एक रजाई और मेरा कमीना भाई rajsharmastories new

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Nitin
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एक रजाई और मेरा कमीना भाई rajsharmastories new

Unread post by Nitin » 25 Jan 2018 04:50

एक रजाई और मेरा कमीना भाई

दोस्तों मेरा नाम पायल है. मैं इंजीनियरिंग की तैयारी कर रही हु, मैं कोटा में रहती हु, आज मैं आपको अपनी चुदाई की कहानी आप लोगो को सामने लिखने जा रही हु, ये कहानी मेरे कमीना भाई रोहित के बारे में है, जिसने मुझे रात भर चोद चोद कर मेरा चूत सूजा दिया, आज मैं ठीक से चल भी नहीं पा रही हु, आज मैं अपनी कहानी इसलिए लिख रही हु क्यों की आज मैं अपने मन को हल्का करना चाहती हु, आज सुबह सुबह जब उठी तो मैंने इन्टरनेट पे सर्च की क्या ऐसा होता है? तो मैंने इस वेबसाइट पर कई सारे कहानियां पढ़ी जिसमे भाई बहन की प्यार की और सेक्स की कहानी थी. तो मैंने हिम्मत कर के अपनी कहानी आपलोगो के सामने रख रही हु,

दोस्तों मैं २२ साल की हु और मेरा भाई २१ साल का है, मम्मी ने उसको कोटा मेरा गरम कपडा दे के भेजी है, क्यों की सर्दियाँ आ गई है. इसलिए मेरा भाई मेरे पास मेरा सारा कपडा देने आया है. मैं किराये पर एक कमर लेके कोटा में रहती हु, कल शाम को मेरा भाई आया था. करीब आठ बजे, कहना खाकर वो मोबाइल पर गेम खेल रहा था और मैं पढ़ रही थी. उस बिच में घर की बात और अपनी पुराणी बातों को याद कर रही थी. हम दोनों एक दोस्त की तरह है सब बात हम दोनों शेयर करते है. वो मेरे से पूछ रहा था की दीदी क्या कोई बॉय फ्रेंड बना है की नहीं, मैंने कहा नहीं रे अभी मेरा फोकस सिर्फ अपनी पढाई पर है. इसके अलावा मुझे कुछ भी अभी दिखाई नहीं दे रहा है. तो मैंने भी पूछ लिया की और बता तेरा क्या हाल है. तो वो कहने लगा. हां आजकल एक लड़की लाइन दे रही है. जैसे ही खुशखबरी होगी मैं तुरंत तुम्हे बताउंगी.

मैंने कहा तू बहूत बदमाश है. पहले पढाई कर ले और फिर बाद में जो मर्जी होगा करना. और मैं अपने पढाई में लग गई. पता नहीं कब वो मेरा मोबाइल ले लिया था. आधे घंटे के बाद उसने कहा दीदी आप ये सब देखती हो, मैं चौंक गई. उसके तरफ देखि तो हैरान रह गई वो मेरा मोबाइल छेड़ रहा था. मैंने तुरंत ही उसके हाथ से मोबाइल ले ली. तब तक वो सारा कुछ देख चूका था. दोस्तों आपको तो पता है चाहे लड़का हो या लड़की आजकल कौन ऐसा है जो पोर्न मूवी नहीं देखता है या तो चुदाई की कहानियां नहीं पढता है. मैं भी अपने मोबाइल में ऐसे कई सारे क्लिप डाउनलोड कर रखी थी. उसने सारे मूवी को देख लिया था. कुछ तो सनी लिओने की भी थी. और उसने मोबाइल इन्टरनेट की हिस्ट्री से सब कुछ देख लिया था की मैं कैसा वेब पेज ओपन करती हु, अब मैं मैं फंस चुकी थी. मैंने कहा नहीं नहीं मैं नहीं किया ये तो मेरी दोस्त गीतिका है उसने किया है. तो रोहित बोला दीदी कल मुझे रितिका से मिलाओ ना प्लीज मैं दोस्त बनाना चाहता हु. मैंने कहा देखि है अपनी शक्ल आईने में.

मैं समझ गया की मेरा भाई अब जवान होते ही बहूत कमीना हो गया है. रात को करीब ११ बज गए थे. उसने कहा कहा सोऊँ, दोस्तों मेरे पास एक भी बेड है. और ओढ़ने के लिए सिर्फ एक ही रजाई. मैंने कहा मेरे बेड पर ही सो जाओ. क्यों की कोई ऑप्शन भी नहीं था. वो आकर दूसरे तरफ मुह कर के सो गया और मैं भी दूसरे तरफ मुह करके सो गई. जब मैं नींद में थी. तो लगा को मेरा बूब्स कोई सहला रहा है मैंने समझ गई. रोहित मेरे टांगो पर अपना टांग चढ़ा रखा था और मेरे बूब्स को नाइटी के अंदर हाथ डालकर, निप्पल को प्रेस कर रहा था. मुझे लगा की मैं मना कर दू. पर ये भी लगा की अगर मैंने मना कर दिया तो ये बात खुल जाएगी और बाद में हम दोनों एक दूसरे को मुह नहीं दिखा पाएंगे, इसलिए मैंने सोचा जवान है गर्मी चढ़ी होगी. थोड़े देर में वो मूठ मार लेगा और सो जायेगा. पर ऐसा हुआ नहीं उसने मेरे नाइटी को ऊपर कर दिया और ब्रा का हुक भी खोल दिया. मेरी चूचियों को पिने लगा. और मेरे नाभि में अपना ऊँगली डालने लगा. दोस्तों आप ही बताओ, मैंने कैसे बर्दाश्त करती. मैं भी तो जवानी में थी. मुझे अच्छा लगने लगा. पर मैं कुछ भी नहीं बोल पा रही थी. उसने मेरी पेंटी को निचे कर दिया.

दोस्तों मेरे चूत को सहलाते हुए उसके मुह से सिसकारियां निकलने लगी. मैंने भी अपना दोनों पैर फैला दी. वो धीरे धीरे अपनी ऊँगली को मेरे चूत में डालने लगा. मेरी चूत काफी गीली हो चुकी थी. मैं भी जोश में आ गई. और वो निचे सरककर, मेरी चूत के पास बैठ गया और चाटने लगा. अब बर्दाश्त के बाहर था. मैंने उसका बाल पकड़ा और अपने चूत में रगड़नेलगी. वो मेरी चूत की पानी को चाट रहा था. मेरे मुह से भी सिस्कारिया निकलने लगी. आह आह आह आह आह से कमर गूंजने लगा. मैं रोहित को ऊपर को और उसके होठ को चूसने लगी. वो मेरे ऊपर था वो भी मेरी चूचियों को दबाते हुए मेरे होठ को चूस रहा था और वो बार बार अपना जीभ मेरे मुह में दे रहा था इस वजह से मैं और भी कामुक हो रही थी. दोस्तों मुझे लग रहा था की रोहित को अपनी चूत में घुसा लू, मैंने कहा देर मत कर कमीने और कितना तड़पाएगा. आज तुमने एक रजाई होने का सजा और मजा दोनों दे रहा है. सजा तो ये की एक बहन आज अपने भाई से चुदेगी और मजा की आज मैं पूरी रात चुदुंगी.

मैंने रोहित को और ऊपर किया, वो मेरे छाती के करीब बैठ गया और मैंने उसका लौड़ा अपने मुह में ले ली और चूसने लगी. गजब का एहसास हो रहा था लंड चूसने में. दोस्तों आज मैं खुद कोई पोर्न हीरोइन से काम नहीं समझ रही थी. वो भी मेरे मुह में अपना लंड अंदर बाहर करने लगा. उसका लंड बहूत ही मोटा था मेरे मुह से पूरा सेट हो रहा था और अंदर गले तक जा रहा था. दोस्तों मेरी चूत काफी गरम हो गई थी और बार बार पानी छोड़ रही थी. मैंने कहा रोहित आज तो मेरी चूत का गर्मी बुझा दे. तुमने तो आज मुझे गरम ही कर दिया रे. और रोहित निचे जाकर अपना लंड मेरे चूत पे सेट किया, और जोर से धक्का दिया, मेरे मुह से आउच की आवाज निकली और फिर हाय, हाय हाय, ओह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों अब मैं जोर जोर से लंड को अंदर बाहर करने के लिए धक्के देने लगी.

निचे से मैं गांड उठा रही थी और ऊपर से वो पेल रहा था और बिच में चपक चपक की आवाज से पूरा कमर गूंज रहा था. मैं उसको अपने बाहों में जकड़ी थी और पैरों से उसको फसाई हुई थी. वो मेरी मोटी गांड को नीच से पकड़ रखा था और जोर जोर से लंड को अंदर बाहर कर रहा था. उसके बाद उसने मुझे ऊपर किया और खुद सो गया और लंड को पोल की तरह खड़ा करके बोला आ बैठ जा इसपर मैं उसके लंड पर बैठ गई. लंड धीरे धीरे कर के मेरे चूत के अंदर समा गया. मैं एक मिनट तक यों ही बैठे रही फिर मैं ऊपर निचे होना शुरू किया, मैं उसके ऊपर थोड़ी झुकी हुई थी. वो मेरी चूचियों को पकड़ रखा था. और मेरे चूत में निचे से धक्के देने लगा. अब मैं भी जोर जोर ऊपर निचे करने लगी. वो मेरी चूतड़ में थप्पड़ मार रहा था. अब वो मुझे गालियां भी देने लगा. वो कह रहा था तू तो बहूत रंडी है. आज तू भाई से चुद रही है, मैं भी कहा कम थी मैंने भी गालियां देने लगी. तू तो बहूत कमीना निकला तू तो अपनी बहन के चूत को भी नहीं छोड़ा, बहन चोद है तू.

जितना हम दोनों एक दूसरे को गालियां दे रहे थे. उतना ही जोश चढ़ रहा था. उसने बाद उसने मुझे घोड़ी बना दिया, और पीछे से मेरे गांड में अपना लौड़ा डालने लगा. पर मैंने मना कर दिया, क्यों की मुझे गांड में काफी दर्द हो रहा था. इसलिए मैंने कहा भाई तुम्हे चूत जितनी मर्जी चोदनी है चोद ले पर गांड को छोड़ दे. पर बहन चोद वो कहा मानने बाला था. उसने अपने लंड में थूक लगाया और धीरे धीरे कर के वो अपना लंड मेरे गांड में पूरा घुसा दिया. पहले मुझे काफी दर्द हो रहा था. पर अब धीरे धीरे ठीक होने लगा. अब मेरे मुह से फिर से आह आह आह आह आह निकलने लगी . और मैंने जोर जोर से मेरे गांड में लंड पेलने लगा.

करीब १० मिनट गांड मारने के बाद, उसने फिर से मुझे लिटाया, और मेरा पैर वो अपने कंधे पर रख लिया और दोनो जांघो को सटा दिया, और फिर से मेरे चूत में लंड देने लगा. मुझे दर्द होने लगा था, मैंने कहा भाई मेरा चूत काफी सूज गया है. और दर्द भी काफी होने लगा. है इसलिए मैं अब ज्यादा नहीं चुद पाऊँगी क्यों की तू मुझे दो घंटे से चोद रहा है. उसने कहा साली कुतिया अभी कहा, अभी तो मैं जोश में ही आया हु, मुझे आज पूरा मजा लेने दे और वो जोर जोर से घुसाने लगा.

दोस्तों उसकी समय वो जोर से आह आह आह आह करते हुए मेरे चूत में ही अपना सारा वीर्य डाल दिया, और मेरे ऊपर निढाल हो गया. करीब पांच मिनट में उठा और वो 69 की पोजीशन में आ गया, वो अपना लंड मेरे मुह में दे दिया और मेरा चूत वो खुद चाटने लगा. हम दोनों एक दूसरे के चूत से और लंड से निकले हुए सारे पानी को चाट गए, और फिर दोनों एक दूसरे को पकड़ कर नंगे ही सो गए. दोस्तों आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है. उसके बाद वो पांच बजे उठ गया, और मुझे फिर से चोदने लगा. मुझे काफी दर्द हो रही थी, मेरी चूत और गांड दोनों सूज गया था, पर मजा भी बहूत आ रहा था इसलिए मैंने मना भी नहीं किया और मैं फिर चुदवाने लगी. पर वो करीब ४० मिनट तक ही चोदा और फिर झड़ गया, फिर हम दोनों मॉर्निंग वाक के लिए चले गए, पर मुझे चलने में काफी दिककत हो रही थी, रूम पे आके नहाये और नाश्ता किये, रोहित बोला की आज तू ब्रा और पेंटी मत पहन, दोस्तों बारह बजे वो फिर से मुझे चोदने लगा. दिन में आज तीन बार मुझे चोद चूका है. पर मैं भी बहूत मजे किये अपने भाई के साथ. दर्द तो हुआ पर मजा भी बहूत आया,

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