Hindi Romantic, suspense Novel - ELove ( ई लव)

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jasmeet
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Re: Hindi Romantic, suspense Novel - ELove ( ई लव)

Unread post by jasmeet » 22 Dec 2016 10:47

ELove CH-7 ब्लॅंक रिप्लाय

शरवरी अंजलीके कॅबिनमें कॉम्प्यूटरपर बैठी हूई थी. अंजली उसकी सुबहकी मिटींग निपटाकर उसके कॅबिनमें वापस आ गई. उसने घडी की तरफ देखा. लगभग दोपहरके बारा बज गए थे. कुर्सी पिछे खिंचकर वह अपने कुर्सीपर बैठ गई और कुर्सीपर पिछेकी ओर झुलते हूए अपनी थकावट दूर करनेका प्रयास करने लगी. शरवरीने एक बार अंजलीकी तरफ देखा और वह फिरसे अपने कॉप्म्यूटरके काममें व्यस्त हो गई.

''किसीकी कोई खास मेल ?'' अंजलीने शरवरीकी तरफ ना देखते हूए ही पुछा.

'' नही .. कोई खास नही... लेकिन एक उस 'टॉमबॉय' की मेल थी. '' शरवरीने कहा.

'' टॉमबॉय ... कुछ लोग बहुतही चिपकू होते है ... नही?'' अंजलीने कहा.

'' सही है ...'' शरवरीको अंजलीका इशारा समझ गया था.

क्योंकी अंजलीने पहले एकबार उसे उस टॉमबॉयके बारेमें बताया था.

'' और हां ... एक और किसी विवेककी मेल थी '' शरवरीने आगे कहा.

'' विवेक?... हां वही होगा जो कल चॅटींगपर मिला था.... मै बोलती हूं ना उसने क्या लिखा होगा.... तुम्हारी उम्र क्या है ?... तुम्हारा ऍड्रेस क्या है ?... मेरी उम्र फलां फलां है ... मेरा ऍड्रेस फलां फलां ... और मै फलां फलां काम करता हू... और धीरे धीरे वह अपने असली जातपर आएगा... इन आदमीयोंकी जातही ऐसी होती है ... लंपट ..बदमाश आणि चिपकू...''

'' तूम बोल रही हो वैसा उसने कुछभी लिखा नही है ...'' शरवरी बिचमेंही उसे टोकते हूए बोली.

'' नही?... तो फिर किसी कंपनीके प्रॉडक्टकी सिफारीश की होगी उसने... मतलब वह प्राडक्ट खरीद हम लेंगे और वह उसका फौकटमें कमिशन खाएगा'' अंजलीने कहा.

'' नही वैसाभी उसने कुछ लिखा नही है .'' शरवरीने कहा.

'' फिर ?... फिर उसने क्या लिखा है ?'' अंजलीने उत्सुकतावश गर्दन घुमाकर शरवरीके तरफ देखते हूए पुछा.

'' उसने मेलमें कुछभी लिखा नही है .. उसने ब्लॅंक मेल भेजी है और निचे सिर्फ उसका नाम 'विवेक' ऐसा लिखा हुवा है '' शरवरीने कहा.

अंजली एकदम उठकर सिधी बैठ गई.

'' देखूं तो ..'' अंजली शरवरीकी तरफ मुडकर कॉम्प्यूटरकी तरफ देखते हूए बोली.

शरवरीने अंजलीके मेलबॉक्ससे विवेककी मेल क्लीक कर खोली. सचमुछ वह मेल ब्लॅंक थी.

'' अंजली तूम कुछभी कहो ... लडकेमें 'स्टाईल' है ... ऍटलिस्ट इतना पक्का है की वह बाकी लडकोसे जरा हटके है ...'' शरवरी अंजलीके दिलको टटोलनेकी कोशीश करते हूए बोली.

'' तूम जरा चूप बैठोगी ... और क्या लडका ... लडका लगा रखा है ... तुम्हे वह कौन ? कहाका? .. उसकी उम्र क्या है ?... कुछ पता भी है ?... वह कोई रंगीन मिजाजवाला, कोई खुसट बुढाभी हो सकता है ... तुम्हे पता हैही आजकल लोग इंटरनेटपर कैसे पर्सनलायझेशन करते है ...''

'' ... हां तुम सही कहती हो ... लेकिन चिंता मत करो ... ये लो मै अभी उसकी सायबर तहकिकात करती हूं'' शरवरी फटाफट कॉम्प्यूटरके किबोर्डकी कुछ बटन्स दबाती हुई बोली.

थोडीही देरमें कॉम्प्यूटरके मॉनीटरपर मानो एक रिपोर्ट आ गया.

'' यहां तो उसका नाम सिर्फ विवेक ऐसा लिखा हुवा है ... सरनेम लिखा नही है ... मुंबईका रहनेवाला है और पिएच डी कर रहा है ... उम्र है ...'' शरवरीने मानो किसी बातका क्लायमॅक्स खोलना हो ऐसा एक पॉज लिया.

अंजलीकीभी अब जिज्ञासा जागृत हुई थी और वह शरवरी उसकी उम्र क्या बताती है इसकी राह देखने लगी.

'' पिएचडी? ... मतलब जरुर कोई बुढ्ढा खुसट होना चाहिए ... मैने कहा था ना?''

'' और उसकी उम्र है 25 साल ...'' शरवरीने मानो क्लायमॅक्स खोला था.

'' तो नूर ए जन्नत मिस अंजली अब क्या किया जाए? शरवरी उसे छेडते हूए बोली.

अंजलीभी प्रयत्नपुर्वक आपना चेहरा भावनाविरहीत रखते हूए बोली, '' तो फिर? ... हमें उसका क्या करना है ?''

'' देने वाले अपना पैगाम देकर चले गए

करने वाले तो अपना इशारा कर चले गए

उधर बडा बुरा हाल है दिलके गलियारोंका

अब उन्हे इंतजार है बस आपके इशारोंका ''

'' वा वा क्या बात है ...'' शरवरी अपनेही शेरकी तारीफ करते हूए बोली, '' अब क्या करना है इस मेलका? ''

'' करना क्या है ... डिलीट कर दो '' अंजलीने कंधे उचकाते हूए बेफिक्र अंदाजमें कहा ... मतलब कमसे कम वैसे जताते हूए कहा.

'' डिलीट... नही इतना बडा सितम मत करो उसपर... एक काम करते है ... कोरे खत का जवाब कोरे खतसेही देते है ...''

शरवरीने फटाफट कॉम्प्यूटरके किबोर्डके कुछ बटन्स दबाए और उस ब्लॅंक मेलको ब्लॅंक रिप्लाय भेज दिया.

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jasmeet
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Re: Hindi Romantic, suspense Novel - ELove ( ई लव)

Unread post by jasmeet » 22 Dec 2016 10:47

CH-8 अधीर मन

अंजलीने आज सुबह आए बराबर कुर्सीपर बैठकर कॉम्प्यूटर शुरु किया. कॉम्प्यूटर बुट होनेके बाद उसने चॅटींग विंडो ओपन किया और किसीका कोई ऑफलाईन मेसेज है क्या देखने लगी. किसीका भी ऑफलाईन मेसेज नही था. उसके चेहरेपर मायूसी छा गई लेकिन वह छिपाते हूए वह सामने टेबलपर रखे रिपोर्टस उलट पुलटकर देखने लगी. उसके टेबलके सामने शरवरी बैठी थी. वह बडी गौरसे अंजलीकी एक एक हरकत देख रही थी और मुस्कुरा रही थी. रिपोर्ट देखते हूए अंजलीके यह बात ध्यानमें आगई तो झटसे उसने शरवरीकी तरफ एक कटाक्ष डाला.

'' क्या हूवा ... क्यो मुस्कुरा रही हो ?'' अंजलीने उसे पुछा.

शरवरीभी बडी चतूराईसे अपने चेहरेके भाव छिपाकर गंभीर मुद्रा धारण करती हूई बोली,

'' कहां... मै कहा मुस्कुरा रही हूं ?... ''

तभी अंजलीके कॉम्प्यूटरका बझर बजा. अंजलीने झटसे मुडकर अपने कॉम्प्यूटरके मॉनीटरकी तरफ देखा और फिरसे रिपोर्ट पढनेमें व्यस्त हो गई.

'' दो दिनसे मै देख रही हूं की जबभी चाटींगका बझर बजता है तुम सारे कामधाम छोडकर मॉनीटरकी तरफ देखती हो ... क्या किसीके मेसेजकी या मेलकी राह देख रही हो ? '' शरवरीने पुछा.

'' नहीतो ?'' अंजलीने कहा और फिरसे अपने टेबलपर रखे रिपोर्ट पढनेमें व्यस्त होगई, या कमसे कम वैसे जतानेकी कोशीश करने लगी. कॉम्प्यूटरका बझर फिरसे बजा. अंजलीने फिरसे छटसे मॉनीटरकी तरफ देखा और इस बार वह अपनी पहिएवाली कुर्सी झटकेसे घुमाकर कॉम्प्यूटरकी तरफ अपना रुख कर बैठ गई.

'' यह जरुर विवेकका मेसेज है '' शरवरी फिरसे उसे छेडते हूए बोली.

'' किस विवेकका ?'' अंजलीभी कुछ समझी नही ऐसा जताते हूए बोली.

'' किस विवेकका? ... वही जो उस दिन चॅटींगपर मिला था '' शरवरीभी उसे छोडनेके मुडमें नही थी.

'' यह तुम इतने यकिनके साथ कैसे कह सकती हो ?'' अंजलीने कॉम्प्यूटरपर काम करते हूए पुछा.

'' मॅडम आपके चेहरेकी लाली सब कुछ बता रही है '' शरवरी मुस्कुराते हूए बोली.

पहले तो अंजलीके चेहरेपर चोरी पकडने जैसे झेंपभरे भाव आ गए. लेकिन झटसे अपने आपको संभालते हूए वह शरवरीपर गुस्सा होते हूए बोली.

'' तूम जरा मेरा पिछा छोडोगी... कबसे मै देख रही हो मेरे पिछेही पडी हो... उधर बाहर देखो ऑफिसके कितने काम पेंडीग पडे हूए है.... वह जरा देखके आओ.. जाओ ..'' अंजलीने कहा.

अंजलीका इशारा समझकर शरवरी वहांसे उठ गई और मुस्कुराते हूए वहांसे चली गई.

शरवरी जानेके बाद अंजलीने झटसे कॉम्प्यूटर पर अभी अभी आया हूवा विवेकका मेसेज खोला.

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Re: Hindi Romantic, suspense Novel - ELove ( ई लव)

Unread post by jasmeet » 22 Dec 2016 10:48

CH- 9 हटके

अंजलीने कॉम्प्यूटरपर आया हुवा विवेकका चॅटींग मेसेज खोला तो सही, लेकिन खोलते वक्त उसका दिल जोर जोरसे धडक रहा था. उसे अपने इस बेचैन स्थितीपर खुदही आश्चर्य हो रहा था. उसने झटसे उसने भेजा हुवा मेसेज पढा -

'' हाय गुड मॉर्निंग ... हाऊ आर यू?'' उसके मेसेज विंडोमें लिखा था.

वह कही उसमें फसती तो नही जा रही है - इस बातकी उसने तस्सल्ली करते हूए बडी सावधानीसे जवाब टाईप किया -

'' फाईन...''

और अपने मनकी अधिरता वह भांप ना पाए इसलिए मनही मन सौ तक गिना और फिर काफी समय हो गया है इसकी तसल्ली करते हूए 'सेंड' बटनपर क्लीक किया.

'' कल मै बाहर गया था '' उधरसे तूरंत विवेकका मेसेज आ गया.

' तूम कल चॅटींगपर क्यो नही मिले ?' इस अंजलीके दिमागमें घुम रहे सवालका जवाब देकर उसने मानो उसके दिलका हाल जान लिया था ऐसा उसे लगा.

वह अपने मनको पढ तो नह सकता है? ...

अंजलीके मन मे आया.

'' अच्छा अच्छा '' उसने भी खबरदारी के तौरपर अपनी रुखी रुखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.

'' और कुछ पुछोगी नही ?'' उसने पुछा.

वह उसका मेसेज आनेके बाद जवाब देनेमें जानबुझकर देरी लगा रही थी, लेकिन उसके मेसेजेस तुरंत, मानो मेसेज मिलनेके पहलेही टाईप किए हो ऐसे जल्दी जल्दी आ रहे थे.

'' तूमही पुछो '' उसने रिप्लाय भेजा.

उसे लडकी देखनेके लिए लडका आनेके बाद, एक अलग कमरेमें जाकर जैसे बाते करते है, ऐसा लग रहा था.

'' अरे हां उस दिन मैने तुम्हे ब्लॅंक मेल इसलिए भेजी थी की मुझे तुम्हारी कुछभी जानकारी नही... फिर क्या लिखता ?... लेकिन मेल भेजे बिनाभी रहा नही जा रहा था ... इसलिए भेज दी ब्लॅंक मेल..''

फिर उसनेही पहल करते हूए पुछा, '' अच्छा तुम क्या करती हो? ... मेरा मतलब पढाई या जॉब?''

'' मैने बी. ई. कॉम्प्यूटर किया हूवा है ... और जी. एच. इन्फॉरमॅटीक्स इस खुदके कंपनीकी मै फिलहाल मॅनेजींग डायरेक्टर हूं '' उसने मेसेज भेजा.

उसे पता था की चॅटींगमें पहलेही खुदकी सच जानकारी देना खतरनाक हो सकता है. फिरभी वह खुदको रोक नही सकी, मानो जानकारी टाइप कर रही उंगलीयोंपर उसका कोई कन्ट्रोल नही रहा था.

"" अरे बापरे!.. '' उधरसे विवेककी प्रतिक्रिया आ गई.

'' तुम्हे तुम्हारे उम्रके बारेमें पुछा तो गुस्सा तो नही आएगा ?... नही ... मतलब मैने कही पढा है की लडकियोंको उनके उम्रके बारेमें पुछना अच्छा नही लगता है. ... '' उसने उसे बडी खबरदारीके साथ सवाल पुछा.

उसने भेजा , '' 23 साल''

'' अरे यह तो मुझे पताही था... मैने तुम्हारे मेल आयडीसे मालूम किया था.... सच कहूं ? तूमने जब बताया की तूम मॅनेजींग डायरेक्टर हो ... तो मेरे सामने एक 45-50 सालके वयस्क औरतकी तस्वीर आ गई थी... '' वह अब खुलकर बाते कर रहा था.

वह उसके खुले और मजाकिया अंदाजपर मनही मन मुस्कुरा रही थी. उसने उसके बारेमेंभी इंटरनेटपर सर्च कर जानकारी इकट्ठा की यह जानकर उसके खयालमें आगया था की वह भी उसके बारेमें उतनाही सिरीयस है.

'' तूमने तुम्हारी उम्र नही बताई ?...'' उसने सवाल किया.

'' मैने मेरे मेल ऍड्रेसकी जानकारीमें ... मेरी असली उम्र डाली हूई है ...'' उसका उधरसे मेसेज आया.

उसके इस जवाबसे उसे अहसास हूवा की वाकई वह बाकी लोगोसे कुछ हटके है.

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