मैं और मेरी बहू compleet

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raj..
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Re: मैं और मेरी बहू

Unread post by raj.. » 04 Nov 2014 01:10

बाकी का पूरा दिन हम सब मज़े करते रहे. हँसना, चुटकुले सुनना, खाना खाना और सबसे अहम बात चुदाई करना. आख़िर रात के खाने के बाद फिर सोने का समय आ गया. हर बार की तरह प्रशांत ने रश्मि के साथ सोना पसंद किया. बबिता ने कोई ऐतराज़ नही किया क्यों कि आज की रात वो सोना चाहती थी.

शुक्रवार : प्रशांत का परिवार के साथ शामिल होना

दूसरे दिन प्रशांत के अलावा सब सुबह देर तक सोते रहे. प्रशांत जल्दी ही उठ गया था और नहा धो कर अपने ऑफीस काम पर चला गया. हर कोई किसी के उठने के इंतेज़ार मे बिस्तर मे पड़ा रहा. आख़िर जब सब कोई नीचे किचन मे पहुँचे तो दोपहर के खाने का समय हो चुका था. सभी ने सिर्फ़ चाइ कॉफी पी.

खाने के लिए हम सब घर के बाहर निकले जिससे थोड़ी सैर भी हो जाए. करीब के ही रेस्टोरेंट मे हमने खाना खाया और जब घर की ओर बढ़ रहे थे तो हल्की बारिश शुरू हो गयी थी. घर पहुँचते पहुँचते हम सब पूरी तरह भीग चुके थे.

हम सभी ने कपड़े बदले और हॉल मे आकर गेम खेलने लगे. गेम खेलते खेलते फिर सब वहीं आकर टिक गये. चुदाई पर.

"असली खेल तो अब शुरू होगा." कहकर रश्मि ने अपने कपड़े उतार दिए.

राज और रवि ने भी रश्मि को देख अपने कपड़े उतारे, "सन्नी तुम किसका इंतेज़ार कर रहे हो, देखते नही औरतें अपने कपड़े उतार चुकी है." रवि ने कहा.

सन्नी ने शरमाते हुए अपने कपड़े उतारे. उसका लंड पहले से ही तन कर खड़ा था. मेने बबिता की ओर देखा, तो वो भी मुस्कुरा कर अपने कपड़े उतारने लगी.

सभी कोई काफ़ी उत्तेजित हो चुके थे, और जोड़े बनने मे ज़्यादा वक़्त नही लगा. रश्मि ने सन्नी को ज़मीन पर लिटा दिया और उस पर चढ़ उसके लंड को अपनी चूत मे ले लिया.

राज मेरी बेहन बबिता पर चढ़ गया, और रवि ने मेरी चूत को अपने लंड से भर दिया. हालाँकि में रवि से कई बार चुदवा चुकी थी फिर भी हर बार मुझे ऐसा लगता था कि उसका मूसल लंड मेरी चूत को चीर देगा.

"हाआँ सुन्न्ञणनी चूओड़ो मुज्ज़झे, ऑश मेरि चूओत को फाड़ दो अपनी पहली चूऊत की चाआटनी बना दो आअज," रश्मि सन्नी को ज़ोर के धक्के मारने के लिए उकसा रही थी, "हाआँ यही धक्के मारो ऑश माआ ऑश."

रश्मि इतनी उत्तेजित थी की उसका चूत ने जल्दी ही पानी छोड़ दिया, और सबसे खास बात ये थी उसकी चूत सन्नी के लंड के लिए पहली चूत थी. रश्मि उछल उछल कर सन्नी के लंड पर धक्के मारती रही और फिर से झाड़ गयी.

बबिता भी झड़ने की कगार पर थी, राज कस कस कर धक्के मार उसकी चूत को चोद रहा था. जैसे ही उसकी चूत ने पानी छोड़ा उसका शरीर उत्तेजना मे काँप उठा.

वहीं रवि बड़े प्यार से और धीरे धक्के मार कर मुझे चोद रहा था. उसके मोटे और विशाल लंड के धक्के मुझे इतना सुख दे रहे थे कि मुझे नही पता मेरी चूत ने कितनी बार पानी छोड़ा.

"हाआँ छोड़ दो तुम्हारा पानी मेरी चूओत मे ऑश अपनी पहली चूत को भर दो अपने वीर्य से ऑश हाआअँ," रश्मि चिल्ला रही थी.

"हे भगवान आज मेने कर दिया, आज मेने एक चूत चोदि है, रश्मि मेने तुम्हारी चूत मे अपना पानी छोड़ा, ओह रश्मि तुम कितनी अच्छी हो?" सन्नी खुशी मे उछलते हुए बोल रहा था.

रश्मि ने सन्नी को अपनी बाहों मे इस तरह भर लिया कि वो उसका प्रेमी हो, और आज पहली बार शारारिक सुख का आनंद लिया हो. रश्मि ने उसके होठों को चूमा और उसे बधाई दी.

बबीता तो झाड़ चुकी थी पर राज अभी झाड़ा नही था, इसलिए उसने अपना लंड बबिता की चूत से निकाला और सन्नी और रश्मि के पास जाकर खड़ा हो गया.

"तुम मे से कोई मेरे लंड को चूसना चाहेगा?"

रश्मि ने आगे बढ़ कर अपना मुँह खोला और राज के लंड को पाने मुँह मे ले लिया. थोड़ी देर चूसने के बाद उसने राज के लंड को सन्नी के सामने कर दिया. सन्नी भी राज के लंड को अपने मुँह मे ले चूसने लगा. बारी बारी से राज के लंड को वो दोनो चूस्ते रहे. थोड़ी देर मे राज ने अपने वीर्य की पहली पिचकारी सन्नी की मुँह मे फिर दूसरी रश्मि के मुँह मे छोड़ दी.

"ऐसी चुदाई देख कर तो मेरा लंड फिर से खड़ा हो रहा है." रवि अपने लंड को सहलाते हुए बोला.

"हां खुजली तो मेरी चूत मे भी हो रही है." बबिता उसके लंड को पकड़ मसल्ते हुए बोली.

"सन्नी एक बात याद रखना चाहे जितनी चूत चोदने को मिले पर लंड का स्वाद चखना मत छोड़ना." राज ने सन्नी से कहा.

"नही मे नही छोड़ूँगा, फिर भी तुम सबका धन्यवाद कि तुमने मुझे चुदाई का सही अर्थ समझा दिया." सन्नी ने जवाब दिया.

रश्मि उप्पर गयी और अपने साथ वो लंबा वाला डिल्डो ले कर आ गयी. मुझे पता नही था कि रश्मि के दिमाग़ मे क्या चल रहा है, हम सब उसके बोलने का इंतेज़ार कर रहे थे.

"बबिता मुझे लगता है कि अब तुम्हारी तीहरी चुदाई होनी चाहिए, तीनो लड़के तुम्हे मिलकर चोदेन्गे. मेने और प्रीति तो ये मज़ा कई बार ले चुके है, हम चाहते है कि तुम भी ये मज़ा लो." रश्मि ने कहा.

"हां ज़रूर" मेने तुरंत कहा, "जब तक बबीता मेरे पास रह रही है, में चाहती हूँ कि वो हर तरह की चुदाई का आनंद ले."

मेरा इतना कहना था कि रवि बिस्तर पर चित लेट गया और उसका खड़ा लंड हवा मे उठा हुआ था. बबिता उत्तेजना मे उसपर चढ़ गयी और उसके खड़े लंड को अपनी चूत पर लगा नीचे बैठने लगी. जब रवि का पूरा लंड उसकी चूत मे घुस चूका तो वो अपनी चूत को थोड़ा हिला उसके लंड को महसूस करने लगी.

राज बबिता के मुँह के सामने आ गया और अपने लंड को उसके होठों से भिड़ा दिया. बबिता ने अपना मुँह खोला और उसके लंड को चूसने लगी. रश्मि ने बबिता की गंद पर थोड़ी क्रीम लगा कर उसे चिकना कर दिया. सन्नी का लंड अभी तक खड़ा था नही था इसलिए राज उसके लंड को चूस कर खड़ा करने लगा.


raj..
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Unread post by raj.. » 04 Nov 2014 01:11

सन्नी फिर अपनी मा के पीछे आ गया और अपना लंड उसकी गंद पर घिसने लगा. उसने धीरे धीरे अपना लंड बबीता की गंद मे घुसाया तो उसे रवि के लंड का एहसास होने लगा जो चमड़ी की दूसरी ओर से उसकी मा की चूत मार रहा था. अब तीनो ताल से ताल मिलकर बबिता को चोदने लगे.

रश्मि और मेने उसे दोहरे मुँह वाले डिल्डो के दोनो सिरों को अपनी चूत मे लिया और एक दूसरे को चोदने लगे. हम सब चुदाई मे इतना खोए हुए थे कि हमने दरवाज़ा खुलने की ना तो आवाज़ सुनी और ना ही प्रशांत के कमरे के अंदर आने की.

"ये क्या हो रहा है यहाँ पर, क्या मेरे पीछे से तुम सब चुदाई करते रहते हो. लगता है कि तुम सब मेरे जाने के बाद सामूहिक चुदाई करते रहते हो," प्रशांत चिल्लाते हुए बोला.

"अपना मुँह बंद रखो, जल्दी से कपड़े उतारो और हमारे साथ शामिल हो जाओ," रश्मि प्रशांत से बोली.

प्रशांत पहले तो अचंभित सा खड़ा रहा फिर उसने अपने कपड़े उतारे चारों तरफ देखने लगा कि शुरुआत कहाँ से करे. उसका लंड खड़ा नही था इसलिए राज ने उसे अपने पास बुलाया, "प्रशांत तुम अपना लंड बीबिता के मुँह मे दे दो जिसे ये चूस कर खड़ा कर देगी."

प्रशांत ने अपना लंड बीबिता के आगे किया जिसे वो अपने मुँह मे ले चूसने लगी. रवि और सन्नी उसकी गंद और चूत की चुदाई किए जा रहे थे.

प्रशांत को विश्वास नही हो रहा था कि उसका बेटा अपनी ही मा की गंद मार रहा है. वो तो और भी चौंक पड़ा जब राज ने अपना लंड सन्नी की गंद मे घुसा उसकी गंद मारने लगा.

थोड़ी ही देर मे प्रशांत का लंड तन कर खड़ा हो गया. प्रशांत अपनी पसंदीदा जगह पर आ गया, यानी रश्मि की गंद के पीछे. हम दोनो ने अपनी अपनी चूत से डिल्डो निकाला और रश्मि घूटने को बल घोड़ी बन गयी. प्रशांत ने देर किए बिना अपना लंड रश्मि की गंद मे पेल दिया.

मैं अपनी बेहन बबिता के सामने इस तरह से खड़ी हो गयी की मेरी चूत ठीक उसके मुँह के सामने थी. बबिता ना अपने हाथों से मेरी चूत को फैलाया और मेरी चूत मे अपनी जीब घुसा चाटने लगी. कमरे मे मादक सिसकारियाँ गूँज रही थी. चुदाई चारों तरफ अपनी चरम सीमा पर थी.

सब मिलकर इतनी ज़ोर से चुदाई कर रहे थे कि करीब करीब सब साथ मे ही झड़ने लगे. सन्नी नेज़ोर से चिल्लाते हुए अपना वीर्य अपनी मा की गंद मे छोड़ दिया, वहीं रवि ने बबिता की चूत मे और मेने उसके मुँह मे पानी छोड़ दिया.

प्रशांत अभी झाड़ा नही था, वो उसकी गंद मे धक्के लगा रहा था और साथ ही डिल्डो से उसकी चूत भी चोद रहा था. थोड़ी देर मे दोनो झाड़ कर लुढ़क गये.

करीब आधे घंटे तक कोई कुछ नही बोला. प्रशांत ने फिर जानना चाहा कि उसके ऑफीस जाने के बाद हम सब क्या किया करते थे. मेने उसे बताया कि किस तरह उसका बेटा गन्दू बन गया था और हम सब ने मिलकर उसे औरतों मे दिलचस्पी लेना सिखाया. हम लोग दो घंटे तक बातें करते रहे, फिर सभी ने स्नान किया और खाने की तय्यारी करने लगे.

खाने के बाद प्रशांत ने बताया कि सुबह वो वहाँ से रवाना हो रहा है. आज की रात उसकी यहाँ पर आखरी रात है. प्रशांत आज आखरी रात को दिल खोल कर रश्मि की गंद मारना चाहता था, बबिता ने अपने पति की इस बात पर कोई ऐतराज़ नही किया. उसे भी रवि और राज के साथ चुदाई का आखरी मौका मिल गया. सन्नी मेरे साथ सोया.

शनिवार की सुबह नाश्ते करने के बाद हम सब ने गले लग कर प्रशांत बबिता और सन्नी को अलविदा किया. मेने बबिता से कहा कि उनका हर वक़्त यहाँ पर स्वागत है, वो जब चाहें यहाँ आ सकते है.

बबिता और प्रशांत के जाने के बाद हम सब आगे की तय्यारी करने लगे.

समाप्त

दा एंड


raj..
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Re: मैं और मेरी बहू

Unread post by raj.. » 04 Nov 2014 01:12

gataank se aage......

Budhwaar – Sunny Aur Rashmi

Agle din jab Prashant kaam par chala gaya to Babita aur mein shopping par jane ke liye taayar ho gaye. Piche reh gaye Sunny, Raj, Ravi aur Rashmi. Meine Babita se kaha ki hum jaane ka sirf bahana karenge aur chup kar unka kaarnama dekhenge. Meine Babita ko wo meri khaas jagah bhi batayi jahan chup kar meine pehli bar Raj, Ravi aur Rashmi ko dekha tha.

Raj Ravi aur Sunny haamre garage me chale gaye par Rashmi upar kamre me hi rahi. Meine Rashmi ko bata diya ki hamare man mein kya hai to usne kana ki hum khaamosh rahen aur tamaasha dekhen.

Ravi aur Raj apne kapde uttar kar nange ho gaye. Sunny waise hi khada raha hai phir pucha, "Ye Rashmi kahan reh gayi?"

"Oh wo thodi der mein aa jayegi par usne kaha tha ki hum shuru ho jayen," Raj ne bataya.

Sunny apne kapde uttar kar nanga ho gaya. Raj aur Ravi apne lund ko masal rahe the. Sunny bhi un dono ko dekh garmaane laga tha, uska lund bhi dhire dhire khada hota jaa raha tha.

"Sunny tum kya karna chahoge, kya tum Ravi se ya mujhse pehle gand marwana chahoge?" Raj ne usse pucha.

"Mujhe lagta hai pehle tum hi apna lund meri gand me ghusa do jisse Ravi ka lund lene me mujhe aasani hogi." Sunny ne Raj se kaha.

"Thik hai fir apne ghutno par jhuk jao aur apne hahton se apne chuttad pakad kar thoda faila do." Raj ne kaha.

Sunny bistar ka kona pakad jhuk gaya. Raj uske piche aakar uski gand par cream lagane laga. Ravi uske chehre ke samne aaya aur apna lund uske hothon par ragadne laga. Raj ne apna lund uski gand me dal diya aur Ravi uske munh ko chodne laga.

Babita hairat se khadi apne bete ko dekh rahi thi jiske munh me Ravi ka lund andar bahar ho raha tha, aur Raj ne apna lund uski gand me andar tak pela hua tha.

Babita is nazaare ko dekh garmati jaa rahi thi. Tabhi Rashmi ek dam nangi kamre me daakhil hoti hai aur Sunny ke paas jhuk kar uska lund apne munh me le choosne lagti hai. Sunny ne chaunkte hue Rashmi ki aur dekha jo uske lund ko joron se apne munh me le choos rahi thi.

Sunny is teehre maaze se itna uttejit ho gaya tha ki use jyaada der nahi lagi apna paani Rashmi ke munh me chodne me. Sunny ka virya Rashmi ke gale ke andar choot raha tha aur wo use nigalte jaa rahi thi. Rashmi uska virya chootne ke baad bhi uske lund ko choos use behte pani ko peeti rahi. Rashmi ka lund choosna jaari rakhne se Sunny ka lund murjhaya nahi balki khada khada raha.

"WAAAAH MAAAAZAAA AAAGAAA MEIN SAACHMUCH RASHMMMI KE MUNH MEEE JHDADA EK LADKI KE MUNHHHH ME." Sunny khushi se uchalte bola.

"Haan Sunnny tumne aisa kar diya, aur tumhare virya ka swaad bhi bahot accha hai." Rashmi apne hothon par apni jeeb pherte hue boli.

"Sunny ab aisa karo Rashmi Ravi ke lund par chadh apni choot me lund legi aur tum piche se uski gaand me apna lund dalna. Tumhe gand ke andar se Ravi ke lund ka ehsas hoga." Ravi ne Sunny se kaha.

Ravi bistar par pith ke bal let gaya aur Rashmi uske upar chadh uske lund ko apni choot me le liya. Rasmi upar niche hote hue uske lund ko andar tak lene lagi. Jab Ravi ka lund puri tarah uski choot me ghus gaya to wo baith gayi aur aage ko jhuk gayi.

Raj ne Rashmi ki gaand cream se chikna kiya phir Sunny ke lund ko pakad uski gand ke ched par laga diya. Sunny ne thoda jor lagate hue apna lund uski gand me ghusa diya wahin Raj ne apni ungliyan Sunny ki gand me ghusa di.

"Oh Ravi mujhe aisa lag raha hai ki tumhara lund mere lund ko choo raha hai, mein uske mote lund ko mehsus kar raha hun." Sunny uttejit hote hue bola.

Tabhi Raj ne apna lund Sunny ki gaand me dal diya. Ab charon tal se taal milane ki koshish karte hue ek doosre ko chod rahe the.

"OOOOH PRREEEETI ABBB MEIN JYAADA NHAAAAHI DEKKKKH SAAKTI MEEERI CHOOT ME AAAG LAGGGI HUIII HAI." Babita dhire se mere kaan me phusphusai.

"Lao mein tumhari madad karti hun," kehkar meine Babita ki skirt upar utha kar uski panty uske ghutno tak niche kar di.

Meine apna hath Babita ki choot par rakh diya aur use masalne aur ragadne lagi. Babita itni uttejit thi ki wo apni choot ko mere hahton par daba rahi thi. Mein samajh gayi ki Babita kafi uttejit hai meine apne hath ki raftar badha di. Babita ka badan thoda sa akda aur uski choot ne mere hathon par apni chod diya. Usne apne bahon se apne munh ko daba rakha tha jisse uski siskariyan na sunai de.

"OHHHH THAANK YOOOOY PREEETI." Wo dhire se boli aur meri bahon me sama gayi.

Hum dono phir charon ko dekhne lage. Teeno ladke apne lund ko tal se tal mila chod rahe the. Jab Ravi ka lund Rashmi ki choot se nikalta to Sunny ka lund uski gand me andar tak ghus jaata. Jab Sunny apna lund Rashmi ki gand se nikalta hue piche ko hota to Ravi ka lund Rashmi ki choot me andar ghusta wahin Raj ka lund Sunny ki gand me.

Chaaron kafi uttejit the ye unke chehron se dikhai de raha tha. Rashmi joron se sisakte hue teehri chudai ka mazaa le rahi thi. Wahin Sunny to jaise doosri duniya tha, ek to wo Rashmi ki gaand mar raha tha wahi apni gand Raj se marwa raha tha.

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