Re: एक खौफनाक रात – Hindi Thriller Story
Posted: 23 Oct 2016 20:38
तभी कमरे का दरवाजा खड़का. राजू ने फौरन दरवाजा खोला.
“कहा रही गये थे सर आप. हमें चिंता हो रही थी.”
“हाँ थोड़ा टाइम लग गया.”
कोई 10 मिनट पूरे प्लान के बारे में कमरे में फिर से डिस्कशन हुई. डिस्कशन के बाद सभी राजू के घर से निकल दिए.
रोहित और शालिनी मिनी के साथ उष्किन मीडिया वाली गाड़ी में थे. राजू पद्मिनी और मोहित उनकी कार के पीछे दूसरी कार में थे.
“रोहित हुलिया चेंज करने में भी एक्सपर्ट बन गये हो तुम.” शालिनी ने कहा.
“पर क्या फायदा इसे एक्सपर्टीस का. आपने तो मुझे पहचान ही लिया था.” रोहित ने कहा.
“मेरी बात और है. तुमको तुम्हारी आंखों से पहचाना था मैंने.”
“ये चाँदनी रात हमेशा याद रहेगी ना मैडम. पहली बार इतने करीब आए थे हम. जब-जब ऐसी रात आएगी क्या आपको भी मेरी याद आएगी.”
“अपना ख्याल रखना रोहित. अपना ध्यान बस इसे मिशन पर रखो.” शालिनी ने कहा.
“काश तुम मुझसे एक बार कहो…तुमको मुझसे प्यार हो गया
वादे वफ़ा इकरार करो…तुमको मुझसे प्यार हो गया” रोहित ने ये गीत गुनगुना दिया.
“अरे वाह रोहित तुम तो दरवाजा भी हो. क्या बात है. बहुत प्यारा सॉंग है. पूरा गाओ ना ये गाना. मौत के मुंह में जाने से पहले थोड़ा ध्यान डाइवर्ट हो जाएगा.” मिनी ने कहा.
“नहीं पूरा नहीं गया पऊंगा.”
“क्यों?” मिनी ने कहा.
“कोई इतना ही नहीं सुन पा रहा है. पूरा गवँगा तो पता नहीं क्या होगा.” रोहित ने शालिनी की तरफ देखते हुए कहा. शालिनी की आंखों में आँसू थे.
मिनी के कुछ समझ में नहीं आया. वो रोहित और शालिनी के अनकहे प्यार को नहीं जानती थी.
“हम पहुँचने वाले हैं रोहित. मुझे डर लग रहा है.” मिनी ने कहा.
“हिम्मत रखो मिनी…ये काम हमें हर हाल में करना है. ” रोहित ने कहा और मोहित को फोन मिलाया.
“मोहित मैं मिनी के साथ जा रहा हूँ अंदर. तुम पीछे ही रुकना. पूरी नज़र रखना चारों तरफ.” रोहित ने कहा.
शालिनी ने रोहित का हाथ थाम कर कहा, “ताकि केर रोहित.”
“आपको अलर्ट रहना होगा हर वक्त. हमें अभी पता नहीं की किस आग से खेल रहे हैं हम लोग. हमारे पास वक्त कम था इसलिए जल्दबाज़ी में ये प्लान एक्सेक्यूट कर रहे हैं. वैसे आपके लिए खतरा कम है यहां क्योंकि सभी पुलिस वाले यहां आपको अतचे से जानते हैं.”
“सब ठीक होगा रोहित. प्लान अतचा है तुम्हारा.बस अपना ध्यान रखना.” शालिनी ने कहा.
शालिनी को गाड़ी में ही छोड कर मिनी और रोहित स्प के घर के दरवाजा की तरफ बढ़े. मिनी के हाथ में माइक था और रोहित के हाथ में कमरा.
“हे दरवाजा खोलो हमें स्प साहिब का इंटरव्यू लेना है.” मिनी ने दरवाजा पर खड़े सेक्यूरिटी गार्ड से कहा.
“स्प साहिब इंटरव्यू नहीं देते हैं…आपको मालूम होना चाहिए. पहले भी आ चुकी हैं आप यहां.”
“सारे आम एक लड़की की शादी के दिन हत्या हो गयी और पुलिस शो रही है. हमें स्प साहिब से जवाब चाहिए नहीं तो हम न्यूज में बताएँगे की कितने इनसेन्सिटिव हैं स्प साहिब. उन्हें बताना पड़ेगा की साइको अब तक पकड़ा क्यों नहीं गया.”
“तुम रुको यही मैं स्प साहिब से बात करके आता हूँ.” गार्ड ने कहा.
स्प अपने कमरे में बैठा ल्क्ड टीवी पर पूजा को देख रहा था. अपनी ज़िप खोल कर उसने अपने मुरझाए हुए लिंग को बाहर निकाल रखा था और उसे एक हाथ से सहला रहा था. उसके दूसरे हाथ में एक चाकू था. “बहुत मजा आएगा ये चाकू तेरी चुत में डालने में पूजा. लंड से ज्यादा सेक्सी है ये चाकू. हहेहहे.”
तभी दरवास्जे पर दस्तक हुई और स्प हंसता हंसता रुक गया. स्प ने टीवी बंद किया और चाकू को एक तरफ रख दिया. उसने दरवाजा खोला और चिल्ला कर बोला, “क्या बात है. कितनी बार कहा है मुझे डिस्टर्ब मत किया करो.”
“सर बाहर मीडिया वाले आए हैं.”
“पता है मुझे. सी सी टी अभी कमरा मैंने शॉंकिया नहीं लगा रखे. दफा करो उन्हें यहां से.”
“सर वो रिपोर्टर बोल बोल रही है की अगर आप नहीं मिलेंगे उनसे तो टीवी पर आपको इनसेन्सिटिव बताया जाएगा. वो साइको के केस के बारे में जानकारी चाहती है.”
“ठीक है भेजो उसे अंदर और ड्रॉयिंग रूम में बीताओ. लेकिन उनसे कहना कमरा बंद रखें अपना. मेरी वीडियो लेने की कोशिश ना करे.” स्प ने कहा.
“ओके सर.”
रोहित और मिनी अंदर आ गये. मिनी बहुत घबराई हुई थी. अपने डर को वो अपनी हँसी से छुपाने की कोशिश कर रही थी.
“कमरा बंद रखने को क्यों कहा उसने?” मिनी ने रोहित को धीरे से कहा.
“उसे डर हैं ना की कही पद्मिनी उसे टीवी पर देख कर पहचान ना ले.”
“अब समझ में आया की ये इंटरव्यू क्यों नहीं दे रहा था. इसका मतलब डरता बहुत है ये एक्सपोज़ होने से.”
“हर क्रिमिनल डरता है. ये एक नॅचुरल रिएक्शन है.” रोहित ने कहा.
“कही उसे शक तो नहीं हो जाएगा हम पर?” मिनी ने कहा.
“तुम ऐसा वैसा कुछ मत सोचो बस इंटरव्यू लेने पर ध्यान दो.” रोहित ने कहा.
कुछ देर बाद स्प कमरे में दाखिल हुआ.
उसके आते ही मिनी और रोहित सोफे से उठ कर खड़े हो गये. “गुड ईवनिंग सर मैं रात तक न्यूज चॅनेल से हूँ.”
“हम… तभी आप रात को आ गयी मेरा इंटरव्यू लेने.” स्प ने हंसते हुए कहा.
“सर आज तो हद हो गयी. शादी के दिन हत्या कर दी एक लड़की की साइको ने. रीमा नाम था उसका. आप ये बतायें आपकी पुलिस फोर्स कुछ कर क्यों नहीं पा रही है. सभी शहर वासी खौफ के साए में जी रहे हैं. आख़िर कब तक चलता रहेगा ये.”
“हमसे गलती हो गयी थी साइको का केस इंस्पेक्टर रोहित को दे कर. उसने कुछ भी नहीं किया साइको को पकड़ने के लिए. अब हमने अपनी भूल सुधार दी है. हमने एक नये होनहार इंस्पेक्टर को ये केस दिया है. सिकेण्दर नाम है नये इंस्पेक्टर का. मुझे उम्मीद है की वो जल्द से जल्द कुछ परिणाम देगा हमें.”
“वो तो अंधेरे में अकेले घूमते रहते हैं सर…वो क्या परिणाम देंगे हमें.” रोहित ने कहा.
“हूँ आर यू?” स्प ने रोहित से पूछा.
“सर ये मेरा कॅमरमन है.” मिनी ने कहा.
“ओके…इसे से कहो बीच में ना बोले. सिकेण्दर इंटेलिजेंट इंस्पेक्टर है. वो जरूर कुछ ना कुछ करेगा. बाकी पुलिस वाले भी इसी काम पर लगे हैं.” स्प ने कहा.
“सर आपके पीछे जो पैंटिंग तंगी है क्या मैं उसे करीब से देख सकता हूँ. बहुत प्यारी पैंटिंग है ये.” रोहित ने कहा.
“नहीं देख सकते करीब से…और कुछ. जिस काम के लिए आए हो उस पर ध्यान दो.”
“सॉरी सर…मैं बस वैसे ही…” रोहित ने सॉरी फील किया.
“सर एक बहुत ही सीक्रेट सी बात है. क्या आपके पास आकर काहु. क्योंकि दीवारों के भी कान होते हैं.”
“हाँ आओ…बेझिझक बताओ बात क्या है.” स्प ने कहा.
मिनी स्प के करीब जा कर बैठ गयी.
“सर मुझे लगता है की इंस्पेक्टर रोहित ही साइको है…आपको क्या लगता है.” मिनी ने कहा.
“वैसे उस पर शक की कोई वजह नहीं है मगर कुछ भी हो सकता है.” स्प ने कहा.
मिनी अपना प्लान एक्सेक्यूट करने का मान बना चुकी थी. राइटिंग पड़ के नीचे उसके हाथ में इंजेक्शन था.
“सर वो तस्वीर किशकि है.” मिनी ने दीवार पर तंगी तस्वीर की और इशारा किया.
जैसे ही स्प ने गर्दन घुमाई मिनी हरकत में आ गयी. इंजेक्शन स्प की गर्दन में गाड़ने ही वाला था की स्प ने उसका हाथ पकड़ लिया.
“एक आँख मैं हमेशा पीछे रखता हूँ” स्प ने कहा.
रोहित फौरन हरकत में आया मगर स्प ने जेब से बंदूक निकल कर गोली मर दी रोहित को. 3 बार फायर किया स्प ने रोहित की छाती पर. ज़रा भी आवाज़ नहीं हुई गोली की. साइलेनसर जो लगा रखा था उसने.
“रोहित!” मिनी चिल्लाई.
“रोहित…हम अब पूरी बात समझ में आई. तुम्हारा तो मैं वो हाल करूँगा की रूह काँप उठेगी तुम्हारी.” स्प ने मिनी को कहा.
मिनी ने एक ज़ोर डर किक मारी स्प के पेट पर. वो गिर गया मगर उसने निशाना लगा लिया मिनी पर, “बस अब कोई और हरकत की तो भेजा उड़ा दूँगा.
स्प उठा फार्स से और बंदूक ताने हुए मिनी की तरफ बढ़ा. “तुम्हारी पैंटिंग भी बनेगी अब. मुझ पर हाथ उठाने वाले को मैं जींदा नहीं चोद्ता.”
अचानक एक इंजेक्शन गड़ गया स्प की गर्दन में. उसने मूंड़ कर देखा तो उसके पीछे रोहित खड़ा था.
स्प के हाथ काँपने लगे इंजेक्शन लगते ही. बंदूक चुत गयी उसके हाथ से. “ये क्या लगा दिया तुमने मुझे.”
“किल्लर07 इंजेक्शन है ये. तुम्हारे ऑर्गन्स को अंदर से डेस्ट्राय करेगा. शुरूवात हो चुकी है. 30 मिनट बाद तुम तड़प तड़प कर मर जाओगे.”
“यू बस्टर्ड…मैं तुम्हें छोड़ूंगा नहीं.”
“अपनी चिंता कर साले…10 मिनट में तुझे आंटिडोट नहीं मिली इसकी तो तड़प-तड़प कर मरेगा. उसके बाद हर 15 मिनट बाद तुझे एक आंटिडोट की जरूरत पड़ेगी. 10 आंटिडोट लेनी होगी तुझे तब जाकर तेरी जान बचेगी. और ये किल्लर07 इंजेक्शन इंपोर्टेड है. यहां इंडिया में ना ये इंजेक्शन मिलेगा और ना ही इसका आंटिडोट. इंजेक्शन भी मेरे पास है और आंटिडोट भी.”
स्प के मुंह से खून निकालने लगा. उसके चेहरे पर खौफ साफ दीखाई दे रहा था.
“क्या बात है. बहुत सुंदर खौफ है आपके चेहरे पर. पूजा कहा है जल्दी बताओ वरना कोई आंटिडोट नहीं मिलेगी तुम्हें.”
“पहले मुझे पहली आंटिडोट दो फिर बतावँगा.”
“नहीं मिलेगी. जल्दी बताओ वरना तुम्हें कोई भी आंटिडोट नहीं मिलेगी.”
“ठीक है बताता हूँ आहह.” स्प कराहते हुए बोला.
स्प ने उस जगह का पता बता दिया जहां उसने पूजा को छुपा रखा था.
“वेरी गुड. अब 10 मिनट में जंगल पहुँचो. पहली आंटिडोट तुम्हें वही मिलेगी. ये पेन अपनी जेब में रखना. कमरा लगा है इसमें. कोई भी ऐसी वैसी हरकत की तो मेरा मूंड़ खराब हो जाएगा और मैं सारी आंटिडोट्स डेस्ट्राय कर दूँगा.” रोहित ने कहा
“10 मिनट में मैं जंगल नहीं पहुँच सकता.” स्प गिड़गिदाया.
“वो मेरी प्राब्लम नहीं है. चलो मिनी चलते हैं.”
“मुझे पहली आंटिडोट तो दे दो आहह.” स्प दर्द से कराहते हुए बोला.
“जंगल पहुँचने से पहले कोई आंटिडोट नहीं मिलेगी तुम्हें. तुम्हारा खेल खत्म हुआ मिस्टर साइको अब हमारी बड़ी है.”
जैसे ही स्प की जेब में पेन रखा था रोहित ने गाड़ी में बैठी शालिनी को लॅपटॉप पर लाइव पिक्चर मिलने लगी थी.
“ग्रेट रोहित…प्लान कामयाब रहा. देखते हैं अब स्प साहिब चुपचाप जंगल आते हैं की नहीं. मुझे उम्मीद है की पूजा का पता तो तुमने लगा ही लिया होगा.” शालिनी ने कहा
रोहित और मिनी स्प के कमरे से निकल कर चुपचाप दरवाजा की तरफ तरफ रहे थे.
“शुक्र है बुलेटप्रूफ जॅकेट पहन रखी थी नहीं तो आज गया था काम से.” रोहित ने धीमी आवाज़ में कहा.
“तुम्हें क्या लगता है क्या वो आएगा जंगल में.” मिनी ने पूछा.
“उसे आना पड़ेगा. हमने अपना काम कर दिया है. जस्ट इंतजार और वॉच की आगे क्या होता है. और अगर वो नहीं भी आया जंगल तो भी मौत तो उसकी निश्चित है ही. उसे कोई नहीं बच्चा सकता. किल्लर07 से कोई नहीं बच्चा आज तक. ये इंजेक्शन ज्यादातर इंटरनॅशनल स्पाइस उसे करते हैं. मोस्ट सीक्रेट वेपन है और उतना ही लीतल भी.” रोहित ने कहा.
“तुम्हें कैसे पता इतना कुछ. और ये इंजेक्शन तुम्हें मिला कैसे.”
“मेरा एक बहुत खास दोस्त सीया एजेंट है. पीछे साल वो इंडिया आया हुआ था एक खास मिशन पर. उसी ने मुझे दिया था ये. मैंने सोचा भी नहीं था तब की कभी इसका उसे भी करूँगा. मगर मैंने इसे संभाल कर रख लिया था. देखो आज काम आ गया.”
बातें करते-करते रोहित और मिनी दरवाजा से बाहर आ गये. वो गाड़ी में घुसे ही थे की शालिनी ने कहा, “तुमने कमरा ठीक से लगाया था ना”
“हाँ क्यों क्या हुआ?”
“कोई वीडियो नहीं आ रही है. मुश्किल से एक मिनट वीडियो आई फिर अचानक बंद हो गयी.” शालिनी ने कहा.
“क्या! ऐसा कैसे हो सकता है.” रोहित हैरान रही गया.
“स्प ने जरूर कुछ गड़बड़ कर दी होगी कमरा में” मिनी ने कहा.
“मुझे भी यही लगता है. ” शालिनी ने कहा.
“अब क्या होगा रोहित. हम ये नहीं जान पाएँगे की वो क्या कर रहा है.” मिनी ने कहा.
“तुम लोग चिंता मत करो उसकी जींदगी हमारी मुट्ठी में है. हम……” रोहित बोलता बोलता रुक गया क्योंकि शालिनी बीच में बोल पड़ी,”ऑम्ग क्या ये पूजा है!”
रोहित ने तुरंत लॅपटॉप स्क्रीन पर देखा, “शायद… मैं पूजा से कभी नहीं मिला. वही होगी.”
“क्या हालत बना दी है उसने उसकी. ओह गोद एक भी कपड़ा नहीं है उसके शरीर पर. मुझसे नहीं देखा जाता ये.” मिनी ने कहा.
“आख़िर ये चाहता क्या है. क्या उसे अपनी जान प्यारी नहीं है.” शालिनी ने कहा.
“साइको है वो. कब क्या करेगा कुछ भरोसा नहीं. लेकिन जो भी हो किल्लर07 से वो नहीं बचेगा.”
एक खौफनाक रात – Hindi Thriller Story- 54
“कहा रही गये थे सर आप. हमें चिंता हो रही थी.”
“हाँ थोड़ा टाइम लग गया.”
कोई 10 मिनट पूरे प्लान के बारे में कमरे में फिर से डिस्कशन हुई. डिस्कशन के बाद सभी राजू के घर से निकल दिए.
रोहित और शालिनी मिनी के साथ उष्किन मीडिया वाली गाड़ी में थे. राजू पद्मिनी और मोहित उनकी कार के पीछे दूसरी कार में थे.
“रोहित हुलिया चेंज करने में भी एक्सपर्ट बन गये हो तुम.” शालिनी ने कहा.
“पर क्या फायदा इसे एक्सपर्टीस का. आपने तो मुझे पहचान ही लिया था.” रोहित ने कहा.
“मेरी बात और है. तुमको तुम्हारी आंखों से पहचाना था मैंने.”
“ये चाँदनी रात हमेशा याद रहेगी ना मैडम. पहली बार इतने करीब आए थे हम. जब-जब ऐसी रात आएगी क्या आपको भी मेरी याद आएगी.”
“अपना ख्याल रखना रोहित. अपना ध्यान बस इसे मिशन पर रखो.” शालिनी ने कहा.
“काश तुम मुझसे एक बार कहो…तुमको मुझसे प्यार हो गया
वादे वफ़ा इकरार करो…तुमको मुझसे प्यार हो गया” रोहित ने ये गीत गुनगुना दिया.
“अरे वाह रोहित तुम तो दरवाजा भी हो. क्या बात है. बहुत प्यारा सॉंग है. पूरा गाओ ना ये गाना. मौत के मुंह में जाने से पहले थोड़ा ध्यान डाइवर्ट हो जाएगा.” मिनी ने कहा.
“नहीं पूरा नहीं गया पऊंगा.”
“क्यों?” मिनी ने कहा.
“कोई इतना ही नहीं सुन पा रहा है. पूरा गवँगा तो पता नहीं क्या होगा.” रोहित ने शालिनी की तरफ देखते हुए कहा. शालिनी की आंखों में आँसू थे.
मिनी के कुछ समझ में नहीं आया. वो रोहित और शालिनी के अनकहे प्यार को नहीं जानती थी.
“हम पहुँचने वाले हैं रोहित. मुझे डर लग रहा है.” मिनी ने कहा.
“हिम्मत रखो मिनी…ये काम हमें हर हाल में करना है. ” रोहित ने कहा और मोहित को फोन मिलाया.
“मोहित मैं मिनी के साथ जा रहा हूँ अंदर. तुम पीछे ही रुकना. पूरी नज़र रखना चारों तरफ.” रोहित ने कहा.
शालिनी ने रोहित का हाथ थाम कर कहा, “ताकि केर रोहित.”
“आपको अलर्ट रहना होगा हर वक्त. हमें अभी पता नहीं की किस आग से खेल रहे हैं हम लोग. हमारे पास वक्त कम था इसलिए जल्दबाज़ी में ये प्लान एक्सेक्यूट कर रहे हैं. वैसे आपके लिए खतरा कम है यहां क्योंकि सभी पुलिस वाले यहां आपको अतचे से जानते हैं.”
“सब ठीक होगा रोहित. प्लान अतचा है तुम्हारा.बस अपना ध्यान रखना.” शालिनी ने कहा.
शालिनी को गाड़ी में ही छोड कर मिनी और रोहित स्प के घर के दरवाजा की तरफ बढ़े. मिनी के हाथ में माइक था और रोहित के हाथ में कमरा.
“हे दरवाजा खोलो हमें स्प साहिब का इंटरव्यू लेना है.” मिनी ने दरवाजा पर खड़े सेक्यूरिटी गार्ड से कहा.
“स्प साहिब इंटरव्यू नहीं देते हैं…आपको मालूम होना चाहिए. पहले भी आ चुकी हैं आप यहां.”
“सारे आम एक लड़की की शादी के दिन हत्या हो गयी और पुलिस शो रही है. हमें स्प साहिब से जवाब चाहिए नहीं तो हम न्यूज में बताएँगे की कितने इनसेन्सिटिव हैं स्प साहिब. उन्हें बताना पड़ेगा की साइको अब तक पकड़ा क्यों नहीं गया.”
“तुम रुको यही मैं स्प साहिब से बात करके आता हूँ.” गार्ड ने कहा.
स्प अपने कमरे में बैठा ल्क्ड टीवी पर पूजा को देख रहा था. अपनी ज़िप खोल कर उसने अपने मुरझाए हुए लिंग को बाहर निकाल रखा था और उसे एक हाथ से सहला रहा था. उसके दूसरे हाथ में एक चाकू था. “बहुत मजा आएगा ये चाकू तेरी चुत में डालने में पूजा. लंड से ज्यादा सेक्सी है ये चाकू. हहेहहे.”
तभी दरवास्जे पर दस्तक हुई और स्प हंसता हंसता रुक गया. स्प ने टीवी बंद किया और चाकू को एक तरफ रख दिया. उसने दरवाजा खोला और चिल्ला कर बोला, “क्या बात है. कितनी बार कहा है मुझे डिस्टर्ब मत किया करो.”
“सर बाहर मीडिया वाले आए हैं.”
“पता है मुझे. सी सी टी अभी कमरा मैंने शॉंकिया नहीं लगा रखे. दफा करो उन्हें यहां से.”
“सर वो रिपोर्टर बोल बोल रही है की अगर आप नहीं मिलेंगे उनसे तो टीवी पर आपको इनसेन्सिटिव बताया जाएगा. वो साइको के केस के बारे में जानकारी चाहती है.”
“ठीक है भेजो उसे अंदर और ड्रॉयिंग रूम में बीताओ. लेकिन उनसे कहना कमरा बंद रखें अपना. मेरी वीडियो लेने की कोशिश ना करे.” स्प ने कहा.
“ओके सर.”
रोहित और मिनी अंदर आ गये. मिनी बहुत घबराई हुई थी. अपने डर को वो अपनी हँसी से छुपाने की कोशिश कर रही थी.
“कमरा बंद रखने को क्यों कहा उसने?” मिनी ने रोहित को धीरे से कहा.
“उसे डर हैं ना की कही पद्मिनी उसे टीवी पर देख कर पहचान ना ले.”
“अब समझ में आया की ये इंटरव्यू क्यों नहीं दे रहा था. इसका मतलब डरता बहुत है ये एक्सपोज़ होने से.”
“हर क्रिमिनल डरता है. ये एक नॅचुरल रिएक्शन है.” रोहित ने कहा.
“कही उसे शक तो नहीं हो जाएगा हम पर?” मिनी ने कहा.
“तुम ऐसा वैसा कुछ मत सोचो बस इंटरव्यू लेने पर ध्यान दो.” रोहित ने कहा.
कुछ देर बाद स्प कमरे में दाखिल हुआ.
उसके आते ही मिनी और रोहित सोफे से उठ कर खड़े हो गये. “गुड ईवनिंग सर मैं रात तक न्यूज चॅनेल से हूँ.”
“हम… तभी आप रात को आ गयी मेरा इंटरव्यू लेने.” स्प ने हंसते हुए कहा.
“सर आज तो हद हो गयी. शादी के दिन हत्या कर दी एक लड़की की साइको ने. रीमा नाम था उसका. आप ये बतायें आपकी पुलिस फोर्स कुछ कर क्यों नहीं पा रही है. सभी शहर वासी खौफ के साए में जी रहे हैं. आख़िर कब तक चलता रहेगा ये.”
“हमसे गलती हो गयी थी साइको का केस इंस्पेक्टर रोहित को दे कर. उसने कुछ भी नहीं किया साइको को पकड़ने के लिए. अब हमने अपनी भूल सुधार दी है. हमने एक नये होनहार इंस्पेक्टर को ये केस दिया है. सिकेण्दर नाम है नये इंस्पेक्टर का. मुझे उम्मीद है की वो जल्द से जल्द कुछ परिणाम देगा हमें.”
“वो तो अंधेरे में अकेले घूमते रहते हैं सर…वो क्या परिणाम देंगे हमें.” रोहित ने कहा.
“हूँ आर यू?” स्प ने रोहित से पूछा.
“सर ये मेरा कॅमरमन है.” मिनी ने कहा.
“ओके…इसे से कहो बीच में ना बोले. सिकेण्दर इंटेलिजेंट इंस्पेक्टर है. वो जरूर कुछ ना कुछ करेगा. बाकी पुलिस वाले भी इसी काम पर लगे हैं.” स्प ने कहा.
“सर आपके पीछे जो पैंटिंग तंगी है क्या मैं उसे करीब से देख सकता हूँ. बहुत प्यारी पैंटिंग है ये.” रोहित ने कहा.
“नहीं देख सकते करीब से…और कुछ. जिस काम के लिए आए हो उस पर ध्यान दो.”
“सॉरी सर…मैं बस वैसे ही…” रोहित ने सॉरी फील किया.
“सर एक बहुत ही सीक्रेट सी बात है. क्या आपके पास आकर काहु. क्योंकि दीवारों के भी कान होते हैं.”
“हाँ आओ…बेझिझक बताओ बात क्या है.” स्प ने कहा.
मिनी स्प के करीब जा कर बैठ गयी.
“सर मुझे लगता है की इंस्पेक्टर रोहित ही साइको है…आपको क्या लगता है.” मिनी ने कहा.
“वैसे उस पर शक की कोई वजह नहीं है मगर कुछ भी हो सकता है.” स्प ने कहा.
मिनी अपना प्लान एक्सेक्यूट करने का मान बना चुकी थी. राइटिंग पड़ के नीचे उसके हाथ में इंजेक्शन था.
“सर वो तस्वीर किशकि है.” मिनी ने दीवार पर तंगी तस्वीर की और इशारा किया.
जैसे ही स्प ने गर्दन घुमाई मिनी हरकत में आ गयी. इंजेक्शन स्प की गर्दन में गाड़ने ही वाला था की स्प ने उसका हाथ पकड़ लिया.
“एक आँख मैं हमेशा पीछे रखता हूँ” स्प ने कहा.
रोहित फौरन हरकत में आया मगर स्प ने जेब से बंदूक निकल कर गोली मर दी रोहित को. 3 बार फायर किया स्प ने रोहित की छाती पर. ज़रा भी आवाज़ नहीं हुई गोली की. साइलेनसर जो लगा रखा था उसने.
“रोहित!” मिनी चिल्लाई.
“रोहित…हम अब पूरी बात समझ में आई. तुम्हारा तो मैं वो हाल करूँगा की रूह काँप उठेगी तुम्हारी.” स्प ने मिनी को कहा.
मिनी ने एक ज़ोर डर किक मारी स्प के पेट पर. वो गिर गया मगर उसने निशाना लगा लिया मिनी पर, “बस अब कोई और हरकत की तो भेजा उड़ा दूँगा.
स्प उठा फार्स से और बंदूक ताने हुए मिनी की तरफ बढ़ा. “तुम्हारी पैंटिंग भी बनेगी अब. मुझ पर हाथ उठाने वाले को मैं जींदा नहीं चोद्ता.”
अचानक एक इंजेक्शन गड़ गया स्प की गर्दन में. उसने मूंड़ कर देखा तो उसके पीछे रोहित खड़ा था.
स्प के हाथ काँपने लगे इंजेक्शन लगते ही. बंदूक चुत गयी उसके हाथ से. “ये क्या लगा दिया तुमने मुझे.”
“किल्लर07 इंजेक्शन है ये. तुम्हारे ऑर्गन्स को अंदर से डेस्ट्राय करेगा. शुरूवात हो चुकी है. 30 मिनट बाद तुम तड़प तड़प कर मर जाओगे.”
“यू बस्टर्ड…मैं तुम्हें छोड़ूंगा नहीं.”
“अपनी चिंता कर साले…10 मिनट में तुझे आंटिडोट नहीं मिली इसकी तो तड़प-तड़प कर मरेगा. उसके बाद हर 15 मिनट बाद तुझे एक आंटिडोट की जरूरत पड़ेगी. 10 आंटिडोट लेनी होगी तुझे तब जाकर तेरी जान बचेगी. और ये किल्लर07 इंजेक्शन इंपोर्टेड है. यहां इंडिया में ना ये इंजेक्शन मिलेगा और ना ही इसका आंटिडोट. इंजेक्शन भी मेरे पास है और आंटिडोट भी.”
स्प के मुंह से खून निकालने लगा. उसके चेहरे पर खौफ साफ दीखाई दे रहा था.
“क्या बात है. बहुत सुंदर खौफ है आपके चेहरे पर. पूजा कहा है जल्दी बताओ वरना कोई आंटिडोट नहीं मिलेगी तुम्हें.”
“पहले मुझे पहली आंटिडोट दो फिर बतावँगा.”
“नहीं मिलेगी. जल्दी बताओ वरना तुम्हें कोई भी आंटिडोट नहीं मिलेगी.”
“ठीक है बताता हूँ आहह.” स्प कराहते हुए बोला.
स्प ने उस जगह का पता बता दिया जहां उसने पूजा को छुपा रखा था.
“वेरी गुड. अब 10 मिनट में जंगल पहुँचो. पहली आंटिडोट तुम्हें वही मिलेगी. ये पेन अपनी जेब में रखना. कमरा लगा है इसमें. कोई भी ऐसी वैसी हरकत की तो मेरा मूंड़ खराब हो जाएगा और मैं सारी आंटिडोट्स डेस्ट्राय कर दूँगा.” रोहित ने कहा
“10 मिनट में मैं जंगल नहीं पहुँच सकता.” स्प गिड़गिदाया.
“वो मेरी प्राब्लम नहीं है. चलो मिनी चलते हैं.”
“मुझे पहली आंटिडोट तो दे दो आहह.” स्प दर्द से कराहते हुए बोला.
“जंगल पहुँचने से पहले कोई आंटिडोट नहीं मिलेगी तुम्हें. तुम्हारा खेल खत्म हुआ मिस्टर साइको अब हमारी बड़ी है.”
जैसे ही स्प की जेब में पेन रखा था रोहित ने गाड़ी में बैठी शालिनी को लॅपटॉप पर लाइव पिक्चर मिलने लगी थी.
“ग्रेट रोहित…प्लान कामयाब रहा. देखते हैं अब स्प साहिब चुपचाप जंगल आते हैं की नहीं. मुझे उम्मीद है की पूजा का पता तो तुमने लगा ही लिया होगा.” शालिनी ने कहा
रोहित और मिनी स्प के कमरे से निकल कर चुपचाप दरवाजा की तरफ तरफ रहे थे.
“शुक्र है बुलेटप्रूफ जॅकेट पहन रखी थी नहीं तो आज गया था काम से.” रोहित ने धीमी आवाज़ में कहा.
“तुम्हें क्या लगता है क्या वो आएगा जंगल में.” मिनी ने पूछा.
“उसे आना पड़ेगा. हमने अपना काम कर दिया है. जस्ट इंतजार और वॉच की आगे क्या होता है. और अगर वो नहीं भी आया जंगल तो भी मौत तो उसकी निश्चित है ही. उसे कोई नहीं बच्चा सकता. किल्लर07 से कोई नहीं बच्चा आज तक. ये इंजेक्शन ज्यादातर इंटरनॅशनल स्पाइस उसे करते हैं. मोस्ट सीक्रेट वेपन है और उतना ही लीतल भी.” रोहित ने कहा.
“तुम्हें कैसे पता इतना कुछ. और ये इंजेक्शन तुम्हें मिला कैसे.”
“मेरा एक बहुत खास दोस्त सीया एजेंट है. पीछे साल वो इंडिया आया हुआ था एक खास मिशन पर. उसी ने मुझे दिया था ये. मैंने सोचा भी नहीं था तब की कभी इसका उसे भी करूँगा. मगर मैंने इसे संभाल कर रख लिया था. देखो आज काम आ गया.”
बातें करते-करते रोहित और मिनी दरवाजा से बाहर आ गये. वो गाड़ी में घुसे ही थे की शालिनी ने कहा, “तुमने कमरा ठीक से लगाया था ना”
“हाँ क्यों क्या हुआ?”
“कोई वीडियो नहीं आ रही है. मुश्किल से एक मिनट वीडियो आई फिर अचानक बंद हो गयी.” शालिनी ने कहा.
“क्या! ऐसा कैसे हो सकता है.” रोहित हैरान रही गया.
“स्प ने जरूर कुछ गड़बड़ कर दी होगी कमरा में” मिनी ने कहा.
“मुझे भी यही लगता है. ” शालिनी ने कहा.
“अब क्या होगा रोहित. हम ये नहीं जान पाएँगे की वो क्या कर रहा है.” मिनी ने कहा.
“तुम लोग चिंता मत करो उसकी जींदगी हमारी मुट्ठी में है. हम……” रोहित बोलता बोलता रुक गया क्योंकि शालिनी बीच में बोल पड़ी,”ऑम्ग क्या ये पूजा है!”
रोहित ने तुरंत लॅपटॉप स्क्रीन पर देखा, “शायद… मैं पूजा से कभी नहीं मिला. वही होगी.”
“क्या हालत बना दी है उसने उसकी. ओह गोद एक भी कपड़ा नहीं है उसके शरीर पर. मुझसे नहीं देखा जाता ये.” मिनी ने कहा.
“आख़िर ये चाहता क्या है. क्या उसे अपनी जान प्यारी नहीं है.” शालिनी ने कहा.
“साइको है वो. कब क्या करेगा कुछ भरोसा नहीं. लेकिन जो भी हो किल्लर07 से वो नहीं बचेगा.”
एक खौफनाक रात – Hindi Thriller Story- 54