मेरा चोदू परिवार compleet

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rajaarkey
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मेरा चोदू परिवार compleet

Unread post by rajaarkey » 01 Nov 2014 23:56

Raj-Sharma-stories
मेरा चोदू परिवार
हेल्लो दोस्तों मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और नई कहानी लेकर हाजिर हूँ ये कहानी मेरी पत्नी निधि की ज़ुबानी....

मेरा नाम निधि है। और यह मेरे परिवार की कहानी है। मेरी ससुराल की। मेरी शादी को ६ महीने हो गए है अब। मेरे परिवार में मेरे सास, ससुर, देवर और उसकी बीवी और ननद और उसका पति हैं। मेरी ननद और ओका पति हमारे ही साथ रहना पसंद करते है, और क्यों यह आपको जल्दी पता चल जाएगा।



मैं कहानी की शुरुआत अपनी शादी की पहली रात से करती हूँ। सब गाजे बाजों के बाद मेरी डोली घर आई। में अपने रूम में बैठी अपने पति राज का इंतज़ार कर रही थी। राज एक बहुत ही सुंदर नौजवान है। तक़रीबन ६ फ़ुट कद और बलिष्ठ शरीर है उसका। रंग गोरा और घुंगराले बाल। में तो पहली नज़र में ही प्यार करने लगी थी राज से।




मैंने लाल रंग की लहंगा चोली पहनी हुई थी और बेद पर बैठ राज का इंतज़ार कर रही थी। तभी दरवाज़ा हलके से खुला और राज शादी की शेरवानी में अन्दर आ गया।


- हेल्लो निधि, कैसी हो...


- हेल्लो राज। ठीक हूँ। नई नई शादी शुदा दुल्हन हूँ तो शर्मा कर बैठी हूँ।


- हा हा हा... वोह में भी देख रहा हूँ।


- राज... सुहागरात पर क्या होता है। मैंने कभी सुहागरात नहीं मनाई।


- अच्छा जी, तो जो हम अब तक कर रहे थे वोह क्या था।


- वोह तो हम वैसे ही चुदाई कर के देख रहे थे के हम कैसे है। वैसे राज तेरा लॅंड बड़ा ही मस्त है। तुझसे चुदने के बाद ही मैंने फ़ैसला किया के तुझसे शादी करुँगी।


- तू भी बहुत मस्त बंदी है निधि। तेरी जैसी चुद्दकद लड़की मैंने कभी नहीं चोदी।


- और अब तो हम शादी शुदा मियां बीवी है। कोई रोक टोक नहीं हमारी चुदाई में।


अब राज मेरे बगल में ही बैठा था। उसने अपनी शेरवानी उतर दी थी और उसका मज़बूत शरीर मेरे सामने था। मेरे पास बैठ कर उसने मुझे बाँहों में भर लिए और मेरा मुह चूम लिया। धीरे से उसने अपनी जीभ मेरे मुह के अन्दर डाल दी और चारो तरफ़ फिराने लगा। उसके हाथ मेरे बूब्स को चोली के ऊपर से ही सहला रहे थे। मेरा हाथ भी राज की छाती से होता हुआ उसके पजामे के ऊपर आ गया और उसके लंड को में सहलाने लगी। राज का लंड एकदम तन्नाया हुआ खड़ा था। मैंने उसके पजामे का नाडा खोल दिया और राज ने अपनी गांड ऊपर उठाई तो मैंने पजामा निचे सरका दिया। राज भी अब तक मेरी चोली उतार चुका था और ब्रा के हुक खोल दिए थे। मैंने भी अब उसका अंडरवियर उतार कर लंड अपने हाथ में लेकर मसलने लगी। और राज मेरी ब्रा उतारने के बाद मेरे बूब्स को सहलाने लगा।


- हाई राज... क्या मस्त लंड खड़ा है तेरा। क्या मैंने इसे खड़ा किया है।


- और क्या मेरी रानी, तेरी जवानी देख कर ही तो यह खड़ा हो गया है। तेरे बूब्स का तो मैं दीवाना हूँ निधि। क्या मस्त बड़े मदे और रसीले बूब्स है तेरे। ला पहले इनको चूसने दे।


और राज एक हाथ से मेरे बूब्स सहलाने लगा और अपना मुह से मेरे निप्प्लेस चूसने लगा। दूसरा हाथ से उसने मेरी सलवार खोल कर उतार दी और मेरी चूत को पैंटी के ऊपर से सहलाने लगा। मेरी चूत बुरी तरह गीली हो चुकी थी। राज का हाथ धीरे से मेरी पैंटी के अंदर गया और मेरी चूत में ऊँगली करने लगा। मैं अभी भी उसके लौडे को सहला रही थी। राज ने मेरी पैंटी निचे खिसका दी और उसका हाथ अब मेरी चूत को तेजी से सहला रहा था। मैं और राज अब दोनों ही पूरी तरह नंगे थे। राज का ७ इंच का लौदा मेर हाथ में उचल रहा था और मेरा मन उसको मुह में लेने का हो रहा था।




- राज मुझे तेरा लौदा चुसना है। इतना बड़ा लौदा लेकर मेरा मुह मस्त हो जाएगा।


- तो ले न रानी, तुझे कब मन है। यह अब तेरा ही तो लौदा है। रुक मैं तेरी चूत चुसुंगा और तू मेरा लौदा चूस। हम दोनों ६९ पोसिशन में आ जातें हैं।


और राज उल्टा होकर मेरी चूत चाटने लगा और अपना लौदा मेरे मुह में दे दिया। उसका गुलाबी लंड मेरे मुह के अन्दर बहार होने लगा। राज अपनी जीभ से मेरी चूत चाटने लगा। अपनी उँगलियों से उसने मेरी चूत का दरवाज़ा खोला और अपनी पुरी जीभ मेरी गीली चूत के अन्दर दाल कर चूसने लगा। मैं भी राज का पुरा लौदा अपने मुह में डाल कर चूस रही थी। बीच बीच में लंड को निकाल मैं उसके तत्ते चाटने लगती। राज ने अपने लंड से बाल एकदम साफ़ किए हुए थे। और मेरी भी चूत एकदम चिकनी थी जिस पर एक भी बाल नहीं था।

rajaarkey
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Re: मेरा चोदू परिवार

Unread post by rajaarkey » 01 Nov 2014 23:56



- हईई राज चोद मेरी चूत अपने जीभ से। देख कितनी गीली है।


- हाँ निधि पहले इसको जीभ से चोदुंगा और फिर अपने मोटे लंड से।


राज के लंड से उसके वीर्य भी टपकने लगा था जिसको मैंने चाट लिया।


- राज तेरा वीर्य बड़ा स्वादिष्ट है। तुने पहले कभी नहीं चखाया।


- अब जितना चाहेगी उतना मिलेगा निधि। चिंता मत कर


अब राज ने मुझे बिस्तर पर लेटाया और अपना लंड मेरी चूत के दरवाज़े पर रख दिया और एक ही झटके में पुरा का पुरा अन्दर डाल दिया।


- हाआआआआईईईईईईईइ मजा आ गया राज। ज़ोर से चोद मुझे। अपनी रंडी बीवी को चोद ज़ोर ज़ोर से।


- आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह निधि तेरी चूत अभी भी टाइट है रानीमेरा लंड भी मस्त हो गया तेरी चूत पाकर।


अब राज ज़ोर ज़ोर से धक्के लगाने लगा। मेरी चूत अब जम कर पानी छोड़ रही थी। राज के भी धक्के अब तेज़ होते जा रहे थे।


- आआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह निधि मेरा छुटने वाला है।


- राज अपनावीर्य मेरे मुह पर छोड़। मुझे तेरे वीर्य में नहाना है। और तेरा वीर्य पीना है। बहुत स्वादिष्ट है तेरा वीर्य।


राज ने अपने धक्के और तेज़ कर दिए और एक झटके में अपना लंड निकाल मेरे मुह की तरह कर दिया। मैंने राज का लंड अपने मुह में ले लिया और अपने पानी से भरा लंड चूसने लगी। और जैसे ही लगा के वोह अब छुटने वाला है, उसका लंड हाथ में लेकर मुठ मारने लगी। २ ही सेकंड में राज के लंड ने पानी की पिचकारी मेरे मुह पर डालनी सुरु कर दी। और मेरा पुरा मुह उसके वीर्य से भर गया। मैंने अपने हाथ से उसको पहले अपने चेहरे पर फैला दिया और फ़िर ऊँगली से अपने मुह के अन्दर डालने लगी




- मजा आ गया निधि ऐसी चुदाई के बाद। तू मस्त रंडी है रानी।


- मैं भी मस्त हो गई तेरा लंड पाकर राज। मेरी चूत न कभी भी इतना पानी नहीं छोड़ा


राज मेरी बगल में आकर लेट गया और मेरा मुह चूमने लगा जिसपर अभी भी उसका वीर्य लगा था। और हलके से मेरे बूब्स सहलाने लगा। मैंने उसका मुरझाया लंड अपने हाथ में सहलाने लगी।


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अभी हम लेटे ही थे के हमारा दरवाज़ा खुला। और मेरा देवर नीरज अपनी बीवी मनीषा के साथ अन्दर आ गया।


- वूऊऊव्व्व्व तो सुहागरात मनाई गई है .... नीरज बोला जो अपनी बीवी के साथ एकदम ही नंगा था।


नीरज का लंड मुरझाया हुआ था अभी पर फिर भी राज के लंड के जैसे ही लंबा और मोटा लग रहा था। मनीषा के बूब्स बड़े बड़े और गोल गोल थे और सबसे प्यारे उसके गुलाबी निप्पल थे जो एकदम खड़े थे।


राज मुझे अपने परिवार के बारे में पहले ही बता चुका था के यहाँ सब खुला है और इसलिए मुझे हैरानी नहीं हुई। हम आराम से वैसे ही लेटे रहे, अभी भी राज मेरे बूब्स सहला रहा था और उसका लंड मेरे हाथ में था।


- आओ नीरज भैय्या, आपके बिना सुहागरात कैसे पुरी हो सकती है। आओ मनीषा तुम भी। वो नीरज भैय्या, मैं आपको पहली बार नंगा देख रही हूँ और आप भी अपने भाई से कम नहीं हो। और मनीषा की जवानी भी मस्त लग रही है।


- भाभी मनीषा भी आपके साथ सुहागरात का मजा लेना चाहती थी तो हम यहीं चले आए... नीरज बोला।


- अरे आ न नीरज, हमें भी और मजा आएगा। मैं अभी ही तेरी भाभी को चोद कर हटा हूँ।


नीरज मेरे बगल में आकर लेट गया और मेरा मुह चूमने लगा। मनीषा राज की टांगो के बिच बैठ गई और उसका लंड अपने मुह में ले लिया और चूसने लगी।

rajaarkey
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Re: मेरा चोदू परिवार

Unread post by rajaarkey » 01 Nov 2014 23:57




- भाभी, राज ने अपना वीर्य तेरे मुह पर डाला था। अभी तक उसके वीर्य का स्वाद है तेरे चेहरे पर... नीरज बोला


- हाँ भैय्या, मुझे राज का वीर्य अपने चेहरे पर बहुत अच्छा लगता है। तू भी अपना वीर्य मेरे ऊपर ही डालना।


- हाँ भाभी, मुझे भी वीर्य अपने ऊपर पसंद आता है... मनीषा बोली और राज का लंड फ़िर चूसने लगी।


- देखा भाभी मनीषा बिल्कुल भी वक्त ख़राब नहीं करती। आते ही अपने काम पे लग गई है.... नीरज बोला


मनीषा अपना सर अब ज़ोर से ऊपर नीचे कर राज का लंड चूस रही थी। राज का लंड फ़िर खड़ा हो चुका था और वोह मनीषा के बूब्स ज़ोर ज़ोर से मसल रहा था। मैं भी नीरज का लंड हाथ में लेकर उसको ऊपर निचे करने लगी।


- नीरज अपने लंड मेरे मुह में डाल न। मुझे तेरा लंड चुसना है। देखूं तो तेरे लंड का कैसा स्वाद है।


नीरज उठ कर मेरे बूब्स पर बैठ गया और अपना लंड मेरे मुह में डाल दिया। मैं भी अपना सर आगे पीछे कर उसके लंड को चूसने लगी।


- और राज कैसी लगी हमारी भाभी तुझे। मनीषा से ज़्यादा चुड़क्कड़ है या कम... नीरज ने राज से पूछा


- नीरज तुझे अभी पता चल जाएगा यार... निधि मनीषा से कम नहीं है.... राज ने जवाब दिया


- हाँ और निधि के बूब्स भी बहुत प्यारे है। मैं तो इनको भी चोदुंगा... नीरज बोला


- जो चाहे कर यार... तेरी भाभी मस्त रांड है... इसको चुदाई दिन रात पसंद है... जैसे चाहे वैसे चोद इस रंडी को।


- राज भैय्या क्या मैं कम रंडी हूँ... मनीषा बोली... क्या मैंने आपको कभी कमी आने दी है... मेरी चूत तो हमेशा सबके लिए तैयार रहती है... अभी अभी जीजू ने भी चोदा है और अब वोह दीदी को चोद रहे है...


- अरे नहीं मनीषा रानी... तू भी मेरी प्यारी रांड है... बस बिधि अभी नई नई है.... राज बोला


- मैं मजाक कर रही थी राज ... और आप सीरियस हो गए...


मनीषा ने राज का लंड से मुह उठा कर मेरी चूत में अपनी जीभ डाल दी...


- वाह निधि बहुत गीली चूत है तेरी... अभी तक राज का पानी भरा है इसमे... मजा आगया


मैंने नीरज का लंड मुह से निकाल राज को बोला....


- राज तू अब अपना लंड मेरे मुह में डाल और नीरज तू मेरी चूत चोद मैं भी तो देखूं मेरे देवर का लंड कैसा है। और मनीषा तू इधर आ मेरे पास और मुझे तेरे बूब्स से खेलना है। वह रानी क्या बूब्स हैं तेरे रांड। तभी तुने सबको दीवाना बना रखा है।


- नहीं भाभी सिर्फ़ बूब्स ही नहीं मेरे तो सारे छेदों ने पुरे घर को दीवाना बना दिया है। तू देखना यहाँ सब कैसे सबका ख्याल रखते हैं। तेरी चूत कभी भी खली नहीं रहेगी.... मनीषा बोली।
क्रमशः...............................




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