अन्तर्वासना और कामुकता से भरपूर छोटी छोटी हिन्दी सेक्सी कहानियाँ
हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम मीनू है और मेरी उम्र 45 साल है। मेरी शादी को 24 साल हो गये है। दोस्तों मेरी चूत की चुदाई तो काफ़ी हुई, मुझे उसकी कोई शिकायत नहीं है, लेकिन मेरा चुदाई से मन नहीं भरा है। मेरे पति एक इंजिनियर है और उनकी उम्र 48 साल होगी, हमारी उम्र भले ही ज़्यादा हो गयी हो, लेकिन जब भी हम सेक्स करते है और किस्मत से मेरे पति काफ़ी अच्छा चोदते है, लेकिन शादी के 19 साल तक। अब लड़के सोचे कि 19 साल तक एक ही चूत चोदने को मिले और लड़कियाँ सोचे कि 19 साल से एक ही लंड आपकी प्यास बुझा रहा है, आपको समझ में आ जाएगा कि क्यों हम दोनों अच्छा सेक्स करके भी संतुष्ट नहीं थे? वैसे में आपको बता दूँ कि हमारे एक बेटा भी है, उसकी उम्र 22 साल है, नहीं नहीं इस कहानी में उसका अभी तक कोई किरदार नहीं है। अब में आपका समय ख़राब ना करती हुई सीधे अपनी स्टोरी पर आती हूँ। यह बात दीवाली के 2 हफ्ते पहले की है। अब में और मेरे पति शनिवार रात को सेक्स करने के बाद एक दूसरे की बाहों में थे, हमारा सेक्स सेशन अच्छा था। में सीधे-सीधे बोल भी नहीं सकती थी कि अमन अब मुझे कोई दूसरा लंड भी दिला दो, अमन मेरे पति का नाम है, लेकिन उस दिन अमन ने ही बात उठाई।<br>अमन : मीनू तुमसे अच्छी पत्नी और कोई नहीं हो सकती। आज हमारी शादी को 24 साल होने वाले है, फिर भी तुम मुझे कभी मना नहीं करती। जब भी मुझे चूत चाहिए होती है, तुम मेरे लंड को कभी मना नहीं करती। इतने सालों में हमने क्या-क्या नहीं किया? तुम्हें याद है पहले तो तुम मेरा लंड अपने मुँह में भी नहीं लेती थी और अब धीरे-धीरे तुम उसे इन्जॉय करने लगी हो। मैंने तुम्हारी गांड भी चोदी है और तुमने भी मेरी गांड को वाइब्रेटर से चोदा है। मैंने तुम्हारी चूची को तो ना जाने कितनी बार चोदा होगा, मैंने तुम्हारी नाभि में भी अपने लंड का पानी डाला है और तुम्हारी चूत का रस पान किया है। मैंने तुम्हें अपने लंड का पानी भी पिलाया है, हमने खुले में भी सेक्स कर लिया और हमने अभी तक हज़ारों रोल प्ले कर लिए है।<br>
में : क्या बात है अमन, सेक्स बायोडाटा क्यों बना रहे हो?<br>
अमन : सोच रहा था कि अब क्या नया किया जाए? में नहीं चाहता कि हम में सेक्स की इच्छा कम हो जाए। इतने दिनों तक कुछ-कुछ कोशिश करके हमने इस इच्छा को बनाए रखा है, अब में सोच रहा हूँ कि और क्या किया जा सकता है?<br>
में : क्या सोच रहे हो? कुछ नया कोशिश करना है, तो में हमेशा आपके साथ हूँ।<br>
अमन : मीनू वही तो सोच रहा हूँ कि कुछ नया अब बचा ही नहीं है जो हम कोशिश करें। इतने साल से हम एक दूसरे को चोद रहे है, तुम बताओं सबसे ज़्यादा क्या मिस करती हो?<br>
में : अमन तुम तो जानते ही हो इस वक़्त में सबसे ज़्यादा तुम्हारे लंड का रस पीना पसंद करती हूँ, वो तो मुझे मिल ही जाता है और अगर संभव हो तो उसकी मात्रा बढ़ा दो उसके बाद मुझे कुछ नहीं चाहिए।<br>
अमन : हाँ मुझे पता है कि तुम मेरे लंड का पानी पीना कितना पसंद करती हो। चलो अब में वादा करता हूँ कि अब से मेरा चुदने का मन नहीं भी होगा तो तब भी में एक बार अपना लंड तुम्हारे मुँह में दे ही दूँगा।<br>
अमन : लेकिन एक बात बताओ, एक ही लंड से इतनी बार रस पीकर तुम्हें आज भी अच्छा लगता है।<br>
मीनू : पानी भी तो हम रोज़ पीते है तो अच्छा तो लगता ही है ना, अच्छा लगने से इसका कोई मतलब नहीं है बस एक आदत सी हो गयी है। तुम जब ऑफिस से थके हुए आते हो तो में तुम्हें कुछ नहीं बोलती, लेकिन मेरा बहुत मन करता है कि एक बार तुम्हारा लंड चूसकर रस निकाल ही लूँ।<br>
अमन: मीनू हाँ बात तो सही है, लेकिन तुम ही सोचो ना केवल पानी पी लेने से हमारा मन तो नहीं भरता ना, इसलिए तो हम कोल्डड्रिंक, बियर पीते है ऐसा तो नहीं है ना कि हमेशा पानी पीकर ही हम संतुष्ट हो जाते है।<br>
मीनू : हाँ वो तो है, इसलिए तो कभी-कभी मेरा भी मन करता है कि किसी दूसरे लंड का रस मिल जाए, लंड नहीं लेकिन रस ही कहीं से मिल जाए, कहीं से कोई लंड रस मुझे कप में दे दे और में पीकर देखूं कि वो कैसा लगता है?<br>
अमन : हाँ हम कोशिश करेंगे, जहाँ तुम्हें कोई दूसरा लंड चूसने के लिए मिल जाए।<br>
मीनू : और तुम्हें कोई दूसरी चूत चूसने के लिए मिल जाए, लेकिन ऐसा व्यवस्था कहाँ होगी? में किसी कॉल बॉय के साथ नहीं जाउंगी और ना ही तुम्हें किसी कॉल गर्ल के पास जाने दूँगी।<br>
अमन : हाँ वो तो है, इतना तो तय हो गया कि अब हमें क्या करना है? अब ये सोचना है कि कैसे करें?<br>
मीनू : हाँ, लेकिन उसके लिए तो अच्छा यही होगा ना कि कोई दूसरा कपल हो और वो यह सब करने को तैयार हो, ऐसा तुम्हारे दिमाग में कोई है।<br>
अमन : हाँ बेस्ट तो यही होगा, लेकिन सबसे ज्यादा बेस्ट यह होगा कि जो हमारे अच्छे दोस्त है उनमें से कोई ये अविष्कार करने के लिए तैयार हो, तब ही ठीक होगा।<br>
मीनू : लेकिन, अमन हम स्वैपिंग की बात कर रहे है और कहीं आरव (मेरा बेटा) को पता ना चल जाए, उसे यदि मालूम चला तो वो जाने क्या सोचेगा? तो इससे अच्छा तो यही होगा कि हम घर पर यह सब ना करें और कहीं बाहर जाकर करें।<br>
अमन : हाँ वो तो है हम घर पर नहीं कर सकते और सारी प्लानिंग तो हम कर लेंगे। अब हमें सबसे पहले तो कोई कपल मिलना चाहिए, जो हमारी तरह हो। तेरी दोस्त है ना निशा, उससे बात करो, तुम लोग तो ऐसे ओपन बात करती हो, देखो यदि उन लोगों का मन हो।<br>
मीनू : में करूँ बात?<br>
अमन : लड़कों में ऐसी बात नहीं होती है, तुम ही तो बता रही थी कि तुम लोग चुदाई की बातें भी कर लेती हो।<br>
मीनू : अच्छा ठीक है में उससे बात करती हूँ, निशा के बूब्स काफ़ी बड़े है इसलिए तुमने उसका नाम लिया ना।<br>
अमन : हाँ और इसलिए भी क्योंकि तुमने ही बताया था ना कि निशा बता रही थी कि कैसे वो अपना मुँह चुदाने की शौकीन है?<br>
अब हमारी प्लानिंग बन रही थी, अब इस प्लानिंग से हम काफ़ी हॉट हो चुके थे और सोने से पहले एक बार फिर हमने 69 की पोज़िशन में एक दूसरे के रस का पान किया। फिर दूसरे दिन सुबह मैंने निशा को अपने घर पर लंच के लिए बुलाया, ताकि जब अमन और आरव दोनों घर पर ना हो और हम खुलकर बात कर सकें। अब निशा लगभग 12 बजे मेरे घर पर आई थी, वो सच में बहुत हॉट है। मुझे भी कभी- कभी लगता है कि काश मेरी चूची भी उसके जैसी होती, मैंने उसकी चूची नंगी देखी थी और जानती थी कि उसकी चूची 36D की साईज की है, मेरी चूची थोड़ी लटक ही गयी है और साईज़ 34C है। उसकी कमर भी मुझसे पतली है, वो मेरी बेस्ट फ्रेंड है, में उसके साथ काफ़ी बार स्विमिंग पर जा चुकी हूँ। हमारे अपार्टमेन्ट का स्विमिंग पूल काफ़ी अच्छा है और ज्यादातर समय काफ़ी खाली भी रहता है।<br>
मीनू : निशा, आई मिस यू डियर हमें मिले काफ़ी दिन हो गये ना।<br>
निशा : लव यू टू स्वीटी, हाँ 1 महीने से भी ज्यादा हो गया है।<br>
मीनू : चल स्विमिंग पर चलें या सीधे लंच?<br>
निशा : तुमने बताया क्यों नहीं था कि स्विमिंग का प्लान है? में तो स्विमिंग ड्रेस लाई नहीं हूँ।<br>
मीनू : मेरा ले ले, मुझे पता है वो तुम्हें थोड़ी टाईट रहेगी, लेकिन स्विमिंग ही तो करनी है।<br>
निशा : दिखा मुझे, में पसंद करती हूँ, हाँ यह ला ये वाली बिकनी, तू भी बिकनी में ही चल ज़्यादा शरमा मत।<br>
मीनू : चल ठीक है।<br>
फिर हम दोनों एक साथ अपने कपड़े उतारकर बिकनी पहनने लगे तो मुझे नज़र आया कि उसने अपनी चूत के बाल साफ नहीं किए है। फिर मैंने सोचा कि स्विमिंग के बाद ही बात करूँगी। फिर हम दोनों ने बिकनी के ऊपर वन पीस डाली और स्विमिंग के लिए चल गये। फिर 30 मिनट तक स्विमिंग करने के बाद हम वहाँ रखी कुर्सी पर बैठकर आराम करने लगे। अब मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था कि स्वैपिंग की बात कैसे करूँ? लेकिन फिर मैंने स्टार्ट किया।<br>
मीनू : निशा क्या बात है? आजकल तू अपनी झांट साफ नहीं कर रही है, तू तो हमेशा क्लीन रहती है।<br>
निशा : तुने देख लिया छी गंदी, ऐसा कुछ नहीं है वो आकाश (निशा का पति) उसे आजकल मेरी चूत की झांटे चाटने का शौक हुआ है, वो ऐसे ही कुछ-कुछ नया करने को कहता रहता है। मैंने 2 महीने से अपनी चूत के बाल शेव नहीं किए है, अब मैंने उसे बोला है कि अब वो कुछ नया सोचे क्योंकि अब में क्लीन करने वाली हूँ।<br>
मीनू : आकाश भी बड़ा रंगीला है कुछ भी करता है।<br>
निशा : क्यों तू बता तेरी प्यास बुझ रही है ना, अमन अपना लंड तेरे मुँह में दे रहा है ना? तू भी कुछ कम नहीं है तुमने बेचारे का लंड चूस-चूसकर सुखा दिया होगा, अब रहने भी दे।<br>
मीनू : रहने दूँ तो मेरी प्यास कैसे मिटेगी? मुझे अच्छे से नींद भी नहीं आएगी।<br>
निशा : तू भी महान है, तुझे तो बस लंड का ही पानी चाहिए, मेरी चूत चूसेगी तो बता।<br>
मीनू : नहीं रे बिना लंड के कैसी प्यास और कैसा चूसना?<br>
निशा : अब क्या करूँ? बोल मेरे पास लंड तो है नहीं, में तो तुझे चूत ही ऑफर कर सकती हूँ, तू बस अमन का ही लंड चूस।<br>
मीनू : मुझे आकाश का लंड भी उखाड़कर ला दे, में उसे भी चूसती रहूंगी।<br>
निशा : हाँ और फिर मेरी चूत का क्या होगा?<br>
मीनू : अच्छा रहने दे उसका लंड मत उखाड़, लेकिन कभी-कभी ऐसे ही चूसने के लिए तो दे दे।<br>
निशा : ऐसे ही मतलब, क्या बोल रही है मीनू? साफ़-साफ़ बोल ना, ऐसे घुमा-घुमाकर मत बोल। तुझे मालूम है कि तुम मुझे कुछ भी बोल सकती हो, सच में तुझे आकाश का लंड चाहिए, बोल?<br>
मीनू : मेरा मतलब वो नहीं था रे, में यह बोल रही थी कि इतने दिन से एक ही लंड से मन कुछ भर सा गया है। अब कभी-कभी मेरी जीभ को कुछ चेंज चाहिए होता है और भी जगह बनाने के लिए, तू समझ रही है ना मेरी बात।<br>
निशा : तू साफ़-साफ़ बोलेगी तब तो कुछ समझ आएगा ना।<br>
मीनू : मेरा मतलब है कि चल हम दोनों अपने पति से बात करते है और कभी एक दिन अदला बदली करके कुछ नया करने की कोशिश करते है, तू अमन से चुदवा और में आकाश से चुदवा लेती हूँ। हम कोशिश करके देखते है अच्छा लगा तो ठीक है नहीं तो फिर से सब नॉर्मल, क्या बोलती हो?<br>
निशा : मीनू तुम्हें पता भी है तुम क्या बोले रही हो? आकाश मुझे मारेगा और अमन तुझे मारेगा। सच बताऊं तो मुझे कोई प्रोब्लम भी नहीं है, लेकिन यार हमारे बच्चे उन्हें कुछ पता चला तो क्या करेंगे?<br>
मीनू : कोई नहीं मारेगा बस एक बार समझाकर तो देख ना और बच्चों के लिए ही हम किसी के घर पर नहीं करेंगे, हम कही बाहर जाकर करेंगे।<br>
निशा : आकाश को कुछ नया-नया करने की लगी तो रहती है और वो तेरी गांड का तो दीवाना है ही, वैसे में भी तेरी गांड की दीवानी हूँ।<br>
मीनू : मज़ाक मत कर, बोल तुझे क्या लगता है ऐसा कुछ संभव है या बहुत रिस्की है? हमारी लाईफ कहीं खराब ना हो जाए।<br>
निशा : संभव है मीनू और लाईफ क्या खराब होगी? हम एक दूसरे को वादा करेंगे कि कभी भी बिना बताए एक दूसरे के पति से ऐसे ही ना चुदवाए। अब हम दोनों पर ही निर्भर करता है कि आगे क्या होगा? हम महीने में एक दिन ऐसा कुछ प्लान बनाएगें और बाकी दिन नॉर्मल पति को तो संभाल ही लेंगे, यदि तू वादा करती है तो में आगे बात करती हूँ।<br>
मीनू : हाँ रे, हम एक दूसरे से ऑनेस्ट रहेगें।<br>
निशा : तूने इसलिए बुलाया था या लंच भी कराओगी?<br>
मीनू : चल ना, लंच बनाया है, चल चलते है।