Raj-Sharma-stories
चाचा बड़े जालिम हो तुम--6
गतान्क से आगे......
हरी रज़िया के मम्मे बेरहमी से निचोड़के अब फुल स्पीड से चुदाई करता बोला, "हां पता है बेटी यह मम्मे तेरे है, तेरी मा के नही, पर तेरी मा के मम्मे और चूत भी ऐसे ही होगी जवानी मैं इसलिए तेरी जैसी मस्त मुसलमान बेटी पैदा की उसने है ना? बेटी धीरे - धीरे चुदाई और मसलना तो तेरे मिया जैसे लोग करते है मेरे जैसे गर्म मर्द नही, तू बता आज मेरे साथ जितना नशा तुझे आया है पहले आया था कभी? रज़िया मैं हर चुदासी मुसलमान औरत को ऐसे ही चोदता हूँ क्योंकि तेरी जैसा गर्म पर अतृप्त औरत को असली लंड का मज़ा नही मिलता जो हम देते है."
अपनी मा का हरी से इतना गंदा ज़िक्र सुनके ना जाने क्यों रज़िया मे और जोश आया और हरी से चुदवाते स्माइल करते बोली, "चाचा, मैं मम्मो की नही, मेरी चूत की बात कर रही हूँ. मेरी अम्मी की चूत तो शायद अब ढीली हो चुकी है. हां पर आप जैसा मर्द उसे फिर से नौजवान बना सकता है. चाचा रहमान ने पहले दिन से मुझे ठीक से नही मसला तभी तो आपको मेरा यह ऐसा सख़्त जिस्म चोदने को मिला? नहीं तो अगर वो आप ही की तरह शुरू हो गया होता तो लटके हुए मम्मे और फैली हुई चूत मिलती ना?"
हरी रज़िया के पैर पेट पे मोडके दबाते चूत उप्पर उठाते चोद्ते बोला, "नही रज़िया बेटी, आगर तेरी मा को किसी मेरे जैसे तगड़े लॉड ने चोदा होगा तो ही तेरी मा की चूत ढीली हुई होगी, पर अगर सिर्फ़ तेरे बाप ने चोदा है उसे तो उसकी चूत भी अभी मस्त होगी. साली तू तो तेरी मा को सुलानेको तय्यार हो गई मेरे नीचे, बड़ी गर्मी है तेरी मुसलमान चूत मे. कोई बात नही रज़िया तेरी मा को भी मेरा लॉडा दूँगा और उसे भी नौजवान बना दूँगा. तेरी बात भी ठीक है रंडी, अगर पति ऐसे बेरहमी से मम्मे मसलता और चूत चोद्ता तो मुझे तो भोसड़ा मिलता चोदने. यह ले साली आज तेरी गर्मी निकालता हूँ."
पैर उपर उठाते ही रज़िया के मम्मे हरी के मूह के सामने आए जिन्हे हरी चाटने लगा. इस पोज़िशन मे लॉडा पूरा अंदर जाता था जिससे रज़िया के जिस्म मे मदहोशी फैलने लगी और वो हरी से बोली, "आह चाचा इतने उतावले मत हो. अभी तो पूरी रात है, आराम से कीजिए, अभी से पैर उठा लिए मैं झार जाउन्गि. पैर नीचे करके और गीला कीजिए मुझे और वैसे ही चोदो चाचा."
मूह के पास आए मम्मे बारी - बारी चूमते उनके निपल बाइट भी करते हरी बोला, " आरे बेटी, तुझे आज जिस सफ़र पे ले चला हूँ उसमे अकेली झड़ने नही दूँगा. जैसे तू झड़ने आएगी मैं चोदना बंद करके तेरे जिस्म से खेलके तुझे फिर गर्म करके चोदुन्गा. तुझे तो मैं पूरी रात इतना चोदुन्गा कि तू सुबह चल नही पाएगी. यह हरी चाचा का लॉडा है तेरे चूतिया पति की उंगली नही समझी? और बेटी तेरी मा के बारे मे बात क्यों बंद कर दी? अच्छा नही लगा मा को चोदने की बात निकली तो?"
अपने टाँगो की कैची करते उसे हरी की गांद पे दबाते रज़िया बोली, "हां चाचा, मैं जानती हूँ कि आज आप मेरा हाल खराब करनेवाले है और मैं उसके लिए तय्यार हूँ. और चाचा, इतना मस्त लंड मिले तो क्यों नही अपना हुस्न उसके नीचे लूटा दूँ मैं? रही अम्मी की बात तो मुझे कैसे पता उन्हे किसने चोदा है? हां लेकिन एक बार जब 2-3 महीने पहले उनको मैने कपड़े बदलते हुए देखा था तभी मैने जो देखा उस हिसाब से लगता है अम्मी को अब्बू के अलावा किसी पराए मर्द ने छुआ नही जिस तरह से आप बता रहे हो. लगता है अम्मी ने अब्बू के अलावा और किसी का हाथ नही लगने दिया अपनेबदन पे."
रज़िया का गोरा सीना चुम्के उनको काटते चुदाई के निशान उनपे छोड़ते हरी बोला, "रज़िया तू झाड़ भी गयी तो दुबारा तेरी चूत गर्म करके चोदुन्गा तुझे. आज तेरे मस्त मुसलमानी जिस्म पे मेरे हिंदू लंड की बेरहम चुदाई की छाप छोड़ जाउन्गा. तू जो बोल रही है उस हिसाब से तेरी मा ने जवानी गवा दी. बेटी तेरी मा मेरे हाथ आती तो उसका जिस्म मुझसे चुदवाके और सवर जाता."
रज़िया की चूत से लंड निकालके झटके से रज़िया को कुतिया बनाके झुकाके हरी अब पीछे से लंड चूत मे डालने लगा. पर रज़िया भी हरामी थी. वो हरी से खुदको छुड़ाकर टाँगे फैला कर हरी को अपने उप्पर खिचते लंड चूत पे रखते बोली, "चाचा मेरी रिदम टूट जाती हैऐसा करने से. आप एक ही पोज़िशन मे पहले यह चुदाई पूरी करो फिर दूसरी पोज़िशन मे लाके गरम करके चोदो. चाचा आप शायद ठीक कहते है, मेरी अम्मी ने सिर्फ़ अब्बू से चुदवाके जवानी का मज़ा नही लिया. आप उसे चोदना चाहते हो पर आप मेरी अम्मी को पटायांगे कैसे?"
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Re: चाचा बड़े जालिम हो तुम
रज़िया के इस आक्षन से गुस्सा होके हरी एक ही धक्के मे पूरा लॉडा चूत मे घुसाता है जिससे रज़िया ज़ोरो से उछलती है. जैसे रज़िया उछलती है तो उसका सीना उठता है. हरी रज़िया के मम्मे बेरहमी से पकड़के दबोचते नीचे चूत चोद्ते बोला, "मदरचोड़, तेरी मा की चूत, तू हरी चाचा को सिखाती है कैसे चोदना चाहिए तेरी जैसे रंडी को? तेरी मा की चूत, साली बहुत मुसलमान लड़किया मेरे लंड की शागिर्द है समझी?" ज़ोरो से रज़िया को चोद्ते अब ज़रा शांत होते हरी बोला, "बेटी अब तेरी मा को मुझसे कैसे चुदवाना है यह तुझे ही सोचना है, ऐसा समझ तेरी चूत की शांति के बदले तुझे तेरी मा को मुझसे चुदवाने की कीमत देनी होगी, बोल देगी ना?
रज़िया के पूरे गोरे जिस्म पे अपने रफ हाथ फेरते हरी उसे चोद रहा था. हरी के इस हमले से रज़िया बुरी तरह बौखला गयी. अपना जिस्म एकदम कड़क करके टाइट कर लेती है जिससे उसके मम्मे एकदम टाइट खड़े होते है और जिन्हे हरी बेरहमी से मसले जा रहा था. ऐसे बेरहमी से चुदवाने मे उसे मज़ा भी आ रहा था. हरी का मूह अपने निपल पे दबाते हुए रज़िया बोली, "आगगगगगगगघह, उम्म्म्म छ्चाआककचाअ और चोदो मुझे ऐसे. बड़ा अच्छा लग रहा है." हरी का माथा चूमते रज़िया आगे बोली,"चाचा मैं आपको मेरे घर का रास्ता, अड्रेस और फोन नंबर सब कुछ दूँगी पर आप बताइए मुझे मैं अपनी अम्मी से कैसे कहु कि आपसे चुदवा ले? आप ही कुछ टिप्स दीजिए ना? चाचा और आजसे समझाइये मैं भी आपकी शागिर्द हो गयी हूँ और जैसा आप बताएँगे चुदवा लूँगी."
हरी पूरा लंड बाहर निकलते ज़ोर्से उसे अंदर घुसाके चोद रहा था. रज़िया का पूरा जिस्म धक्को से थरथराता है जिसे मस्ती से सहलाके मसल्ते हरी बोला, " आरे घर का रास्ता और अड्रेस नही चाहाए. मैं चाहता हूँ कि तू मेरा लंड पकड़के मुझे तेरी मा की चूत तक पहुँचा समझी? हरामी रांड़, सब बात की टिप्स मैं दूँगा तो साली तू क्या सिर्फ़ नीचे लेट के चूत चुदवा लेगी. अपने हरी चाचा के लिए ज़रा दिमाग़ भी लगा, इससे तेरी मा को भी खुशी मिलेगी ना?"
इस बात पे हल्की हरामी स्माइल करते रज़िया बोली, "अर्रे चाचा दिमाग़ की क्या बात करते हो? अगर होता तो कब से आपके नीचे ना सो जाती, मेरी सास को यह कहने ना आना पड़ता ना कि हरी भाई मेरी बहू को चोद्के मुझे पोता दो."
हरी रज़िया की इस बात पे हड़बड़ाते चोदना बंद करते बोला, "क्या बोली तू? तेरी सास को यह कहने ना आना पड़ता? मतलब क्या इसका बेटी? तू बोलना क्या चाहती है कि तेरी सास ने हमे भेजा है यहा तेरी मुसलमान जवानी चोदने? इतनी गिरी लगती है तेरी सास तुझे रज़िया?"
रज़िया और हरामीपन करते हरी के गाल चाट के बोली, "चाचा मैने आप दोनो को देखा उस्दिन बंगले के बाहर बात करते. आपको कुछ पैसे भी देते देखा. ऊस्दिन से आप मुझसे बहुत बाते करने लगे. तो मुझे शक हुआ कि दाल मे कुछ काला है. जिस तरह आप मेरे पास आने लगे मैं समझी कि इन सब बातो को मेरी सास की मंज़ूरी है और इसलिए मैं भी आपके पास आने लगी. जब मेरी सास ने बेटी के घर जाने की बात की तब मुझे यकीन हुआ कि मेरा शक और पक्का होने लगा. जिस दिनसे सास बेटी के घर गयी आप और ही पास आने लगे, अब यह इत्तफ़ाक़ है या सही मैं ऐसा हुआ है उसका मुझे पता नही..लेकिन जो भी हुआ हो मेरे फ़ायदे के लिए हुआ, है ना? और हरी चाचा सच बोलो क्या आपको मेरी अम्मी मे इंटेरेस्ट है? आप उसे चोदना चाहते हो सच मे चाचा?"
Re: चाचा बड़े जालिम हो तुम
इस बात पे रज़िया की गांद मे 2 उंगलिया घुसाते निपल बाइट करते लंबे स्ट्रोक्स मारते हरीबोला, "ओ बेटी, तू बड़ी चालाक है. सब बातो की कड़ी बराबर जोड़ दी तूने. हां बेटी यह सच है कि तेरी सास ने उस्दिन मुझे बोला कि हरी भाई मुझे पोता चाहिए. मेरे बेटे मे दम नही और बहू इतनी बेशर्म नही कि बाहर मूह मारे. तुम हमे बहुत दिनो से जानते हो इसलिए तुम मुझे पोता दो. इसी लिए वो बेटी के घर गयी ताकि तू टेन्षन फ्री हो जाए और मेरे हाथ आ सके. बेटी मुझे तेरी सास ने 25000 देने का वादा किया है तुझे मा बनाने के लिए. रही तेरी मा की बात तो रज़िया रंडी, जिस मा ने तेरी जैसे बेटी पैदा की उसे ज़रूर चोदना चाहूँगा. तेरी मा की उमर और नाम तो बता मुझे बेटी."
अपना शक यकीन मे बदलते देख रज़िया खुश हुई. उसे इस बात की टेन्षन थी कि हरी से जब बच्चा हो और अगर वो रहमान और उससे अलग दिखे तो सास को शक होगा. पर जब उसकी सास ने ही हरी को उसे मा बनाने बोला है तो अब वो किसी से नही डरनेवाली थी. अब पूरे हरामी पन पे उतरते रज़िया बोली, "सच कहो चाचा आपका मेरी सास के साथ क्या रीलेशन है? देखो झूठ मत बोलना आज मुझसे. मैने आपको सब दिल खोलके बताया तो आप भी बताना. ओह्ह मेरी अम्मी को भी आप चोदना चाहते हो? अभी बेटी की तो पूरी चुदाई नही हुई और अभी से उसकी अम्मी को लेने का मन बना लिया? क्या बात है चाचा? चाचा मेरी अम्मी का नाम सलमा है, रंग गोरा और कद 5.6" है और क्या जानना चाहोगे उसके बारे मे आप?"
रज़िया के खुले मूह मे थूकते गंद से उंगली निकालके चाटने देते हरी बोला, "सच कहु बेटी तो सुन, तेरी सास को मैने आज तक चोदा नही और ना कभी चोदने की तमन्ना हुई. इसकी वजह यह है कि तेरी सास का जिस्म पहले से ढीला था और मुझे ऐसी औरतो मे दिलचस्पी नही. तेरी शादी के पहले जब तेरी सास यहा रहने आई 17 साल पहले उसके 2 साल मे तेरा ससुर गुजर गया पर तब भी तेरी सास को चोदने की तमन्ना नही हुई मुझे. हां पर तेरी मा को ज़रूर चोदुन्गा, नाम रंग और की तो अच्छी है पर उमर क्या है उसकी?"
हरी का थूकना रज़िया को ज़रा बुरा लगा पर फिर भी वो थूक निगलते अपनी गंद से निकली उंगली चाट के रज़िया बोली, "चाचा, अम्मी होगी कोई 48-49 की. हां लेकिन अगर आपको मेरी सासू जी मे मज़ा नही आया उनके ढीले बदन की वजह से तो मैं यह पक्के वादे के साथ कह सकती हूँ कि जिस हिसाब से मैने अपनी अम्मी का शरीर को देखा है उस हिसाब से उसमे तो आप गोते लगाएँगे. मानो आप जन्नत मे हो उस तरह से चोदन्गे आप उसे चाचा."
फिर रज़िया के मूह मे थूकते अब 3 उंगलिया गांद मे डालते दूसरे हाथ से निपल खिचते हरी बोला, " आरे बेटी तेरी सास का जिस्म ढीला है, 17 साल से उसे चोदने की तमन्ना नही हुई तो अब क्यों होगी? हां पर तेरी बातो से अब तेरी मा को चोदने की तमन्ना जाग गयी है. तू बोलती है वैसा जिस्म होगा उसका तो भगवान कसम तेरी मा को जन्नत की सैर कराउँगा. तेरी उस मस्त मा को भी मेरे लॉड का गुलाम बनाउन्गा. तेरी मा ने ऑपरेशन नही किया हो तो तुम मा बेटी को एक साथ बच्चा दूँगा मेरी रंडी बेटी."
अब रज़िया अपने आपको पूरा हरी की हवाले करते उसके लिप किस करते हरी का सीना चाट के बोली, "अब तुम उसे दुबारा अम्मी नही बना सकते चाचा. मेरे जनम के वक़्त ही कुछ प्रॉब्लम्स हुई थी तो डॉक्टर ने बोला कि दूसरा चान्स मत लेना. इसलिए तभी मा का ऑपरेशन हुआ था.” भाई लोगो अभी तक की कहानी आपको कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
क्रमशः.......