तेरे इश्क़ में पार्ट--4 Hindi Love Story
गतान्क से आगे.................
"हां" आदित्य उसका हाथ पकड़ता हुआ बोला "मेरा बड़ा मंन था बचपन से के अँग्रेज़ी स्टाइल में शादी करूँ. तो कल हम चर्च में शादी कर लेते हैं और उसके बाद जब तुम अच्छी हो जाओगी तो मेरे पापा को बताकर निकाह पढ़ा लेंगे और धूम धाम वाली शादी करेंगे"
"तुम पागल हो आदिल" तहज़ीब हंस पड़ी.
"मैं जो भी हूँ तुम्हारे लिए हूँ" आदित्य उसका माथा चूमते हुए बोला.
उसी शाम आदित्य और निखिल साथ बैठे आदित्य के फ्लॅट पर विस्की के पेग लगा रहे थे.
"तूने अब तक उसको नही बताया के तू हिंदू है?" निखिल ने पुछा
"नही वो अब तक समझती है के मैं आदिल रहमान ही हूँ"
"एक तो तेरा बाप वैसे ही तुझपर भड़का हुआ है उस दिन की हरकत को लेकर. उसपर अगर उसे पता चला के तूने एक मुस्लिम लड़की के चक्कर में ये सब किया तो पता नही वो क्या करेगा"
"शायद उसकी नौबत ही ना आए" आदित्य ने धीरे से कहा
"मतलब?"
"मतलब ये के उस बेचारी के पास इतना वक़्त है ही नही" और आदित्य ने निखिल को डॉक्टर से हुई अपनी बात के बारे में बताना शुरू कर दिया.
"ओह मॅन" बात ख़तम होने पर निखिल बोला "तो क्या सोचा है अब?"
"उस बेचारी को तो ये पता भी नही के वो मरने वाली है और मैं उसको बताना भी नही चाहता. कल उससे शादी कर रहा हूँ?"
"शादी" निखिल जैसे उच्छल पड़ा
"हां. वो मुस्लिम है और मैं हिंदू इसलिए मैने मंदिर मस्जिद, दोनो को एक तरफ रख दिया. हम एक तीसरे धरम के हिसाब से शादी करेंगे. चर्च में"
"और तू ये मुझे अब बता रहा है?"
"सुन ना यार. कल चर्च पहुँच जाना विटनेस बनने के लिए"
"तू कर क्या रहा है आदि?"
"मैं उसके जीते जी उसका हर ख्वाब पूरा करना चाहता हूँ. शादी के बाद जब तक वो ज़िंदा है मैं उसको लेकर दूर निकल जाऊँगा और तब तक सिर्फ़ उसके साथ रहूँगा जब तक के वो ज़िंदा है. मैं उसका हर सपना पूरा करना
चाहता हूँ, हर वो ख्वाब सच करना चाहता हूँ जो उसने देखा है"
"कौन सा ख्वाब?" निखिल ने पुछा तो आदित्य ने उसको तहज़ीब के सपने के बारे में बताया.
"बीच हाउस? वो भी बड़ा सा वित आ प्राइवेट बीच? पैसा कहाँ से लाओगे इतना के जब तक वो ज़िंदा है तब तक उसकी हर बात पूरी करते रहो?"
आदित्य चुप चाप उठा और ड्रॉयर से कुच्छ पेपर्स, कुच्छ मॅप्स निकाल कर निखिल को थमा दिए जिन्हें निखिल एक एक करके खोलने और देखने लगा.
"तू साले पागल हो गया है? बॅंक लूटेगा?" पेपर्स देख कर वो हैरत से चिल्लाया
"मेरे पास वक़्त नही है यार. इतना पैसा इतनी जल्दी बस एक ही जगह से आ सकता है" आदित्य शराब का ग्लास हाथ में लिए सोफे पर पसर गया
"बॅंक लूटने की क्या ज़रूरत है बेवकूफ़. तू एक बार मुझसे कहता. मैं कहीं ना कहीं से पैसा दिलवा देता तुझे. बहुत कनेक्षन्स हैं मेरे" निखिल उसके साथ आकर बैठ गया.
"और वापिस कहाँ से करता? इतना बड़ा क़र्ज़ ले लेता तो सारी ज़िंदगी चुका ना पाता"
"तो सीधा रास्ता निकाला आपने? के बॅंक लूट लो ताकि कभी फिर पैसे वापिस ही ना करने पड़ें किसी को? तुझे क्या लगता है के पोलीस वाले चुप बैठेंगे?"
"सारा प्लान सेट है. मैने आदमी भी उठा लिए हैं साथ देने को. अब सोचने का वक़्त निकल गया है. कल बॅंक लुटूगा, उसके बाद सीधा तहज़ीब से शादी करने जाऊँगा और उसको लेकर गायब" आदित्य ने कहा
"मैं तुझे ऐसा करने नही दूँगा" निखिल भी ज़िद पर अड़ा था "ऐसा करने के लिए तुझे मेरी लाश के उपेर से जाना होगा. साले इस वक़्त तुझे अपने बाप के साथ होना चाहिए. गठन ने पहली बार इतना बड़ा कुच्छ प्लान किया है. इस वक़्त हम ऐसी कोई हरकत अफोर्ड नही कर सकते जिससे पोलीस का ध्यान हमारी तरफ आए"
"बड़ा?" आदित्य ने चौंकते हुए निखिल की तरफ देखा "क्या बड़ा प्लान हो रहा है?"
अगले दिन तहज़ीब उठी तो जैसे वो दिन उसकी ज़िंदगी का सबसे खुश-नुमा दिन था. वो बीमार थी और कमज़ोर थी पर उस दिन कमज़ोरी तो सारी जैसे हवा हो गयी थी.
तेरे इश्क़ में Hindi Love Story
Re: तेरे इश्क़ में Hindi Love Story
आदित्य ने उसको ठीक 2 बजे सीधा चर्च पहुँचे को कहा था. तहज़ीब तो चाहती थी के वो उसे घर पर मिले पर वो इसी बात पर अड़ा रहा के तैय्यार होकर चर्च ही पहुँच जाएगा.
उसने सुबह सुबह अपनी एक दोस्त को फोन किया और ब्यूटी पार्लर पहुँची. सज धज कर जब वो निकली तो बीमारी के बाद भी उसका हुस्न बस देखते ही बनता था. सड़क चलता हर आदमी पलट कर उसी को देख रहा था.
आदित्य के कहे अनुसार उसने हिन्दूसनी दुल्हन वाले कपड़े नही पहने बल्कि एक क्रिस्चियन ब्राइड की तरह सफेद कपड़े पहने चर्च पहुँची.
आदित्य के कहने पर ही वो चर्च अकेली आई थी. अपनी दोस्त को उसने लड़ लड़कर घर भेज दिया था.
घड़ी में 2 बज चुके थे पर अब तक आदित्य का कहीं आता पता नही था.
"तहज़ीब?" आवाज़ आई तो उसने सर उठाकर देखा. सामने फादर खड़े थे.
"जी हां" वो भी फ़ौरन उठकर खड़ी हो गयी "आपको कैसे पता?"
"मुझे कल फोन आ गया था के आप लोग आज शादी के लिए आओगे. आदित्य नही आए अब तक?" फादर ने कहा
"आदित्य? जी नही उनका नाम आदिल है"
"आदिल?" फादर ने आँखें सिकोडते हुए कहा "मुझे तो फोन किसी आदित्य ने किया था"
"नही नही उनका नाम आदिल रहमान है" तहज़ीब हंसते हुए बोली "बस आते ही होंगे"
"गॉड ब्लेस्स यू बोथ. मैं वहाँ अपने कमरे में हूँ. आ जाए तो मुझे आवाज़ दे देना"
"नाम ही ठीक सुनाई नही देता, शादी कैसे कराओगे आप? मालूम पड़ा शादी करनी थी आदिल से, हो गयी आदित्य से" फादर के जाने के बाद तहज़ीब ने दिल ही दिल में सोचा और हँस पड़ी.
3 बज गये पर आदित्य नही आया.
फिर 4
फिर 5
फिर 6 पर आदित्य का कोई निशान नही था.
जब रात के 9 बजे फादर ने चर्च से निकले तो तहज़ीब दुल्हन के लिबास में अब भी चर्च के बाहर बनी एक बेंच पर बैठी थी.
"माइ चाइल्ड" फादर उसके करीब आते हुए बोले "तुम्हें अब घर चले जाना चाहिए. वो शायद कहीं काम से अटक गया होगा"
जब तहज़ीब ने जवाब नही दिया और वैसे ही सर झुकाए बैठी रही तो उन्होने उसके कंधे पर हाथ रखा.
"बेटी?"
हाथ रखते ही उसका जिस्म एक और लुढ़का और बेंच से नीचे जा गिरा.
"ओह लॉर्ड" फादर ने फ़ौरन नीचे झुक कर उसका सर उठाया.
"माइ चाइल्ड. आर यू ओके?"
कोई जवाब नही. नब्ज़ देखी तो लड़की मर चुकी थी.
अगले दिन के न्यूसपेपर की हेडलाइन्स कुच्छ इस तरह थी.
देश की बड़ी मज़हबी जगहों पर हमले का प्लान नाकाम
Re: तेरे इश्क़ में Hindi Love Story
पोलीस ने कल एक हिंदू गठन नाम के गिरोह का परदा फ़ाश करते हुए कई लोगों का गिरफ्तार किया. एक अंजान फोन कॉल के बताने पर जब पोलीस ने गठन के अड्डे पर छापा मारा तो कई लोगों के साथ कुच्छ ज़रूरी काग़ज़ात बरामद किए हैं जिनसे साफ ज़ाहिर है के गठन मुंबई में हाजी अली और अजमेर में दरगाह शरीफ पर हमले का प्लान
बना रहा था. गिरफ्तारी का सिलसिला अब भी जारी है और तकरीबन 75 लोग........
देवराज चतुर्वेदी की हत्या. लाश उनके घर से बरामद
शहर के नामी बिज़्नेसमॅन की कल रात उन्ही के घर में गोली मारकर हत्या कर दी गयी. कहा जा रहा है के देवराज ही वो इंसान थे जिन्होने हिंदू गठन की स्थापना की थी. यही वो गठन है जिसका ......
बॅंक लूटने की कोशिश नाकाम
कल सवेरे बॅंक ऑफ .... को लूटने की एक कोशिश को पोलीस ने नाकाम कर दिया. एनकाउंटर में 4 लोग मारे गये जिनमें देवराज चतुर्वेदी का बेटा आदित्य चतुर्वेदी भी शामिल है. माना जा रहा है के आदित्य ही वो शक्ष था
जिसने कल रात अपने पिता की हत्या की और फिर पोलीस को फोन पर हिंदू गठन की सूचना दी. बॅंक लूटने की कोशिश करते हुए आदित्य मारा तो गया पर पिछे कई सवाल छ्चोड़ गया .....
युवक की गोली मारकर हत्या
निखिल शर्मा नाम के एक शाकस की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. उसकी लाश आदित्य चतुर्वेदी के फ्लॅट से बरामद हुई जो कल सवेरे बॅंक लूटने की कोशिश में मारा गया ......
और दूसरे पेज पर एक छ्होटे से कॉलम में एक और खबर छपी थी.
चर्च के सामने से लड़की की लाश बरामद
कल शहर के स्ट्रीट ... चर्च के सामने से एक लड़की की लाश बरामद की गयी. डॉक्टर्स का मानना है के मौत की वजह ब्रेन ट्यूमर थी जिसने लड़की की जान ली. ये भी माना जा रहा है के ये लड़की आदित्य चतुर्वेदी नाम के आदमी से शादी करने के लिए चर्च पहुँची थी .......
और नीचे एक छ्होटा सा और कॉलम भी था ....
आज की शायरी
"इल्म वालो को इल्म दे मौला,
अकल वालो को अकल दे मौला,
धरम वालो को धरम दे मौला,
और थोड़ी सी शरम दे मौला"
समाप्त