कश्मीर की कली compleet

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rajaarkey
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कश्मीर की कली compleet

Unread post by rajaarkey » 01 Nov 2014 23:12

Raj-Sharma-stories

कश्मीर की कली पार्ट--1

मेरा नाम तूबा है. मेरी करेंट एज 25 साल है. मैं, यूएसए में रहती हूँ. अभी अफीशियली शादी नही हुई है (यह स्टोरी में एक्सप्लेन करूँगी). में लाहोर , पाकिस्तान में ऐक कश्मीरी फॅमिली में पैदा हुई. जेसा के आपको पता हो गा के कश्मीरी लोग बोहत गोरे चिटे और इंतिहाई खूबसूरत होते हें, इसी तरहा में भी देखने में अपने गोरे रंग और ब्लू आइज़ की वजह से बिल्कुल अमेरिकन लगती हूं. मेरा जिस्म 18 साल की उमर में ही पूरी तरहा डेवेलप हो गया था और मेरा फिगर 34सी 30 34 हो गया था. मेरी शकल मेरे गोरे रंग और स्मूद स्किन की वजह से कुछ कुछ करीना कपूर से मिलती है मगर मेरा जिस्म करीना से कही ज़ियादा कर्वी और सेक्सी है. में जहाँ जाती हूँ लड़के मेरे दीवाने हो जाते हेँ.

पता नही क्या वजा थी के क़ुद्रत ने मुझे ऐक चीज़ से नही नवाज़ा था....... और वो है मेरा क़द (हाइट). मेरी हाइट 5' से भी थोरी कम है.... मुझे यह कॉंप्लेक्स हमेशा से रहा के मेरी हाइट बोहत कम है. मेने इसी कॉंप्लेक्स की वजा से हमेशा अपने वज़न का ख्याल रखा है.... मेरा वज़न 95 पाउंड्स है.... कभी कभी 100 पाउंड्स हो जाता है तो में डेइटिंग कर के कम करती हूँ. और वज़न कम होने की वजा से ही में इतनी सेक्सी लगती हूँ.

मेरी लाइफ में बोहत उतार चढ़ाव आये हेँ और मेरी यह कहानी उन्ही पर आधारित है. में 8 साल की थी जब मेरे अब्बू का दिल के दौरे से इंतिक़ाल हो गया और में अपनी अम्मी और ऐक बड़े भाई (सलमान भाई) जो मुझ से 12 साल बड़े हेँ के साथ इस दुनिया में अकेली रह गयी... अब्बू के जाने से हम सब बोहत दुखी हो गये... लेकिन लाइफ तो रुकती नही चलती रहती है.... अब्बू का अपना बिज़्नेस था और वो बोहत दौलत छोड़ कर गये थे इस लिये कभी कोई फाइनान्षियल प्राब्लम नही हुई. लाइफ इसी तरहा गुज़रती रही और धीरे धीरे अब्बू के बाघैर ही हम सब ने जीना सीख लिया. में 18 साल की थी जब सलमान भाई ने 27 साल की उमर में हमारी फुप्पो की बेटी अनाम से शादी कर ली. अनाम भाबी मुझ से 7 साल बड़ी थी... अनाम भाबी हमेशा मुझे छोटी बहन की तरहा चाहती थी, बोहत प्यार करती थी और कभी कभी मेरी ग़लतियो पर बोहत डाँट भी देती थी....ऐक दो बार मेरी पिटाई भी कर चुकी थी... मुझे उन से बोहत प्यार था मगर में उन से डरती भी बोहत थी...

अनाम भाबी खुद भी कश्मीरी होने की वजा से बोहत खूबसूरत थी... फिगर एग्ज़ॅक्ट्ली मेरी ही तरहा था मगर उनका क़द (हाइट) 5'6" होने की वजा से सलमान भाई की हाइट 6'2" के साथ बोहत अछी लगती थी... शादी के ऐक साल बाद सलमान भाई को यूएसए के स्टेट डेप्ट. से ऐक बोहत अछी जॉब ऑफर हुई और वो मुझे और अम्मी को रोता छोड़ कर अनाम भाबी के साथ यूएसए में शिफ्ट हो गये...में उस वक़्त 20 साल की होने वाली थी..

सलमान भाई के यूएसए मूव होने के कोई 6 मॉत्स बाद मुझ पर ऐक और क़यामत टूटी.... मेरी अम्मी भी दिल का दौरा पड़ने से अचानक इस दुनिया से रुखसत हो गयी...और में अब इस दुनिया में बिल्कुल अकेली रह गयी. अम्मी के मरने पर सलमान भाई और अनाम भाबी यूएसए से फॉरन लाहोर पोहन्च गये. में 20 साल की थी, हमारे रिश्ता दार तो बोहत थे मगर सलमान भी मुझे अकेला नही छोड़ना चाहते थे इस लिये वो मेरे वीसा का बंदोबस्त कर के ही आये थे.... उनका स्टेट डेप्ट. में जॉब करना काम आ गया. अम्मी के मरने के 2 वीक्स के बाद हम तीनो लाहोर से , यूएसए आ गये.....

शुरू शुरू में तो वान्हा में मेरा दिल बिल्कुल नही लगा लेकिन जब सलमान भाई ने मुझे स्कूल में दाखला दिला दिया तो में वहाँ की लाइफ की आदि होती गयी. हो सकता है मेरी कहानी में यह सब डीटेल्स आपको बोरिंग लगें मगर इस के बगैर इस कहानी को लिखना मुमकिन नही था मेरे लिये.

अब में शुरू करती हूँ कहानी का वो हिस्सा जिस की वजा से आप यह कहानी पढ़ रहे हेँ...

मुझे यूएसए आये हुए तक़रीबन 6 मंत हो चुके थे. में अभी भी वर्जिन थी, मुझे सेक्स के बारे में कुछ ज़ियादा नही पता था. मेरी लाइफ में सेक्स के पॉइंट ऑफ व्यू से सिर्फ़ ऐक मरद आया था और वो भी ज़बरदस्ती. यह बात है कोई 8 मंत्स पहले की है जब सलमान भाई और अनाम भाबी यूएसए चले गये थे और में अम्मी के साथ अकेली रहती थी... अक्सर हमारे रिश्तदार हमारे घर आते रहते थे अम्मी और मेरी खबर गीरी के लिये. ख़ास तौर पर अनाम भाबी के अब्बू. वो मेरे फ़ुप्पा लगते थे और में उनको ज़फ़र अंकल कहती थी... वो इस लिये भी शायद ज़ियादा आते थे क्यों के उनका हमसे अनाम भाबी की वजा से डबल रिश्ता था...

rajaarkey
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Re: कश्मीर की कली

Unread post by rajaarkey » 01 Nov 2014 23:12


ऐक दिन अम्मी मुहल्ले में कही गयी हुई थी में घर पर अकेली थी और अपने रूम में इंटरनेट पर सेक्स मूवी देख रही थी... में चेर पर शलवार उतार कर बैठी थी. मैने नीचे अडरवेर भी नही पहना था और मूवी देखते हुए धीरे धीरे अपनी चूत से खैल रही थी.... मेरे दिमाग़ में यही था के घर का डोर लॉक है और कोई भी घर में नही आ सकता बगैर डोर बेल के... मगर इसको मेरी बाद-क़िस्मती कहें या कुछ और के ऐसा नही था... मूवी में पिछले 20 मिनिट्स से ऐक मरद अपने बोहत बड़े लंड से ऐक मेरे जेसी स्लिम और सेक्शी लड़की को बोहत बे-दरदी से चोद रहा था और अब अपना पानी निकालने ही वाला था.... में जब भी सेक्स मूवीस देख कर मास्टरबेशन करती तो में कुछ ऐसै खुद को टाइम करती के जब मरद अपनी कम निकालता तो ठीक उसी वक़्त में भी तेज तेज अपनी चूत का दाना रगड़ कर झाड़ जाती...

और इस मूवी में अब वो टाइम आने ही वाला था.... मेरी फिंगर्स तेज़ी से मेरी चूत का मसाज कर रही थी और मैं झड़ने के करीब ही थी के... अचानक मुझे फील हुआ के कोई मेरे पीछे खड़ा है... मेने घबरा कर पीछे देखा तो ज़फ़र अंकल पीछे खड़े थे और अपनी शलवार के ऊपेर से ही अपना लंड मसल रहे थे. शलवार को देख कर मुझे अंदाज़ा हो गया के अंकल का लंड पूरी तैयारी से खड़ा है.... शायद वो बोहत देर से मुझे देख रहे थे.... मेरी तो जान ही निकल गयी, मेरा रंग शरम और डर से सफैद हो गया और शायद में बेहोश हो जाती मगर ज़फ़र अंकल ने कोई बात करे बगैर आगे झुक कर मेरे लिप्स पर अपने लिप्स रख दिये और उनको चूसने लगे और अपने हाथ से मेरी चुचि का दाना मसलने लगे....

वो तेज़ी से मेरी चुचि रग़ाद रहे थे.... मेने अपना मूँह दूसरी तरफ कर के उनसे रोते हुए कहा....ज़फ़र अंकल.... यह क्या कर रहे हैं.... में आपकी बेटी हूँ.... प्ल्ज़ ऐसा ना करें...मगर ज़फ़र अंकल को मेरी कोई बात, मेरी कोई फर्याद सुनाई ना दी और वो और भी तेज़ी से मेरी चुचि का दाना मसलने लगे.. मेरा दिल करा के में उनको धक्का दूँ और जल्दी से बाहर भाग जाऊं मगर....... यह फर्स्ट टाइम था के किसी मरद का हाथ मेरी चुचि से टच हुआ था.... मेरा जिस्म ऐक अजीब से मज़े से बिल्कुल फ़्रीज़ हो चुका था.... में उनको चाहते हुए भी धक्का दे कर ना भाग सकी... और फ्यू सेकेंड्स के बाद ही मेने नीचे से अपनी छाती उनके हॅंड की तरफ पुश करना शुरू कर दी....

ज़फ़र अंकल ने ना जाने कब दूसरे हाथ से अपनी शलवार का अज़रबंद खोल कर अपनी शलवार उतार दी और मेरा सीधा हाथ पकड़ कर अपना स्टील की रोड जेसा सख़्त लंड मेरे हाथ में पकड़ा दिया.... और मेरे हाथ से अपने लंड की मास्टरबेशन शुरू कर दी... यह सब कुछ इतना अचानक हुआ के मुझे कुछ भी सोचने का मोका नही मिला और फिर अंकल ऐक एक्सपीरियेन्स्ड मरद थे वो अपने हाथ से बोहत ही एक्सपर्ट की तरहा मेरी चूत मसल रहे थे... में जब झाड़ने के बिल्कुल करीब हो जाती तो वो मेरी चूत पर हाथ का प्रेशर कम कर देते और उसकी पोज़िशन चेंज कर लेते.... वो मुझे तडपा रहे थे.... मेंझड़ने के लिये तड़प रही थी मगर वो मुझे झड़ने नही दे रहे थे....

वो मेरे कान में बोले जब तक मेरा पानी नही निकलता में तुम को भी नही झड़ने दूँगा.... यह कह कर उन्हों ने मुझे बालों से पकड़ कर ऊपेर की तरफ खींचा जिस से मेरा मूँह खुल गया... और इस से पहले के में कुछ समझती अंकल ने अपना लंड मेरे मूँह में घुस्सा कर धीरे धीरे धक्के मार कर मेरा मूँह चोदना शुरू कर दिया.... मेने यह सब बोहत दफ़ा इंटरनेट पर देखा था और मुझे देखने में बोहत सेक्सी लगता था मगर इस वक़्त जब के मेरे मूँह में ऐक मरद का लंड था, मुझे बोहात घिंन आ रही थी... मुझे लगा में उल्टी कर दूँगी... अंकल बोले इसको अछी तरहा चूसो.... मेरा पानी निकलने ही वाला है....अंकल की फिंगर से तेज़ी से मेरी चूत मसलना शुरू हो गयी.... में मज़े से बिल्कुल पागल हो चुकी थी.... मेने भी तेज़ी से अंकल का लंड लॉली पोप की तरहा चूसना शुरू कर दिया.....

rajaarkey
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Re: कश्मीर की कली

Unread post by rajaarkey » 01 Nov 2014 23:13


अंकल बोले.... तूबा बेटी दाँत नही दाँत नही.... में हैरान हो गयी, यह केसा इंसान है... मेरा मूँह अपने मोटे लंड से चोद रहा है और मुझे बेटी भी कह रहा है. में फिर से अपने झड़ने के मज़े में यह सब भूल कर पूरे जोश से अंकल का लंडदाँत मारे बाघैर चूसने लगी और नीचे से अपनी चूत अंकल के हाथ की तरफ तेज़ी से पुश करने लगी..... और फिर में झड़ने लगी.... मुझे झड़ने का ऐसा मज़ा पहले कभी नही आया था.... मेरे जिस्म को झटके लग रहे थे .... मुझे इस तरहा झड़ते देख कर अंकल भी झड़ने लगे.... मुझे ऐक दम ऐसा लगा जेसे अंकल ने मेरे मूँह के अंदर पिशाब कर दिया हो.... मेने ऐक दम अंकल का लंड मूँह से निकाल दिया मगर अंकल की कम की फर्स्ट पिचकारी सीधी मेरे हलक़ में गयी थी जिसको पीने के इलावा मेरे पास और कोई रास्ता ना था... मेने जब अंकल का लंड मूँह से निकाल दिया तो अंकल ने अपने हाथ से अपनी मूठ मारना शुरू कर दी और उनके लंड से वाइट और गाढ़ी, थिक कम की पिचकारियाँ निकल कर मेरे फेस, मेरे हेर और मेरी कमीज़ पर गिरती रही.... अंकल ने फारिघ् हो कर मेरी कमीज़ से अपना लंड साफ किया और तेज़ी से अपनी शलवार पहन ली और बोले.... इस बात का अगर किसी को पता चला तो यह समझ लो तुम से सारी लाइफ कोई शादी नही करे गा.... यह बस हम दोनो का सीक्रेट रहना चाहिये और हां... अंकल ने मेरी चूत में थोरी सी फिंगर डाली और बोले.... नेक्स्ट टाइम जो आज तुम्हारे मूँह में था यहाँ इस जगह होगा....तुम बोहत सेक्सी हो, आइ लव यू.... इस को सीक्रेट रखना...फिर उन्हों नई मेरे लिप्स पर ऐक किस की और तेज़ी से घर से निकल कर चले गये.... में इसके बाद थोरी देर तक पिछले फ्यू मिनिट्स के बारे में सोचती रही फिर जल्दी से उठ कर में ने अपना हुल्या ठीक किया, दूसरे कपड़े पहने .... मेने यह बात किसी को नही बताई मगर उस दिन के बाद मेने अंकल की हज़ार कोशिश के बावजूद कोई ऐसा मोका ना आने दिया के अंकल मेरी चूत मार सकते...
दोस्तो कहानी थोड़ी लंबी है इसलिए मैने इस कहानी को 9 भाग मे लिखा है कहानी आपको कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा क्रमशः..............



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