Raj Sharma stories--रूम सर्विस compleet

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raj..
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Re: Raj Sharma stories--रूम सर्विस

Unread post by raj.. » 08 Nov 2014 22:33

“करण तुम हमारे प्यार का ऐसा अपमान होते कैसे देख सकते हो.. क्यू तुम्हे कोई फरक नही पड़ता. क्यू …..”

करण उठा और उसने अपनी जीन्स पहन ली और अपनी शर्ट पहनने लगा..

“कहाँ जा रहे हो करण”

“ऐसी जगह जहाँ मुझे थोड़ा सुकून मिले.”

“इस टाइम… ऐसा मत करो करण.. प्लीज़ ”

करण उसकी बात उनसुनी करते हुए फ्लॅट से निकल गया और दरवाज़ा ज़ोर से ढक दिया. दरवाज़े की धडाम की आवाज़ के साथ ही ऋतु रोने लगी और तकिये में मूह दबा लिया.

करण पुर हफ्ते फ्लॅट पे नही आया… वो कॉर्पोरेट ऑफीस गया पुर हफ्ते… सेल्स ऑफीस नही आया जहाँ ऋतु काम करती थी. ऋतु का मूड पूरे हफ्ते खराब रहा. बिना सेक्स के वो चिड़चिड़ी हो गयी थी. वो हर शाम फ्लॅट में दारू की बॉटल लेकर बैठ जाती और इंतेज़ार करती की करण आएगा. उसने करण को फोन भी लगाया लेकिन उसने फोन नही उठाया. ऋतु ने उसको कई एसएमएस भी भेजे. उसको सॉरी कहा लेकिन कारण नही आया. ऋतु और कारण का 6 महीने का प्यार लगता था अंत होने वाला हैं. ऋतु को अब भी उमीद थी. करण की इस बेरूख़ी से वो बहुत परेशान थी.

शनिवार शाम को फ्लॅट के दरवाजे पे खटखताहत हुई और ऋतु दौड़कर उसे खोलने के लिए गयी. दरवाज़ा खोला तो ऋतु की आँखें चौंक उठी. सामने थी उसकी कोलीग पायल.

“हाय ऋतु”

“हाय पायल” और ऋतु की निगाहें पायल के पास खड़े लड़के पे गयी…

“ऋतु यह हैं कमल.. मेरा बाय्फ्रेंड.”

“ओह हेलो कमल. प्लीज़ कम इन.”

दोनो अंदर आ गये. ऋतु का शानदार फ्लॅट देखके पायल और कमल दंग रह गये.

“ऋतु तुम्हारा फ्लॅट तो अमेज़िंग हैं”

“थॅंक्स पायल.. कहो आज यहाँ का रास्ता कैसे भूल गयी”

“अर्रे बस यार कमल आया हुआ था और हम लोग पास ही माल में शॉपिंग कर रहे थे तो सोचा तुझसे मिलती चलूं… तू तो जानती हैं मैं थर्स्डे और फ्राइडे को छुट्टी पे थी….. कमल आया हुआ था इसीलिए”

“कमल आया हुआ था मतलब?? कमल यहाँ नही रहता क्या”

तभी कमल बोल उठा “ऋतु मैं बताता हूँ.. दरअसल मैं आर्मी में हूँ.. मेजर कमाल नौटियाल और मेरी पोस्टिंग कश्मीर में हैं.. मेरा घर हैं देहरादून में. दीदी दिल्ली में रहती हैं जिनसे मैं मिलने आया था छुट्टी”लेकर

पायल “अच्छा जी सिर्फ़ दीदी से मिलने आए थे तो पिछले 3 दीनो से मेरे साथ क्यू घूम रहे हो.. जाओ अपनी दीदी से मिल लो” पायल ने झूठ मूठ नाटक किया गुस्सा होने का, और तीनो खिलखिला के हस पड़े.

कमल “अर्रे पायल अगर दीदी से मिलने ना आया होता तो 2 साल पहले तुम्हे कैसे मिलता.”

पायल “ऋतु आक्च्युयली कमल की दीदी हमारी पड़ोस मैं रहती है.. एक दिन उनकी छत से कोई कपड़ा उड़ के हमारे आँगन में आ गिरा और कमल साहिब दीवार कूद के हमारे घर में आ घुसे वो कपड़ा लेने… घर पे कोई नही था और मैने शोर मचा दिया की चोर चोर बचाओ बचाओ.”

ऋतु “हाहहाहा वाकई.. यह तो बहुत इंट्रेस्टिंग स्टोरी हैं,… आगे क्या हुआ?”

पायल “आगे क्या.. मोहल्ले वालों ने इनको पकड़ लिया… थोड़ी देर बाद कमल की दीदी ने आके इसको बचाया वरना यह तो उस दिन गया था काम से.”

कमल “बस उसके बाद मुलाक़ातें बढ़ती गयी और तबसे जब भी छुट्टी मिलती हैं तो मैं देहरादून जाने से पहले 1-2 दिन दीदी से मिल लेता हूँ.”

पायल “ठीक हैं सिर्फ़ दीदी से ही मिलना अपनी”

कमल “अर्रे पागल दीदी तो एक बहाना हैं.. मैं तो तुम्ही से मिलने आता हूँ… वैसे ऋतु यू नो इस बार मैं घर जाके मम्मी डॅडी से बात करने वाला हूँ अपने और पायल के बारे में. हम दोनो जल्दी ही शादी करने का सोच रहे हैं”

ऋतु “वाउ!! दट’स गुड न्यूज़… आइ विश यू ऑल दा बेस्ट. दिस कॉल्स फॉर ए सेलेब्रेशन”.

raj..
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Re: Raj Sharma stories--रूम सर्विस

Unread post by raj.. » 08 Nov 2014 22:34

ऋतु उठी और जाके सामने बार में ड्रिंक्स बनाने लगी. उसको तो दारू पीने का बहाना चाहिए था.. चलो कम से कम वो अकेली तो नही हैं आज. पायल और कमल के बारे में सुनके उससे पायल की किस्मत पे रश्क हो रहा था. एक तो इतना हॅंडसम, तगड़ा और गबरू लड़का उसे प्यार करता था और दूसरे उसे अपनी पत्नी भी बनाना चाहता था. उसे अपने और करण के रिश्ते में जो कमी ख़ाल रही थी वो इन दोनो के रिश्ते में पूरी थी.

ऋतु ड्रिंक्स बना के टेबल पे ले आई और दोनो को ऑफर की… कमल ने तो एक ही झटके में ड्रिंक गले से नीचे उतार दी.. आख़िर आर्मी का नौजवान था. ड्रिंक करना तो उसके रोज़ की आदत थी.

ऋतु “कमल.. प्लीज़ जाके अपने लिए दूसरी ड्रिंक बना लो. मुझे और पायल को तो टाइम लगेगा अपनी ड्रिंक्स फिनिश करने में”

कमाल “ओके… वो बढ़ा और सामने बार में अपने लिए एक और ड्रिंक बनाने लगा.. पटियाला पेग.”

जब कमल बार पे गया हुआ था तो पायल ऋतु के पास आई और धीरे से कहने लगी “ऋतु कमल कल सुबह देहरादून जा रहा हैं और वहाँ से सीधा कश्मीर चला जाएगा. पिछले 2 दिन कैसे बीत गये पता ही नही चला. हूमें बिल्कुल टाइम नही मिला की हम दोनो कहीं आराम से बैठकर 2 बातें भी कर सकें. वैसे तो मेरे घर पे कोई नही होता दिन तो हम वहाँ मिल लेते हैं लेकिन क्यूकी आजकल मम्मी घर पर ही रहती हैं हम लोग मिल नही पाए प्राइवेट में. मैं सोच रही थी की हम लोग कुछ सुकून के पल एक साथ अगर यहाँ गुज़ार पाते तो अच्छा रहता.”

ऋतु समझ गयी की पायल और कमल को जगह चाहिए थी… वो समझ…गयी वो नही चाहती थी की उनके मिलन में बाधा बने.

“ठीक हैं पायल. यहाँ 2 बेडरूम. यू कॅन यूज़ दा गेस्ट बेडरूम. माफ़ करना मुझे सर दर्द हो रहा हैं वरना मैं बाहर कहीं चली जाती”

“ओह थॅंक योउ ऋतु” और पायल ने ऋतु को गले लगा लिया. कमल भी बार से बैठे यह सब देख रहा था और समझ गया था की पायल ने ऋतु को मना लिया हैं. पॅंट के अंदर उसका लंड करकट करने लगा. उसने एक और पटियाला पेग बनाया और गटक गया. आने वाले कुछ पॅलो में मिलने वाले आनंद का पूर्वानुमान लगा के उसके रोम रोम में सनसनी पैदा हो रही थी. ऋतु उठ के अंदर अपने बेडरूम में चली गयी और सोने की कोशिश करने लगी.

इधर पायल और कमल दोनो गेस्ट बेडरूम में चले गये. वो रूम भी बाकी फ्लॅट की तरह आछे तरह से डेकरेटेड था. दोनो डबल बेड पे जा गिरे और चा,लू हो गये. कमल को 6 महीने के बाद यह मौका मिला था. बीते 6 महीनो में उसके आर्मी स्टेशन पे लड़की ना लड़की की जात. 6 महीने बस इसी पल के इंतेज़ार में मूठ मार मार कर कमल ने बिताए थे. उधर पायल भी काब्से इस पल का इंतेज़ार कर रही थी. पायल और कमल 2 साल से एक दूसरे से प्रेम करते थे लेकिन अभी 6 महीने पहले ही दोनो ने पहली बार सेक्स किया था जब एक रोज़ पायल के घर कोई नही था और कमल मिलने चला गया. दोनो अपने जज़्बात पे काबू नही रख पाए और सेक्स हो गया.

पायल भी तबसे बिना सेक्स के तड़प रही थी और इंतेज़ार कर रही थी की कब कमल आए और वो फिर से उसके साथ एक हो सके. दोनो के चुम्मा चॅटी शुरू कर दी.. कमल पायल के होंटो को बहुत ही तीव्रता के साथ चूम रहा था. उसके हाथ पायल के बूब्स पे थे और उसका लंड पॅंट के अंदर खड़ा होता जा रहा था. पायल भी कमल के होंटो से होंठ जोड़ के चूम रही थी.. उसके हाथ कमल के गर्दन और पीठ पे थे. उसके मम्मो को कमल के सख़्त और मजबूत हाथ ज़ोर से दबा रहे थे. उसे थोड़ा बहुत दर्द भी हो रहा था…. उसके मूह के लगातार आनंद की आवाज़ आ रही थी.

“आ… ऊ आआअह… येस येस्स..”

ऋतु दूसरे कमरे में बैठी थी और उसके कानो में यह आवाज़े आने लगी… उसका मन विचलित होने लगे. वो उठ कर ड्रॉयिंग रूम में चली गयी ताकि टीवी देख के अपना मन बहला ले.


raj..
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Re: Raj Sharma stories--रूम सर्विस

Unread post by raj.. » 08 Nov 2014 22:35

कमल ने पायल का टॉप उतार के साइड में गिरा दिया..पायल के छोटे लेकिन सख़्त टिट्स को ब्रा के उपर से सहलाने लगा और उन्हे अपने हाथों से मसल्ने लगा,… पायल के हाथ भी नीचे उसकी पॅंट तक पहुच चुके थे और पॅंट के उपर से ही ही कमल के लंड को दबाने लगे… कमल ने झटपट ब्रा भी उतार दी. अब वो भूखे कुत्ते की तरह पायल के मॅमो पे कूद पड़ा… उसने पहले एक को मूह में लिया और ज़ोर से चूसा… फिर दूसरे को…. कभी एक निपल को मरोड़ता तो कभी दूसरे निपल को.. पायल लगातार अपने हाथ से उसका लंड दबा रही थी.. उसने आराम से ज़िप खोल के लंड को पॅंट और अंडरवेर से बाहर निकाल लिया था… कमल पागलो की तरह पायल की चूचियों को चूस रहा था काट रहा. पायल के मूह से आवाज़ें निकली ही जा रही थी.

कमल ने अपनी शर्ट उतार दी और एक ही झटके में पॅंट और अंडरवेर दोनो भी नीचे सरका दिए. पायल ने देखा की कमल का फ़ौजी लंड एकदम अटेन्षन में खड़ा था और उसको सल्यूट कर रहा था. उसने भी झटपट अपनी जीन्स उतार दी . कमल ने पॅंटी को पकड़ा और पायल ने अपनी गान्ड उची कर दी ताकि पॅंटी निकल जाए. अब वो दोनो एकदम नंगे होके एक दूसरे से लिपटे पड़े थे. ने उंगली डाल के चेक किया तो पता चला की पायल की चूत आग की भट्टी के जैसे तप रही थी और बहुत गीली थी.

उसने बिल्कुल देर ना की और अटेन्षन में खड़े अपने जवान को हमले के लिए चूत के दरवाज़े पे तैनात कर दिया. एक ही झटके में जवान चूतके अंदर था. पायल जिसने के 6 महीने पहले ही एक बार सेक्स किया था वो लंड के घुसते ही चीख पड़ी… उसकी चूत की प्रॅक्टीस छ्छूट गयी थी. उसको दर्द होने लगा. कमल दारू चढ़ा चुक्का था और उसको अब बस पायल को अच्छे से चोदना था.

उसने पायल की चीख पे ध्यान नही दिया और लगा रहा. वो अपने हाथों से पायल की छाती भी मसल रहा था.. पायल के बूब्स थे तो छोटे लेकिन बहुत ही सुंदर और सुडौल. सिर्फ़ 32 “ होने की वजह से पायल को अक्सर पॅडिंग वाली ब्रा पेहननि पड़ती थी.

पायल का दर्द थोड़ा कम हुआ और उसने भी अच्छी तरह से चुद्वने के लिए पैर उपर उठा लिए. उसके घुटने अब उसकी छाती पे लगे हुए थे और वो अपने हाथों को कमल के पिछवाड़े पे रखकर दबा रही थी ताकि कमल का लंड और अंदर तक जा सके.

कमल अपनी 6 महीने की आग को आज शांत कर देना चाहता था. पिछले दो दीनो में उसको कोई मौका नही मिल पा रहा था. लेकिन आज वो हाथ आए इस सुनेहरी मौके का पूरा फ़ायदा उठना चाहता था.

करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद कमल ने अपने झटको की स्पीड तेज़ कर दी. कमल ने आँखें बंद कर ली ज़ोर से और झटके देता रहा. करीब 10 सेकेंड के लंबे क्लाइमॅक्स के बाद कमल जब पायल के उपर से हटा तो उसने देखा की उसने इतना ज़्यादा झाड़ा था की वो बहके बेड पर गिरा पड़ा था. पायल भी पानी छोड़ चुकी थी और बेहद थक चुकी थी. वो वैसे ही बेड पे आँखें बंद किए हुए लेटी पड़ि थी. उसमे हिलने तक की ताक़त नही थी.

कमल का गला सूख रहा था तो वो अंडरवेर पहन कर पानी लेने चला गया. उसने बिना आवाज़ किए बेडरूम का दरवाज़ा खोला और कॉरिडर से होते हुए किचन की तरफ जाने लगा फ्रिड्ज से पानी लेने के लिए तो ड्राइंग रूम में नज़ारा देख के उसके आँखें फटी की फटी रह गयी.

ड्रॉयिंग रूम में ऋतु सोफे पे लेटी हुई थी. उसकी सेक्सी नाइटी उसके जिस्म को कवर करने की बजाए उसके पेट तक थी… उपर से नाइटी में से उसके बूब्स बाहर निकले हुए थे. उसकी पॅंटी वहीं साइड पे पड़ी हुई थी सोफे पे… ऋतु की आँखें बंद थी .. उसका एक हाथ अपने बूब्स पे था और दूसरा हाथ उसकी चूत पे. वो उंगली चूत में डालकर अंदर बाहर कर रही थी. कमल और पायल की चुदाई की आवाज़ें सुनके उसके मन में भी थरक जाग उठी थी और उसने वहीं ड्रॉयिंग रूम में यह सब चालू कर दिया. एक हफ्ते से करण ने उसे चोदा नही था. उपर से शराब का नशा. उसपे पायल और कमल की चुदाई की लाइव ऑडियो… यह सब काफ़ी था ऋतु के लिए और वो ड्रॉयिंग रूम में बिना किसी शरम के मूठ मारने लगी..

ऋतु की आँखें अभी भी बंद थी. लेकिन कमल की आँखें तो फटी की फटी रह गयी थी. उसके कदम जैसे ड्रॉयिंग रूम के एक कोने में जम से गये हो. उससे ना आगे बढ़ते बन रहा था ना ही पीछे हटते. क्या करे क्या ना करे वो कुछ सोच नही पा रहा था. उसकी नज़र तो मानो ऋतु के गोरे जिस्म पे जैसे चिपक गयी थी. उसे गेस्ट बेडरूम में बेसूध पड़ी पायल का भी ख़याल नही आ रहा था. ऋतु चालू थी फुल स्पीड में.

तभी फ्लॅट का दरवाज़ा खुलता हैं और अंदर आता हैं करण. इस आवाज़ से चौकान्नी होके ऋतु आँखें खोल लेती हैं. वहीं ड्रॉयिंग रूम के एक कोने में कमल अंडरवेर में खड़ा था. करण ने अंदर घुसते ही ऋतु और कमल पे नज़र डाली. ऋतु ने भी कमल पे नज़र डाली और उसके मूह से एक चीख निकल गयी. करण ने नफ़रत भरी निगाह से ऋतु की तरफ देखा और वापस मूड के फ्लॅट से बाहर चला गया. ऋतु उठी और अपने कपड़े ठीक करती हुई दरवाज़े तक दौड़ी.

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