उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, Novel

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 17:04

Famous thoughts -

When all think alike, no one is thinking very much.

---Walter Lippmann (1889-1974)


एक जगह रास्तेके किनारे दुर्घटनाग्रस्त सुझानकी कार उलटी पडी हूई थी. कारने एक बडेसे पेढके तनेको जोरकी टक्कर मारी थी. टक्कर इनते जोरसे बैठी थी की जहां टक्कर लगी थी वहां पेढके तनेका काफी हिस्सा उखड चूका था. कारके ड्रायव्हींग सिटपर अबभी सुझान जखमी हालमें पडी हूई थी. कारके दुसरी तरफ बैठी हूई स्टेलाकी आकृती कारके बाहर आ गई और पिछेके सिटपर बैठी हूई डॉ. स्टिव्हनकी आकृतीभी बाहर आ गई. बाहर आनेके बाद वे जख्मी हालमें पडे हूए सुझानके पास गए.

'' मैने उसे पहलेसेही चेतावनी दे रखी थी.... लेकिन उसने मेरा नही सुना '' डॉ. स्टिव्हन सुझानके पास आते हूए बोले.

स्टेलाने झुककर सुझानकी नब्ज टटोलनेका प्रयास किया. लेकिन उसके हाथमें उसकी कलाई नही आ रही थी. डॉ. स्टिव्हन उसके पास खडे होकर मनही मन मंद मुस्कुराते हूए उसकी तरफ देख रहे थे.

'' अब तुम्हे तुम्हारी हर आदत बदलनी पडेगी ... यहा सारे नियम अलग है '' डॉ. स्टिव्हनने कहा.

फिर स्टेलाने उसकी सांस चल रही है या नही यह गौरसे देखा.

'' थॅंक गॉड... उसकी सांसतो चल रही है ऐसा लग रहा है '' स्टेलाने कहा.

लेकिन कुछ खयालमें आए जैसे इधर उधर देखते हूए उसने कहा, '' लेकिन जाकोब कहा है ?''

स्टेला और डॉ. स्टिव्हनने उठकर खडे होते हूए इधर उधर अपनी नजर दौडाई. लेकिन जाकोबका कही अता पता नही था. स्टेला अब कारके दुसरी तरफ जाने लगी.

'' उसे हम बादमेभी ढूंड सकते है ... लेकिन पहले इसे बचाना सबसे जरुरी है ' डॉ. स्टिव्हनने कहा.

स्टेलाकोभी उनकी बात सही लगी. इसलिए वह फिरसे सुझानके पास चली गई और झुककर उसे आधार देनेका प्रयत्न करने लगी. लेकिन वह उसे आधार नही दे सकती यह उसके खयालमें आनेके बाद वह पलटकर डॉ. स्टिव्हनकी तरफ देखने लगी. उसे वह सुझानको मदद नही कर सकती है इस बातका बुरा लग रहा था. फिरसे वह उठ खडी हो गई और मददके लिए आसपास कुछ दिखता है क्या यह देखने लगी. लेकिन आसपास कोई नही था. रास्तेपर चारो ओर एकदम सन्नाटा छाया हूवा था और गहरा अंधेरा फैला हूवा था. वह अब सामने रास्तेपर कोई मददके लिए मिलता है क्या यह देखते हूए आगे बढने लगी. थोडा फासला चलनेके बाद वह दौडने लगी. उसे मालूम था की सुझानको अगर बचाना है तो जल्दी करनी पडेगी. आगे रास्तेपरभी कोई नही मिल रहा था. उसके चेहरेपर निराशा और मायूसी फैलने लगी थी. तभी एक कार तेजीसे उसके सामनेसे आती हूई दिखाई दी. उसने कार रोकनेके लिए हाथ हिलाया. लेकिन वह कार रुकी नही. फिर उसके खयालमें आगया की उस कार ड्रायव्हरको शायद वह दिखी नही होगी. इसलिए वह जोरसे उस कारके पिछे दौडने लगी. दौडते हूए उसके खयालमें आगया की वह इस रुपमें बहुत जोरसे, हवाकी तरह हलकी हो ऐसे दौड सकती है. दौडते हूए उसने उस तेजीसे दौडरहे कारमें प्रवेश किया. और फिर उसने उस ड्रायव्हरके शरीरमें प्रवेश कर सारे सुत्र अपने हाथमें लिए.

वह ड्रायव्हर अपनी कार तेज गतिसे जहां हादसा हूवा था उस जगहकी तरफ ध्यान ना देते हूए आगे निकल चूका था. दुर्घटनाके जगहसे कुछही अंतर तय करनेके बाद अचानक उस ड्रायव्हरने अपनी कार जोरसे ब्रेक दबाकर रोकी. और फीर कार मोडकर वह ड्रायव्हर जहां हादसा हूवा था उस जगहपर आ गया. अपनी कार रोककर ड्रायव्हर तुरंत अपने गाडीसे उतरा और सिधे सुझान जहां जख्मी हालतमें पडी हूई थी वहां दौडते हूए गया. ड्रायव्हरने उस उलटे कारका सामनेका दरवाजा खोलकर सुझानको बाहर निकाला. बाहर निकालकर, उसे उठाकर उसने सुझानको अपने कारके पिछले सिटपर सुलाया. ड्रायव्हरने पिछला दरवाजा बंद किया और एक पलभी ना गंवाते हूए अपनी ड्रायव्हींग सिटपर बैठकर गाडी तेज गतिमें दौडाई. धीरे धीरे अंधूकसा स्टेलाका साया ड्रायव्हरके शरीरमें दिखने लगा और डॉ. स्टिव्हनका साया सुझानके बगलमें, पिछले सिटपर अवतरीत हूवा.

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 17:05

Famous quotes -

Do just once what others say you can't do, and you will never pay attention to their limitations again.

James R. Cook


जब स्टेला हॉस्पीटलमें जा रही थी, उसे डॉ. स्टिव्हन दरवाजेमेंही बाहर आते हूए मिले. एकदुसरेके आमने सामने आतेही, '' जाकोब दिखाई दिया ?''

दोनोंका एकही सवाल था.

स्टेला थोडी चिंताग्रस्त दिखने लगी.

'' मैने उसे दुर्घटनाकी जगह, सुझान के घर, मेरे घर ... सब जगह ढूंढा ... लेकिन वह कही नही मिला '' स्टेलाने कहा.

'' मुझे तो चिंता हो रही है ... की इतनी मशक्कत के बाद मै उसे ढूंढनेमें कामयाब हो गई थी... और अब मै उसे कही फिरसे ना खो दूं ?'' स्टेलाने अपना डर जाहीर किया.

'' चिंता मत करो ... हम उसे ढूंढ लेंगे ...'' डॉ. स्टिव्हनने उसे सांत्वना देते हूए कहा.

फिर अचानक कुछ ध्यानमें आए जैसे उसने पुछा, '' तुमने उसे उस हवेलीमें ढूंढा ?''

'' नही.'' स्टेलाने कहा.

'' मुझे यकिन है ... वह वही होगा '' डॉ. स्टिव्हनने कहा.

अब कहां उसे राहतसी होने लगी.

'' सुझान कैसी है ?'' स्टेलाने पुछा.

'' नही मुझे मालूम नही ... मै भी अभी अभी यहां आया हूं '' डॉ. स्टिव्हनने कहा.

सुझान हॉस्पिटलके एक कमरेमें बेडपर लेटी हूई थी और डॉक्टर उसकी जांच कर रहे थे. सुझानका पती डॅनियल और स्टेलाका अदृष्य साया वहीं सुझानके बगलमें खडे होकर डॉक्टर क्या बताते है इसकी बेचैनीसे राह देख रहे थे. डॉक्टरने जांच खत्म की और कमरेके बाहर जाने लगे. स्टेलाकी रुह और डॅनियल डॉक्टरके पिछे पिछे जाने लगे.

'' डॉक्टर ... कैसी है वह ?'' डॅनियलने डॉक्टरके पिछे चलते हूए पुछा.

'' सब कुछ ठिक है ... वैसे चिंता करनेकी कोई जरुरत नही ...'' डॉक्टर आगे चलते हूए बोले.

स्टेलाकी रुह सुझानके पास वापस गई. डॉक्टर कमरेका दरवाजा खोलकर बाहर आ गए. डॅनियलभी उनके पिछे पिछे कमरेसे बाहर आ गया. बाहर आनेके बाद डॉक्टरके चलनेकी गति कम हो गई.

'' सच कहूं तो ... मुझे तुमसे एक महत्वपुर्ण बात करनी थी '' डॉक्टरने कहा.

अचानक डॅनियलके चेहरेपर फिर चिंता और मायूसी छा गई.

'' नही ... वैसे चिंता करनेवाली बात नही है .... आवो इधर मेरे साथ '' डॉक्टरने उसे आश्वस्त करते हूए कहा.

डॉक्टर अपने कॅबिनमे घुस गए और डॅनियलभी उनके पिछे पिछे कॅबिनमें गया.

डॅनियल और डॉक्टर जब कॅबिनमें गए तब वही सुझानके कमरेके बाहर डॉ. स्टिव्हनकी रुह बैठी हूई थी.

स्टेला सुझानके कमरेसे बाहर आ गई और वही बगलमें बैठे डॉ. स्टिव्हनके रुहके पास चली गई. डॉ. स्टिव्हनने उठकर खडे होते हूए पुछा, '' कैसी है वह ?''

तभी जल्दी जल्दी डॅनियल डॉक्टरके कॅबिनसे बाहर आ गया और लगभग दौडते हूए सुझानके कमरेमें घुस गया.

'' सबकुछ ठिक तो है ना ?'' डॉ. स्टिव्हनने डॅनियलको सुझानके कमरेमें दौडकर जाते हूए देखकर चिंतायूक्त स्वरमें पुछा.

'' वह अब ठिक है ... और खतरेसे बाहर है ... उसके चेहरेपर देखा कैसे खुशी समाए नही समा रही है '' स्टेलाने कहा.

स्टेला और डॉ. स्टिव्हनभी डॅनियलके पिछे पिछे सुझानके कमरेमें घुस गए.

डॅनियलने सुझानके कमरेमें आतेही प्यारभरी नजरसे उसकी तरफ देखते हूए उसके सरपरसे अपना हाथ फेरा. स्टेला और डॉ. स्टिवनकी रुह डॅनियलके बगलमें खडी होकर सुझानकी तरफ देखने लगी

'' ओ माय गॉड!'' तभी अचानक, चिंतायूक्त स्वर डॉ. स्टिव्हनके मुंहसे निकल गया.

डॉ. स्टिव्हनके चेहरेपर एकके बाद एक भाव आ रहे थे, कभी आश्चर्य, कभी डर तो कभी चिंताके भाव उनेके चेहरेपर दिखने लगे.

'' क्या हूवा ?'' स्टेलाने डॉ. स्टिव्हनके चेहरेकी तरफ देखते हूए घबराकर पुछा.

'' आखिर वही हुवा ... जिसकी आशंका थी '' डॉ. स्टिव्हनने कहा.

'' ऐसी पहेलियां मत बुझावो ... आप मुझे बताओगे... कि क्या हुवा ?'' स्टेलाने अधिर होकर पुछा.

'' देखो ... वह गर्भवती है ... और तुम्हारा जाकोब उसकी गर्भमें अटका हूवा है '' आखिर डॉ. स्टिव्हनने स्टेलाको बताया.

स्टेला तुरंत सुझानके गर्भमें ध्यान देकर देखने लगी. उसे जाकोबकी एकदम सुक्ष्म आकृती सुझानके गर्भमें अटकी हुई दिखाई देने लगी. ऐसा लग रहा था की वह सुक्ष्म आकृती कुछ बोलनेका प्रयास कर रही थी लेकिन स्टेलाको कुछ सुनाई नही दे रहा था. स्टेलाने उसे गर्भसे निकालनेका प्रयास किया, लेकिन व्यर्थ! अचानक सुझानके गर्भामें उपस्थित मांसका गोला अब जाकोबको खिंचकर अपने अंदर समा रहा था.

'' देखो ... वह अब अंदर खिंचा जा रहा है '' डॉ. स्टिव्हनने कहा.

जाकोब अब एक नलीकासे तेजिसे गुजरने लगा था.

'' देखो वह अब उस ट्यूबसे अंदर जा रहा है '' डॉ. स्टिव्हनने कहा.

स्टेला आश्चर्य और संभ्रमसे वह सारी घटना असाहायतापुर्वक देख रही थी. आखिर जाकोबकी वह आकृती सुझानके गर्भाशयमें बढ रहे उस गर्भमें पहूंच गई और गायब हो गई.

'' अब उसकी वहांसे मुक्ती नही ... वह पुरी तरहसे वहा बंधक बन चूका है ... वहभी एक तरहका ब्लॅकहोल है ... वह एक अलग दुनिया है ... जहांके सब कायदे नियम अलग है ...'' डॉ. स्टिव्हन बोल रहे थे..

'' ब्लॅक होल... अलग दुनिया?'' स्टेलाके मुंहसे आश्चर्यसे निकल गया.

'' हां ब्लॅक होल... एक अलग दुनियामें जानेका प्रवेशद्वार...'' डॉ. स्टिव्हनने कहा.

स्टेलाके चेहरेपर अब जुदाईका दर्द दिखने लगा. उसे अब पुरी तरह अहसास हो गया था की उसका जाकोब... उसका गिब्सन उससे दुर... बहुत दुर जा चूका है ...

उसकी आंखोसे आंसू बहने लगे थे.

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 17:05

Valuable thoughts

It is better to deserve honors and not have them than to have them and not deserve them.

---Mark Twain [Samuel Langhornne Clemens] (1835-1910)


शामका समय था. सुरज पश्चिमकी ओर डूबही रहा था. ऐसे समय पार्कमें सुझान और डॅनियल मखमलसे मुलायम हरे लॉनपर लेटे हूए थे और बह रहे ठंडे ठंडे झोंकोंका आनंद ले रहे थे. डॅनियलका सर सुझानकी गोदमें रखा हूवा था.

'' मानो ऐसा लग रहा है जैसे सबकुछ कल कल घटीत हूवा है ... समय कैसे बित गया कुछ पताही नही चला. '' डॅनियलने कहा.

सुझान उसके बालोंसे अपनी उंगलीयां फेरती हूई उसकी नक्कल उतारती हूई बोली,

'' ऐसा होता है ... प्यारमें ऐसा होता है कभी कभी ''

'' प्यारमें कभी कभी ... हमें एक पल मानो कितने साल जैसा लगता है ... और कभी कभी कितने साल एक पल जैसे लगते है ... मानो समयका सब परिमान बदल गया हो ... '' फिरसे वह उसकेही कभी बोले हूए वाक्य दोहराते हूए बोली.

डॅनियल उसकी तरफ देखते हूए मिठासा मुसकाया. उसे अपने बिवीपर गर्व हो रहा था.

उसे कैसे मेरी हर आदत, ... मेरी हर तरहा मालूम है ...

इतनाही नही तो मेरे कभी बोले हूए वाक्यभी वह याद रखती है ..

सचमुछ... आखिर प्यारका मतलब क्या है?...

एकदुसरेको पुरी तरहसे जाननेका नामही प्यार है...

एकदुसरेको पुरी तरहसे जाननेके बाद हमें एकदुसरेकी छोटी छोटी बातोंका खयाल रहता है...

डॅनियल सोच रहा था.

तभी कुछ याद आए जैसा वह एकदम उठकर बैठ गया.

'' गिब्सन कहां गया ?'' उसने बगीचेमे इधर उधर देखते हूए सुझानसे पुछा.

सुझानभी घबराकर उठकर खडी हो गई. और बगीचेमें इधर उधर जाते हूए गिब्सनको ढूंढने लगी. बगीचेमें एक तरफ डॅनियल तो दुसरी तरफ सुझान गिब्सनको ढूंढ रहे थे.

इधर उधर ताकते झांकते हूए सुझान गिब्सनको ढूंढते हूए एक पौधेके पास गई. उसकी ढूंढती हूई नजर एक जगह स्थिर हो गई. उसके चेहरेसे डर, चिंता जाकर अब उसकी जगह खुशी झलकने लगी.

'' तूम यहां क्या कर रहे हो बेटे ?'' सुझानने कहा. .

उसके सामने उनका 3-4 सालका लडका - गिब्सन मट्टी खेल रहा था. सुझान और डॅनियलने उनके लडकेका नाम सुझानके भाईके यादमें गिब्सनही रखा था.

'' मै मेरे दोस्तके साथ खेल रहा हूं '' वह छोटा गिब्सन अपने तोतले बोलसे बोला.

'' दोस्त ?... किधर है तुम्हारा दोस्त ?'' सुझानने आसपास ढूंढते हूए पुछा.

छोटे गिब्सनने इर्द गिर्द देखा और आवाज लगाई ,

'' स्टेला ... स्टेला तूम कहां हो ?''

एक 3-4 सालकी लडकी - स्टेला एक पौधेके पिछेसे दौडते हूएही उसके पास आ गई. वहभी मट्टी खेल रही थी और उसके छोटे छोटे हाथ मट्टी और किचडसे सने हूए थे.


समाप्त
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