Re: दुनिया से दूर
Posted: 22 Dec 2014 22:15
‘‘लेकिन तुम मुझे सम्राट से क्यों मिलाना चाहती हो?’’ शीले ने एक मशीन पर झुकते हुए पूछा। इस समय वह अपनी लैब में मौजूद था और ज़ारा भी उसके साथ थी।
‘‘दरअसल हमने सम्राट को गलत समझा। जब मैंने सम्राट से तुम्हारे बारे में बताया और कहा कि मैं तुमसे प्यार करती हूं तो वह बहुत खुश हुए और कहा कि मैं किसी को ज़बरदस्ती अपनी रानी नहीं बनाता, तुम शौक से शीले से शादी कर सकती हो। फिर जब उन्हें मालूम हुआ कि तुम बहुत बड़े वैज्ञानिक हो तो उन्होंने तुमसे मिलने की इच्छा ज़ाहिर की। अब तुम देर मत करो। हम लोग फौरन चलते हैं सम्राट से मिलने को। हो सकता है वह तुम्हें अपने मन्त्रीमंडल में प्रमुख वैज्ञानिक के रूप में शामिल कर लें। अगर ऐसा हुआ तो हमारी जिंदगी आराम से कट जायेगी।’’ ज़ारा पूरे जोश के साथ कह रही थी।
शीले ज़ारा की ओर घूमा और उसे अपनी बाहों में लेते हुए बोला, ‘‘आज नहीं ज़ारा। हम सम्राट से मिलने कल चलेंगे। आज मुझे अपने प्रोजेक्ट के सिलसिले में बहुत ज़रूरी काम करना है।’’
‘‘ठीक है। हम कल ही चलेंगे।’’ ज़ारा ने हामी भर दी।
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सम्राट के महल के एक आलीशान व सजे हुए कमरे में ज़ारा और शीले सम्राट का इंतिज़ार कर रहे थे। जल्दी ही ये इंतिज़ार खत्म हो गया और वहाँ सम्राट ने प्रवेश किया। दोनों उसके सम्मान में खड़े हो गये।
‘‘तो तुम हो शीले।’’ सम्राट शीले की ओर मुखातिब हुआ।
‘‘जी हाँ, यही हैं शीले।’’ शीले के कुछ बोलने से पहले ही ज़ारा ने जल्दी से जवाब दे दिया।
‘‘काफी स्मार्ट हो। ज़ारा की पसंद अच्छी है। सम्राट ने शीले की तरफ एकटक देखते हुए कहा, ‘‘मेरे पास आओ। मैं तुम्हें गले लगाना चाहता हूं।’’ सम्राट ने अपने हाथ फैला दिये। शीले सम्राट की ओर बढ़ा। अभी उसने आधा रास्ता ही तय किया था कि अचानक छत से निकलने वाली तेज़ रोशनी में वह नहा गया। दूसरे ही पल वहाँ से शीले का जिस्म गायब हो चुका था और अब वहाँ पर सिर्फ हल्का सफेद धुवां लहरा रहा था।
‘‘नहीं।’’ ज़ारा ने एक चीख मारी।
‘‘ये देखो, तुम इसे बहुत बड़ा वैज्ञानिक कह रही थीं। यह तो मेरी मामूली डेथ रेज़ की काट ही नहीं कर पाया।’’ सम्राट ने व्यंगात्मक मुस्कान बिखेरते हुए कहा।
‘‘तुमने ऐसा क्यों किया।’’ ज़ारा ने दर्दभरे लहजे में कहा।
‘‘जिससे कि मेरे और तुम्हारे बीच कोई रुकावट नहीं रह जाये। सुनो, मैं जिसे अपनी रानी बनाने का इरादा कर लेता हूं उसे हर हाल में मेरी रानी बनना पड़ता है। मेरी दो सौ रानियों में से एक सौ अस्सी इसी तरह बनी हैं। मेरे पास आओ। क्योंकि अब तुम्हारे पास दूसरा कोई रास्ता नहीं।’’ सम्राट ने उसे अपनी तरफ आने का इशारा किया।
धीरे धीरे ज़ारा के चेहरे के भाव बदलने लगे। थोड़ी ही देर में उसके चेहरे की रौनक लौट आयी थी।
‘‘नहीं तुम मेरे पास आओ।’’ ज़ारा के होंठों पर अब एक मधुर मुस्कान खेल रही थी। थोड़ी देर पहले के ग़म का अब उसके चेहरे पर निशान तक न था।
‘‘ठीक है। जैसा तुम चाहो। हम तो हर हाल में तुम्हारे क़रीब होना चाहते हैं।’’ सम्राट ने आगे बढ़कर उसका हाथ थामना चाहा। लेकिन यह क्या? उसका हाथ ज़ारा के जिस्म से इस तरह पार हो गया मानो वहाँ ज़ारा का जिस्म नहीं बल्कि रोशनी की कोई किरण हो। उसने अपनी आँखों को मला और एक बार फिर ज़ारा को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन ज़ारा की जगह लग रहा था मानो उसकी परछाई हो रोशनी की किरणों से बनी हुई।’’
‘‘य--ये क्या हो रहा है। क्या मैं कोई सपना देख रहा हूं?’’ सम्राट बड़बड़ाया।
‘‘ये सपना नहीं हक़ीक़त है, सम्राट! शीले को मारने के बाद भी तुम ज़ारा को नहीं पा सकते। क्योंकि ज़ारा सिर्फ शीले की है। तुम्हारे कब्ज़े में तो सिर्फ ज़ारा की परछाई आयेगी जिसे तुम छू भी नहीं सकते।’’ कहते हुए वह क़हक़हे लगाने लगी। सम्राट अब पागलों की तरह उसे पकड़ने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसके हाथ हवा में लहरा कर रह जाते थे।
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‘‘दरअसल हमने सम्राट को गलत समझा। जब मैंने सम्राट से तुम्हारे बारे में बताया और कहा कि मैं तुमसे प्यार करती हूं तो वह बहुत खुश हुए और कहा कि मैं किसी को ज़बरदस्ती अपनी रानी नहीं बनाता, तुम शौक से शीले से शादी कर सकती हो। फिर जब उन्हें मालूम हुआ कि तुम बहुत बड़े वैज्ञानिक हो तो उन्होंने तुमसे मिलने की इच्छा ज़ाहिर की। अब तुम देर मत करो। हम लोग फौरन चलते हैं सम्राट से मिलने को। हो सकता है वह तुम्हें अपने मन्त्रीमंडल में प्रमुख वैज्ञानिक के रूप में शामिल कर लें। अगर ऐसा हुआ तो हमारी जिंदगी आराम से कट जायेगी।’’ ज़ारा पूरे जोश के साथ कह रही थी।
शीले ज़ारा की ओर घूमा और उसे अपनी बाहों में लेते हुए बोला, ‘‘आज नहीं ज़ारा। हम सम्राट से मिलने कल चलेंगे। आज मुझे अपने प्रोजेक्ट के सिलसिले में बहुत ज़रूरी काम करना है।’’
‘‘ठीक है। हम कल ही चलेंगे।’’ ज़ारा ने हामी भर दी।
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सम्राट के महल के एक आलीशान व सजे हुए कमरे में ज़ारा और शीले सम्राट का इंतिज़ार कर रहे थे। जल्दी ही ये इंतिज़ार खत्म हो गया और वहाँ सम्राट ने प्रवेश किया। दोनों उसके सम्मान में खड़े हो गये।
‘‘तो तुम हो शीले।’’ सम्राट शीले की ओर मुखातिब हुआ।
‘‘जी हाँ, यही हैं शीले।’’ शीले के कुछ बोलने से पहले ही ज़ारा ने जल्दी से जवाब दे दिया।
‘‘काफी स्मार्ट हो। ज़ारा की पसंद अच्छी है। सम्राट ने शीले की तरफ एकटक देखते हुए कहा, ‘‘मेरे पास आओ। मैं तुम्हें गले लगाना चाहता हूं।’’ सम्राट ने अपने हाथ फैला दिये। शीले सम्राट की ओर बढ़ा। अभी उसने आधा रास्ता ही तय किया था कि अचानक छत से निकलने वाली तेज़ रोशनी में वह नहा गया। दूसरे ही पल वहाँ से शीले का जिस्म गायब हो चुका था और अब वहाँ पर सिर्फ हल्का सफेद धुवां लहरा रहा था।
‘‘नहीं।’’ ज़ारा ने एक चीख मारी।
‘‘ये देखो, तुम इसे बहुत बड़ा वैज्ञानिक कह रही थीं। यह तो मेरी मामूली डेथ रेज़ की काट ही नहीं कर पाया।’’ सम्राट ने व्यंगात्मक मुस्कान बिखेरते हुए कहा।
‘‘तुमने ऐसा क्यों किया।’’ ज़ारा ने दर्दभरे लहजे में कहा।
‘‘जिससे कि मेरे और तुम्हारे बीच कोई रुकावट नहीं रह जाये। सुनो, मैं जिसे अपनी रानी बनाने का इरादा कर लेता हूं उसे हर हाल में मेरी रानी बनना पड़ता है। मेरी दो सौ रानियों में से एक सौ अस्सी इसी तरह बनी हैं। मेरे पास आओ। क्योंकि अब तुम्हारे पास दूसरा कोई रास्ता नहीं।’’ सम्राट ने उसे अपनी तरफ आने का इशारा किया।
धीरे धीरे ज़ारा के चेहरे के भाव बदलने लगे। थोड़ी ही देर में उसके चेहरे की रौनक लौट आयी थी।
‘‘नहीं तुम मेरे पास आओ।’’ ज़ारा के होंठों पर अब एक मधुर मुस्कान खेल रही थी। थोड़ी देर पहले के ग़म का अब उसके चेहरे पर निशान तक न था।
‘‘ठीक है। जैसा तुम चाहो। हम तो हर हाल में तुम्हारे क़रीब होना चाहते हैं।’’ सम्राट ने आगे बढ़कर उसका हाथ थामना चाहा। लेकिन यह क्या? उसका हाथ ज़ारा के जिस्म से इस तरह पार हो गया मानो वहाँ ज़ारा का जिस्म नहीं बल्कि रोशनी की कोई किरण हो। उसने अपनी आँखों को मला और एक बार फिर ज़ारा को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन ज़ारा की जगह लग रहा था मानो उसकी परछाई हो रोशनी की किरणों से बनी हुई।’’
‘‘य--ये क्या हो रहा है। क्या मैं कोई सपना देख रहा हूं?’’ सम्राट बड़बड़ाया।
‘‘ये सपना नहीं हक़ीक़त है, सम्राट! शीले को मारने के बाद भी तुम ज़ारा को नहीं पा सकते। क्योंकि ज़ारा सिर्फ शीले की है। तुम्हारे कब्ज़े में तो सिर्फ ज़ारा की परछाई आयेगी जिसे तुम छू भी नहीं सकते।’’ कहते हुए वह क़हक़हे लगाने लगी। सम्राट अब पागलों की तरह उसे पकड़ने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसके हाथ हवा में लहरा कर रह जाते थे।
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