Re: ख्वाबो के दामन से ...
Posted: 04 May 2016 23:42
तुमको देखा तो.........!!
तुम्हे याद है जानां , जब हम पहली बार मिले तो तुमने मुझे अपने आलिंगन में ले लिए था और मैं तुम्हे देखता ही रह गया था .. पता नहीं क्या जादू था तुम्हारे चेहरे पर मुझे तुम बहुत अपनी सी लगी थी , लगा ही नहीं था की हम पहली बार मिल रहे है .. तुम्हे याद है , जब हम ऑटो में बैठकर अपने घर [ मैं उसे हम दोनों का घर ही कहूँगा ... क्योंकि हम अब भी वहां मौजूद है और हमारी आत्माए अब भी balcony में बैठकर बहती नदी को देखती है ] जा रहे थे ,तो सारे रास्ते मैं तुम्हे देखता रहा था .. कैसी अजीब सी कशिश थी .. तुममे .. तुमको देखा तो लगा पहले के मिले हुए है और बहुत दिनों बाद फिर से मिल रहे है .. तुम्हे पता है जानां , मैं अब भी तुम्हे वैसे ही देखता हूँ...........और हमेशा ही देखते रहूँगा .. चाहे तुम मेरे पास रहो और या मुझसे दूर रहो .. लेकिन मैं तुम्हे एक बात बताऊँ.. तुम मुझसे कभी भी दूर नहीं रहती हो... मेरे पास ही हो तुम जानां ...!!!
तुम्हे याद है जानां , जब हम पहली बार मिले तो तुमने मुझे अपने आलिंगन में ले लिए था और मैं तुम्हे देखता ही रह गया था .. पता नहीं क्या जादू था तुम्हारे चेहरे पर मुझे तुम बहुत अपनी सी लगी थी , लगा ही नहीं था की हम पहली बार मिल रहे है .. तुम्हे याद है , जब हम ऑटो में बैठकर अपने घर [ मैं उसे हम दोनों का घर ही कहूँगा ... क्योंकि हम अब भी वहां मौजूद है और हमारी आत्माए अब भी balcony में बैठकर बहती नदी को देखती है ] जा रहे थे ,तो सारे रास्ते मैं तुम्हे देखता रहा था .. कैसी अजीब सी कशिश थी .. तुममे .. तुमको देखा तो लगा पहले के मिले हुए है और बहुत दिनों बाद फिर से मिल रहे है .. तुम्हे पता है जानां , मैं अब भी तुम्हे वैसे ही देखता हूँ...........और हमेशा ही देखते रहूँगा .. चाहे तुम मेरे पास रहो और या मुझसे दूर रहो .. लेकिन मैं तुम्हे एक बात बताऊँ.. तुम मुझसे कभी भी दूर नहीं रहती हो... मेरे पास ही हो तुम जानां ...!!!