रवि, पायल के दूध को उसकी आँखो के सामने देखते हुए सोफे पर लेट जाता है और अपनी नज़रो से पायल के पेरो से लेकर चेहरे तक का मुआयना करता हुआ पायल की गोरी-गोरी पिंडालियो को देखता है फिर पायल के तने हुए मोटे-मोटे चुचो को घूर कर देखता है, पायल रवि की कमिनि नज़रो को देख कर अपनी नज़रे इधर-उधर मटकाने लगती है और फिर घुमा कर रवि की आँखो मे देखने लगती है, रवि पायल के मोटे-मोटे दूध को ललचाई नज़रो से घूर-घूर कर देख रहा था,
पायल- रवि की और आँखे दिखाती हुई, ऐसे क्यो घूर रहा है मुझे, खा जाएगा क्या
रवि- पायल की आँखो मे देख कर, मे जो चाहता हू तुम करने ही कहा देती हो
पायल- तुझे शर्म नही आती अपनी बहन को इस तरह देखते हुए
रवि- पायल की आँखो मे मुस्कुरा कर देखता हुआ, क्यो मे क्या देख रहा हू
पायल- ज़्यादा स्मार्ट मत बन मे सब जानती हू
रवि- क्या जानती हो
पायल अपने मन मे, यही कि तू मुझे चोदना चाहता है, मेरी चूत को चाटने के लिए मरा जा रहा है, कमीना कही का
रवि- अब चुप क्यो हो गई बोलो ना क्या जानती हो
पायल- मुश्कुरा कर कुछ नही
रवि- अच्छा दीदी एक बात कहु
पायल- क्या
रवि- दीदी, भाभी बहुत सुंदर है ना
पायल- अपने मन मे कमीना कही का तुझे भाभी नही भाभी की मोटी गान्ड सुंदर लगती है, पर जैसे तू मुझे चोदने की
नज़र से देखता है इस तारह अगर भाभी को देखा तो भाभी तेरा मुँह तोड़ देगी
रवि- दीदी तुम क्या सोचने लग जाती हो
पायल- मुस्कुरकर यही कि तू कितना कमीना है
रवि- अब कमीनापन वाली बात कहाँ से आ गई
पायल- तो फिर क्यो कह रहा है कि भाभी बड़ी सुंदर है
रवि- ये लो अगर मेने भाभी को सुंदर कह दिया तो इसमे मे कमीना कैसे हो गया
पायल- तू क्या अपने आप को बहुत स्मार्ट समझता है क्या मे जानती नही कि तेरी नज़रे तेरे अंदर का सब हाल बया कर देती है,
रवि- अच्छा तो क्या तुम मेरी नज़र को पढ़ लेती हो
पायल- हाँ
रवि- उसके दूध को घूरता हुआ तो बताओ अब मेरी नज़रे क्या कह रही है
पायल- यही कि तू मेरे हाथ से जूते खाएगा
रवि- दीदी जब देखो तुम मुझे मारने की बात करती हो, क्या मे तुम्हे इतना बुरा लगता हू
पायल- अपना मुँह बनाते हुए नही तू तो बड़ा अच्छा है तेरी तो आरती उतरना चाहिए
रवि- पायल की आँखो मे मुस्कुरकर देखता हुआ, दीदी मे तुम्हे अच्छा लगू या नही पर तुम मुझे कल से बहुत अच्छी
लगने लगी हो,
रवि की बात सुन कर पायल मुस्कुराए बिना नही रह पाती है और अपने पास मे पड़ा तकिया उठा कर रवि को मारते हुए
कमीना कही का तू कभी नही सुधर सकता है,
रवि- अपने आप को बचाते हुए मुस्कुराता हुआ, दीदी एक तो खुद आगे रह कर बिगाड़ती हो, फिर मुझे कमीना भी कहती हो
पायल- मुस्कुरा कर सच मे रवि तू बहुत कमीना है और उठ कर अपने रूम की ओर जाने लगती है, तभी रवि उसका हाथ
पकड़ कर अपनी और खिचता है और पायल उसको धकेल्टी हुई हस कर अपने रूम की ओर भाग जाती है
शाम को रोहित जब वापस आता है तो
रोहित- पायल-रवि कहाँ हो तुम दोनो,
पायल- क्या हुआ भैया आ गये आप
रोहित- हाँ भाई आ गया और यह लो तुम दोनो के लिए मिठाई ले कर आया हू
पायल- अरे वा कुछ खास बात है क्या,
रोहित- हाँ वो क्या है ना,
पायल- रूको भैया मे बताती हू, आपकी शादी की डेट फिक्स हो गई यही ना
रोहित- मुस्कुराता हुआ, हाँ आज से ठीक 15 दिन बाद बॉस ने शादी की तारीख पक्की कर दी है इसलिए अब हमारे पास बहुत कम समय है और तू तो जानती ही है कि मुझे टाइम मिलेगा नही इसलिए रवि और तुझे मिल कर ही सब अरेंज करना पड़ेगा और हाँ
तुम दोनो अपने खास दोस्तो को ज़रूर इन्वाइट कर देना दो दिन बाद शादी के कार्ड भी आ जाएगे,
पायल- खुस होती हुई भैया आप फिकर ना करो रवि और मे सब अरेंज कर देंगे, मे अभी रवि को यह खूसखबरी सुनाती
हू और पायल दौड़ कर रवि के रूम की ओर भाग जाती है
रवि अपने बेड पर लेटा हुआ था पायल उसके पास जाकर
पायल -ले रवि अपना मुँह खोल
रवि- क्या बात है ये मिठाई कौन लाया
पायल- पहले मुँह तो खोल और फिर रवि के मुँह मे मिठाई डालती हुई, रवि भैया की शादी की डेट तय हो गई है 15 दिन बाद शादी है,
कमीना compleet
Re: कमीना
रवि पायल को इतना खुस देख कर उसके चेहरे को गौर से देखता हुआ,
रवि- दीदी एक बात कहु
पायल- मुस्कुराते हुए क्या
रवि- पायल का हाथ पकड़ कर दीदी जब तुम इस तरह ख़ुसी से मुस्कुराती हो ना तब तुम मुझे बहुत खूबसूरत लगती हो
रवि की बात सुन कर पायल की हसी थोड़ी सिकुड जाती है और वह रवि की आँखो मे देखने लगती है
रवि- दीदी एक बात और कहु
पायल- रवि की ओर सीरियस होकर देखती हुई क्या
रवि- खड़ा होकर पायल के करीब आता है और पायल अपने हाथो मे मिठाई का डब्बा लिए अपनी आँखे फाडे रवि को
प्रश्नत्मक तरीके से देखती है और रवि पायल की दोनो बाँहो को अपने हाथ से पकड़ता हुआ, दीदी आइ लव यू
उसकी बात सुन कर पायल जाने लगती है तो रवि उसकी बाँहो को नही छोड़ता है और उसे अपनी ओर धीरे से खिचता है
पायल- रवि को देख कर रवि छोड़ मुझे जाने दे
रवि- दीदी मे तुम्हे चूमना चाहता हू
पायल- रवि मे मार दूँगी
रवि- प्लीज़ दीदी एक किस दे दो
पायल- रवि मेरा हाथ छोड़ नही तो अभी भैया को बुला लूँगी
रवि- उसका हाथ छोड़ते हुए दीदी तुम अपनी सुंदरता का घमंड दिखाती हो
पायल- क्यो मेरी सुंदरता क्या तेरे लिए है
रवि- पायल के गालो को अपने हाथो से सहलाता हुआ, दीदी इस सुंदरता पर मेरे सिवा किसी का हक नही है
पायल- उसका हाथ हटाते हुए, क्यो मे तेरी बीबी हू जो मुझ पर तेरा हक है, अपने होश मे रहा कर नही तो किसी दिन इतने जूते खाएगा की सब भूल जाएगा, बड़ा आया मेरी सुंदरता पर अपना हक जताने वाला, कमीना कही का, और पलट कर बाहर जाने लगती है,
रवि- पीछे से उसे आवाज़ लगा कर, दीदी एक दिन तुम्हे इस कामीने की बाँहो मे आना ही पड़ेगा, और पायल पलट कर उसे अपने हाथ का अंगूठा दिखाती हुई, अपनी जीभ दिखा कर, थगा, सपने देख, सपने पर पूरे नही होने वाले, कमीना कही का
और मुस्कुरा कर पायल उसके रूम से अपनी गदराई गान्ड हिलाती हुई बाहर चली जाती है
कॉफी हाउस मे पायल और सोनिया बैठ कर बात कर रही थी तभी रवि उन्हे देख कर उनके पास आ जाता है,
और अपनी दीदी को मुस्कुरा कर देखते हुए हाय सोनिया
सोनिया- हेलो रवि
रवि- क्या बात है आज बहुत खुस दिख रही हो,
सोनिया- हाँ आज मेरे मम्मी-पापा मेरे गाँव से मुझसे मिलने आ रहे है
रवि- तो क्या वो गाँव मे रहते है
सोनिया- हाँ मे यहा हॉस्टिल मे अकेली रहती हू
रवि- क्या बात है, क्या तुम्हारे हॉस्टिल मे लड़को का आना आलोव है
सोनिया- क्यो
रवि- क्यो कि कभी मेरा मूड तुमसे मिलने का हुआ तो मे तुम्हारे हॉस्टिल मे ही आ जाउन्गा ना, और पायल को मुस्कुरा कर देखता हुआ क्यो दीदी मेने ठीक कहा ना
सोनिया- नही-नही मेरे हॉस्टिल मे लड़को के आने पर पाबंदी है, हाँ अगर लड़का भैया हो तो आ सकता है, और पायल
हस्ते हुए अगर तुम मेरे भैया बन कर आना चाहो तो आ सकते हो
रवि- वेरी फन्नी, और पायल की आँखो के सामने उसके मोटे-मोटे कसे हुए गदराए दूध को घूर कर देखते हुए, मेरी
तो एक ही प्यारी बहन है जिसे मे बहुत प्यार करता हू, क्यो दीदी है ना,
पायल- उसको घूर कर देखते हुए, सोनिया से भी रखी बँधवा लेगा तो कोई बुराई नही है
रवि- सोनिया की आँखो के सामने उसके मस्ताने थनो को देखते हुए, दीदी मे सोनिया से रखी तो बँधवा लेता लेकिन अब
बहुत देर हो चुकी है, क्यो सोनिया मे ठीक कह रहा हू ना
सोनिया रवि की बात सुन कर झेप जाती है और अपनी नज़रे नीचे कर लेती है
पायल- क्यो तेरा सोनिया से शादी करने का इरादा है क्या
रवि- मुस्कुरा कर सोनिया को देखता हुआ, दीदी यदि सोनिया को कोई ऐतराज ना हो तो मे तो रेडी हू, क्यो सोनिया क्या बोलती हो
सोनिया- हस कर शादी और वो भी तुमसे
रवि- क्यो क्या बुराई है मुझमे
पायल अपने मे सोचती हुई बुराई तुझमे नही तेरे कमिने पन मे है
रवि- दीदी एक बात कहु
पायल- मुस्कुराते हुए क्या
रवि- पायल का हाथ पकड़ कर दीदी जब तुम इस तरह ख़ुसी से मुस्कुराती हो ना तब तुम मुझे बहुत खूबसूरत लगती हो
रवि की बात सुन कर पायल की हसी थोड़ी सिकुड जाती है और वह रवि की आँखो मे देखने लगती है
रवि- दीदी एक बात और कहु
पायल- रवि की ओर सीरियस होकर देखती हुई क्या
रवि- खड़ा होकर पायल के करीब आता है और पायल अपने हाथो मे मिठाई का डब्बा लिए अपनी आँखे फाडे रवि को
प्रश्नत्मक तरीके से देखती है और रवि पायल की दोनो बाँहो को अपने हाथ से पकड़ता हुआ, दीदी आइ लव यू
उसकी बात सुन कर पायल जाने लगती है तो रवि उसकी बाँहो को नही छोड़ता है और उसे अपनी ओर धीरे से खिचता है
पायल- रवि को देख कर रवि छोड़ मुझे जाने दे
रवि- दीदी मे तुम्हे चूमना चाहता हू
पायल- रवि मे मार दूँगी
रवि- प्लीज़ दीदी एक किस दे दो
पायल- रवि मेरा हाथ छोड़ नही तो अभी भैया को बुला लूँगी
रवि- उसका हाथ छोड़ते हुए दीदी तुम अपनी सुंदरता का घमंड दिखाती हो
पायल- क्यो मेरी सुंदरता क्या तेरे लिए है
रवि- पायल के गालो को अपने हाथो से सहलाता हुआ, दीदी इस सुंदरता पर मेरे सिवा किसी का हक नही है
पायल- उसका हाथ हटाते हुए, क्यो मे तेरी बीबी हू जो मुझ पर तेरा हक है, अपने होश मे रहा कर नही तो किसी दिन इतने जूते खाएगा की सब भूल जाएगा, बड़ा आया मेरी सुंदरता पर अपना हक जताने वाला, कमीना कही का, और पलट कर बाहर जाने लगती है,
रवि- पीछे से उसे आवाज़ लगा कर, दीदी एक दिन तुम्हे इस कामीने की बाँहो मे आना ही पड़ेगा, और पायल पलट कर उसे अपने हाथ का अंगूठा दिखाती हुई, अपनी जीभ दिखा कर, थगा, सपने देख, सपने पर पूरे नही होने वाले, कमीना कही का
और मुस्कुरा कर पायल उसके रूम से अपनी गदराई गान्ड हिलाती हुई बाहर चली जाती है
कॉफी हाउस मे पायल और सोनिया बैठ कर बात कर रही थी तभी रवि उन्हे देख कर उनके पास आ जाता है,
और अपनी दीदी को मुस्कुरा कर देखते हुए हाय सोनिया
सोनिया- हेलो रवि
रवि- क्या बात है आज बहुत खुस दिख रही हो,
सोनिया- हाँ आज मेरे मम्मी-पापा मेरे गाँव से मुझसे मिलने आ रहे है
रवि- तो क्या वो गाँव मे रहते है
सोनिया- हाँ मे यहा हॉस्टिल मे अकेली रहती हू
रवि- क्या बात है, क्या तुम्हारे हॉस्टिल मे लड़को का आना आलोव है
सोनिया- क्यो
रवि- क्यो कि कभी मेरा मूड तुमसे मिलने का हुआ तो मे तुम्हारे हॉस्टिल मे ही आ जाउन्गा ना, और पायल को मुस्कुरा कर देखता हुआ क्यो दीदी मेने ठीक कहा ना
सोनिया- नही-नही मेरे हॉस्टिल मे लड़को के आने पर पाबंदी है, हाँ अगर लड़का भैया हो तो आ सकता है, और पायल
हस्ते हुए अगर तुम मेरे भैया बन कर आना चाहो तो आ सकते हो
रवि- वेरी फन्नी, और पायल की आँखो के सामने उसके मोटे-मोटे कसे हुए गदराए दूध को घूर कर देखते हुए, मेरी
तो एक ही प्यारी बहन है जिसे मे बहुत प्यार करता हू, क्यो दीदी है ना,
पायल- उसको घूर कर देखते हुए, सोनिया से भी रखी बँधवा लेगा तो कोई बुराई नही है
रवि- सोनिया की आँखो के सामने उसके मस्ताने थनो को देखते हुए, दीदी मे सोनिया से रखी तो बँधवा लेता लेकिन अब
बहुत देर हो चुकी है, क्यो सोनिया मे ठीक कह रहा हू ना
सोनिया रवि की बात सुन कर झेप जाती है और अपनी नज़रे नीचे कर लेती है
पायल- क्यो तेरा सोनिया से शादी करने का इरादा है क्या
रवि- मुस्कुरा कर सोनिया को देखता हुआ, दीदी यदि सोनिया को कोई ऐतराज ना हो तो मे तो रेडी हू, क्यो सोनिया क्या बोलती हो
सोनिया- हस कर शादी और वो भी तुमसे
रवि- क्यो क्या बुराई है मुझमे
पायल अपने मे सोचती हुई बुराई तुझमे नही तेरे कमिने पन मे है
Re: कमीना
सोनिया- वो बात नही है, पर शादी का फ़ैसला तो मेरे मम्मी-पापा ही करेगे,
रवि अपने मन मे डार्लिंग तुम्हारी मस्तानी चूत फाड़ने का फ़ैसला भी तुम्हारे मा-बाप ही करेगे क्या, तुम क्या जानो की
मे अपनी दीदी की उठी हुई मस्तानी गान्ड को फाड़ने और तुम्हारे खूबसूरत हुस्न का रसीला रस पीने के लिए कितना तड़प रहा हू, तुम दोनो मस्त रसीली चुतो के बीच मे जब भी बैठता हू मेरा लंड खड़ा ही रहता है,
रवि- अच्छा वो सब छोड़ो चलो आज हम तीनो मूवी देखने चलते है, क्यो दीदी
पायल- तुम लोग जाओ मेरा मूड नही है
सोनिया- मेरा भी मूड नही है
रवि- अरे चलो ना, अपना मूड बना लो वैसे भी मूवी अच्छी है, दीदी प्लीज़ चलो ना,
पायल- कुछ सोच कर चल ठीक है, चल सोनिया आज देख लेते है
सोनिया- लेकिन
पायल- अरे अब चल ना और फिर तीनो मोविए देखने सिनिमा हाल मे पहुच जाते है
रवि दोनो के बीच मे बैठ जाता है और फिर पर्दे पर मूवी चालू हो जाती है, आज पहली बार तीनो मे से किसी का भी मन
मूवी मे नही लग रहा था और तीनो अपनी नज़रो को तिरछा करके एक दूसरे को देखने की कोशिश कर रहे थे,
रवि अपने आप से बात करता हुआ, क्या करू दोनो तरफ कसे हुए माल बैठे है किसके मोटे-मोटे दूध पर हाथ फेरू, एक
काम करता हू दीदी ज़्यादा सादी बनती है ना आज इसी को जलाता हू और रवि थोड़ा तिरछा होकर सोनिया की ओर घूम जाता है और अपने हाथ को सोनिया की सीट के उपर रख कर अपनी उंगलियो की हरकत धीरे-धीरे सोनिया के दूसरी तरफ के बाजू पर करने लगता है और सोनिया उसके उंगलियो का स्पर्श जैसे ही अपने बदन पर महसूस करती है उसकी पुरानी याद ताज़ा हो जाती है और उसकी चूत मे एक जिर्झिरि सी दौड़ जाती है और उसके दूध के निप्पल मे अचानक एक कडपन आने लगता है, रवि अपनी उंगलियो को पूरी हथेली मे कॉनवर्ट करते हुए अपने हाथ के पंजे से सोनिया की बाँहो को थाम लेता है और सोनिया अपनी गर्दन घुमा कर एक बार रवि की ओर देखती है और फिर पर्दे की ओर अपना मुँह कर लेती है,
क्रमशः.........................
रवि अपने मन मे डार्लिंग तुम्हारी मस्तानी चूत फाड़ने का फ़ैसला भी तुम्हारे मा-बाप ही करेगे क्या, तुम क्या जानो की
मे अपनी दीदी की उठी हुई मस्तानी गान्ड को फाड़ने और तुम्हारे खूबसूरत हुस्न का रसीला रस पीने के लिए कितना तड़प रहा हू, तुम दोनो मस्त रसीली चुतो के बीच मे जब भी बैठता हू मेरा लंड खड़ा ही रहता है,
रवि- अच्छा वो सब छोड़ो चलो आज हम तीनो मूवी देखने चलते है, क्यो दीदी
पायल- तुम लोग जाओ मेरा मूड नही है
सोनिया- मेरा भी मूड नही है
रवि- अरे चलो ना, अपना मूड बना लो वैसे भी मूवी अच्छी है, दीदी प्लीज़ चलो ना,
पायल- कुछ सोच कर चल ठीक है, चल सोनिया आज देख लेते है
सोनिया- लेकिन
पायल- अरे अब चल ना और फिर तीनो मोविए देखने सिनिमा हाल मे पहुच जाते है
रवि दोनो के बीच मे बैठ जाता है और फिर पर्दे पर मूवी चालू हो जाती है, आज पहली बार तीनो मे से किसी का भी मन
मूवी मे नही लग रहा था और तीनो अपनी नज़रो को तिरछा करके एक दूसरे को देखने की कोशिश कर रहे थे,
रवि अपने आप से बात करता हुआ, क्या करू दोनो तरफ कसे हुए माल बैठे है किसके मोटे-मोटे दूध पर हाथ फेरू, एक
काम करता हू दीदी ज़्यादा सादी बनती है ना आज इसी को जलाता हू और रवि थोड़ा तिरछा होकर सोनिया की ओर घूम जाता है और अपने हाथ को सोनिया की सीट के उपर रख कर अपनी उंगलियो की हरकत धीरे-धीरे सोनिया के दूसरी तरफ के बाजू पर करने लगता है और सोनिया उसके उंगलियो का स्पर्श जैसे ही अपने बदन पर महसूस करती है उसकी पुरानी याद ताज़ा हो जाती है और उसकी चूत मे एक जिर्झिरि सी दौड़ जाती है और उसके दूध के निप्पल मे अचानक एक कडपन आने लगता है, रवि अपनी उंगलियो को पूरी हथेली मे कॉनवर्ट करते हुए अपने हाथ के पंजे से सोनिया की बाँहो को थाम लेता है और सोनिया अपनी गर्दन घुमा कर एक बार रवि की ओर देखती है और फिर पर्दे की ओर अपना मुँह कर लेती है,
क्रमशः.........................