठे कितने ही नौजवानो के लंड उसकी खूबसूरती देख के अकड़ गये होंगे या पानी छोड़ चुके होंगे पता नही और मेरे लंड का हाल तो मत पूछो बोहोत ही बुरा हाल था उसको बस बड़ी मुस्किल से काबू मे रखा हुआ था. आज दुल्हन बनी पायल नॉर्मल फॉर्मल पायल से बिल्कुल ही अलग लग रही थी जिस पे से नज़र हट ही नही रही थी.

दिन भर मारवाड के रीति रिवाज के मुताबिक रसम वाघहैरा चलते रहे उधर गेस्ट्स के लिए खाना पीना चलता रहा. रात भी बोहोत हो गयी थी.
शांति और पायल की शादी कंप्लीट हो गयी तो फिर रात तकरीबन 2 बजे के करीब शांति और पायल को उनके सजे सजाए कमरे मे ले जाने लगे तो शांति ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मेरे से धीरे से बोला के हे राज यार अब मैं क्या करू मुझे तो बोहोत डर लग रहा है तो मैं ने बोला के यार फिकर ना कर सब ठीक हो जाएगा. कॉन्फिडेन्स के साथ जा और पहले उसको चूम चाट के अच्छी तरह से गरम कर दे उसके बाद अपने लंड को उसकी गरम और गीली चूत मे घुसा दे तो उसका चेहरा लाल हो गया और बोला के तुझे तो सब पता है ना यार तो मैं ने बोला के अरे फिकर ना कर और सुन डरे गा तो कुछ भी नही कर सके गा इसी लिए डर मत्त और एक दम से कॉन्फिडेन्स से जा कोई प्राब्लम नही होगी और ऐसा कुछ हुआ तो मुझे कॉल कर लेना मैं लास्ट मिनिट्स एमर्जेन्सी टिप्स दे दूँगा. अभी तो मैं अपने घर जा रहा हू लैकिन तू मेरे कू कभी भी कॉल करले कोई प्राब्लम नही तेरे लिए मैं सब कुछ करूँगा तो उसने बोला के सच सब कुछ करेगा तो मैं ने कहा हा यार सब कुछ करूँगा तो उसने पूछा पक्का तो मैं ने बोला के हा यार पक्का तो फिर उसने बोला के तो फिर चल ना मेरे कमरे मे हमारे साथ, तू साथ रहेगा तो मेरी हिम्मत रहेगी तो मैने बोला के अरे यार यह क्या पागलो जैसी बात कर रहा है सारा घर
मेहमानो से भरा है तेरे सारे रिलेटिव्स आए हुए है तू ऐसी बात कर रहा है. पागल ना बन और जा अपने कमरे मे और मेरे कू जब मर्ज़ी आए कॉल कर्लेना मैं जाग रहा हू तू किसी बात की फिकर ना कर.
शांति और पायल को उनके कमरे तक छोड़ने के लिए पिंकी भी आई हुई थी. पिंकी पायल का हाथ पकड़े हुए थी और शांति मेरा हाथ पकड़ा हुआ मुझ से बातें कर रहा था. जैसे ही शांति और पायल अपने कमरे मे गये, पिंकी मेरे साथ लिपट गयी और रोने लगी तो मैने बोला के अरे यह क्या कर रही हो ऐसे शुभ अवसर पर तुम रो रही हो तो उसने बोले के मेरे प्यारे प्यारे राजा यह मेरी खुशी के आँसू है मैं आज बे इंतेहा खुश हू तुम्हारा दिया हुआ तोहफा अब मेरी जान के अंदर पल रहा है मैं तुम्हारा जितना भी शुक्रिया अदा करू कम है. तुम मेरे भगवान हो मेरे राजा और मैं तुम्हारी पूजा करने लगी हू

अब और आइ लव यू फ्रॉम दा बॉटम ऑफ माइ हार्ट आंड सोल मेरे राजा तुम ने मुझे मा बनने का सुख दिया है. मेरी सूनी कोख मे अपना बीज डाल दिया है जिसे मैं हमेशा अपने कलेजे से लगा कर रखूँगी तो मैं ने कहा के आइ लव यू वेरी मच पिंकी और उसको चूमने लगा फिर हम दोनो वापस नीचे आगाये और मैं अपने घर चला गया और कपड़े चेंज कर के सोने के लिए बिस्तर मे लेट गया और सोचने लगा के अब शांति और पायल क्या कर रहे होंगे. यह सोचते सोचते मेरी आँख लग गयी. आक्च्युयली मैं केयी दीनो से शादी के कामो मे बिज़ी था इसी लिए अब थकान से मुझे नींद आ गयी थी और मैं गहरी नींद सो गया.
सुबह 11 बजे के करीब डोर बेल से आँख खुली, देखा तो पिंकी खड़ी थी. मैं ने उसको अंदर बुला लिया और डोर को लॉक कर दिया. मॉर्निंग एरेक्षन से मेरा लौदा अकड़ चुका था और मेरी बॉक्सर्स शॉर्ट्स मे टेंट बना हुआ था तो पिंकी मेरे लंड को हाथ से पकड़ते हुए बोली के आहहा राजा शाएद इसे कोई चूत नही मिली मारने के लिए इसी लिए यह इतना तड़प रहा है तो मैं ने बोला के यह तुम्हारी चूत के लिए ही तो तड़प रहा है मेरी पिंकी जान. मुझे पता था के पिंकी को डॉक्टर्स ने बेड रेस्ट बताया हुआ है इसी लिए उसको चोदने का सलवाल ही नही उठ ता था. मैं बाथरूम मे जाते हुए पिंकी को बोला के मैं अभी शवर ले के आता हू तो उसने कहा के ठीक है मैं जब तक तुम्हारे लिए ब्रेकफास्ट बना देती हू. मेरे बाथरूम से बाहर आने तक ब्रेकफास्ट रेडी था. हम दोनो ने साथ ही ब्रेकफास्ट किया और कॉफी पीने लगे तो मैं ने पूछा के तुम्हारे हज़्बेंड लाला और सास का क्या हाल है तो उसने बोला के लाला का तो वोही हाल है डिन्नर के बाद 10 मिनिट के अंदर सुव्वर ( पिग ) जैसे सो जाता है और सास ठीक है तुम्है बोहोत याद करती रहती है और मुन्नी से चूत का मसाज भी रेगौलर करवाती है तो मैं ने कहा के हा मैं आउन्गा किसी दिन टाइम निकाल के और उनको चोदुन्गा. मैं सुनीता देवी को पहले ही 5 – 6 बॉटल्स का शॅंपेन और विस्की का स्टॉक दे चुका थाइसी लिए अभी वोही स्टॉक यूज़ कर रही थी. ब्रेकफास्ट के बाद प्लेट्स वाघहैरा क्लीन कर के पिंकी मेरे रूम मे आ गयी और हम दोनो किस करने लगे और पिंकी तो फॉरन ही मेरे लंड को पकड़ लिया और बोला के आइ मिस उर लंड राजा. मैं कैसे रहू इसके बिना डेलिवरी तक तो अपनी चूत को कैसे संभाल पाउन्गि बिना इश्स लंड के तो मैं ने बोला के पिंकी तुम्हाई डॉक्टर ने बेड रेस्ट बोला है तो चुदाई तो मैं नही करूँगा हम कोई रिस्क नही ले सकते हा हम 69 मैं एंजाय करेंगे और फिर दोनो नंगे हो गये और 69 मे वो मेरा लंड चूसने लगी और मैं उसकी चूत. थोड़ी देर मे ही हम दोनो एक दूसरे के मूह मे खल्लास हो गये. पिंकी ने बड़े मज़े से मेरी मलाई खाई. थोड़ी देर पिंकी मेरे बेड पे ही मुझ से लिपट के लेटी रही. करवट लेते हुए मेरे लंड को अपनी चूत मे घिस्सती भी रहती और कभी कभी खुशी से रोती भी रही. तकरीबन 2 बजे के करीब वो अपने घर चली गयी.
लगभग 3 बजे के करीब पूजा आंटी का फोन आया बोल रही थी के लंच वही खाना है तो मैं ने पूछा के क्या हाल है दूल्हा और दुल्हन का आंटी, तो वो बोली के पता नही अभी तक तो नीचे नही आए है तो मैं ने बोला के आप का क्या हाल है तो धीरे से बोली के बस मेरी चूत तुम्हारे लंड के लिए तड़प रही है और मुझे तुम्हारी बोहोत याद सता रही है हो सका तो आज रात आउन्गि तुम्हारे घर पे तो मैं ने बोला के ठीक है मेरी आंटी जान मैं वेट करूँगा.

मैं एक बार फिर से शवर ले के रेडी हो गया और शांति के घर चला गया. सारे मेहमान तो खाना खा चुके थे बस शांति, पायल और पिंकी ही रह गये थे. थोड़ी देर मे पता चला के शांति का कमरा खुल गया है और फिर हम चारो के लिए लंच टेबल ऊपेर ही लगा दी गयी है. हम चारो डाइनिंग टेबल पे बैठे थे. मेरे राइट साइड मे पिंकी और हमारे सामने शांति और पायल. पायल ने लाइट क्रीम कलर का मल्टिकॉलोवर्ड एम्बरॉडिओरी वाला कुर्ता पहना था. बे इंतेहा गोरी थी, उसके हॉट पहले से ही गुलाबी थे उसके ऊपेर हल्की सी नॅचुरल शेड की लिपस्टिक बोहोत ही अछी लग रही थी जी कर रहा था के बॅस ऐसे वलप्चयस लिप्स को मूह मे ले के चूस डालु. उसकी माँग सेंदुर से सजी थी. ज्यूयलरी के नाम पे बस एक नाज़ुक सी गोलडेन चैन और उसमे छोटा सा डाइमंड वाला फ्लवर लॉकेट उसके बूब्स के दरमियाँ झूल रहा था. उसके हाथो मे बोहोत ही फर्स्ट क्लास बोहोत नाज़ुक डिज़ाइन वाली मेहन्दी लगी हुई थी उसकी उंगलिओ मे डाइमंड के रिंग्स थे और नाक मे एक छोटे से
डाइमंड की नथ जो थोड़ी सी रोशनी मे भी चमक जाती थी. उसके पैरो मे गोल्ड की घुंघरू वाली चैन पड़ी थी जिस से चलते समय मधुर म्यूज़िक आती थी. पायल बे इंतेहा खूबसूरत लग रही थी. दोस्तो उसकी खूबसूरती को शब्दो मे बयान नही किया जा सकता.

शांति और पायल दोनो थके थके लग रहे थे और पायल कुछ उदास भी लग रही थी. शांति बड़े प्यार से पायल को अपने हाथो से उसकी प्लेट मे के खाना डाल डाल के खिला रहा था और इधर पिंकी जो मेरे राइट साइड मे बैठी हुई थी, लेफ्ट हॅंड से मेरे लंड को पकड़ के दबा रही थी जिस से मेरा दिमाग़ खराब हो रहा था. लंड था के फुल अकड़ चुका था मेरा मंन कर रहा था के पिंकी अब मूठ मार मार के मेरी क्रीम निकाल दे बॅस. मैं अपना ध्यान बटाने के लिए बाते करने लगा और पूछा के शांति अछी तरह से सोया या नही तो वो मुस्कुरा दिया इतने मे पिंकी बोली के अरे ऐसे कैसे सो जाता, कोई अपनी सुहाग रात मे सोता है क्या ? तो मैने हंस के पूछा क्यों तुम भी रात भर जागती रही थी क्या अपनी सुहाग रात पर तो वो मुस्कुरा दी पर कुछ बोली नही. खैर ऐसे ही जोक्स मे खाना ख़तम हो गया. पायल और पिंकी उठ के कमरे मे चले गये और टेबल पे मैं और शांति ही बैठे रह गये तो मैं ने पूछा क्या रहा शांति कैसी गुज़री रात तेरी तो वो उदास मूह बना के बोला के यार क्या बताउ वोही पुराना हाल है. कुछ भी नही हुआ यार मेरा पानी तो एक ही मिनिट के अंदर निकल गया. मैं ने बोहोत कोशिश की पर कंट्रोल नही हुआ तो मैं ने पूछा के सुना तो सही के कैसे किया तू ने तो उस ने बोला के जब हम बेड पे लेट गये तो मैं ने उसको किस किया और धीरे धीरे दोनो ने एक दूसरे के कपड़े निकाले उसके बाद मैं उसके बूब्स से खेलने लगा और फिर चूसने लगा. उसकी चूत पे हाथ लगाया, देखा तो वो पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और बे इंतेहा गरम हो गई थी और फिर उसने मेरी नुनु को पकड़ लिया और दबाया तो यह थोड़ी सी एरेक्ट हुई और बॅस फॉरन ही उसके हाथ मे ही मैं खल्लास हो गया तो मैं ने बोला के मैं ने तेरे कू वियाग्रा की टेबल दी थी वो खाया क्या तो उसने बोला के हा खाया था तकरीबन आधा घंटा पहले दूध के साथ.

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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

Unread post by sexy » 02 Mar 2017 09:40

फिर क्या हुआ तो वो बोला के उस से इतना हुआ के पहले टाइम झड़ने के बाद थोड़ी देर मे फिर थोड़ा सा एरेक्षन हुआ और फिर जैसा तुम ने बोला था मैने उसको फुल प्रिपेर किया, उसके बूब्स को खूब चूसा और उसकी चूत को भी चॅटा, उसके बाद 69 की पोज़िशन मे आया और उसकी चूत को चाट चाट के फुल गीली बना दिया और वो 2 – 3 टाइम झाड़ गयी और उसने मेरी फुल्ली एरेक्ट 3 इंच की नुनु को मूह मे ले के चूसा तो मैं उसके मूह मे फॉरन ही झाड़ गया. वो सेक्स की गर्मी से छटपटा रही थी उसने मुझे इशारे से बोला के अब कुछ करो तो मैने पलट के उसकी चूत पे लंड को रखा और अपनी उंगली से उसकी
सूपदे को अंदर करने की कोशिश किया पर उस टाइम तक उसका पूरा एरेक्षन ख़तम हो चुका था और मैं कुछ नही कर सका तो मैं ने बोला के चल यार मेरी बात मान ले किसी डॉक्टर से बात कर लेते है तो वो गुस्से से बोला के मैं किसी डॉक्टर वोक्टोर के पास जाने वाला नही और जब तक तू मेरे साथ है मुझे कोई प्राब्लम नही है तो मैं हंस केबोला तेरी मर्ज़ी और फिर मैं खामोश हो गया.

उधर कमरे मे पायल और पिंकी बाते कर रहे थे. वो दोनो तो पहले से ही पक्के फ्रेंड्स थे, पिंकी ने पूछा बोल पायल कैसी रही तेरी सुहाग रात तो पायल पिंकी से लिपट गयी और उसके कंधे पे अपना सर रख के रोने लगी तो पिंकी घबरा गयी और पूछा अरे अरे यह क्या कर रही है पायल, क्या हुआ तेरे कू कुछ तो बोल ना, शांति ने कुछ बोला तेरे कू तो वो उस से लिपट के बोहोत देर तक रोती रही और पिंकी उसके सर को अपने हाथ से सहला के उसको तसल्ली देती रही. जब पायल का रोना थोड़ा कम हुआ तो उसने पूछा के क्या हुआ पायल बता ना तो उस ने बताया के पिंकी पहले तो तेरे भाई का लिंग बोहोत ही छोटा सा ही है और उसमे बिल्कुल भी दम नही है मैं क्या करू समझ मे नही आ रहा है मैं तेरे भाई से बोहोत प्यार करती हू पिंकी तो पिंकी ने बोला के अरे पगली इतनी सी बात पे रोती है अरे कभी एग्ज़ाइट्मेंट मे भी हो जाता है और नया नया मामला है ना थोड़े दीनो मे अड्जस्ट हो जाएगा तू क्यों फिकर करती है और फिर राजा भी तो है ना उस से बोल के कुछ ना कुछ सल्यूशन निकालेंगे चल अब रोना धोना बंद कर और नहा धो के रेडी हो जा नीचे सब लोग वेट कर रहे होंगे. और फिर पायल और शांति नहा धो के रेडी हो के नीचे आ गये और सब मेहमान और रिश्तेदार बातें करने लगे. दूसरे दिन सारे गेस्ट्स अपने अपने घरो को वापस चले गये.

उस रात तकरीबन 12 बजे के बाद पूजा आंटी का फोन आया और बोहोत ही धीमी आवाज़ से बोली के राजा मैं आ रही हू डोर खुला रखो तो मैं ने डोर खोल दिया और रूम मे अंधेरा कर के वेट करने लगा. थोड़ी ही देर मे आंटी आ गयी और मेरे से लिपट गयी और बोली के राजा तुम्हारी याद बोहोत आती है रातो मे तो मैं तड़पति हू और अपनी चूत की गर्मी को अपने हाथो से मसल मसल के शांत करती हू अब और देर ना करो और इस प्यासी चूत की प्यास बुझा दो. हम दोनो कमरे मे आ गये और एक ही मिनिट के अंदर दोनो नंगे हो गये और पहले तो 69 पोज़िशन मे आंटी की चूत को चूस चूस के खल्लास किया और जब उनकी चूत से जूस निकल रहा था तब मेरे लौदे को बड़ी ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था आज आंटी बोहोत जोश मे चूस रही थी ऐसा लग रहा था जैसे मेरे लंड के अंदर से सारी मलाई निचोड़ लेना चाहती हो और मैं उनके इस तरीके से चूसने से फॉरन ही उनके मूह मे झाड़
गया और लंड से क्रीम की पिचकारियाँ निकल निकल के उनके मूह मे गिरने लगी जिसे वो सब मज़े से पी गयी. मेरा लंड तो अभी भी फुल्ली एरेक्ट था. अब उनको नीचे चित्त लिटा के उनकी टाँगो को खोल दिया और उनके ऊपेर झुक के लंड को उनके गीली गरम चूत के सुराख मे रख के एक ही झटके मे लंड को उनकी बेचैन प्यासी चूत के अंदर घुसेड दिया और चोदना शुरू कर दिया. आंटी अपनी टाँगें मेरी बॅक से लपेटे और मेरी गर्दन मे अपनी बाँहे डाले बड़े मज़े से चुद्व रही थी. आंटी को वाइल्ड सेक्स पसंद था ववो बोल रही थी चोद्द्द्द डाल्ल राज्जाअ अओउर्र ज़्ज़ूर्ररर ज़्ज़ूर्र सीए फहाआड्द्ड़ द्दाल्ल्ल मेरि चूत्त्त क्कूव आअहह और ज़्ज़ूर्र सीईए ईईईईईईईई और मेरी बॅक पे लिपटी हुई टाँगो से मुझे अपनी अंदर खेच रही थी और मैं पूरा लंड को सूपदे तक निकाल निकाल के बोहोत ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था. मेरा लंड जब उनकी चूत के अंदर घुसता तो उनकी चूत की पंखाड़िया भी लंड के डंडे के साथ अंदर जाती और लंड के डंडे के साथ ही वापस बाहर आ जाती. दीवानो की तरह से चोद रहा था और हम दोनो के बदन पसीने से शराबूर हो चुके थे मेरी नाक से पसीना टपकने लगा तो आंटी ने अपना मूह उठा के पसीने की बूँदो को अपने मूह मे ले के चाट लिया. चुदाई बड़ी तेज़ी से चल रही थी और आंटी अब तक 4 – 5 बार झाड़ चुकी थी उनकी चूत उनके चूत रस्स से बोहोत गीली हो चुकी थी और अब मैं भी आने ही वाला था मैं ने स्पीड और बढ़ा दी और पूरी ताक़त से पागलो की तरह से चोदने लगा और फिर एक फाइनल झटका मारा तो मुझे लगा के मेरा मूसल लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ बचे दानी के अंदर घुस्स गया है और मेरे लंड से गरम गरम और गाढ़ी गाढ़ी मलाई की मोटी मोटी धारियाँ निकल निकल के उनकी बचे दानी को भरने लगी. मेरी मलाई आंटी की चूत मे गिरते ही वो एक बार फिर से झड़ने लगी और मेरे से बोहोत ज़ोर से लिपट गयी. मैं उनके बदन के ऊपेर गिर गया और थोड़ी देर तक उनके सीने पे ही पड़ा रहा दोनो के साँसें गहरी चल रही थी. थोड़ी देर के बाद आंटी उठ गयी और मुझसे लिपट के प्यार करने लगी और जाते जाते बोली के कल सुबह ब्रेकफास्ट मेरे साथ ही करना कल पायल और शांति को उनके बंगले पे भेजने का प्लान है हनी मून के लिए तुम्है और पिंकी को भी जाना होगा उनके साथ तो मैं ने बोला के ठीक है मैं सुबह आ जाउन्गा और मुझे किस करते हुए और लंड को अपनी मुट्ठी मे पकड़ के दबाते हुए आंटी चुदवा के वापस चली गयी और मैं भी बेड पे लेट के गहरी नींद सो गया.

सुबह 10 बजे के करीब फोन की बेल से आँख खुली. आंटी बड़ी धीमी आवाज़ मे बोली के अभी तक सो रहे हो क्या मेरी जान, मैं तुम्हारा इंतेज़ार कर रही हू जल्दी से आजओ मेरे राजा रात का मज़ा अभी तक मेरे बदन मे है और फिर बोली
कल रात का थॅंक्स तो मैं ने बोला के अरे आंटी जान थॅंक्स बोलने की कोई ज़रूरत नही , यू आर मोस्ट वेलकम आप किसी भी टाइम बोलो मैं आपके लिए हमेशा रेडी हू तो उन्हो ने फोन पे ही एक किस दिया और बोली के जल्दी से आ जाओ पूजा की जान और फिर फोन काट दिया.
मैं नहा धो के फ्रेश हो के उनके घर चला गया. टेबल लगी हुई थी. सब गेस्ट्स वापस जा चुके थे अब सिर्फ़ घर वाले ही रह गये थे. शांति और पायल भी नीचे आ गये थे. सब ने नाश्ता किया और फिर कॉफी पीते पीते इधर उधर की बातें करने लगे. शांति और पायल को हनिमून के लिए उनके शमीरपेट वाले बॅंगलो पे भेजने की तय्यरी चल रही थी. आंटी बोली के शांति और पायल चले जाए. लक्ष्मी साथ चली जाएगी जो खाना पका देगी और दूसरे काम कर देगी. कंतिलाल सेठ को तो इन्न बातो की परवाह नही थी. उनकी दुकान पिछले 4 – 5 दीनो से बंद थी उनको तो बस दुकान खोलने की जल्दी पड़ी थी और वो बोले के मैं तो दुकान को जा रहा हू तुम लोग डिसाइड कर्लो और अगर पिंकी भी जाना चाहे तो उसको भेज दो साथ मे तो पिंकी बोली के नही मैं नही जा सकती मुझे आजकल उल्टी कुछ ज़ियादा ही हो रही है और मेरा डॉक्टर के पास अपायंटमेंट भी है और अगर किसी को कोई ऑब्जेक्षन नही हो तो राजा को भेज दो उनके साथ तो कांतिलाल सेठ बोले के हा यह ठीक रहेगा, पूछ लो राजा से, शांति और पायल से अगर उनको कोई प्राब्लम नही है तो राजा को ले जाएँ उन दोनो को कुछ कंपनी भी मिल जाएगी. मे ने ऊपरी दिल से बोला के आंटी यह इनका हनिमून है और मैं उनकी प्राइवसी के चलते कबाब मे हड्डी नही बनना चाहता तो शांति ने बोला के अरे यार ऐसी क्या बात है तुम हमारी फॅमिली से अलग थोड़ा ही हो और अगर तुम साथ रहोगे तो कुछ कंपनी भी रहेगी फिर शांति ने पायल से पूछा तो पायल धीमी से मुस्कान के साथ आहिस्ता से बोली के राजा साथ चले तो मुझे तो कोई प्राब्लम नही है चल सकते है हमारे साथ हमे भी कंपनी मिल जयगी.

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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई

Unread post by sexy » 02 Mar 2017 09:41

जब शांति और पायल ने दोनो ने राजा के नाम को आक्सेप्ट कर लिया तो यही डिसाइड किया गया के शांति, पायल, लक्ष्मी और मैं हम चारो वाहा रहेंगे थोड़े दीनो तक और फिर यह सब डिसाइड होने के बाद इतमीनान की साँस लेते हुए कांतिलाल सेठ दुकान चले गये. शाम 5 बजे तक निकलने का प्रोग्राम बना था. मैं भी तय्यारी करने के लिए अपने घर आ गया और उधर आंटी, पिंकी और लक्ष्मी मिल के शांति और पायल का समान पॅक करने लगे.
प्रोग्राम के मुताबिक शाम के 5 बजे के आस पास हम चारो नयी चमकती इंनोवा मे बैठ के बंगलो की तरफ चल दिए. बंगलो पहुँचने तक रात के तकरीबन 7:30 – 8:00 बज गये थे. बंगलो को देखते ही हम सब के मूह से वाउ निकला. बड़ा ज़बरदस्त बंगला था जिस के ऊपेर छोटे छोटे
रंगीन बल्ब्स का डिज़ाइन बना हुआ था और सारे बल्ब रोशन थे अंधेरे मे दुल्हन बहा हुआ था बांग्ला. गेट से अंदर आने के बाद भी तकरीबन 250 मीटर के बाद बंगला शुरू होता था. 2 फ्लोर का बोहोत बड़ा मकान था जिस के कमरे भी बोहोत बड़े बड़े थे. बहुत ज़ियादा ज़मीन होने की वजह से कमरे, सीट आउट्स, किचन, बाथरूमस वाघहैरा सब ही बोहोत बड़े बड़े बनाए गये थे. एक दम से इनडिपेंडेंट यूनिट था यह. बंगलो के पीछे बोहोत दूर तक गार्डेन फैला हुआ था और एक बोहोत ही बड़ा एग शेप्ड स्विम्मिंग पूल भी था. आक्च्युयली यह बंगला मैन रोड से 1 किलोमेटेर अंदर की तरफ था जहा जाने के लिए इन के फार्महाउस जैसी एक प्राइवेट रोड बनी हुई थी. गेट के साथ ही आउटहाउस जहा एक चौकीदार शेम्यू रहता था. बूढ़ा था अकेला ही रहता था. अंदर आने के बाद बोहोत बड़ा सा सिट्टिंग पोर्षन जहा पे 3 सोफा सेट पड़े हुए थे जिनके बीच ग्लास टॉप वाली 3 सेंटर टेबल्स भी पड़ी हुई थी. बड़ा सा किचन जिस्मै सारी सुवेधाएँ मौजूद थी, फ्रिड्ज, ओवेन, माइक्रोवेव एट्सेटरा. एस्पेशली प्रेआप्रेड हनिमून रूम बोहोत ही बड़ा था और सब से लास्ट वाला जहा से बंगलो का पीछे वाला हिस्सा था जहा से स्विम्मिंग पूल और गार्डेन नज़र आता था. यह रूम बोहोत खुसबुदार फूलो से अछी तरह से सज़ा हुआ था. क्वीन साइज़ डबल बेड जिसपे गुलाबी रंग की फ्लवर वाली रेशमी चदडार बिछी हुई थी. पायल को डॅन्स का बोहोत शोक था,

वो बड़ी अछी ट्रेंड डॅन्सर थी और उसको वेस्टर्न स्लो डॅन्स भी बोहोत ही पसंद था इसी लिए अंदर की तरफ बेडरूम के करीब एक अलग से बना हुआ डॅन्सिंग रूम था जहा कंप्लीट लेटेस्ट म्यूज़िक सिस्टम और लाइटिंग सिस्टम लगा हुआ था जैसा के किसी फिल्म स्टूडियो मे होता है वैसे कंप्लीट सिस्टम्स लगे हुए थे और वाहा एक फर्स्ट क्लास फुल राउंड डॅन्स फ्लोर बना हुआ था.
घर को हम एक घंटे तक घूम के देखते और एक एक चीज़ की तारीफ करते रहे. शांति और पायल का हनिमून रूम तो नीचे ही था पर मेरे लिए फर्स्ट फ्लोर पे एक रूम सेट किया हुआ था और लक्ष्मी के लिए भी ग्राउंड फ्लोर पे ही एक रूम था लैकिन शांति और पायल की प्राइवसी के चलते लक्ष्मी को भी फर्स्ट फ्लोर पे बने हुए मैड’स रूम मे से एक रूम दे दिया गया. ग्राउंड फ्लोर से फर्स्ट फ्लोर तक जाने के लिए जो स्टेरकेस बना हुआ था वाहा पे एक डोर भी लगा हुआ था जिसे बंद करने से ग्राउंड और फर्स्ट फ्लोर एक दम से अलग हो जाते थे. और वही स्टेरकेस पे एक डोर बेल भी लगी हुई थी जिसे बजा के फर्स्ट फ्लोर पे किसी को भी किसी ज़रूरत के लिए पुकारा जा सकता था. रात के खाने के बाद हम तीनो घूमने के लिए गार्डेन मे निकल गये और लक्ष्मी खाना खा के बर्तन वाघहैरा धो के ऊपेर अपने कमरे मे सोने के लिए चली गयी. पायल और शांति किसी लवर्स की तरह एक दूसरे के हाथो मे हाथ डाले चल रहे थे कभी कभी कोई रोमॅंटिक बात एक दूसरे के कान मे कर के मुस्कुराने लगते. काफ़ी देर
तक बाहर गार्डेन और स्विम्मिंग पूल के पास घूमने के बाद मैं ने बोला के तुम लोग यही गार्डेन मैं बैठ जाओ और चाँदनी रात के फुल मून को एंजाय करो और मुस्कुराते हुए बोला के और हा रोमॅन्स भी करो मैं अब तुम दोनो के बीच मे कबाब मे हड्डी नही बनना चाहता, मैं जा रहा हू सोने के लिए. यह कह कर मैं चला आया और ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर के बीच के डोर को अंदर से लॉक कर दिया ता के कोई बिना बताए के ऊपेर ना आ सके और अपने कमरे मे आ गया. अपने कमरे की लाइट खोली, देखा तो मेरे बेड पे लक्ष्मी नंगी लेटी मेरा इंतेज़ार कर रही थी. मैं पायल की खूबसूरती देख के वैसे ही पागल हो चुका था और अब लक्ष्मी को अपने बेड पे नंगी लेट देख के तो मेरा लंड एक दम से अटेन्षन मे आ गया. मैं ने पूछा के अगर शांति कमरे मे आ जाता तो क्या करती, क्या ऐसे ही नंगे लेटे रहती तो उसने मुस्कुराते हुए मुझे विंडो से बाहर देखने के लिए बोला, विंडो से बाहर देखा तो शांति और पायल एक झाड़ के नीचे खड़े एक दूसरे से लिपटे किस्सिंग कर रहे थे इसे देख के लक्ष्मी ने बोला के मैं ने देख लिया था के आप अकेले ही आ रहे हो इसी लिए मैं आपके लिए रेडी हो गयी मेरी चुदाई भी बोहोत दीनो से नही हुई ना और मेरी चूत बोहोत ही प्यासी हो गयी है इसे अपने लंड का पानी पीला कर इसकी प्यास को बुझा दो और यह बोहोत भूकि है इसे अपने लंड की मलाई खिला दो और मेरा हाथ पकड़ के बिस्तर मे खेच लिया. उसके पास से फ्रेश साबुन की खुश्बू आ रही थी. लगता था के किचन के काम कर के वो भी नहा धो के मेरे पास चुदवाने आई है ता के पसीने की स्मेल ना आए.
यह 5 – 6 महीनो मैं लक्ष्मी कुछ ज़ियादा ही जवान लगने लगी थी. उसके बूब्स भी थोड़े बड़े हो गये थे. चूत का पेडू भी कुछ उठ गया था. ळैकिन अभी भी उसकी कमसिन चूत बोहोत प्यारी लग रही थी. उसने मुझे लिटाया और पागलो की तरह से चूमने लगी और बोल रही थी के कितना तड़पाया है आपने मुझे मैं शब्दो मे बता नही सकती अब मेरे से और सहन नही होता बस अब पेल दो अपना मूसल मेरी गरम प्यासी चूत के अंदर और बड़ी तेज़ी से मेरे कपड़े निकालने लगी. थोड़ी ही देर के अंदर हम दोनो नंगे बिस्तर मे एक दूसरे से लिपटे पड़े हुए थे.

उधर कमरे मे पायल और पिंकी बाते कर रहे थे. वो दोनो तो पहले से ही पक्के फ्रेंड्स थे, पिंकी ने पूछा बोल पायल कैसी रही तेरी सुहाग रात तो पायल पिंकी से लिपट गयी और उसके कंधे पे अपना सर रख के रोने लगी तो पिंकी घबरा गयी और पूछा अरे अरे यह क्या कर रही है पायल, क्या हुआ तेरे कू कुछ तो बोल ना, शांति ने कुछ बोला तेरे कू तो वो उस से लिपट के बोहोत देर तक रोती रही और पिंकी उसके सर को अपने हाथ से सहला के उसको तसल्ली देती रही. जब पायल का रोना थोड़ा कम हुआ तो उसने पूछा के क्या हुआ पायल बता ना तो उस ने बताया के पिंकी पहले तो तेरे भाई का लिंग बोहोत ही छोटा सा ही है और उसमे बिल्कुल भी दम नही है मैं क्या करू समझ मे नही आ रहा है मैं तेरे भाई से बोहोत प्यार करती हू पिंकी तो पिंकी ने बोला के अरे पगली इतनी सी बात पे रोती है अरे कभी एग्ज़ाइट्मेंट मे भी हो जाता है और नया नया मामला है ना थोड़े दीनो मे अड्जस्ट हो जाएगा तू क्यों फिकर करती है और फिर राजा भी तो है ना उस से बोल के कुछ ना कुछ सल्यूशन निकालेंगे चल अब रोना धोना बंद कर और नहा धो के रेडी हो जा नीचे सब लोग वेट कर रहे होंगे. और फिर पायल और शांति नहा धो के रेडी हो के नीचे आ गये और सब मेहमान और रिश्तेदार बातें करने लगे. दूसरे दिन सारे गेस्ट्स अपने अपने घरो को वापस चले गये.
उस रात तकरीबन 12 बजे के बाद पूजा आंटी का फोन आया और बोहोत ही धीमी आवाज़ से बोली के राजा मैं आ रही हू डोर खुला रखो तो मैं ने डोर खोल दिया और रूम मे अंधेरा कर के वेट करने लगा. थोड़ी ही देर मे आंटी आ गयी और मेरे से लिपट गयी और बोली के राजा तुम्हारी याद बोहोत आती है रातो मे तो मैं तड़पति हू और अपनी चूत की गर्मी को अपने हाथो से मसल मसल के शांत करती हू अब और देर ना करो और इस प्यासी चूत की प्यास बुझा दो. हम दोनो कमरे मे आ गये और एक ही मिनिट के अंदर दोनो नंगे हो गये और पहले तो 69 पोज़िशन मे आंटी की चूत को चूस चूस के खल्लास किया और जब उनकी चूत से जूस निकल रहा था तब मेरे लौदे को बड़ी ज़ोर ज़ोर से चूसने लगी मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था आज आंटी बोहोत जोश मे चूस रही थी ऐसा लग रहा था जैसे मेरे लंड के अंदर से सारी मलाई निचोड़ लेना चाहती हो और मैं उनके इस तरीके से चूसने से फॉरन ही उनके मूह मे झाड़ गया और लंड से क्रीम की पिचकारियाँ निकल निकल के उनके मूह मे गिरने लगी जिसे वो सब मज़े से पी गयी. मेरा लंड तो अभी भी फुल्ली एरेक्ट था. अब उनको नीचे चित्त लिटा के उनकी टाँगो को खोल दिया और उनके ऊपेर झुक के लंड को उनके गीली गरम चूत के सुराख मे रख के एक ही झटके मे लंड को उनकी बेचैन प्यासी चूत के अंदर घुसेड दिया और चोदना शुरू कर दिया. आंटी अपनी टाँगें मेरी बॅक से लपेटे और मेरी गर्दन मे अपनी बाँहे डाले बड़े मज़े से चुद्व रही थी. आंटी को वाइल्ड सेक्स पसंद था ववो बोल रही थी चोद्द्द्द डाल्ल राज्जाअ अओउर्र ज़्ज़ूर्ररर ज़्ज़ूर्र सीए फहाआड्द्ड़ द्दाल्ल्ल मेरि चूत्त्त क्कूव आअहह और ज़्ज़ूर्र सीईए ईईईईईईईई और मेरी बॅक पे लिपटी हुई टाँगो से मुझे अपनी अंदर खेच रही थी और मैं पूरा लंड को सूपदे तक निकाल निकाल के बोहोत ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था. मेरा लंड जब उनकी चूत के अंदर घुसता तो उनकी चूत की पंखाड़िया भी लंड के डंडे के साथ अंदर जाती और लंड के डंडे के साथ ही वापस बाहर आ जाती. दीवानो की तरह से चोद रहा था और हम दोनो के बदन पसीने से शराबूर हो चुके थे मेरी नाक से पसीना टपकने लगा तो आंटी ने अपना मूह उठा के पसीने की बूँदो को अपने मूह मे ले के चाट लिया. चुदाई बड़ी तेज़ी से चल रही थी और आंटी अब तक 4 – 5 बार झाड़ चुकी थी उनकी चूत उनके चूत रस्स से बोहोत गीली हो चुकी थी और अब मैं भी आने ही वाला था मैं ने स्पीड और बढ़ा दी और पूरी ताक़त से पागलो की तरह से चोदने लगा और फिर एक फाइनल झटका मारा तो मुझे लगा के मेरा मूसल लंड उसकी चूत को फाड़ता हुआ बचे दानी के अंदर घुस्स गया है और मेरे लंड से गरम गरम और गाढ़ी गाढ़ी मलाई की मोटी मोटी धारियाँ निकल निकल के उनकी बचे दानी को भरने लगी. मेरी मलाई आंटी की चूत मे गिरते ही वो एक बार फिर से झड़ने लगी और मेरे से बोहोत ज़ोर से लिपट गयी. मैं उनके बदन के ऊपेर गिर गया और थोड़ी देर तक उनके सीने पे ही पड़ा रहा दोनो के साँसें गहरी चल रही थी. थोड़ी देर के बाद आंटी उठ गयी और मुझसे लिपट के प्यार करने लगी और जाते जाते बोली के कल सुबह ब्रेकफास्ट मेरे साथ ही करना कल पायल और शांति को उनके बंगले पे भेजने का प्लान है हनी मून के लिए तुम्है और पिंकी को भी जाना होगा उनके साथ तो मैं ने बोला के ठीक है मैं सुबह आ जाउन्गा और मुझे किस करते हुए और लंड को अपनी मुट्ठी मे पकड़ के दबाते हुए आंटी चुदवा के वापस चली गयी और मैं भी बेड पे लेट के गहरी नींद सो गया.

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